Speeches

February 1, 2018

Speaking at Press Conference on Budget 2018, in New Delhi

रेल को एक नयी रेल बनाने की जो हमारी कल्पना है उसके तहत बहुत बड़े रूप में भारतीय रेलवे को समर्थन देने का निर्णय लिया है जो इस वर्ष का बजट में कल्पना हमने वित्त मंत्री जी के सामने रखी थी उसको शत-प्रतिशत स्वीकार करके मैं समझता हूँ जो आगे आने वाले दिनों में भारतीय रेल को सुरक्षित बनाना, उसको कैपेसिटी एक्सपैंड करके सुविधाजनक बनाना और आगे चलकर यात्रियों के लिए इस भारतीय रेल को First Preferred Choice mode of travel बनाने की जो कल्पना की गयी है उसके लिए आज एक बहुत बड़ा पड़ाव पार किया गया है|

लगभग तीन गुना निवेश भारतीय रेलवे के इंफ्रास्ट्रक्चर पर हो अगले वर्ष में, 1,50,000 करोड़ रुपये के करीब निवेश होगा भारतीय रेल की सुविधाएं बढ़ाने  में, जो 2013-14 के 50,000 करोड़ के निस्बत लगभग 3 गुना हो जाता है| साथ ही साथ सुरक्षा, सेफ्टी के लिए लगभग 73,000 करोड़ रुपये जो निर्धारित किया गया है इस बजट में यह अपने आप में ऐतिहासिक है और भारतीय रेल को सेफ्टी के मामले में जो हमने फोकस दिया है इसको एक प्रकार से दर्शाता है| 600 रेलवे स्टेशन को डेवेलोप किया जायेगा, उनका पुनर्गठन किया जायेगा| और कल्पना है कि भारतीय रेल के सभी स्टेशन और सभी ट्रेनों में वाई-फाई सर्विसेज और सीसीटीवी लगाकर सुरक्षा भी बढ़े और सुविधा भी बढ़े, यह कल्पना को भी माननीय वित्त मंत्री ने आज एनाउंस किया|

एक दो बहुत महत्वपूर्ण एनाउंसमेंट हुए एक था बैंगलोर में लगभग 17,000 करोड़ रुपये लगाकर एक सबअर्बन नेटवर्क बनाना जिसमें लगभग 60 किलोमीटर तो एलिवेटेड रेल होगी, बाकी स्टेशन डेवेलोप होंगे और करीब-करीब 150-160 किलोमीटर ओवरआल डेवलपमेंट करके बैंगलोर जहाँ पर बड़ी लोगों को समस्या रहती है यातायात की, घंटों लगते हैं एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए वहां पर 17,000 करोड़ का निवेश मंज़ूरी देने से मैं समझता हूँ कर्नाटक में, बैंगलोर में लोगों को बहुत बड़ा लाभ मिलेगा|

मैं खुद एक मुम्बईकर हूँ, मुंबई में एक-तिहाई यात्री भारतीय रेल के सफ़र करते हैं रोज़, लगभग 80 लाख यात्री रोज सफ़र करते हैं, सालों-साल मुंबई की सेवाओं पर कभी ज़ोर नहीं दिया गया, कभी निवेश नहीं किया गया इतने बड़े पैमाने पर| मैं समझता हूँ 50,000 करोड़ का निवेश इतिहास रचने जा रहा है, मुंबई की सबअर्बन नेटवर्क में करीब-करीब 11,000 करोड़ के काम 90 किलोमीटर के डबलिंग के और 150 किलोमीटर के नए लाइंस और साथ ही साथ उसके एयर कंडीशन सर्विसेज और बढ़े, एयर कंडीशन रेक्स और लायें जायें, सिगनलिंग सिस्टम को सुधारा जाये, स्टेशन में सुधार किया जाये|

