बहुत मशहूर है अलवर की और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी कल अलवर से ही राजस्थान का अपना चुनावी दौरा प्रारंभ करेंगे। कल सुबह 10 बजे बहुत विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी। तैयारियां भी ज़ोर-शोर से चल रही हैं, अलवर के जनता और कार्यकर्ताओं में भी बहुत उत्साह है और मुझे पूरा विश्वास है कि जो चुनाव की विजय का बिगुल कल अलवर से शुरू होगा वह पूरे प्रदेश में आँधी की तरह फैल कर फिर एक बार वसुंधरा राजे सिंधिया के नेतृत्व में राजस्थान में भाजपा की सरकार बनने जा रही है।
मैं रेल मंत्री हूँ तो कई बार रेल का उदाहरण लेता हूँ कि जिस प्रकार से गत 4.5 सालों में जब से मोदी सरकार आयी तेज़ गति से राजस्थान में विकास हुआ है। जिस प्रकार से एक डबल इंजन रेल गाड़ी को दोगुना पावर देकर गति भी बढ़ाती है और सुरक्षा भी बढ़ाती है वैसे ही राजस्थान में भी यह डबल इंजन आगे काम करती रहेगी, केंद्र और राज्य दोनों में भारतीय जनता पार्टी की सरकारें इस पर प्रदेश को नई ऊंचाइयों तक लेकर जाएगी।
आज वैसे गुरु तेग बहादुर जी का शहादत दिवस है। उन्होंने धर्म और मानवता की रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया और मैं समझता हूँ आज जिस प्रकार का वातावरण कांग्रेस फ़ैलाने जा रही है, जिस प्रकार की राजनीति कांग्रेस कर रही है फिर एक बार ज़रूरी हो गया है कि प्रदेश में अच्छी भावना से जनता के बीच सबका साथ सबका विकास लेकर अपने विचार से भारतीय जनता पार्टी की सरकार फिर एक बार चुनकर आए।
मुझे तो हैरानी होती है जिस प्रकार से कुछ प्रदेश के नेताओं ने अपने-अपने दिल की बात लोगों के समक्ष रखी। हाल ही में जो हमने धर्म और जाति के बीच जिस प्रकार के कॉमेंट्स, जिस प्रकार के वक्तव्य एक ऊँचे नेता जो शायद लंबे श्रृंखला में मुख्यमंत्री के भी दावेदार हैं उनके बहुत ही आपत्तिजनक वक्तव्य हमारे नेताओं के बारे में, जाति और धर्म के बीच ग़लत तरीक़े से विषय रखने के लिए जो कोशिश की गई भारतीय जनता पार्टी उसकी निंदा करती है।
और यह कांग्रेस की जो राजनीति करने का ढंग हम हाल में अलग-अलग क्षेत्रों में देख रहे हैं उन्होंने इसी प्रकार से कर्नाटक में धर्म और जाति की राजनीति करने की कोशिश की, इसी प्रकार से गुजरात में धर्म और जाति की राजनीति की। मैं समझता हूँ राजस्थान की जनता समझदार है और इस प्रकार कीसोच को पूरी तरीक़े से ठुकराएगी, पूरी तरीक़े से नामंज़ूर करेगी।
इसके पहले जिस प्रकार से इनके एक और नेता ने भारत माता के जयघोष को भी रुकवाकर परिवारवाद का असली चेहरा कांग्रेस का सामने दिखाया। मैं समझता हूँ वह भी बहुत ही शर्मिंदगी का स्टेटमेंट था, दर्शाता है कि कांग्रेस दिशाहीन पार्टी बन चुकी है न उनके पास कोई नेतृत्व है, न उनके पास कोई नीति है और न उनकी नीयत साफ़ है।
वह सिर्फ़ एक परिवारवाद, जातिवाद और देश में विकास में अड़ंगे पैदा करने वाली पार्टी के रूप में घटकर सिर्फ़ दो राज्यों में मिज़ोरम और पंजाब और एक यूनियन टेरिटरी पुडुचेरी में समेटकर रह गई है और इस चुनाव के परिणाम के बाद मिज़ोरम हारकर सिर्फ़ पी-पी पार्टी बनकर रह जाएगी – पुडुचेरी और पंजाब में।
अगर आज कोई देश भर में राष्ट्रीय पार्टी, नेशनल पार्टी के रूप में और एक देश भर में सबसे लोकप्रिय नेतृत्व किसी के पास है तो वह सिर्फ़ प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी आज पूरे देश में सर्वव्यापी पार्टी, सबसे बड़ी पार्टी और देश भर में कोने-कोने में जनता के दिल को छू लेने वाली पार्टी बनकर उभरी है।
