Speeches

January 23, 2019

Speaking on Extension of 22 Trains, in New Delhi

नेताजी सुभाष चंद्र बोस के पूरे जीवन के अलग-अलग पहलुओं को दिखाता हुआ उद्घाटन किया, मैं समझता हूँ अच्छा सौभाग्य है कि मुझे आप सबको भी मिलने का उनके जन्मोत्सव के दिन यह मौका मिल रहा है और कुछ अहम बातें आपके साथ शेयर करने के लिए मिल रही हैं।

दो बहुत ही महत्वपूर्ण विषय जिनके बारे में मुझे लगा मैं आपसे शेयर करूँ, एक 22 …. ट्रेन्स की जो आज के दिन कुछ डिस्टेंस तक जाती हैं लेकिन उसमें लयओवर टाइम या लेओवर टाइम जो एडिशनल रहता है जितना समय वह खड़ी रहती हैं उस समय को उपयोग करते हुए हम उसको और अधिक डिस्टेंस तक चला सकें ऐसा प्रयोग बड़ी सफलता से हमने पीछे किया था।

आपको याद होगा गतिमान जो जाती थी दिल्ली से आगरा उसको पहले चरण में आगरा से बढ़ाकर ग्वालियर तक लेकर गए और दूसरे चरण में ग्वालियर से भी आगे बढ़ाकर झाँसी तक लेकर गए और वह बड़ा सफल प्रयोग था। बिना नया निवेश – without any fresh investment – हम एक अंग्रेजी में फ्रेज है – sweating your assets – कि जो हमारा निवेश किया हुआ है, जो हमारे पास इंफ्रास्ट्रक्चर है उसको कैसे ज़्यादा हम इस्तेमाल कर सकते हैं उस दिशा में वह पहला प्रयोग था उसके बाद कई ट्रेनों को हमने एक्सटेंड किया है।

मुझे आप सबसे शेयर करते हुए ख़ुशी होती है कि आज ऐसी 22 नयी ट्रेन सर्विसेज का एक्सटेंशन मंज़ूरी दी गयी है और यह ट्रेन एक्सटेंशन्स देश में अलग-अलग इलाकों पर लोगों को अधिक सुविधा देगी। लगभग पूरे देश में हर जोन से कोई न कोई ट्रेन का एक्सटेंशन हो रहा है। उदाहरण लें तो जो राउरकेला से कोरापुट एक्सप्रेस जाती है उसको अब बढ़ाकर जगदलपुर तक लेकर जा रहे हैं। तो जयपुर, कोटापुर रोड, और एक्सटेंशन से कई एडिशनल इलाका भी कवर हो जायेगा।

ऐसे ही देखते-देखते कई सारी ट्रेनें जैसे फ़िरोज़पुर से लुधियाना कैंट एक सतलज एक्सप्रेस जाती है, हम उसको बढ़ाकर चंडीगढ़ तक लेकर जा रहे हैं तो लोगों को सुविधा हो जाएगी। अलग-अलग ट्रेनों की श्रंखला में देखें तो एक पूरी बरबिल एक्सप्रेस बढ़ाकर राउरकेला तक लेकर जायेंगे जिससे केन्डपोसी, चाईबासा, चक्रधरपुर, मनोहरपुर, ओडिशा के कई इलाकों में और जनता को सुविधा दे पाएंगे। ऐसे बहुत सारी अन्य-अन्य क्षेत्रों में ट्रेनों को एडिशनल डिस्टेंस चलाने का निर्णय लिया गया है।

उधमपुर से जम्मू तवी जो डेमू ट्रेन जाती थी उसको अब पठानकोट तक लेकर जायेंगे और स्वाभाविक है पठानकोट तक लेकर जाने से उसका जो सर्विस है, जितने स्टेशंस रास्ते में हैं उन सबको सर्विस मिलेगी। और यह आगे चलकर एक बहुत बड़ा utilization of our assets में वृद्धि लाने में हमारे जो ट्रेन्स हैं, रोलिंग स्टॉक्स हैं, ट्रैक्स हैं उसकी उपयोगिता को और ज़्यादा बढ़ाएगा, जनता को और सेवा देगा और स्वाभाविक रूप से एक पूरे क्षेत्र में विकास के लिए भी प्रोत्साहित करेगा उन क्षेत्रों को।

