22 साल से भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने गुजरात में सुशासन, एक पारदर्शिता से गरीब कल्याण की सेवा में जुटी हुई ईमानदार सरकार का प्रतीक बनकर जिस प्रकार से गुजरात की जनता की सेवा की है, यह अपने आप में बेमिसाल है| जो दिशा गुजरात ने देश की अर्थव्यवस्था को, देश के गरीब कल्याण के कार्यों को प्रगति और विकास के विषयों में जो नेतृत्व गुजरात ने किया गत दो दशकों से उसका लाभ आज पूरा देश ले रहा है|
आज सबसे लोकप्रिय नेता जिनका वर्चस्व पूरे विश्व में देखने को मिलता है और जिनके नेतृत्व को पूरे विश्व ने आज स्वीकार किया है, ऐसे हमारे सबके चहीते प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र भाई मोदी और हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह जी जो मैं समझता हूँ सिर्फ विश्व की सबसे बड़ी पार्टी के ही राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं हैं, लेकिन जिन्होंने अपने कर्मठ और दिन और रात कार्यशैली से भारतीय जनता पार्टी को एक अलग ही ऑर्बिट में पहुँचाया है|
आज हमारी 2014 के पहले 6 सरकारें थीं राज्यों में, आज 18 सरकारें देश में भारतीय जनता पार्टी और हमारे सहयोगी दलों की हैं| तो मैं समझता हूँ यह दोनों नेताओं ने जिस प्रकार से देश की राजनीति को बदलाव, ट्रांसफॉर्मेशन की तरफ, जिस प्रकार से देश की अर्थव्यवस्था और विकास यात्रा में ट्रांसफॉर्मेशन किया है, विश्व में सबसे तेज़ गति से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बनाया है उसके लिए वास्तव में जितना गुजरात की जनता का हम धन्यवाद करें वह कम होगा|
बीजेपी के शासन में गुजरात में बहुत तेज़ गति से प्रगति और विकास हुआ है, मैं समझता हूँ ऐतिहासिक विकास हुआ है| शायद ही देश का और कोई प्रान्त होगा जिसमें इतने कम समय में, दो दशकों में, इतना विस्तार से हर क्षेत्र में काम हुआ हो| कुछ आंकड़े मैं आज देख रहा था, मुझे लगा उनके ऊपर ज़रूर नज़र डालने में एक भाव आएगा कि कैसे विकास की यात्रा गुजरात की रही है|
एक स्वाभाविक है जब अर्थव्यवस्था देखते हैं तो ग्रॉस स्टेट डोमेस्टिक प्रोडक्ट, कितना उत्पादन होता है, कितना उत्पादन प्रदेश के अन्दर गुजरात में हुआ उसको एक स्वाभाविक है देखा जाता है| और जब मैंने गुजरात का जीएसडीपी को नज़र मारी तो 1995-1996 से 2015-16 तक, 20 वर्षों में 15 गुना वृद्धि, 15 टाइम्स, मात्र 72,000 करोड़ से बढ़कर 10,34,000 करोड़, इतना बड़ा छलांग जीएसडीपी में, उत्पादन में, जो गुजरात में देखने को मिला है| और उसके फलस्वरूप जो लोगों की सामान्य आय है, per capita income, वह भी लगभग 10 गुना बढ़ गयी|
यह अपने आप में एक अजूबा है, शायद ही कोई प्रदेश में इतनी वृद्धि कभी हुई होगी जिसका अधिकांश समय माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में रहा, उसके पहले केशु भाई थे, उसके बाद आनंदीबेन थीं, आज हमारे लोकप्रिय मुख्यमंत्री विजय भाई रुपानी और उपमुख्यमंत्री श्री नितिन भाई पटेल और सभी हमारे गुजरात के नेताओं के नेतृत्व में हो रहा है| यह वास्तव में बहुत ही नए रूप के डेवलपमेंट का चित्र है|
इसी प्रकार से अगर हम बजट का आंकड़ा देखें, 20 साल पहले बजट मात्र 10,873 था| आज 2016-17 में वह बजट 1,71,000 करोड़ रुपये हो गया है – लगभग 16 गुना| स्वाभाविक है अगर 16 गुना बजट होता है तो उतनी ज्यादा revenue आती है, उतना ज्यादा डेवलपमेंट के ऊपर, गरीब कल्याण के कार्यों में खर्चा होता है और वह भी आंकड़े एकदम हैरानी वाले आंकड़े हैं मैं उसपर भी आता हूँ दो मिनट में|