वैसे तो राजस्थान के स्थानीय नेता और केंद्रीय नेतृत्व में भी बड़ा उथल-पुथल है। उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष ने तो कहा था कि हम राजस्थान में किसी को पैराशूट नहीं होने देंगे, पैराशूट को काट देंगे, ऐसे लोगों को टिकट नहीं देंगे और फिर जो चुनाव देख रहे हैं राजस्थान के वह नेता कहते हैं कि नहीं-नहीं वह तो उनका निजी बयान था यह पार्टी की सोच नहीं है। हमें तो हैरान होता है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष का भी कोई निजी बयान होता है जो पार्टी से अलग होता है। ऐसी पार्टी जिसके सर्वश्रेष्ठ नेता कहता है कि मैं प्रधानमंत्री का उम्मीदवार हूँ और दूसरा नेता कहता है कि नहीं-नहीं अभी तो हमने कोई तय नहीं किया है कौन प्रधानमंत्री का दावेदार होगा।
इस प्रकार से पार्टी बिखरी हुई है, पार्टी में कोई नेतृत्व तय नहीं है, राजस्थान में भी प्रश्नचिह्न है कि नेता कौन है। कांग्रेस डरती है किसी को नेता बनाने के लिए क्योंकि उनकी जातिवादी राजनीति में किसी को नेता बनाने की हिम्मत नहीं है। लेकिन भारतीय जनता पार्टी है जो लोकप्रियता के आधार पर, कार्यकर्ताओं के इच्छा अनुसार, सर्वे के अनुसार और कौन नेता बनने लायक है, कौन उम्मीदवार बनने लायक है उस पर तय करती है नेतृत्व, उस पर तय करती है पदाधिकारी कौन बनेगा, उस पर तय करती है उम्मीदवार कौन बनेगा।
मुझे लगता है अलग-अलग क्षेत्र में जिस प्रकार से तेज़ गति से विकास हुआ है फिर चाहे वह रोड के निर्माण में हो, रेलवे के निर्माण में हो। जिस प्रकार से भामाशाह योजना ने राजस्थान में लोगों को स्वास्थ्य सेवाएँ अच्छी दी बिना कोई भेदभाव के और आज भामाशाह योजना तो पूरे देश में आयुष्मान भारत के रूप में 50 करोड़ लोगों तक पहुँच रही है।
जिस प्रकार से ऊर्जा के क्षेत्र में, बिजली के क्षेत्र में बेमिसाल काम वसुंधरा राजे सरकार ने किया जिसका तो मैंने ख़ुद अनुभव किया। अशोक गहलोत जी की सरकार ने जो 2008-13 के बीच लगभग 12-15,000 करोड़ रुपये प्रति वर्ष नुक़सान किया ऊर्जा के क्षेत्र में सिर्फ़ जो डिस्कॉम है राजस्थान के उसको 70-75,000 करोड़ के ऋण में नुक़सान कर करके एक प्रकार से सिक यूनिट बना दिया। ऐसी स्थिति हो गई कि बिजली ख़रीदने के पैसे नहीं थे डिस्कॉम के पास।
मैं वसुंधरा राजे जी की सरकार को मुबारकबाद दूँगा कि उन्होंने किस प्रकार से पूरे ऊर्जा क्षेत्र को संचालित किया, पूरे ऊर्जा क्षेत्र को संभाला, राज्य सरकार ने अलग-अलग पहल करके बिजली की चोरी घटाई, रोकी, डिस्कॉम के लॉस को बहुत बड़ी मात्रा में कम किया और आज राज्य में ऊर्जा की स्थिति एकदम सक्षम है, एकदम मज़बूत है। घर-घर तक सौभाग्य योजना से बिजली पहुँची है, हर एक गाँव बिजली से लाभान्वित है और चौबीसों घंटे सबको बिजली मिले, किसानों को पर्याप्त मात्रा में बिजली मिले इसको सुनिश्चित करने में सफल हुई है।