50,000 करोड़ रुपये का निवेश मुम्बईकर और मुंबई की रेल सेवाओं को सुविधाजनक, सुरक्षित और तेज़ गति देने के लिए यह एक ऐतिहासिक निर्णय भारत सरकार ने लिया है| मुख्यमंत्री श्री देवेन्द्र फड़नवीस जी और मेरे बीच काफी इसपर विस्तार से चर्चाएं होने के बाद एक holistic vision, comprehensive rail development programme मुंबई का बनाया गया है| साथ ही साथ रेल यूनिवर्सिटी वडोदरा में इस वर्ष में जून-जुलाई से शुरू की जाएगी| एक ओवरआल भारतीय रेल एफिशेंटली ऑपरेट करे उसके ऊपर हम सबका पूरा विशेष ध्यान है| और मुझे पूरा विश्वास है आगे आने वाले दिनों में देश भर की जो 18,000 किलोमीटर की कैपेसिटी एक्सपेंशन का आज एनाउंसमेंट किया गया और साथ ही साथ लगभग 5000 किलोमीटर का डबलिंग, यह सब सुविधाएं ज़मीन पर उतरेंगी तो भारतीय रेल एक आदर्श के रूप में, and preferred mode of travel के रूप में फिर एक बार उभरेगा|

बहुत-बहुत धन्यवाद|

Question and Answer

Q: Hello Mr Goyal, sir what is the gross budgeted support in this budget?

A: 53,000 crores

Q: But last year it was 55,000?

A: पर हमें ज़रूरत नहीं पड़ी because extra-budgetary sources हमारे पास बहुत हैं तो हमको उतनी ज़रूरत नहीं पड़ी तो इसलिए हमने माँगा ही लगभग इतना अमाउंट था|

Q: 53,000 करोड़?

A: 53-55,000, इस बीच में हमारी कल्पना थी, the total is 55,000 crores.

Q: सर, मुंबई का आपने बताया महाराष्ट्र के बाकी कौनसे प्रोजेक्ट हैं, कितना निवेश हो रहा है और कब तक काम शुरू होगा?

A: वैसे तो कई प्रोजेक्ट देश भर में हैं, जो 18,000 किलोमीटर के प्रोजेक्ट जो बताये गए हैं वह देश भर में अलग-अलग जगह, अलग-अलग प्रोजेक्ट्स हैं वह डिटेल्स मिल जाएँगी| लेकिन एक निर्णय हमने कल मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडनवीस जी और मैंने लिया है लातूर एक बैकवर्ड रीजन है महाराष्ट्र का मराठवाडा में पड़ता है, लातूर में एक फैक्ट्री जो शुरू में इलेक्ट्रिक एयर कंडीशन लोकोमोटिव्स बनाएगी एमयूटीपी-3 के तहत और आगे चलकर मेट्रो काचेस बनाएगी, ऐसी फैक्ट्री बनाने का निर्णय कल ही लिया गया है|

Q: कितना रोज़गार आएगा सर इससे?

A: रेल फैक्ट्री में रोज़गार आता है, साथ में जो ancillaries लगती हैं आस पास उस सबमें रोज़गार आता है, जो पूरा इकोसिस्टम है एक फैक्ट्री के इर्द-गिर्द जो पूरा इकोसिस्टम डायरेक्ट और इनडायरेक्ट बनता है मेरा अनुमान है कि 30,000 लोगों को इससे काम करने की सुविधा और अवसर मिलेगा|

Q: मनोहर केसरी, इंडिया न्यूज़ से हूँ सर| सर आपने इसमें……. की बात की है और ईपीडब्लू… तो  यह कितने होंगे इसके बारे में थोड़ा clarify कर दीजिये| क्योंकि लोगों का यही कहना है कि बहुत ज्यादा ट्रेनें लेट होती हैं?