किसानों का विषय अगर देखें खासतौर पर तो एक बहुत महत्वपूर्ण बात जो गुजरात में ही देखने को मिलती है वह है कि किसानों की जो प्रगति और विकास हुआ है वह देश से लगभग दुगना हुआ है| हम पूरे देश के आंकड़े अगर देखें तो agricultural output देश में as a percentage of total GDP, पूरे अर्थव्यवस्था का अगर भाग देखें तो किसानों का आउटपुट, agricultural output, as a percentage घटते जा रहा है देश में| लेकिन गुजरात एक ऐसा प्रदेश है जहां उद्योग का भी गठन हुआ है, उद्योग में भी प्रगति हुई है, और किसानों की समृद्धि में भी प्रगति हुई है|
यह dual growth बहुत ही rare case में देश में देखने को मिलेगा, और कुछ आंकड़े तो बहुत ही हैरानी के हैं, उदाहरण के लिए कॉटन, कपास, 24 लाख बेल्स बनती थी, आज 91 लाख बेल्स – 4 गुना बढ़ गया| Groundnut – 2 गुना बढ़ गया; fruit, फल, 4 गुना बढ़ गया है, मतलब 21 लाख टन से सीधा 85 लाख टन| Vegetables – 20 लाख टन से 126 लाख टन, 6.5 गुना बढ़ गया|
अब इस प्रकार की जो ग्रोथ, और यह सब value added products में गिना जहां पर किसान की आमदनी per hectare बहुत अधिक बढती है| Food grain वगैरा तो बढ़ता ही है लेकिन जब fruit, vegetables, horticulture, cotton, groundnut, दूध, दूध का उत्पादन 3 गुना हो गया है| जब इस प्रकार के products में बढती है तो अपने आप में एक अलग कहानी बताती है, समृद्धि की कहानी जो सभी नागरिकों को सामान्य सुविधाएं, सामान्य विकास के अवसर देती हैं|
एक आंकड़ा जो मैंने आज देखा, देखने में शायद आपको उसका अनुमान नहीं आएगा कि इसकी कितनी importance है| आज जलवायु परिवर्तन, क्लाइमेट चेंज की समस्या पूरा विश्व इससे चिंतित है, आतंकवाद और क्लाइमेट चेंज, यह दो चीज़ें सबसे महत्वपूर्ण विषय माने जा रहे हैं| पूरे देश में आप देखिए तो जो फ़ॉरेस्ट कवर है, जो वन है, वन का क्षेत्र है, वह आहिस्ते-आहिस्ते घटते जा रहा है| गुजरात एक अजीब, नयी कहानी रच रहा है जहां पर फ़ॉरेस्ट कवर लगभग 3000 square kilometer, छोटा आंकड़ा नहीं है – 18,500 से सीधा 21,500 – 3000 square kilometer forest cover जिस राज्य में बढ़ता है that itself is a remarkable story of progress and concern for the environment.
और प्रधानमंत्री जी का तो आप सब जानते हैं कि कैसे प्रदूषण कम हो, कैसे जलवायु परिवर्तन से हम लड़ सकें, झूझ सकें, यह उनके व्यक्तिगत सोच में उनकी मूलभूत सोच का एक हिस्सा है|
इसी प्रकार से अगर हम सिंचाई का क्षेत्र देखें जो किसानों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है तो Gross Irrigated Area लगभग दुगना हो गया है, जो कई राज्यों में आपको देखने को नहीं मिलेगा| मैं महाराष्ट्र से आता हूँ, महाराष्ट्र में 15 वर्ष तक कांग्रेस की सरकार थी, 15 वर्ष में लगभग 70-80,000 करोड़ रुपये खर्च दिया था महाराष्ट्र की कांग्रेस की सरकार ने और कुछ भी वृद्धि नहीं हुई irrigated land में, सिंचाई के क्षेत्र में, कोई वृद्धि नहीं हुई, अधिकांश पैसा भ्रष्टाचार में गया|
लेकिन गुजरात की सरकार ने irrigated area लगभग दुगना कर दिया, 35 लाख हेक्टेयर से 71 लाख हेक्टेयर| मैंने अभी-अभी बताया factories – उद्योग का उत्पादन – पूरे विश्व ने इस बात की सराहना की है कि गुजरात में उद्योग लगाओ तो आपको सुनिश्चित है कि शांत वातावरण मिलेगा, समृद्धि होगी, उद्योग पनपेगा, अच्छी तरीके से चलेगा| और उसका सीधा उदाहरण है कि यहां पर जो इंडस्ट्रियल आउटपुट है, उद्योग का उत्पादन है, यह लगभग 15 गुना बढ़ा – 15 times – सिर्फ 20 वर्ष में| आप इसकी annualised growth अगर निकालें तो मतलब एकदम हैरानी वाली growth है, मैं calculate भी नहीं कर पा रहा हूँ, despite पूरी अपनी chartered accountancy लगाके मैं 20 साल में जब इंडस्ट्रियल आउटपुट 15 गुना बढ़ता है तो मुझे calculate करने में मुश्किल होता है|
