Speeches

January 21, 2019

Speaking at a press conference in New Delhi

धन्यवाद संजय जी। मित्रों, आज बैंगलोर से बहुत ही दुखद समाचार मिले, His Holiness Dr Sri Sri Sri Shivakumara Swamigalu के निधन के सबसे पहले तो मैं अपने व्यक्तिगत और पार्टी की ओर से उनको श्रद्धांजलि देता हूँ उनका नमन करता हूँ। My condolences on the death of His holiness Dr Sri Sri Sri Shivakumara Swamigalu. Swamiji had headed the Sree Siddaganga Mutt in Tumakuru, and has passed away at the age of 111 years, after several weeks of treatment.

He was often referred to as the ‘Walking God.’ And one of the most respected religious and social practitioners, not just of the Lingayat community, but I think of all of humanity. His Holiness Dr Sri Sri Sri Shivakumara Swamigalu lived for the people of India, specially the poor and the vulnerable. He devoted himself towards alleviating evils like poverty, hunger, social injustice, and I think all of us join the people of Karnataka in paying homage to his Holiness, Swamiji. And we pray that his soul may rest in peace, and we stand in solidarity with his countless devotees spread all across the world.

मित्रों, आज एक बहुत ही गंभीर समस्या देश के सामने और लोकतंत्र के सामने पश्चिम बंगाल में उभरके आ रही है। मुझे लगता है जिस प्रकार से त्रिपुरा में लगभग शून्य से लेकर सीधा 51% तक भारतीय जनता पार्टी का वर्चस्व बढ़ा और पूरी तरीके से वहां पर सरकार को लोगों ने नकारा, लेफ्ट गवर्नमेंट को वहां से बाहर किया और भारतीय जनता पार्टी को पूरा वर्चस्व दिया राज्य सरकार को संभालने के लिए।

इसी प्रकार से शायद पश्चिम बंगाल में भी आज ममता दीदी को चित्र उभरता हुआ स्पष्ट सामने दिख रहा है। वह डर गयी हैं, ममता दीदी आज डर गयी हैं, उनको साफ़ दिख रहा है भारतीय जनता पार्टी का बढ़ता हुआ वर्चस्व, भारतीय जनता पार्टी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का लोगों के बीच लगाव, लोकप्रियता और हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह जी के लगभग हर कार्यक्रम में रोड़े अटकाने की, तकलीफें डालने की, अड़चनें डालने की पूरी प्रयत्न बंगाल की सरकार पूरी तरीके से जुट गयी है।

वैसे देखो तो हम रैली के लिए परमिशन मांगते हैं रैली नहीं होने देते, हम यात्रा निकालना चाहते हैं यात्रा को रोक दिया जाता है। माननीय अमित शाह जी के हेलीकॉप्टर तक को उतरने की परमिशन के लिए हर प्रकार की अड़चन डाली जाती है – नहीं यहाँ नहीं उतार सकते वहां उतारो, वहां नहीं उतार सकते तीसरी जगह उतारो। अब सभा स्थान एक जगह पर मालदा में कल है, कल माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह जी मालदा में जन सभा को संबोधित करने जा रहे हैं। बगल में हवाई अड्डे पर चॉपर की लैंडिंग स्ट्रिप है, कह दिया जाता है वहां पर रिपेयर का काम चल रहा है और चॉपर अल्लोव नहीं करेंगे।

मैं तो अभी-अभी देख रहा था एक समाचार वेबसाइट में उसका पूरा चित्र भी दिखाया गया है और एकदम क्लियर हेलिपैड की साइट है, कोई अड़चन नहीं है कोई रिपेयर का काम नहीं चल रहा है, पूरा क्लीन है एरिया वहां पर। और हाल ही में थोड़े दिन पहले ममता जी का भी हेलीकॉप्टर वहां उतरा है लेकिन अमित शाह जी के हेलीकॉप्टर का इतना खौफ है और मैं समझता हूँ यह खौफ बार-बार देखने को मिल रहा है, यह डर तृणमूल कांग्रेस का और ममता दीदी का स्पष्ट हो रहा है जिस प्रकार से वहां पर राजनीतिक हत्याएं हो रही हैं, जिस प्रकार से वहां जब लोकल बॉडी के चुनाव थे कैंडिडेट्स को अपना नामांकन पत्र नहीं भरने दिया, नॉमिनेशन फॉर्म नहीं भरने दिया, जिस प्रकार से दिनदहाड़े हत्याएं पश्चिम बंगाल में राजनीतिक कार्यकर्ताओं की हो रही हैं।

हमने बाइक रैलीज निकालने की रिक्वेस्ट की उसको नामंज़ूर कर दिया हमारे युवा शक्ति को, भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं को, बाइक रैली की परमिशन नहीं दी। उलटे कोलकाता हाई कोर्ट को राज्य सरकार को आड़े लेना पड़ा, सवाल पूछना पड़ा कि भाई क्यों मना कर रहे हो, एक बाइक रैली निकाल रहे हैं कोई तकलीफ नहीं होनी चाहिए, आखिर कानून व्यवस्था राज्य सरकार को काम है।