A: सही बात है, ट्रेनें लेट होने के दो प्रमुख कारण रहे हैं, एक रहा है कि हमने सेफ्टी पर बल दिया है जिसके तहत आपको जानकर ख़ुशी होगी कि जो 3,600 किलोमीटर का ट्रैक रिन्यूअल इस साल में वित्त मंत्री जी ने भी अनाउंस  किया उसके बदले हम कोशिश कर रहे हैं लगभग 4,500 किलोमीटर करने का, लगभग 20% more than target. पिछले साल 2,600 किलोमीटर ट्रैक रिन्यूअल हुआ था, इस साल 4400 किलोमीटर करने का अनुमान है, लगभग 80% के करीब वृद्धि होती है|

यह इसलिए किया जा रहा है कि सुरक्षा के ऊपर बल दिया जाये और जो दशकों से ट्रैक रिन्यूअल में हर बार डिले और डिफर्मेंट होती थी, हम कोशिश कर रहे हैं अगले साल तक पुराना जितना रिक्वायरमेंट है वह पूरा कर लिया जाये, उसके कारण थोड़े ट्रैफिक ब्लॉक ज्यादा लेने पड़ते हैं| साथ ही साथ फॉग की वजह से जो ट्रेनें धीमी हो जाती हैं उसका एक प्रमुख कारण है कि 150 साल से हमारे सिगनलिंग सिस्टम पुराना ही चले जा रहा है, आज भी लाल, पीला, हरा देखकर ट्रेन आगे बढ़ती है| एक निर्णय लिया गया है रेलवे बोर्ड द्वारा कि भारत के पूरे सिगनलिंग सिस्टम को अत्याधुनिक किया जाये और most modern ETCS-2, जो विश्व में सबसे modern है वह सिस्टम भारत में लगाया जाये, अगले 5-6 वर्ष में जैसे-जैसे यह सिस्टम लगेगा तो हमें फॉग की वजह से कोई ट्रेन लेट करने का कोई कारण आगे बचेगा ही नहीं|

Q: सर एक सवाल फिर से, cab signaling की बात कर रहे हैं?

A: ETCS cab signaling अलग होता है, सबअर्बन नेटवर्क में होता है, ETCS is similar to that with electronic interfaces. और जो ट्रेन के बीच में electronically read करता है distance, वह लाल-पीले के ऊपर dependent नहीं होगा|

Q: सर एक सवाल रोलिंग स्टॉक को लेकर है कि आपने कुछ इस बार train set को लेकर नए ad कर रहे हैं वह कब तक आ जायेगा और किस पैमाने पर होगा, मतलब दिक्कत यह है कि बहुत छोटे स्तर पर पायलट प्रोजेक्ट ही रहेगा कि कुछ बड़े स्तर पर चलेगा?

Chairman: नहीं, अभी तो एक ही पहली train set आये, जो हिंदुस्तान में बनी मेक इन इंडिया के तहत, तो पहली train set हमको उम्मीद है कि ऑपरेशनल होगी सितम्बर 2018 तक| उसके बाद उसको proliferate करेंगे उसके trails होकर establish करेंगे… पर यह बहुत मेजर उपलब्धि है|

A: इस सरकार में कोई भी चीज़ रुकती नहीं है, पहली तो सिर्फ एक शुरुआत होती है, मेरा अनुमान है कि जैसे-जैसे हमारा यह technology stabilize हो जाएगी आगे चलकर इस देश में कम से कम 100 train set हर वर्ष बनेंगे|

Q: रेल मंत्री जी, मेरा सवाल dynamic fare को लेकर है, पिछले जो मंत्री थे उन्होंने कहा था कि dynamic fare को ख़त्म किया जाये, उसपर अभी …. नहीं हो पाया है इस बजट में, क्या उसपर भी..?

A: एक कमिटी  ने उसपर पूरा विचार करके दोनों तरीके से कैसे इसको सुधार किया जाये और इसका लाभ जनता को पहुंचे, जनता को मिले दोनों को सामने रखते हुए एक होलिस्टिक इसपर विज़न, व्यू लिया जा रहा है, अभी तक निर्णय नहीं हुआ है|

Q: सर सेफ्टी के लिए जो .. करोड़ रुपये मेंशन किया है, क्या राष्ट्रीय सुरक्षा कोष का फण्ड भी इसमें शामिल है या फिर वह अलग से..?

A: कुछ पार्ट उसमें राष्ट्रीय सुरक्षा कोष…

Q: सर कितना ऐड हुआ है?