सिर्फ 84,000 करोड़ का जो इंडस्ट्रियल आउटपुट था वह बढकर 12,70,000 करोड़ का आउटपुट 2014-15 तक हो गया| It’s a remarkable story of growth and progress. इसी प्रकार से बिजली का क्षेत्र, जैसे मैं रेल मंत्री बनने के बाद सबसे पहले मेरी यात्रा हुई तो गुजरात हुई जब मैं बुलेट ट्रेन के उद्घाटन के लिए मुझे आने का सौभाग्य मिला साबरमती में| वैसे ही जब मैं ऊर्जा मंत्री बना था 2014 में, मेरी पहली यात्रा दिल्ली के बाहर गांधीनगर थी, और तब मैं एक विद्यार्थी के रूप में गुजरात आया सीखने के लिए कि नरेन्द्र भाई ने गुजरात में ऐसा क्या जादू किया जिससे मात्र 2-3 वर्षों में एक ऐसा प्रदेश जिसमें बिजली सबसे महँगी होती थी, बिजली सबसे ज्यादा कटती थी, बिजली की समस्या से लोग त्रस्त थे, झूझते थे, कैसे मात्र 2-3 वर्षों में प्रधानमंत्री जी ने गुजरात को पॉवर सरप्लस कर दिया, कैसे हर घर तक बिजली पहुंचा दी, 24 घंटे बिजली, कैसे किसानों को बिजली पहुंची|
और मेरे उस विद्यार्थी के उस विजिट का इतना लाभ हुआ कि केंद्र में भी मात्र दो वर्ष में कोयले की shortage ख़त्म हो गयी, बिजली की shortage ख़त्म हो गयी, देश आत्मनिर्भर बन गया बिजली में, कोयले में| क्योंकि हमने कुछ किया नहीं, गुजरात का मॉडल कट पेस्ट, कॉपी कर लिया दिल्ली में| आपने यहां ज्योति ग्राम योजना की थी, हमने दिल्ली में दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना की और आपसे यहां सीखकर feeder separation, कैसे गाँव-गाँव तक बिजली पहुंचाना| और अभी हाल में माननीय प्रधानमंत्री जी ने सौभाग्य जो स्कीम बनाई है, कैसे पूरे देश में जो 4-4.5 करोड़ लोग अभी तक बिजली से वंचित हैं उनके घर में बिजली पहुँचाना, यह गुजरात मॉडल को हम पूरे देश को लाभ मिले उस प्रकार का कार्य करने जा रहे हैं| और per capita consumption, बिजली का उत्पादन, बिजली की factories, 3 गुना हो गयी मात्र 20 वर्ष में – 3 times!
ऐसे अलग-अलग आंकड़े मेरे सामने हैं, मैं जितने आंकड़े बोलूँ वह कम हैं – bank branches, students, कितने students की वृद्धि हुई| लेकिन एक आंकड़ा बड़ा मुझे interesting लगा जो मैं ज़रूर आपके सामने रखना चाहूँगा क्योंकि वह युवा-युवतियों से संबंधित है| गुजरात में 20 साल पहले सिर्फ 7 universities थीं, आज 57 universities हैं – 8 गुना; engineering college सिर्फ 20 थे, आज 238 हैं – लगभग 12 गुना; polytechnic 3 गुना; engineering college की degree के student जो मात्र 2,295 थे, वह बढकर 77,000 हो गए – 35 times! मतलब जब आप growth देखते हैं, विकास देखते हैं तो एक होता है भाई 5% growth हो गया, 6% हो गया, 7 हो गया, अब 20 वर्ष में 35 गुना growth शायद ही किधर देख सकेंगे देश में| और देश क्या शायद मुझे लगता है विश्व में ऐसी growth बहुत ही rare होगी वह|
ऐसी परिस्थिति में रोज़गार का आंकड़ा देखें तो 37,000 लोगों को 20 साल पहले रोज़गार के अवसर मिलते थे, आज 8 गुना हो गया गुजरात में, 2,46,000 (2,66,000 people) get opportunities for रोज़गार|
जो उद्यमी गुजरात के हैं, जो entrepreneurial spirit है मैं समझता हूँ पूरा देश उसको देखकर उससे सीखना चाहता है, उसका लाभ लेना चाहता है| और अभी केंद्र सरकार ने अलग-अलग योजनाएं फिर चाहे वह योजना हो स्टार्ट-अप इंडिया, स्टैंड-अप इंडिया, सस्ते ब्याज में लोगों को मुद्रा योजना से स्वयं रोजगार के अवसर मिलें चाहे वह बीमा योजना हो, किसानों को बीमा मिले, लोगों को एक्सीडेंट के लिए बीमा मिले, अपने जीवन का बीमा मिले सस्ते दरों पर, हर एक का खाता खुले जन धन योजना से; रोड का, रेलवे का, हवाई जहाज़ का, हर एक का विस्तार हो, महिलाओं के लिए सुविधाएं, युवाओं के लिए सुविधाएं, हर महिला को घर में उज्ज्वला योजना से एलपीजी सिलिंडर मुफ्त में कनेक्शन मिले – और मैं योजनाएं गिनाऊँ तो आज रात को भोजन तक आपको यहां रहना पड़ेगा|