इसी प्रकार से प्रधानमंत्री आवास योजना में भी राजस्थान ने बेमिसाल काम किया है। लगभग स्टेट की स्थिति देखें तो जो स्टेट का बजट 94,000 करोड़ का था (94,000 करोड़) कांग्रेस सरकार में वह दोगुने से भी अधिक 2,12,000करोड़ रुपये का अब स्टेट का बजट है। रेवेन्यू जो राज्य का राजस्व है वह दोगुना हो गया है, 52,000 करोड़ से बढ़कर 1,03,000 करोड़ और जो डेवलपमेंट एक्सपेंडिचर है जो विकास के ऊपर ख़र्च करती है राज्य सरकार वह बढ़कर 1,50,000 करोड़ से लगभग तीन गुना 4,25,000 करोड़इस पाँच वर्ष के कार्यकाल में वसुंधरा राजे जी ने सड़कों पर, पेयजल पर, सिंचाई योजनाओं में, आवास योजनाओं में, अलग-अलग योजनाओं में कर कर, पारदर्शी शासन देकर मैं समझता हूँ राजस्थान में जल, ज्योति और जीवन तीनों पर जनता में अच्छा प्रभाव किया है। जिसके फलस्वरूप हमें पूरा विश्वास है कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार फिर एक बार राज्य में अच्छी दो-तिहाई बहुमत से अधिक लेकर सरकार बनाएगी और जनता की सेवा में फिर एक बार जुट जाएगी।
केंद्र की योजनाएं भी यहाँ पर जैसे मैंने कहा डबल इंजन के रूप में, बहुत सफल रूप में जनता के लाभ के लिए पहुँची है गाँव-गाँव तक, घर-घर तक। उज्जवला योजना में 37 लाख से अधिक हमारी माता-बहनों को मुफ़्त में कुकिंग गैस का कनेक्शन दिया गया है। मुद्रा योजना के तहत 47 लाख लाभदारी लोगों ने अपने स्वयं रोज़गार, अलग-अलग प्रकार से छोटे व्यापार को प्रोत्साहन मिला है। जन धन योजना में 2.5 लाख बैंक अकाउंट खोले गए हैं, 1,70,000 रुपे कार्ड जनता के बीच दिए गए हैं। फ़सल बीमा योजना लगभग 43 lakh farmers (43 लाख किसानों) तक फ़सल बीमा योजना का लाभ पहुँचा है।
1.25 करोड़ किसानों को सॉयल हेल्थ कार्ड दिया गया है। 63 लाख से अधिक पेंशन और इंश्योरेंस योजनाओं से लाभान्वित हुए हैं राजस्थान में। क़रीब-क़रीब 14 लाख से अधिक महिलाओं को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान में लाभ पहुँचा है। और इस प्रकार से मैं अनगिनत केंद्र और राज्य सरकारों की योजनाओं के बारे में आपको जानकारियाँ दे सकता हूँ।
एक छोटा अलवर से कुछ जुड़ी हुई चीज़ें जो रेलवे ने की हैं। गोविंदगढ़ से अलवर का क्षेत्र भी विद्युतीकरण हो चुका है, रेवाड़ी से अलवर का क्षेत्र भी विद्युतीकरण हो चुका है और इन दोनों के कारण प्रदूषण कम होगा, गाड़ियों की रफ़्तार बढ़ेगी। 14 रोड-ओवर ब्रिज और रोड अंडर-ब्रिज दोनों इस इलाक़े में या तो बन चुके हैं या बन रहे हैं, उसकी पूरी जानकारी चाहिए तो मेरे साथ है।
इसी प्रकार से लगभग 1500 करोड़ के काम, इसके अलावा 1500 करोड़ के काम। अलवर से बांदीकुई का डबलिंग 294 करोड़ में, इलेक्ट्रिफिकेशन दिल्ली सराय रोहिल्ला से रेवाड़ी से होते हुए अहमदाबाद तक जिसमें अलवर-बांदीकुई-जयपुर सेक्शन, फुलेरा सेक्शन भी आएगा और आगे चलकर 32 रोड अंडर-ब्रिज और रोड ओवर-ब्रिज की स्वीकृति। अलग-अलग काम अलवर में किए गए हैं।
और अगर हम पूरे राजस्थान का भी चित्र देखें तो 2009-14 के बीच पूरे राजस्थान में 3410 करोड़ रुपये के इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के काम राजस्थान या राजस्थान से होते हुए किए गए थे, 3410 करोड़ रुपये के काम पाँच वर्षों में UPA के शासन में जब केंद्र में UPA की सरकार थी, प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी।
हमारे पाँच वर्ष के कार्यकाल 2014-19 के बीच 14,555 करोड़ के काम इस क्षेत्र में किए गए हैं जो लगभग चार गुना से अधिक है, 3400 से बढ़कर 14,555 करोड़ के काम। मैं समझता हूँ यह दर्शाता है प्रधानमंत्री मोदी जी का और वसुंधरा राजे जी दोनों ने मिलकर कैसे विकास पूरे क्षेत्र में और पूरे राजस्थान में प्राथमिकता दी है और यही प्राथमिकता आगे चलकर इस प्रदेश में तेज़ गति से विकास को प्रोत्साहित करेगी ऐसा हमारा पूरा विश्वास है। आपके माध्यम से मैं अलवर और आस-पास के सभी विधानसभा के क्षेत्र के हमारे उम्मीदवारों को शुभकामनाएं देता हूँ।