पीछे पंचायत चुनाव में 36 भाजपा के कार्यकर्ताओं की राजनीतिक हत्याएं हुई, लगभग 1300 से अधिक लोग इंजर हुए। और पूरी राजनीतिक हत्याएं देखें तो उस दौरान 80 लोगों की राजनीतिक हत्या किस प्रकार की कानून व्यवस्था आज पश्चिम बंगाल में चल रही है। और मैं समझता हूँ जिस प्रकार से यह 7 साल का शासन तृणमूल कांग्रेस और ममता बनर्जी जी का रहा है यह स्पष्ट दर्शाता है कि वहां पर एक प्रकार से पूरी कानून व्यवस्था काबू के बाहर है, शायद बंदूकों और डंडों के ज़ोर पर राजनीति चलाने की अधीन हो गयी है वहां की सरकार, वहां के राजनीतिक दल। और हमें सबक सिखाने की कोशिश होती है लोकतान्त्रिक मूल्यों पर, पर मैं पूछना चाहूंगा कि यह जितने मित्र दल इकट्ठे हुए थे उनको आज वहां की लोकतान्त्रिक परंपरा ध्वस्त हो रही है उसके बारे में क्या कहना है, कांग्रेस क्या कहना चाहती है वहां की लोकतान्त्रिक व्यवस्था के ऊपर।

वैसे तो अगर हमारी सरकार कोई राजनीतिक दल के इतने वरिष्ठ नेता की रैली न होने दे तो पूरे देश में बवाल मच जायेगा इनटॉलेरेंस का। मुझे तो शक है मीडिया के भी हमारे भाई बहन शायद मुझे और हमको छोड़ेंगे नहीं, इनटॉलेरेंस का पूरा लेबल लगा देंगे कि आपने रैली नहीं होने दी, आपने पब्लिक मीटिंग नहीं होने दी। और यहाँ तो बार-बार अड़चनें लगायी जा रही हैं, न हमारी यात्रा निकालने दी जा रही है, न रैली होने दी जा रही है। जब बहुत प्रेशर आता है पब्लिक प्रेशर आता है तब बड़ी मुश्किल से ऐन वक्त पर फिर सरकार यू-टर्न करके परमिशन देती है इस उम्मीद में कि शायद अब इतनी देर हो गयी कि जनता न पहुँच पाए।

पर मैं स्पष्ट करना चाहूंगा आज पश्चिम बंगाल की जनता पूरी तरीके से राज्य सरकार की नाकामियों से परेशान है, दुखी है, और मन बना लिया है कि भारतीय जनता पार्टी को बहुत ताकत देकर इस आगे आने वाले लोक सभा चुनाव में विजयी बनाएगी। मैं समझता हूँ तृणमूल कांग्रेस ने त्रिपुरा का जो हाल हुआ वह अब पश्चिम बंगाल में होने जा रहा है और भारतीय जनता पार्टी बड़े रूप में उभर गयी है, उभर रही है। लोग अलग-अलग पार्टियों से भारतीय जनता पार्टी की तरफ तेज़ गति से आकर्षित हो रहे हैं और यह जो नीति है जहाँ पर दुर्गा पूजा भी नहीं की जा सकती है, न कोई पोलिटिकल रैली की जा सकती है, न सरस्वती पूजा या रामनवमी के ऊपर परमिशन देने की स्थिति में है सरकार।

यह दर्शाता है पूरी तरीके से फेलियर ऑफ़ लॉ एंड ऑर्डर सिस्टम, और पश्चिम बंगाल की सरकार को जनता को इस चीज़ का हिसाब देना पड़ेगा, जनता इसका पूर्ण रूप से हिसाब आगे आने वाले लोक सभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस और ममता बनर्जी से ज़रूर मांगेगी, ऐसा भारतीय जनता पार्टी का पूरा विश्वास है।

कल मालदा में माननीय अमित शाह जी की जनसभा होगी और भारी संख्या में वहां पर जनसैलाब आने वाला है मुकाबला करने के लिए तृणमूल कांग्रेस के अत्याचारों का और लोकतान्त्रिक शक्तियों को और प्रबल और मज़बूत बनाने के लिए मुझे विश्वास है अपने बंगाल के भाइयों बहनों पर कि वह किसी भी प्रकार की दिक्कतें सहकर भी इस प्रकार के अन्याय का सामना करेगी और अन्याय को कभी बर्दाश्त नहीं करेगी।

धन्यवाद।

 

मैं समझता हूँ this is the worst form of anarchy and failure of total state government machinery that even the honourable Prime Minister’s rally if they don’t allow, it’s a complete collapse of the law and order system. And I think the leadership has failed in the state of West Bengal and probably extremely worried that the people of West Bengal have lost the trust of the state government. I think the leadership of Trinamool Congress is realising that their days are numbered, the people of West Bengal are looking for change.

Thank you.

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