केंद्र सरकार और राज्य सरकार ने मिलकर जिस प्रकार से तेज़ गति से, और आपको याद होगा पंतप्रधान जब यहां मुख्यमंत्री थे कितने विषयों में केंद्र सरकार तंग किया करती थी, कुछ आगे काम बढ़ने ही नहीं देती थी, यहां तक कि वाइब्रेंट गुजरात में दिल्ली से कोई अधिकारी को आने नहीं देती थी| इनकम टैक्स में लोगों को परेशान करना अलग-अलग तरीके से, और आज यह परिस्थिति है कि राज्य सरकार ने मात्र एक वर्ष में 475 निर्णय लिए माननीय विजय भाई रुपानी और माननीय नितिन भाई पटेल के नेतृत्व में – 475 निर्णय, एक ही वर्ष में, गरीब कल्याण के लिए मध्यम वर्ग के कल्याण के लिए, जनता के हित के लिए|
केंद्र सरकार, राज्य सरकार मिलकर गुजरात की अर्थव्यवस्था को ही सिर्फ नहीं मज़बूत कर रही है, गुजरात को एक नए चरम सीमा पर लेकर जा रही है विकास के, प्रगति के, जनहित के, गरीब की सेवा के, और हर वर्ग को समृद्धि मिले, हर वर्ग की जो आकांक्षाएं, अपेक्षाएं हैं उसको पूरा करने में केंद्र सरकार माननीय पंतप्रधान नरेन्द्र भाई मोदी जी, राज्य सरकार विजय भाई और नितिन भाई और सभी नेता मिलकर कैसे गुजरात खुश हो, सुखी हो, खुशहाली हो और हर व्यक्ति का जीवन अच्छा बीते उसमें लगी हुई है|
इस प्रकार के गुजरात के गौरव को सेलिब्रेट करने के लिए, गुजरात के इस योगदान को सेलिब्रेट करने के लिए और गुजरात के इस योगदान को जनता तक लेकर जाने के लिए यह दो गुजरात गौरव यात्राओं की कल्पना की गयी है| वैसे ही गुजरात के सपूत और जनहित में कार्यरत लोकप्रिय प्रधानमंत्री नरेन्द्र भाई मोदी जी के नेतृत्व में जो केंद्र सरकार देश का काम कर रही है उसके लिए मुझे लगता है 6.5 करोड़ गुजराती भाई-बहन अपने आपको बहुत ही गौरवान्वित महसूस करते होंगे|
इसलिए यह गुजरात गौरव यात्रा गुजरात के विकास को सेलिब्रेट करेगी और गुजरात के योगदान से जो देश में उत्साह है, देश में जो कार्यक्रम हो रहे हैं उसका भी सेलिब्रेट करते हुए दो यात्राएं एक, जैसा माननीय जीतूभाई ने बताया करमसद, जो सरदार पटेल जी की भूमि है, सरदार वल्लभ भाई की भूमि से पहली अक्टूबर को माननीय श्री नितिनभाई पटेल, उपमुख्यमंत्री जी, के नेतृत्व में पहली अक्टूबर को चलेगी जिसमें माननीय अमित शाह जी, राष्ट्रीय अध्यक्ष, माननीय विजय रुपानी जी, जीतूभाई, सभी लोग साथ में उनके उस यात्रा का प्रस्थान कराएँगे| और यह मध्य गुजरात और उत्तर गुजरात में जैसा अभी हमने फिल्म में देखा लगभग 76 सीट्स को कवर करके 1,361 किलोमीटर की यात्रा सम्पन्न होगी| इसका कार्यभार संभालेंगे हमारे वरिष्ठ नेता गोवर्धनभाई ज़लापिया जी और दूसरी यात्रा माननीय श्रद्धेय महात्मा गाँधी जी की जो भूमि है, पोरबंदर, उस भूमि से महात्मा गाँधी जी की जयंती पर 2 अक्टूबर को – और आप सब जानते हैं इस वर्ष तो हम चंपारण सत्याग्रह के भी 100 वर्ष को बड़े धूम-धाम से पूरे देश में मना रहे हैं|
2 अक्टूबर को यह दूसरी यात्रा पोरबंदर से शुरू होगी और इस यात्रा का नेतृत्व करेंगे माननीय जीतूभाई वघानी जी, हमारे प्रदेश अध्यक्ष| और इस यात्रा को भी प्रस्थान कराएँगे माननीय श्री अमित शाह जी और माननीय श्री विजयभाई रुपानी जी| यह यात्रा सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात से गुज़रती हुई 73 सीट्स को कवर करेगी और 2,395 किलोमीटर का सफ़र पार करके लगभग 4,700 किलोमीटर, और और स्पष्टीकरण करो तो 4,657 किलोमीटर की यह यात्रा 149 सीट्स इस पूरे प्रदेश के टच करेंगे, चारों महानगर में, बाद में हमारे नेता जाकर जनसंपर्क करेंगे, जनता से मिलेंगे|