अच्छी विजय भारतीय जनता पार्टी के क्षेत्र में फिर एक बार विधानसभा में होगी और मुझे विश्वास है कल की सभा सुबह 10 बजे अलवर में जो होने जा रही है प्रधानमंत्री जी की वह आगे चलकर पूरे राजस्थान में विजय की लहर यहीं से शुरू करेगी। इस विश्वास के साथ मैं आज देखकर भी आया हूँ सभा की तैयारियाँ बहुत ज़ोर-शोर से चल रही हैं, बड़ी सभा होगी और बड़ा उत्साह कार्यकर्ताओं में और जनता मैं इस सभा को लेकर है।
बहुत-बहुत धन्यवाद।
प्रश्न-उत्तर
Q:सर आपने सारी चीज़ों के बारे में, योजनाओं के बारे में बताया रेलवे का बाद में बताया जो आपका विभाग है। अलवर की आपको जानकारी आपने दी उसमें मैं आपको बताना चाहूंगा अलवर जो दिल्ली मार्ग है […] सबसे बड़ा मार्ग है, इसमें पाँच साल में आपके कार्यकाल में न तो कोई नई ट्रेन चली है, अभी एक चली है उदयपुर से हमसफर ट्रेन ठीक है।
दूसरी सबसे बड़ी बात जो लगातार माँग उठती रही है अलवर से दिल्ली के लिए कोई पैसेंजर ट्रेन नहीं है। यह 5 साल नहीं 20 साल से माँग है, पूरी नहीं हुई आज तक और न आपके द्वारा कोई […] योजना है। आप कह रहे हैं डबल विद्युतीकरण हुआ, विद्युतीकरण रेवाड़ी को हुए दो साल से ऊपर हो गए हैं लेकिन इलेक्ट्रिक ट्रेन नहीं चली है उस पर, उनका कहना है कि साहब आगे नहीं है ट्रैक जो भी कुछ है, ठीक है। इसी तरह से मथुरा लाइन इलेक्ट्रिफिकेशन हो गया लेकिन एक ट्रेन चलती है दिन में केवल और मथुरा लाइन पर केवल और केवल 4 ट्रेनें हैं एक एक्सप्रेस है तीन पैसेंजर है पूरी मथुरा लाइन पर। तो अगर रेलवे के लिहाज़ से देखें तो आप कह रहे हैं बहुत काम हुआ है। अलवर में ऐसा कोई काम नया?
A:मैं जब वादे सकता हूँ? सबसे पहले तो आपको यह ध्यान रखना पड़ेगा कि 65 साल आज़ादी को होने के बावजूद आप देखिए अलवर में कितना काम हुआ रेलवे की दृष्टि से और उसके निसबत देखिए कि 5 साल में कितना काम हुआ। विद्युतीकरण कोई ओवरनाइट तो पूरे रेलवे का नहीं होगा। हमने लेकिन पूरे फंड्स एलोकेट किए हैं कि पूरी रेलवे का विद्युतीकरण हो।
यह जो पुराना विद्युतीकरण कुछ patches में होता था न उसका देश को लाभ मिलता था न जनता को लाभ मिलता था। आख़िर गाड़ी को 80 किलोमीटर लेकर जाकर हम चेंज तो नहीं कर सकते इंजन को तो अब हमने सुनिश्चित कर लिया है पूरे देश में जितनी लाइनें हैं शत-प्रतिशत विद्युतीकरण मोदी सरकार ने approve भी कर दिया है। आपको जानकर हैरानी होगी 2013-14 में लगभग 687 (six hundred and eighty seven) किलोमीटर पूरे देश में विद्युतीकरण हुई थी रेल लाइन की। पिछले साल 2017-18 में 4087 किलोमीटरविद्युतीकरण हुआ है।
यानी आप अंदाज़ा लगाइए कि 6 गुना विद्युतीकरण सिर्फ़ पाँच साल में हमने बढ़ाया है और ऐसे करकर जब तक पूरे देश की विद्युतीकरण नहीं हो जाती है तो जो पैसेंजर ट्रेनस लॉन्ग डिस्टेंस चलानी हैं वह विद्युतीकरण के साथ नहीं चल सकती हैं, पहली बात।
दूसरी बात आगे बताता हूँ। आपने दो नई ट्रेन की बात की, दो नई ट्रेन जयपुर-चंडीगढ़, जयपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस जिसका स्टॉपेज राजगढ़, अलवर और खैरथल में ऐड किया गया। इसी प्रकार से कटरा-अहमदाबाद कटराएक्सप्रेस का भी स्टॉपेज अलवर और खैरथल में ऐड किया गया, यहीं के लोगों की डिमांड थी।
Q:अलवर को क्या मिला वह बता दीजिए?
