भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जी ने भी कहा था कि स्वच्छता और स्वाधीनता दोनों साथ-साथ जाती हैं| भारत को आज़ाद भी बनाना है, भारत को स्वच्छ भी बनाना है| इसलिए मान्य प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी जो आप ही सबके चुने हुए सांसद हैं, बनारस के लोकप्रिय सांसद हैं उन्होंने लगातार गत तीन वर्षों में स्वच्छता के ऊपर बल दिया है|
मैं समझता हूँ कि जिस प्रकार से तेज़ गति से देश में स्वच्छता का आन्दोलन बढ़ रहा है, उससे देश भी स्वच्छ हो रहा है, देश की सोच भी स्वच्छ हो रही है| अलग-अलग स्थानों पर मूर्तियाँ लगी हैं, स्टेचूज़ लगी हैं, हमने सम्मानित किया हमारे देश के नेताओं को| और यह भी पाया गया कि कई जगहों पर इन स्टेचूज़ का, इन मूर्तियों का आदर सम्मान ठीक से नहीं होता है, कई जगह उनको ठीक से रखा नहीं जाता है| तो हमने एक कोशिश की है कि देश भर में जितनी मूर्तियाँ है, जितने ऐसे स्टेचूज़ लगे हुए हैं, जितने ऐसे पार्क्स में गौरवान्वित किया है हमारे देश के महानुभाओं को उस को भी स्वच्छ रखने का हम सब प्रण लें मिलकर|
एक छोटी सी शुरुआत आज डॉक्टर बाबा साहेब अम्बेडकर जी की इस मूर्ति से की है हमने और मुझे पूरा विश्वास है कि आगे आने वाले कुछ दिनों में हम देश भर में इस स्वच्छता को और तेज़ गति से हर मूर्ति, हर स्टेचू, हर पार्क में लेकर जाके देश में यह जागरूकता पैदा करेंगे कि सिर्फ मूर्ति स्थापित करना हमारा कर्तव्य नहीं है, सिर्फ मूर्ति से जनता में और खासतौर पर नयी पीढ़ी में युवा-युवतियों में उत्साह नहीं पैदा होगा, उसको स्वच्छ रखना, उसको सुन्दर रखना, उसके प्रांगण को सुन्दर रखना, यह भी हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है|
प्रश्न: आज से क्या इसकी शुरुआत हुई है, आगे के दिनों में बीजेपी कार्यकर्ता पूरे देश में जो प्रतिमाओं की सफाई भी करेंगे, क्या करेंगे?
उत्तर: हो सकता है हमारे कार्यकर्ता इससे प्रेरणा लें और देश भर में इसके ऊपर हम बल दें कि देश भर में सभी स्टेचूज़ को हम साफ़ रखें, उसकी ज़िम्मेदारी लें और आगे चलकर हम मान्य प्रधानमंत्री जी को एक उनके जन्मदिन के दिन यह करके दिखाएं कि हम सभी देश भर में मूर्तियों को साफ़ रखें और आगे भी साफ़ लगातार रखते रहेंगे|
प्रश्न: सर, आईपीडीएस के क्या updates हैं, कब तक यह योजना…???
उत्तर: लगभग यह योजना बहुत तेज़ गति से चली है, आजकल बारिश होने के कारण और पीछे बारिश काफी हुई थी तो इसको थोड़ा थामा गया था| आज देखेंगे कि आगे चलकर कब तक इसको रोकके रखना चाहिए या इसको अब वापिस तेज़ गति से शुरू करके अगले 4-6 महीनों में मुझे लगता है हम इसको पूरी तरीके से पहला जो चरण था जो पुरानी काशी का उसको तो पूरा कर देंगे|
प्रश्न: सर पॉवरलूम को लेकर के अगर बात करें तो नयी टेक्सटाइल नीति के हिसाब से क्या जो वह बुनकर हैं जिनको पहले फ्री में बिजली मिलती थी, क्या उसमें कुछ संशोधन किया जा रहा है?
उत्तर: यह राज्य का विषय है, राज्य की सरकार तय करती है कि पॉवर के विषय में किस प्रकार से सपोर्ट देना बुनकरों को यह राज्य सरकार ही बता पाएगी|
प्रश्न: मुंबई में आज जो ट्रेन हादसा हुआ उसके लिए क्या कहेंगे?
उत्तर: मुझे इसकी जानकारी नहीं है, मैं तो अभी फ्लाइट से उतरके सीधा इधर आया हूँ|
प्रश्न: …… (Inaudible)
उत्तर: मैं समझता हूँ जितना मान्य प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने अपने संसदीय क्षेत्र बनारस के ऊपर ध्यान दिया है, जितनी बार वह स्वयं यहाँ पर आये हैं, जितने कार्यक्रमों की शुरुआत और कार्यक्रमों का काम यहाँ पर हुआ है, जितनी योजनाएं बनारस में हुई हैं, शायद ही भारत के इतिहास में कोई और क्षेत्र होगा जिसने प्रधानमंत्री भेजा हो और क्षेत्र का विकास इतनी तेज़ गति से हुआ हो| यह पहले प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने देश की तो सुधार और अंतर्राष्ट्रीय स्थान भारत को प्राप्त किया है, साथ-साथ में अपने संसदीय क्षेत्र को प्राथमिकता दी, संसदीय क्षेत्र में लगातार विकास के कार्य हुए, लगातार उनके यहाँ पर आगमन हुआ, कई कार्यक्रमों की शुरुआत हुई| यहाँ तक कि आईपीडीएस की तो निगरानी तक के लिए मान्य प्रधानमंत्री जी यहाँ आये| तो मैं समझता हूँ अपने आप में एक मिसाल है और एक आदर्श सांसद कैसे काम करता है उसका हमने मान्य प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के बनारस के विकास के कार्यों में झलक देखी|
प्रश्न: सर, आने की संभावना है प्रधानमंत्री जी के यहाँ आने की?
उत्तर: वह तो लगातार आते रहते हैं, ऐसा कोई भी समय नहीं रहा है जब मान्य प्रधानमंत्री जी यहाँ नहीं आते हैं| उनकी इच्छा भी रहती है और ज्यादा आएं, देश भर और विदेश के कामों के बीच में भी वह बनारस के लिए ज़रूर समय निकालते हैं|
Thank you.