A: 20,000 करोड़!

Q: सर यह state-wise, allocation of funds projects-wise मिल जायेगा सर?

A: वह 5 तारीख के बाद मिलेगा|

Q: सर चन्दन हूँ मैं न्यूज़18 इंडिया से, वित्त मंत्री जी ने डीएफसीसी की बात की, जानना चाह रहा था कि जो कॉरिडोर बन रहा है उस रूट की सारी माल गाड़ियाँ डीएफसीसी पर चलेंगी या नया मार्किट डेवेलोप किया जायेगा?

Chairman: नहीं, इसमें मेन तो नया मार्किट डेवेलोप किया जायेगा, क्योंकि अगर हम सिर्फ वही गाड़ियाँ चलाएंगे तो हमको financial advantage नहीं होगा| कुछ गाड़ियाँ ज़रूर ट्रान्सफर होंगी डीएफसीसी में उस रूट की….!

A: जो ओवरलोडेड सेक्शन है उसमें थोड़ा ट्रान्सफर होगा|

Q: सर यह मुंबई और आपने बैंगलोर के सुबअर्बन रेलवे के रिवैम्प का आपने अन्नौंस किया, तो सर will it be self-financing, because it doesn’t find a mention in the ….?

A: See, as per the present policy of the railway board, 80% of the financing has to come from the state, 20% from the railways. However, keeping in mind the request of many states and the ability to monetize assets in the states what we have done is we are reviewing that policy and for those states which allow TOD (Transit Oriented Development) rights where you give an extra FAR (Floor Space Index) of 4 or 5. There we will allow a 50-50 sharing ration. We will probably create an SPV at the local level, and between the state and centre will share 50-50.

Q: So, largely, it will be done through monetization of assets?

A: And the share can come through monetization of assets.

Q: Sir, one more question. The long-term vision of operating ratio is 85% by 2022, so how do you intend to achieve that?

A: Well, through increased capacity, more efficient planning, once the signaling system is changed, that itself will have a transformational impact, both on safety and on capacity, because today we have to keep a lot of headway between two trains. With the ETCS-2 coming into force, that will reduce significantly. Like Mumbai trains, they work at 3 or 4 minute frequency, once cab system comes into Mumbai trains that will reduce to nearly 2 minutes, so you can have double the number of trains.

Similarly, nationally, we are hoping to bring in ETCS-2 in the next 6 years which will reduce the headway between two trains.

Q: Sir, what will be your asset monetization plan for next financial year?

A: We have yet to draw it up more specifically, but it will be very aggressive that I can assure you.

Q: सर मैं विनीत हूँ ईटीवी न्यूज़ से, सर मैं जानना चाहता हूँ कि एयरपोर्ट की संख्या आप 5 गुनी करने की बात वित्त मंत्री कर रहे थे, डायनामिक फेयर में कई बार हम देखते हैं कि जो ट्रेन की जो fares हैं वह एयरलाइन से ज्यादा होती है, इतनी बड़ी चुनौती मान रहे हैं क्योंकि एयरलाइन्स अपने आपको एक्सपेंशन कर रहा है और फेयर में आपके साथ कम्पटीशन भी कर रहा है?

A: मैं समझता हूँ कि यह इसलिए चुनौती नहीं रहेगी क्योंकि एक बार रिव्यू होगा तो उसमें हर एक पहलू को देखते हुए रिव्यू होने जा रहा है डायनामिक फेयर – पहली बात| और दूसरी बात जो कनेक्टिविटी रेलवे देती है वह और कोई माध्यम नहीं दे सकता, दूर दराज़ के इलाके से एक जगह से दूसरी जगह जो रेलवे से जाने की सुविधा है उतनी कोई कनेक्टिविटी और कोई साधन से नहीं मिल सकती|

Q: Sir, a couple of (inaudible), one, what will be the share of borrowings for the year. And second, what is the operating ratio that you take forward?