A:आगे सुनिए पूरी बात तो सुन लीजिए। जब तक पूरी तरीक़े से, जब तक पूरी रेलवे लाइन में कपैसिटी एडिशन नहीं होगी तब तक तो आप नई रेल गाड़ियाँ ओल्ड लाइन के ऊपर एक सीमित ही शुरू कर सकते हैं। यह रेल लाइन शत प्रतिशत से अधिक चल रही है जब तक इसमें एडिशनल रेलवे लाइन नहीं लगेगी तब तक इसकी नई ट्रेन शुरू करने के लिए पाथवे तो चाहिए।
और इसी के लिए जो ऑनगोइंग वर्क है डबलिंग का अलवर से बांदीकुई का, जो काम इलेक्ट्रिफिकेशन का दिल्ली सराय रोहिल्ला से लेकर पूरा कर रहे हैं उसके बाद जो कपैसिटी एडिशन होगी उसी से अब नई रेलगाड़ी शुरु कर पाएंगे।
Q:नहीं सर बेसिकली अलवर की जो कपैसिटी है पर डे 30-35,000 रन वे है माल गाड़ियों के जितनी भी जो स्टॉपेज गाड़ियां हैं। तो उसी हिसाब से यहाँ अगर सुविधा देखें दो प्लेटफार्म हैं मात्र उस पर सारी गाड़ियाँ रुकती हैं और जो गाड़ियाँ हैं वह पहले से चल रही हैं।
A:ट्रैक के हिसाब से ही रुक सकती हैं ना, ट्रैक में पाथवे नहीं होगा।
Q:प्लेटफार्म तो बढ़ा सकते हैं ना सर?
A:प्लेटफार्म बढ़ाकर कोई फ़ायदा नहीं है जब तक पाथवे नहीं होगा। बिना पाथवे के रेलगाड़ी नहीं चल सकती है।
Q:जो गाड़ियाँ वहाँ नार्थ ईस्ट से आती हैं और मथुरा जाकर खड़ी हो जाती हैं। क्या यहाँ इतना ट्रैफ़िक रहता है…?
A:मैंने बताया ना पाथवे की इशू है, खड़ी रहने की इशू नहीं है। अभी जैसे जहाँ-जहाँ पाथवे अवेलेबल है मैं आपको एक उदाहरण देता हूँ गतिमान एक्सप्रेस दिल्ली से चलकर आगरा जाती थी, 2 घंटे में 1.75 घंटे में पहुँच कर खड़ी रहती थी, शाम को वापस आती थी। हमें पाथवे मिला हम बढ़ाकर उसको ग्वालियर तक ले गए, फिर ग्वालियर से आगे झाँसी का पाथवे मिला तो झाँसी तक ले गए।
तो हमारे लिए तो रेलवे के लिए बहुत ज़रूरी है कि हम और गाड़ियाँ बढ़ाएं, और लंबा खींचे गाड़ियों के सफ़र को पर जब तक पाथवे नहीं हो और कपैसिटी बड़े नहीं तब तक उसको करना एक्सिस्टिंग और यह इतने वर्षों में जो कपैसिटी नहीं add की इतने वर्षों में मैंने अभी बताया कहाँ 3400 करोड़ और कहाँ 13,000 करोड़ तो हम इनवेस्टमेंट कर रहे हैं जिससे आगे चलकर प्रदेश में और काम हो सके।
Q:अलवर को क्या मिला वह है सवाल?
A:मैंने अभी इतना दिया और आपको चाहिए तो लिस्ट आपके पास छोड़ जाऊँगा।
Q:अलवर के लिए बुलेट ट्रेन की बात थी कांग्रेस के राज में हाई स्पीड ट्रेन की बात थी। वह अलवर आनी थी लेकिन नीमराना तक वहाँ तक अटका के दूसरी तरफ़ वह डाइवर्ट हो गया। अब वह योजना कहाँ है यह बताइए?
A:यह तो कांग्रेस वाले ही जवाब दे पाएंगे उन्होंने क्यों डायवर्ट।
Q:अभी कोई योजना है या नहीं है?