और इस यात्रा के दौरान राज्य के मंत्री, राज्य के नेता, केंद्र के मंत्री, केंद्र के नेता, हमारे वित्त मंत्री जो यहाँ के प्रभारी हैं, माननीय श्री अरुण जेटली जी, बाकी केंद्रीय मंत्री जो चारों सहप्रभारी हैं| यह सब इस यात्रा में अलग-अलग स्थान पर सहभागी होंगे, करीब-करीब 138 जनसभाएं होंगी, 185 स्वागत सभाएं और 6.5 करोड़ गुजरात के नागरिकों की यह गौरव की यात्रा है, गुजरात की अस्मिता की यात्रा है, गुजरात के विकास की यात्रा है और जिस विकास में हम सभी गुजरात के नागरिक सहभागी हुए हैं, जिसमें उनका योगदान है| हर एक 6.5 करोड़ गुजरात के नागरिकों की सहभागिता की अभिवादन करने के लिए भारतीय जनता पार्टी यह दो यात्राएं निकाल रही है|
जैसे पूज्य महात्मा गाँधी जी और सरदार पटेल ने देश की आज़ादी का नेतृत्व किया था वैसे ही आज माननीय पंतप्रधान श्री नरेन्द्र भाई मोदी जी ने जैसे पूरे देश की विकास यात्रा को नेतृत्व दिया है, जैसे भारतीय जनता पार्टी के बहुत तेज़ गति से बढ़ने में माननीय अमित शाह जी ने जो योगदान दिया है, जो नेतृत्व दिया है उसके लिए हम गुजरात की जनता का अभिवादन करने के लिए यह दोनों यात्राएं निकाल रहे हैं|
इसका समापन समारोह अंत में उसका स्थान और तिथि हम बाद में आप सबके साथ शेयर करेंगे, उसमें माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र भाई मोदी और राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित भाई शाह, दोनों उपस्थित होंगे और इस समापन समारोह की जो विशेष खासियत रहेगी, जो विशेष भूमिका रहेगी जो शायद भारत में इतिहास रचेगी – 7 लाख से ज्यादा पन्ना प्रमुख, पेज प्रमुख, जो भारतीय जनता पार्टी की एक कर्मठ संघटना की ताकत है, जो हमारे कार्यकर्ताओं की ताकत है जिन्होंने गुजरात में हर घर-घर तक संपर्क किया है| बूथ की तो रचना है ही भारतीय जनता पार्टी की, अब बूथ के अन्दर एक-एक पेज के जो हमारे प्रमुख हैं, पन्ना प्रमुख, 7 लाख से अधिक पन्ना प्रमुख जो हमारे इस भारतीय जनता पार्टी की ताकत है, हमारी एक प्रकार से पूरे कार्यशैली की बैकबोन है|
इस 7 लाख से अधिक पन्ना प्रमुख का ऐतिहासिक सम्मेलन माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र भाई मोदी और राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह जी के नेतृत्व में यह समापन समारोह जिसकी तिथि और स्थान हम आपसे बाद में शेयर करेंगे यह मुझे लगता है एक नया इतिहास भारत के लिए ही नहीं रचेगा लेकिन गुजरात की राजनीति के लिए एक नया मोड़ जिसमें 150 से अधिक सीटें जीतकर भारतीय जनता पार्टी फिर एक बार गुजरात की जनता की सेवा में जुट जाएगी|
माननीय श्री विजय भाई रुपानी और माननीय श्री नितिन भाई पटेल के नेतृत्व में इसका नया इतिहास रचने के लिए यह हमारा पूरा कार्यक्रम आगे का रहेगा| हम गुजरात की जनता को निमंत्रण देते हैं इन दोनों यात्राओं के साथ जुड़े, इसका स्वागत करे अपने-अपने क्षेत्र में और प्रधानमंत्री मोदी जी और राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह जी, साथ ही विजय भाई रुपानी और नितिन भाई के काम को सराहना देते हुए, उनके प्रयत्नों और प्रयासों को समर्थन और आशीर्वाद देते हुए इन यात्राओं को सफल बनाएं|
बहुत-बहुत धन्यवाद|
प्रश्न-उत्तर
प्रश्न: (Inaudible) …. HDI में गुजरात इतना पिछड़ा हुआ क्यों है, 20 सालों से क्यों नहीं हुआ कुछ?