वैसे ही एक दूसरा निर्णय जो बहुत महत्वपूर्ण है जिसको हमने अभी-अभी लिया है मैं आपके समक्ष रखना चाहूंगा। आप सब जानते हैं भारतीय रेलवे देश का सबसे बड़ा एम्प्लॉयर है, सबसे अधिक लोग भारतीय रेलवे में काम करते हैं। आज 12 लाख से अधिक लोग भारतीय रेलवे में सेवा कर रहे हैं और समय-समय पर लोगों को रेलवे में लेकर रेलवे ने एक बहुत बड़ा साधन दिया है देश में नौकरियां उपलब्ध करने का, साधारणतः हर वर्ष 40-50,000 लोग रिटायर होते हैं, नए लोगों को नौकरियों का अवसर मिलता है। और पिछले वर्ष हमने शुरू किया था डेढ़ लाख के करीब लोगों को नयी नौकरी देने का काम उसके बावजूद आज भी लगभग 1,25,000-1,32,000 लोगों की requirement रेलवे में है।

और इसके अलावा अगले दो वर्ष का जब आंकलन लेते हैं तो लगभग एक लाख लोग अगले दो वर्ष में रिटायर होने का अनुमानित आंकड़ा है। यानी अंदाज़न सवा दो से ढाई लाख लोगों को और अधिक मौका मिले और डेढ़ लाख की भर्ती का काम आलरेडी चल रहा है, तो एक प्रकार से चार लाख नयी नौकरियां रेलवे अकेले देने जा रहा है जिसमें डेढ़ लाख की तो प्रोसेस बहुत आगे बढ़ चुकी है लगभग दो-ढाई महीने में पूरा प्रोसेस भी ख़त्म हो जायेगा लोग नौकरी पर आना शुरू हो जायेंगे।

और यह आज निर्णय लिया है कि बाकी भी जो वैकेंसीज़ हैं लगभग जो वैकेंसीज़ हैं और जो अगले दो वर्ष में रिटायरमेंट होंगे उसके लिए एडवांस में प्लानिंग करके यह सिलसिला भी शुरू किया जाये और यह जो हमारे एससी/एसटी/ओबीसी दिव्यांग, उन सबकी जो रिजर्वेशन होती है उसमें बिना कोई बदलाव किये जितना आरक्षण आज मिलता है वह सब आरक्षण को सुनिश्चित रखते हुए, बरकरार रखते हुए बिना उसमें किसी प्रकार का बदलाव किये यह पहली नियुक्तियां होंगी, यह पहला रिक्रूटमेंट होगा सरकार का जिसमें जो नया कानून पारित किया गया है – 103rd Constitutional Amendment Bill जिसके तहत 10% economically backward sections के लिए, economically weaker sections (EWS) के लिए जो 10% का आरक्षण रखा गया है उसका लाभ अब रेलवे पहली संस्था होगी केंद्र सरकार की जो उसका लाभ आने वाले दिनों में यह नौकरियां भरकर बिना आज का जो आरक्षण है, शेड्यूल कास्ट/शेड्यूल ट्राइब/ओबीसी सभी के आरक्षण को सुनिश्चित रखते हुए, बरकरार रखते हुए यह नया कानूनी प्रावधान जो अभी-अभी संसद में पारित हुआ है इसके तहत 10% अधिक आरक्षण economically weaker sections के लिए किया जायेगा, लगभग 23,000 आरक्षित नियुक्तियां इसके तहत economically weaker sections को मिलेंगी, पूरी तरीके से शेड्यूल कास्ट, शेड्यूल ट्राइब और ओबीसी के लिए जो आरक्षित हैं उसको सुनिश्चित करते हुए उसको बरकरार रखते हुए।

मैं समझता हूँ यह चार लाख लोग बड़े कॉम्पिटिटिव प्रोसेस से, बहुत ही पारदर्शी प्रोसेस है जिसमें कंप्यूटर-एडेड टेस्ट है, टेस्ट को वीडियोग्राफी की जा रही है, स्मूथली पूरे देश में यह कंडक्ट हो रहा है। इसके रिजल्ट पारदर्शी तरीके से पब्लिक डोमेन में आएंगे, जो भी फिजिकल चेकिंग होगी वह भी वीडियोग्राफी होगी और मैं समझता हूँ उस वीडियोग्राफी को हम पब्लिक डोमेन में डाल दें so that people can see that एकदम fair and transparent process से सब काम चल रहा है।