A:अभी मैंने जैसे आपको बताया और यह पहले भी यह विषय आया कि जो हाई स्पीड अभी बन रही है वह देश की पहली हाई स्पीड रेलवे है जो मुंबई से अहमदाबाद। वह रूट भी हमारे आने के पहले तय हुआ था। मनमोहन सिंह जी की सरकार ने तय किया मुंबई-अहमदाबाद को पहला हाई-स्पीड कॉरिडोर बनाया जाए और वह जापान से चर्चा करकर लेकिन वह निर्णायक सरकार नहीं थी, निर्णय लेने में असफल रही। हमने आने के बाद उस निर्णय को तेज़ गति दी।
इसके अलावा देश में अलग-अलग सेक्शंस को स्टडी किया जा रहा है। दक्षिण भारत में दिल्ली से जयपुर, दिल्ली से चंडीगढ़, दिल्ली से लखनऊ, आगरा से बनारस, चेन्नई से बैंगलोर, मुंबई से बैंगलोर, अलग-अलग सेक्शंस अलग-अलग कंपनियों द्वारा विदेशी कंपनियों को भी इसमें जोड़कर स्टडी करकर अलग-अलग सेक्शंस कैसे हाई-स्पीड और सैमी हाई-स्पीड के बनें इसके लिए सरकार काम कर रही है और कांग्रेस तो उलटे हाई-स्पीड ट्रेन और बुलेट ट्रेन के विरोध में प्रचार कर रही है।
Q:आदरणीय वसुंधरा जी ने यह कहा था कि मैं हाई-स्पीड ट्रेन के बारे में बात करती हूँ कांग्रेस से, केन्द्रिय मंत्री से बात की है।
A:आपकी जानकारी के लिए कांग्रेस से तो आज तक बुलेट ट्रेन की आलोचना के अलावा आज तक समर्थन नहीं किया है, आपकी जानकारी के लिए।
Q:अभी सर कोई योजना है कि दिल्ली से नीमराना-अलवर के लिए कोई ट्रेन?
A:दिल्ली से जयपुर में हाई-स्पीड ट्रेन लगे और मैं समझता हूँ स्वाभाविक है वह यही रूट से होकर जाएगी इस पर यह […] के अंदर है और ऐसे ही पूरे देश में किस प्रकार से हाई-स्पीड ट्रेन मेक इन इंडिया के तहत…
Q:विचार ही पाइपलाइन में है ना सर, काम नहीं है ना?
A:अभी तक कोई एग्रीमेंट, कोई भी विदेश के साथ अभी तक एग्रीमेंट नहीं हुआ है क्योंकि इसके लिए फंडिंग एग्रीमेंट होना चाहिए, टेक्नोलॉजी एग्रीमेंट होना चाहिए।
Q:बाई इलेक्शन में मैडम ने यह कहा था कि जयपुर से दिल्ली के बीच बुलेट ट्रेन, हाई-स्पीड ट्रेन की मैंने मंत्री जी से बात कर ली है […] लेकिन उन बातों को भी आज 8-10 महीने हो गए।
A:पर 8-10 महीने में बुलेट ट्रेन नहीं तय होती है भाई साहब। 8-10 महीने में बुलेट ट्रेन तय नहीं होती है।
Q:सब हो चुकी है, सब हो चुका है काम। वह आश्वासन उनका झूठा था?
A: 8-10 महीने में बुलेट ट्रेन नहीं तय होती है। कांग्रेस के ज़माने में, कांग्रेस के ज़माने में तो निर्णय ही नहीं ले पाते थे। हमने उन सबको आगे बढ़ाया है और जैसा मैंने कहा कि 8-10 सैक्शन जिसमें दिल्ली से जयपुर भी आता है यह सब चर्चा चल रही है विदेशी कंपनियों द्वारा और जैसे-जैसे तय होगा उसको कार्यान्वित करेंगे।
Q:अब सर आप कह रहे हैं कांग्रेस सरकार ने ऊर्जा की स्थिति इतनी जर्जर थी कि वसुंधरा सरकार ने बदल दिया। अलवर शहर के […] क्षेत्र है वहाँ पर घेघोली गावँ है कांग्रेस सरकार में भी वहाँ लाइट नहीं थी 50 गाँवों में और आज भी लाइट नहीं है।
A:मैं समझता हूँ आज राजस्थान में एक भी गाँव ऐसा नहीं है जिधर बिजली नहीं पहुँची है। यह कोई मजला, टोला या ढ़ाणी होंगे गाँव के बाहर जहाँ पर..
Q:नहीं-नहीं अलवर शहर से मात्र सात किलोमीटर दूर है फिर मंदिर है तीन किलोमीटर वहाँ लाइट जा रही है।
A:मान लिया, पर वह रेवेन्यू विलेज नहीं होगा कोई मजला या टोला या ढाणी होगी। इतना तो मैं बिजली मंत्री 3.5 साल रहा मैं पक्का बोल सकता हूँ। वहां पर अभी सौभाग्य योजना के तहत हर घर तक बिजली पहुँचाने का काम चालू है।
Q:सर जिन ज़िला मुख्यालय पर रेल नहीं पहुँची है उनके लिए क्या प्रोग्राम है […]?