उत्तर: मुझे नहीं लगता कि HDI में पिछड़ा हुआ है, मेरे पास वह भी आंकड़े थे क्योंकि बहुत सारे आंकड़े मैंने गिना नहीं|
प्रश्न: केरल नंबर 1 है, साउथ इंडिया इतना आगे है?
उत्तर: देखिए जो साउथ की आप एकाद स्टेट की जो बात कर रहे हैं उसमें बहुत साल पहले से जो NRI और foreign का कैपिटल काफी बड़ी मात्रा में कई वर्षों से आता था, वह जो उनको edge मिला वह गुजरात को नहीं मिला| गुजरात की विकास यात्रा में जो तेज़ गति आई वह तो मात्र दो दशकों की है| उसके बावजूद आप कोई भी HDI के index आप जो बोलें उसका मैं डेटा आपको दे सकता हूँ|
अब number of schools में जो drop-out rate है अगर उसको एक ले लें, standard 1 to 5 का drop-out rate वह 20 साल पहले 36.93%, आज देखिए सिर्फ 1.54% है, क्या यह विकास की यात्रा नहीं है? आप pupil-teacher, student-teacher ratio देखिए, आज देश में अन्य प्रान्तों में जायेंगे तो यह रेश्यो बढ़ जाता है, पहले जो था उससे अधिक हो जाता है| गुजरात एक ऐसा प्रदेश है जहां पहले 39 था pupil-teacher ratio, प्रधानमंत्री मोदी जी और उसके बाद आनंदीबेन और विजय भाई और नितिन भाई के प्रयासों से वह घटके 29 हो गया, यह अपने आप में ऐतिहासिक है|
आज बहुत बड़े-बड़े schools, foreign schools वगैरा देखो उस लेवल पर गुजरात चला गया| आप Infant Mortality Rate देखिए, साउथ से आप compare कर लीजिये, 20 साल पहले साउथ का क्या था और गुजरात का क्या था, आपका दुगने से ज्यादा था, 62 था per thousand live births, वह घटके आधा हो गया – 33|
आप जो आंकड़ा देखोगे, गुजरात ने जो ऐतिहासिक प्रगति की है उसके लिए मैं समझता हूँ गुजरात की जनता का पूरा आशीर्वाद हमें मिलेगा|
प्रश्न: पीयूष जी, एक संदेह है, बीजेपी का टारगेट है वह 150 सीट्स का है गुजरात में, यहाँ पर जो यात्रा निकाली जा रही है वह 149 सीट्स पर हैं… दूसरी चीज़ यह कि… (Inaudible)?
उत्तर: दोनों में रहेंगे चीफ मिनिस्टर, वह मेरे से रह गया बताना, मेरे नोट्स में रह गया था लिखना| चीफ मिनिस्टर एक दिन एक यात्रा में और दूसरे दिन दूसरी यात्रा में, ऐसे पूरे 15-16 दिन दोनों यात्रा को वह कवर करेंगे वह एक में नहीं जा सकते हैं और पूरा प्रदेश एक यात्रा से कवर नहीं हो सकता है इसलिए चीफ मिनिस्टर आधा समय एक में, आधा समय दूसरे में मेरे से रह गया था बोलना| दूसरी बात, 149 सीट्स तो बहुत स्वाभाविक है बाकी महानगर हैं 4, महानगर में हम अलग से कार्यक्रम कर सकते हैं, यह यात्रा अधिकांश ग्रामीण, आदिवासी, उन क्षेत्रों में और छोटे शहरों में जाकर होगी|
प्रश्न: सर गुजरात समेत रोज़गार बहुत बड़ा मुद्दा है, गुजरात में भी रोज़गार का मुद्दा है, देश में भी है, जितनी नौकरियां मिलनी चाहिए उतनी नहीं मिल रही हैं, तो केंद्र सरकार क्या कर रही है?