और नया नौजवान युवा-युवतियों का जोश, अब आप इस जोश को कहीं फिर से एक बार उरी से जोड़ें तो उसमें मेरी गलती नहीं है, पर यह नौजवान युवा-युवतियों का जोश भारतीय रेल की सेवा में आये और भारतीय रेल को भी उसी जोश के साथ कैसे और अच्छा बनाया जाये, कैसे यात्रा हमारे यात्रियों की और सुगम बनाई जाये, कैसे भारतीय रेल का विस्तार तेज़ गति से हो और जो हमारा लक्ष्य है कि विश्व की सबसे अच्छी रेल व्यवस्था भारतीय रेल की होनी चाहिए और भारतीय रेल इस देश में preferred mode of transport बने, चाहे वह माल ढोने के लिए हो चाहे यात्रियों की यात्रा करने के लिए हो, यह लक्ष्य लेकर जो हम निकले हैं इस लक्ष्य को यह आने वाले चार लाख नयी नौकरी करने वाले हमारे युवा-युवती रेलवे में जो पूरे जोश और उत्साह के साथ काम करने के लिए आएंगे इन सबके लिए हम सब स्वागत भी करते हैं और इस प्रोसेस को हम तुरंत जल्द से जल्द शुरू करके मुझे लगता है एक बड़ा नौकरी का सन्देश देश में जायेगा।

इसी के साथ-साथ मुझे जानकारी अभी मिली कि Noukri.com एक बहुत प्रमुख वेबसाइट है जो एम्प्लॉयमेंट के ऊपर surveys करता है लगातार। Noukri.com का हर 6 महीने में एक सर्वे आता है जिसको वह “Noukri Hiring Outlook” के नाम से प्रचलित करते हैं, आज ही उनका 2019 के पहले 6 महीने का सर्वे आया है और मैं समझता हूँ यह सर्वे बड़े विस्तार से देश भर में जो लोग रिक्रूटमेंट करते हैं, जो कंपनियां लोगों को लेती हैं, जो कंसलटेंट रिक्रूटमेंट के प्रोसेस में लगते हैं इन सबसे जानकारियां लेकर यह सर्वे hiring trends बताता है देश में कैसे चल रहे हैं और लगभग 15 अलग-अलग क्षेत्रों को यह कवर करता है।

आज का जो सर्वे आया है वह बताता है कि 84% of the recruiters, जो नौकरियां देते हैं वह बता रहे हैं कि जनवरी से जून 2019 में भारी मात्रा में नई नौकरियों का उत्पादन होने वाला है। यह लगभग पिछले 6 महीने से 20% अधिक है, जो पिछले 6 महीने में कहा गया था उससे बढ़कर 20% अधिक नौकरियां क्रिएट होने वाली हैं ऐसा फीडबैक इस Noukri.com के National Hiring Outlook 2019 में बताया जा रहा है।

एक प्रकार से कई बार कुछ लोग यह आलोचना करते हैं कि नई नौकरियां नहीं है, नई नौकरियां मिलती नहीं हैं, यह एक सीधा जवाब है, रेलवे तो साधारणतः समय-समय पर लोगों को नौकरी के अवसर देता ही है और जैसा मैंने आज बताया लगभग चार लाख नई नौकरियां तो अकेले रेलवे देगा। लेकिन यह दर्शाता है कि 84% लोग इस सर्वे में जो 15 इंडस्ट्रीज कवर हुई बता रहे हैं कि नौकरियां बड़े पैमाने पर आगे 6 महीने में आने वाली हैं।

इसमें लगभग 56% यह भी बताते हैं कि नई नौकरियां, नई जॉब्स एक तो कई जगह रिटायरमेंट वगैरा भी होता है तो रिप्लेसमेंट भी होती है, लेकिन नई जॉब्स भी बड़े पैमाने पर आएँगी ऐसा 56% लोग कह रहे हैं। और जब पूछा जाता है कि किसी को आप नौकरी से निकालने वाले हो क्या? जिसको ‘layoff’ बोलते हैं, तो इस सर्वे में आया मात्र 1% ने कहा कि संभवतः किसी को निकालना पड़ सकता है – only 1%!