A:देखिए जहाँ-जहाँ पर देश में रेलवे की सुविधाएँ नहीं पहुँची है उसका एक पूरे देश भर की योजना बनाने के लिए लंबे अरसे से फंड्स की शॉर्टेज रही है। मोदी सरकार आने के बाद लगभग 3 गुना इन्वेस्टमेंट रेलवे क्षेत्र में देश भर में हुआ है। राजस्थान का तो मैंने बताया लगभग 4 गुना हो गया है, 3500 करोड़ से लगभग 14,000, लगभग चार गुना हो गया है और यही स्थिति तेज़ गति से रेलवे की देश भर में विस्तार करने की हमारी योजना है।
Q:सर एक आपने कहा कि सीपी जोशी के जिस तरह के बयान आए हैं उसके बाद कांग्रेस की धार्मिक और जातिगत आधार पर आपने कई तरह के आरोप लगाए। आपके ही एक फ़ायरब्रांड श्री ज्ञानदेव आहूजा जिन्होंने अभी निर्दलीय लड़ने का कहीं न कहीं प्रयास किया और उसके बाद उन्हें प्रदेश का उपाध्यक्ष बना दिया गया। तो इस नीति को क्या माना जाए?
A:मैं समझता हूँ आहूजा जी पार्टी के कर्मठ कार्यकर्ता हैं और पार्टी के लिए अपनी सेवाएँ उन्होंने पहले भी दी हैं, आगे भी देते रहेंगे।
Q:ऐसी एक भी सीट तय की है जो बिना जाति के BJP में तय हुई है, एक भी एक भी बता दो अलवर से लेकर […]?
A:हमारी सब सीटें बिना जाति के तयहुई। हमारी सभी सीटें बिना जाति के तय हुई हैं।
Q:नहीं आप बताओ ना?
A:मैं तो सभी कह रहा हूँ 200 की 200। 200 की 200 सीटें बिना जाति के तय हुई हैं।
Q:एक जो शिवसेना ने राम मंदिर का जो मुद्दा चल रहा है इस समय। उसको लेकर क्या दिक़्क़त आ रही है?
A:हमें कोई दिक़्क़त नहीं आ रही है।
Q:तो शिवसेना वहाँ कूच कर रही है, उधर वह अखिलेश कह रहे हैं कि सेना लगा दी जाए। तो BJP क्या कर रही है?
A:हमें कोई सेना लगाने की परिस्थिति वहाँ नज़र नहीं आ रही है।
Q:तो मुद्दा तो BJP का था, BJP लेकर चली थी राम मंदिर। अब क्यों पीछे हट गई BJP?
A:विश्व हिंदू परिषद की भी वहाँ पर बड़ी बैठक चल रही है, शिवसेना के भी कुछ कार्यकर्ता वहाँ पर आए हैं उससे हमारे को कोई दिक़्क़त नहीं है।
Q:आचार्य धर्मेन्द्र जी अलवर आए थे उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा कि मोदी जी शिरडी चले जाते हैं लेकिन आयोध्या नहीं जाते हैं। तो वह राम को लेकर उनका कहीं न कहीं यह था कि उनको कोई इंटरेस्ट नहीं है अयोध्या जाने में। क्या लगता है?
A:उनके निजी वक्तव्य पर मैं क्या बयान दे सकता हूँ। आचार्य धर्मेन्द्र जी एक धार्मिक नेता हैं और उन्होंने अपने हिसाब से बयान दिया है।
Q:अयोध्या आंदोलन से जुड़े हुए नेता हैं सर।
A:हाँ-हाँ, बकायदा हम उनका पूरा आदर सम्मान करते हैं।
Q:राम मंदिर कब तक बनाएँगे, क्या है आपका?
A:राम मंदिर अयोध्या में बनना चाहिए यह भारतीय जनता पार्टी का पक्का विश्वास है, मानना है, यह देश की अस्मिता के साथ जुड़ा हुआ है। देश का हर कोने-कोने से यह माँग है कि अयोध्या में एक भव्य राम मंदिर बने और जैसा हमने अपने मैनिफेस्टो में भी लिखा था भारतीय क्या पार्टी का मानना है कि या तो आपसी तालमेल से राम मंदिर का निर्णय हो जाए और या क़ानूनी फ़ैसला हो और वहाँ पर राम मंदिर बने।
Q:सरकार क्या अध्यादेश लाने की कोई योजना बना रही है?