उत्तर: यह एक प्रकार से ऐसा विषय है जो आज पूरी दुनिया ने इसको समझा है कि रोज़गार का जो डेफिनिशन है, रोज़गार का जो आज के दिन तरीका है वह पूरे विश्व में बदल रहा है| पीछे तीन बहुत बड़े अर्थशास्त्री, एक माइकल पोर्टर है हॉवर्ड का, competitiveness के ऊपर गुरु माना जाता है, एक बिल गेट्स, माइक्रोसॉफ्ट जिन्होंने शुरू किया था विश्व के सबसे बड़े अमीर व्यक्ति हैं, एक सिंगापुर के डिप्टी प्राइम मिनिस्टर थर्मन शंमुगारात्नाम| तीन लेक्चर पीछे हुए थे दिल्ली में Transformation series – NITI Ayog. तीनों ने इस बात पर बल दिया कि आज पूरे विश्व में जो रोज़गार का तरीका है और व्यवस्था है, वह बदल रही है| आज artificial intelligence आ रहा है, नयी-नयी technology और innovation का युग आ रहा है, तो जो पहले टिपिकल रोज़गार था सरकारी नौकरी मिल गयी, बड़े कारखाने, बड़े पॉवर प्लांट लग गए, वह आज विश्व में बदल रहे हैं|
आज उद्यमी, स्टार्ट अप, नए युवा-युवती चाहते हैं नयी-नयी technology और innovation को इस्तेमाल करके नए रोज़गार के अवसर पैदा करना| तो लोग आज job seeker के बदले job creator बनते जा रहे हैं, उद्यमी बनते जा रहे हैं| आखिर मुद्रा योजना में अगर 9 करोड़ से अधिक लोन दिए गए और यह लोन छोटे हैं – 10,000-5000 से लेकर 10 लाख तक| और लगभग 3.5 लाख करोड़ रुपये – 9 करोड़ से ज्यादा लोन 3.5 लाख करोड़ रुपये मुद्रा योजना में जब जाते हैं तो लोगों को उद्यमी बनाते हैं|
और मैं आपको एक चीज़ पूछता हूँ, आज आप कारपेंटर ढूँढने चले जाइये, आज आप कोई casual labour ढूँढने चले जाइये, आज मिलता नहीं है| लोगों को आज अपने आप स्वयं रोजगार के इतने अवसर मिलते हैं कि आज टिपिकल नौकरी के लिए आज लोग नहीं भागते हैं| तो अब मैं समझता हूँ कि रोज़गार ही अपने आप में एक नया रूप धारण कर चुका है|
प्रश्न: (Inaudible)
उत्तर: हर व्यक्ति को अपने-अपने ओपिनियन के लिए राइट है| Every person is entitled to his opinion. पर मैं समझता हूँ देश की जनता का जो समर्थन और आशीर्वाद केंद्र सरकार और राज्य सरकारें जो भाजपा की चलती हैं उनके गरीब कल्याण कार्यों के कारण जितना आशीर्वाद और समर्थन हमें मिला है, आखिर उत्तर प्रदेश में 325 सीटें 400 में से जीतना, उत्तराखंड में 58 सीटें 70 में से जनता का समर्थन मिलना, गोवा, मणिपुर, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, चरों राज्यों में भाजपा की सरकार बनना, गुजरात का इतना तेज़ प्रगति होना यह अपने आप में एक प्रतीक है कि जनता और सामान्य आदमी का समर्थन और आशीर्वाद भाजपा के साथ है|
प्रश्न: सर गुजरात में काफी growth हुआ है और गुजरात को देश का विकास का इंजन भी मानते हैं| कल हाई कोर्ट ने कमेंट किया कि गुजरात में फिक्स पे में जो लड़के रख रहे हैं, गवर्नमेंट उनका शोषण कर रही है?