मैं समझता हूँ भारत के इतिहास में आपको ऐसा कोई समय नहीं मिलेगा या Noukri.com का भी अगर पुराना हम सर्वे देखें तो इतना low attrition कि लोग छोड़कर जाते हैं या लोगों को नहीं रखा जाता है it is only 1%, 84% say they are going to do fresh hiring.

तो यह अपने आपमें एक बहुत ही उत्साह देने वाला आंकड़ा आज निकला है, यह इंडेक्स, JobSpeak Index भी थोड़े दिनों पहले निकला था जो जुलाई 2008 से आ रहा है जो बताता है कि नई-नई नौकरियों के क्या listings Noukri.com के साइट पर आ रही हैं। और 2008 से ट्रैक करते-करते यह डेटा बताता है कि दिसंबर 2018 में लगभग 8% ज़्यादा listings थी, यानी 8% ज़्यादा नौकरियों के लिए कंपनियों ने इनको एप्रोच किया और अपनी रेक्विरमेंट को वेबसाइट पर डाला।

और पूरे 2018 का देखें, 12 महीने का, तो लगभग 10% बढ़ाव, ग्रोथ नौकरियों में Noukri.com ने देखा है और 2014 से अभी तक का जो पांच साल का अभी आंकड़ा निकाला उन्होंने, साढ़े चार-पौने पांच साल का उसमें भी compounded annual growth rate 10% से अधिक है, यानी 2014 से ही लगातार नई नौकरियों के डिमांड और ग्रोथ Noukri.com ने महसूस किया है और उनके सर्वे रिपोर्ट से दर्शाता है।

तो यह जो झूठा प्रचार करने की कुछ लोगों की कोशिश चल रही है एक प्रकार से यह पूरी तरीके से उसको नकारता है और बताता है कि नौकरियों की स्थिति कन्टिन्यूसली सुधर रही है, बढ़ रही है। तो यह दो-तीन चीज़ें मैं आप सबके समक्ष शेयर करना चाह रहा था।

अंत में मैं वैसे मैंने पिछली बार मेरे प्रेस में अपनी श्रद्धांजलि अर्पण की थी लेकिन तब रेलवे के मेरे साथी नहीं थी तो फिर एक बार मैं His Holiness डॉक्टर श्री श्री श्री शिवकुमार स्वामी जी जो 111 वर्ष की उम्र में परमात्मा के पास गए हैं, सिद्ध गंगा मठ के मठाधीश थे, बहुत ही सिद्ध आत्मा थी बहुत ही विचारों में आचार में सामाजिक जीवन उनका, धार्मिक जीवन उनका बहुत ही सिद्ध रहा, बहुत ही मान्यता थी, बहुत ही सम्मान था पूरे समाज को His Holiness का, इनके निधन पर मैं गहरा शोक व्यक्त करता हूँ।

मेरी ओर से, मेरे परिवार की ओर से और हम सबकी ओर से यह श्रद्धा सुमन हम उनको ज़रूर, उनके मठ को पहुंचाएंगे। उसके लिए रेलवेज ने भी उनके अंतिम दर्शन के लिए, उनकी दिवंगत आत्मा की पार्थिक शरीर के दर्शन के लिए हमने क्याटसांड्रा स्टेशन, जो उनके मठ के नज़दीक है, क्याटसांड्रा स्टेशन, वहां तक पांच स्पेशल ट्रेंस चलाई है बैंगलोर के यशवंतपुर और तुमकुरु से 22 तारीख को और वैसे ही अलग-अलग ट्रेंस को वहां पर रुकाकर लोगों को सुविधा दी कि वहां पर लोग जा पाएं और उनके दर्शन कर सकें।

बहुत-बहुत धन्यवाद।

 

प्रश्न-उत्तर

प्रश्न: सर यह वैकंसी कब तक निकल जाएगी?