A:अभी तो कोई योजना हमारे सामने नहीं है। अभी कोई हमारे समक्ष, अभी हमारे समक्ष कोई योजना नहीं है। आज के दिन कोई समक्ष हमारे योजना नहीं है।
Q:आप सर अलवर आए और आपके यहाँ कैबिनेट मिनिस्टर आपकी पार्टी के सामने लड़ रहे हैं। आपने कहा कि हम सरकार बना रहे हैं। वहीं राज्य में ऐसी कई सीटें हैं जो कांग्रेस आप जिन बाहरी की बात कर रहे थे पैराशूटी उम्मीदवारों की वह लोग उतरकर आए और दूसरे दिन पार्टी का टिकट मिल गया और चुनाव लड़ रहे हैं। क्या उस कार्यकर्ता का क्या होगा जो…?
A:मैं समझता हूँ सीटों का बँटवारा बहुत सोच समझकर, सर्वे के आधार पर, पार्टी के कार्यकर्ताओं की भावनाओं को लेकर तय किया जाता है।
Q:सर्वे में कांग्रेस वाले ही मिले?
A:जो भी पार्टी ने उपयुक्त कैंडिडेट समझा उसको सीट दी गई है।
Q:पाँच साल में राजस्थान में अच्छा काम हुआ, सबने अच्छा काम किया आप बता रहे हैं जिस तरह से, विकास भी हुआ, ठीक है? सभी MLAs ने काम किया तो एकदम चहरे क्यों बदल दिए गए?
A:जहाँ पर पार्टी को लगा कि कैंडिडेट दूसरा आने की आवश्यकता है, कार्यकर्ताओं की भावना और सर्वे को लेकर देश भर में कैंडिडेट्स बदले जाते हैं। यह कोई पहली बार राजस्थान में नहीं बदले हैं। देश भर में कैंडिडेट्स सर्वे के आधार पर तय किए जाते हैं।
Q:अलवर में चार लड़के ट्रेन के सामने कूदकर […] यह बताया गया कि बेरोज़गारी से तंग थे और नौकरी नहीं मिल रही थी?
A:यह आपने कहा हमें तो अभी इसकी कोई जानकारी नहीं है। हमारे पास तो उसकी कोई जानकारी नहीं है। बहुत दुखद हादसा है लेकिन हमारे पास ऐसी कोई जानकारी नहीं है।
Q:चार लड़के मरे हैं बेरोज़गारी के कारण?
A:यह कारण था यह हमारे पास ऐसी कोई जानकारी नहीं है।
Q:सर एक सवाल यह आपके रूडी जी बैठे हैं इन्होनें कहा था कि डैमेज कंट्रोल हम इसलिए कर रहे हैं की जो निर्दलीय हो गए उन्हें वापस लाया जाए और दूसरी बार इन्होनें कहा बग़ावत करने वाले बागियों से हमें कोई फ़र्क नहीं पड़ता। किस बात पर यक़ीन करें?
A:देखिए अगर कोई गुमराह मैं बताता हूँ अगर कोई व्यक्ति पार्टी से अलग होता है तो हमारा पूरा प्रयत्न रहता है कि उनको साथ में जोड़ा जाए, हमारे परिवार के सदस्य हैं लाया जाए और पूरी कोशिश करते हैं और उसके बावजूद अगर वह नहीं आता है तो पार्टी हमारी डिसिप्लिन वाली पार्टी है उनके ऊपर सख़्त से सख़्त कार्रवाई होती है।
Q:नहीं एक बार कह रहे हैं कि फ़र्क नहीं पड़ता और एक बार लाने का प्रयास हो रहा है?
A:क्योंकि यह कैडर बेस्ड पार्टी है और हमारी पार्टी विचारधारा से जुड़ी है, हमारा नेतृत्व सक्षम है कि अगर कोई व्यक्ति पार्टी छोड़कर भी जाता है तो हमारे कार्यकर्ता उस व्यक्ति के बग़ैर भी पार्टी को विजय बना सकते हैं।
Q:प्रधानमंत्री के अलवर को चुना गया, पहले ही रैली यहाँ की गई इसके पीछे कुछ कारण था या?
A: 2013 में भी हमने पहली रैली अलवर से ही शुरू की थी और हमारा विजय यात्रा यहाँ से शुरू हुई थी, फिर एक बार यहाँ से शुरू होगी।
Q:पार्लियामेंट के इलेक्शन में थी, पार्लियामेंट में थी।
A: 2013 में भी, आप ‘13 में शायद भूल गए असेंबली इलेक्शन थे।
बहुत-बहुत धन्यवाद।