उत्तर: उसकी मुझे स्पेसिफिक जानकारी नहीं है लेकिन मुझे लगता है फिक्स पे के ऊपर टेम्पररी जॉब अगर दी जाती है तो वह एक रेग्युलर देश भर में प्रैक्टिस है| इसकी मुझे स्पेसिफिक डिटेल्स, गुजरात का लोकल इशू है, कोई लोकल इशू लोकल लीडर से आप पूछिए|
प्रश्न: (Inaudible)
उत्तर: इसका मैंने जवाब दे दिया| वह आपकी सोच में हो सकता है, मेरे हिसाब से तो यहाँ की जनता का समर्थन और आशीर्वाद जितना उत्साह से हमें मिल रहा है वह boomerang नहीं वह तो हमें आज फल दे रहा है| जो अच्छा काम हमने दो दशक तक किया जिसके कारण बार-बार लगातार और फिर एक बार भाजपा जीतती है गुजरात में, यह तो जनता का प्यार, समर्थन, आशीर्वाद है| और जहाँ तक कुछ लोगों की सोच है मैं समझता हूँ हर एक व्यक्ति अपने हिसाब से सोच सकता है| इसका मैंने कल बड़े विस्तार से लोगों को अर्थव्यवस्था के ऊपर भी बात की और अर्थव्यवस्था पर तो जितना चाहे मैं उसपर उद्बोधन दे सकता हूँ मेरा तो पेट सब्जेक्ट है|
प्रश्न: पीयूष जी जीएसटी जबसे implement हुआ है, सबसे बड़ा …. बीजेपी का entrepreneur है, व्यापारी है, गुजरात के व्यापारी परेशान हैं, आपको नहीं लगता है इलेक्शन पर इसका एफेक्ट होगा?
उत्तर: मुझे नहीं लगता है कि वोटर या व्यापारी नाराज़ हो रहा है, हो सकता है कि कुछ लोगों को अभी तक पूरी तरीके से समझ में नहीं आया हो, उसके लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकार और आखिर जीएसटी तो मैं समझता हूँ पूरे विश्व ने सराहना की है, देश की हर पार्टी ने समर्थन किया तब जाकर जीएसटी आया| जीएसटी कोई एक पार्टी ने नहीं लाया, कांग्रेस के 6 Finance Minister मिलकर, leftist, वामपंथी 2 थे, आम आदमी पार्टी, तृणमूल – देश के 29 states और centre ने मिलकर unanimously, सर्वसम्मति से जीएसटी का पूरा process, procedure, rate सब …. किया है| इसमें अगर कुछ सुधार की आवश्यकता है तो यह तो एक ऐसी सरकार है जो पूरे समय लोगों की बात सुनती है और उसके हिसाब से अगर कुछ परिवर्तन की आवश्यकता पड़े तो करती है|
तो मैं नहीं समझता हूँ कि लोगों में कोई ऐसा है कि वह एकदम हमारे खिलाफ हो गए हैं, लोगों के सुझाव हमारे समक्ष आते रहते हैं, 6 तारीख को शायद जीएसटी काउंसिल की मीटिंग है| हम अकेले इसमें कोई परिवर्तन नहीं कर सकते हैं, जीएसटी काउंसिल सभी विषयों के ऊपर सोचकर पूरी काउंसिल सर्वसम्मति से निर्णय लेती है और समय-समय पर जिन लोगों… पहले भी आप देखिए पिछली 3-4 मीटिंग में कितने परिवर्तन हुए, पिछली मीटिंग में तो शायद 63 आइटम के रेट कम किये गए, procedural simplification काफी किया, और जैसे-जैसे आप आगे देखेंगे, जैसे-जैसे जनता की भावनाएं हमारे तक आएँगी, और कुछ व्यापारियों को जो संकट दिखेगा उसको सुधार करने के लिए हम तो प्रयत्नशील हैं|
प्रश्न: (Inaudible)
उत्तर: मैं समझता हूँ महंगाई के बारे में जो ट्रैक रिकॉर्ड हमारी सरकार का रहा है वह शायद पहले वाजपेयी जी के समय था जब एनडीए-1 थी और उसके बाद अब मोदी जी के समय है| आप शायद भूल रहे हैं जिसको कई बार selective memory कही जाती है कि यूपीए के 10 वर्ष में महंगाई किस तरीके से डबल-डिजिट में चली गयी थी और बढ़ते-बढ़ते-बढ़ते जब मोदी जी की सरकार 2014 में आई तब पूरा देश कैसे महंगाई से त्रस्त था और कैसे मोदी जी की सरकार आने के बाद महंगाई घटते-घटते मात्र 2-3-4% पर आ गयी पिछले महीने का आंकड़ा तो शायद 3-3.5% पर था|
Thank you.