उत्तर: ऐसा है कि 1,51,000 तो बहुत एडवांस्ड स्टेज पर है जैसा मैंने कहा दो-तीन महीने में ही यह सब नौकरियों के लेटर्स इशू हो जायेंगे, अगले चरण में हमें जो आलरेडी वैकंसीज़ हैं 1,31,000 के करीब उसका प्रोसेस फाइल पर शुरू हो गया है और उसको भी हम फ़ास्ट ट्रैक करेंगे। और यह जो एक लाख लोग रिटायर होंगे अगले दो वर्षों में उनका प्रोसेस उसके थोड़े समय बाद इस तरीके से टाइमिंग करेंगे कि जैसे-जैसे पद खाली होता है तो साथ-साथ में नौकरी मिलती रहे जिससे रेलवे के काम में सुविधा रहे, रेलवे के काम में किसी को ओवरटाइम करके एफिशिएंसी कम करने न पड़े, एफिशियंट रेलवे वर्क करे, ओवरटाइम के बदले पर्याप्त मात्रा में लोग रहे रेलवे में और जो तेज़ गति से विकास हो रहा है – नई लाइनें लग रही हैं, इलेक्ट्रिफिकेशन हो रहा है, स्टेशन का सौंदर्यीकरण हो रहा है, सिग्नलिंग सिस्टम नए डेवेलोप किये जा रहे हैं, सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरा, वाई-फाई इनेबल कर रहे हैं हर स्टेशन को। तो इतनी सुविधाओं का जाल रेलवे में बिछ रहा है और एक्सपेंशन हो रहा है रेलवे का इसके लिए कभी आदमियों की कमी न महसूस हो इसके लिए रेलवे इसको प्रोएक्टिवली तुरंत शुरू करे।

प्रश्न: यह जो ……. करने की बात कह रहे हैं सर उसमें एक चीज़ बस समझना चाह रहे हैं क्या महीने भर में माने कि यह वैकंसी कैंडिडेट्स के लिए अवेलेबल हो जाएँगी उसमें अप्लाई कर पाएंगे वह, 1,31,000 की जो बात हो रही है?

उत्तर: यह प्रोसेस अभी बहुत फ़ास्ट ट्रैक करेंगे, इसके लिए थोड़ा टेंडर वगैरा खोलकर जो एजेंसी है उसको भी हायर करना पड़ेगा उसको भी हम स्टडी करेंगे, आज on file निर्णय ले लिया है कि इसको भरा जाये, हम समय-समय पर आपको जानकारी देंगे पर बहुत तेज़ गति से इसको आगे बढ़ाएंगे क्यूंकि हमें यह लोग जल्दी चाहिए।

प्रश्न: सर यह जो आंकड़े आपने दिए हैं, यह Noukri.com is a private organisation, it’s not a government authenticated organisation?

उत्तर: वैसे तो जितनी organisations आजके दिन निकाल रही हैं, CII, FICCI को छोड़कर, वह सब private organisations हैं।

प्रश्न: सर जो गवर्नमेंट का अपना एम्प्लॉयमेंट एक्सचेंज है वह क्या कहता है कि कितने परसेंट नौकरी दी गयी?

उत्तर: मुझे लगता है एम्प्लॉयमेंट एक्सचेंज का लास्ट डेटा चेक भी कर लेंगे मेरे ख्याल से 4.2 या 4.3% ही unemployment दिखा रहा था उससे ज़्यादा नहीं।

प्रश्न: तो हम इसको authenticated मान सकते हैं कि Noukri.com जो कह रहा है वह सही डेटा है?

उत्तर: मैंने एक आंकड़ा दिया है जो उनके सर्वे से आया है और वह 2008 से सर्वे कर रहे हैं अब उसका क्या आंकलन लेना है वह आप अपने आप तय कर सकते हैं।

प्रश्न: सर यह कहा जाता था कि जो सरकार आयी तो उन्होंने कहा कि पहले ट्रेनें चलती थी नेताओं के कहने पर हम ऐसा नहीं करेंगे और उतनी ट्रेनें नहीं चलाएंगे तो क्या इस सरकार में कम ट्रेनें चली हैं पिछली सरकार से, एक चीज़, दूसरा, कुल कितनी नई ट्रेनें चलायी गयी हैं इस सरकार के दौरान?