 A: For this year, the operating ratio is set at 92.5%, and the borrowing will be, of course, mostly for the capex, and I would expect that borrowing to be in the region of around 70,000 crores and a lot of projects will also come up in public-private partnership.

Q: सर पहले भी ऐसी चर्चा होती रही है कि जो अगर एसी क्लास में वेटिंग रहती है तो उनको एयरलाइन्स का टिकेट देगी रेलवे, इस तरह की schemes पर, तो क्या रेलवे इसको कंसीडर करने जा रही है, आगे कुछ फाइनल होने जा रहा है?

A: कर सकते हैं कंसीडर, वेटिंग लिस्ट में जो है दोनों को फायदा होगा, हमको भी फायदा होगा|

Q: और पिछले साल बजट में घोषणा की गयी थी कि तेजस और सारे ट्रेन, उदय वगैरा चलेगी, तो इस बार वह  चलेगी या नहीं चलेगी इस बजट में?

A: मेरे खयाल से कई जगह चल रही हैं, 11 तेजस already चल रही हैं और यह बढ़ते जायेंगे|

Q: सर उदय?

A: उदय भी पहली उदय इस साल में आ जाएगी|

Q: सर क्या पीयूष गोयल कोई ट्रेन दे रहे हैं इस देश को?

A: पीयूष गोयल मात्र निमित्त हैं! हमारा कोई individual का इसमें कोई वह नहीं है, अलग-अलग प्रकार की चीज़ें इस देश में नयी आनी चाहिए, जैसे हमने एक निर्णय लिया कि पुराने को आईसीएफ डिजाईन के Coaches हैं यह जून ’18 तक सब बंद हो जायेंगे उसके बाद नहीं बनेंगे, सिर्फ LHP बनेंगे| साथ ही साथ अब हमारे अधिकारी देख रहे हैं कि और अत्याधुनिक क्या डिजाईन हो सकता है – एल्युमीनियम बॉडी, स्टेनलेस स्टील बॉडी| तो यह एक निरंतर modernisation और improvement का सिलसिला लगा रहना चाहिए, मैं उसमें विश्वास करता हूँ|

Q: सर रेल को लेकर दिल्ली में यातायात का बहुत समस्या है और मेट्रो के किराए बढ़ा दिए गए हैं और डीटीसी भी बहुत कम है, तो उसको लेकर पिछले बजट में जो है रिंग रेल के बारे में कहा गया था तो…?

A: इसके बारे में जो माननीय सांसद हैं दिल्ली के वह सब मुझे मिलने आये थे, माननीय हर्षवर्धन जी भी आये थे, उनके मंत्री जी और सब बाकी 6 सांसद भी आये थे, और विस्तार से चर्चा हुई है कि दिल्ली में क्या-क्या सुविधाएं बढ़ाई जा सकती हैं रेलवे के माध्यम से जो सप्लीमेंट करेंगी मेट्रो नेटवर्क को भी और सुविधा बढ़ा देगी लोगों को यातायात करने के लिए| तो उसपर चर्चा हुई है, अधिकारी और कॉर्पोरेशन के साथ मिलकर अभी एक स्कीम बनेगी जैसे ही तैयार हो जाएगी वह आपके समक्ष रखेंगे उसको|

एक इंटरेस्टिंग जानकारी देता हूँ| जनवरी 2018 में, एक ही महीने में 576 किलोमीटर रेल रिन्यूअल हुआ है, 576 किलोमीटर, 1 से 31 जनवरी के बीच| यह इतिहास रचा गया है, भारतीय रेल ने कभी भी 576 किलोमीटर एक महीने में ट्रैक रिन्यूअल नहीं किया और यह कोई एक साथ नहीं होता है यह देश भर में सैंकड़ों जगह किया गया होगा, छोटे-छोटे पैचेज़ में होता है| तो आप समझ सकते हैं कि कितना बड़ा काम देश भर में हुआ है जिससे यात्रियों की सुविधा सुरक्षित हो, अभी भी और बहुत काम बाकी हैं|

धन्यवाद|

Subscribe to Newsletter

Podcasts