उत्तर: आंकड़े एमडी आपको दे सकते हैं लेकिन इतना मैं ज़रूर कहूंगा कि यह कभी भी नहीं कहा गया कि कम ट्रेनें चलेंगी, जहाँ सुविधा है जहाँ ट्रेन का पाथ मिलता है और जहाँ डिमांड है वहां समय-समय पर नई ट्रेनें शुरू की गयी हैं। और मैं समझता हूँ इस सरकार के दौरान बड़ी भारी मात्रा में यात्रियों की सुविधा के लिए ट्रेन शुरू की गयी हैं, लेकिन जैसा मैंने आपको बताया कि वास्तव में जो निवेश इस सरकार में हुआ, लगभग ढाई गुना हुआ पिछले पांच साल के निस्बत लेकिन अगर पिछले 50 सालों में सरकारों ने इसी प्रकार से तेज़ गति से निवेश किया होता तो शायद आज इतनी तकलीफ नहीं होती रेल व्यवस्था को कि मात्र 30% रेल की व्यवस्थाएं बढ़ी हैं और 16 गुना, 1600% फ्रेट और पैसेंजर ट्रैफिक बढ़ा है। उसको रिलीज़ करने के लिए जो होलिस्टिक थिंकिंग चाहिए थी वह आजके पहले नहीं थी, तब राजनीतिक कारणों से किधर लाइन लगाना किधर नहीं लगाना तय  होता था।

इस सरकार ने सभी लाइनें बहुत सोच समझकर उसकी इकोनॉमिक वीयबिलिटी देखकर और जहाँ ज़्यादा से ज़्यादा आवश्यक है, चाहे फ्रेट के लिए हो चाहे पैसेंजर्स की सुविधाओं के लिए हो उसको ज़्यादा फोकस किया है बजाये कि किसी प्रकार के दबाव में। साथ ही साथ एक पर्सपेक्टिव प्लानिंग भी यह सरकार कर रही है कि आगे का क्या दृष्टिकोण रहेगा रेलवे, ,क्या विज़न रहेगा आगे चलकर 10 साल, 15 साल, 20 साल, कैसे यह रेलवे का विस्तार होगा जिससे वास्तव में जो इंजन ऑफ़ ग्रोथ है वह डबल इंजन ऑफ़ ग्रोथ बन जायेगा।

प्रश्न: सर मेरा सवाल है कि 22 ट्रेन्स का तो ज़ाहिर तौर पर तमाम देश के यात्रियों को लाभ होगा जैसाकि आपने कहा भी, बड़ी बेसब्री से ट्रेन-18 का इंतज़ार भी चल रहा है, उसके इंतज़ार को कब ख़त्म करेंगे?

उत्तर: मेरे ख्याल से 3-4 दिन, 3-4 दिन में उसकी टेस्टिंग कम्पलीट होगी, सीसीआरएस ने कुछ कंडीशंस लगायी थी वह कंडीशंस के तहत एक-एक पर काम चल रहा है, यह भारत की पहली ऐसी ट्रेन है जो भारत में डिज़ाइन हुई, भारत में पूर्णतः manufacture हुई, Integral Coach Factory Chennai में और फिर एक बार में मौका लूंगा हमारे सभी रेलवे के कर्मचारियों के, अधिकारी हो कामगार हों, सबने जो संयुक्त प्रयास करके इसको सफल बनाया लेकिन मेरा शुरू से मानना था कि इसमें हमने पूरी सावधानी भी बरकरार रखनी चाहिए, तेज़ गति से चलने वाली है यह ट्रेन, टेस्टिंग हमने 180 किलोमीटर तक लेकर गए हैं। यह जो पूरा रूट है दिल्ली से बनारस इसको अब हम रूट को भी अपग्रेड करेंगे जिससे अब जो यह 18 घंटे में जाने वाली है इसको आगे चलकर और कैसे कम किया जाये तो उसका काम का भी क्या-क्या करना है वह मेंबर इंजीनियरिंग उसपर काम कर रहे हैं। तो इसमें बहुत सारे पहलू हैं और फिर एक बार जब यह सीसीआरएस अप्रूवल हो जाये तब मेरी रिक्वेस्ट है माननीय प्रधानमंत्री जी से कि वह हमें और ज़्यादा प्रोत्साहित करें और हमारा जो संकल्प है कि भारतीय रेल विश्व का सबसे अच्छा रेल बने और साथ ही साथ भारतीय रेल भारत की अर्थव्यवस्था का इंजन ऑफ़ ग्रोथ बने जो उन्होंने बार-बार प्रधानमंत्री जी ने दिशा निर्देश दिया है, उसके लिए मेरी उनसे आग्रह है कि वह हमें प्रोत्साहित करें और इस ट्रेन का फ्लैगिंग ऑफ उनके हाथों से हो।

 

Ends.

 

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January 21, 2019 Speaking at a press conference in New Delhi

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