Speeches

April 12, 2017

Speaking at Hindustan PSU Awards in New Delhi

Thank you madam, सबसे पहले तो विलंभ से आने के लिए मैं आप सबसे माफ़ी मांगूंगा, आज का दिन ही कुछ ऐसा था कि suddenly एक के बाद एक नयी चीज़ें add होती गयीं | आपका कार्यक्रम तो बहुत पहले निर्धारित हुआ था लेकिन Cabinet की meeting आ गयी फिर Council of Ministers, तो लगभग सभी मंत्री देर से आये होंगे एक एक अपना काम ख़त्म करके, तो आप सब, और आप सब क्योंकि यहाँ काफी लोग PSUs से हैं तो आप जानते हैं कैसे अपनी, आपकी भी ज़िन्दगी ऐसे ही चलती होगी, कब किधर बुला लिया जायेगा कोई भरोसा नहीं है | पर वास्तव में शशि शेखर जी का मैं धन्यवाद करूँगा, हिन्दुस्तान का धन्यवाद करूँगा कि जिस परिश्रम से, जिस महनत से हमारे public sector के सभी अधिकारी, सभी कंपनियां काम करते हैं उसको recognize करने का जो आपने साहस किया, खासतौर पे ऐसी दुनिया में जब बार बार यह विषय आता है कि awards जब देखें हम तो वही 4-6-8 कंपनियों को awards देके देके इतने सालों से वही 6-8 नाम घूमते रहते हैं | और उसमें क्योंकि public sector companies को कई चुनौतियों के साथ काम करना पड़ता है, कई उनको public service के नाते कई चीज़ों में accommodative रहना पड़ता है, सिर्फ profit एक motive नहीं रहता है public sector undertakings का |

ऐसी परिस्थिति में हिन्दुस्तान ने इनको award किया यह मैं मानता हूँ बहुत अच्छी पहल है | वास्तव में award मिलने से एक उत्साह भी बढ़ता है, कंपनी में जोश आता है कि और अच्छा काम करें, जिन लोगों को award नहीं मिला वह अगले साल और अच्छा काम करने के लिए प्रोत्साहित होते हैं | और मैं समझता हूँ इस award को अगर उसी रूप में हम सब देखें तो वास्तव में इस award का सार्थक परिणाम अच्छा होगा | हिन्दुस्तान का जो reach है और शायद देश में second highest readership होगी हिन्दुस्तान की | तो उस पूरे reach में इन सब कंपनियों की उपलब्धियां, इन सब कंपनियों के बारे में जानकारी पहुँचती है और बहुत बड़ा हिंदी heartland है इसमें, दिल्ली है, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, of course, बिहार, मैं confidence से बोल सकता हूँ क्योंकि चुनाव अभी एक के बाद एक आये हैं तो आपके तो आगे पीछे हमको बहुत घूमना पड़ता है |

लेकिन वास्तव में हिन्दुस्तान की जिस बड़े area में reach है उसमें इन सब कंपनियों के परिश्रम के बारे में, इन सबकी उपलब्धियों के बारे में जानकारियाँ पहुंचे तो कई ग़लतफ़हमियाँ जो हैं public sector companies के बारे में वह भी दूर करने का एक मौका मिलता है | मैं तो अपने आप में हैरान हूँ किस परिस्थितियों में यह लोग काम करते हैं और किस प्रकार का काम करने में सफल होते हैं, हो सकता है कुछ गलत काम भी detect होते हों, कुछ गलत कामों में हमको और ज्यादा सतर्क रहना पड़ेगा, और ज्यादा मेरे खयाल से हम कंपनियों को भी ज़िम्मेदारी से काम करना पड़ेगा कि गलत काम हमारे हमारे इलाकों में जो जो हो रहे हैं उसको कैसे रोका जाये | लेकिन on balance अगर हम देखें तो public sector companies का काम करना सरल नहीं हैं, चाहे वह उसकी राजनीतिक compulsions हों, किस प्रकार से जब demonetization हुआ तो पूरे banking infrastructure पे कितना बड़ा भार पड़ा और उसको कितनी अच्छी तरीके से पूरी banking व्यवस्था ने संभाला | कठिनाइओं के बावजूद दिन भर जनता का आक्रोश भी लेते हुए किस प्रकार से 50 ही दिनों में पूरे देश में लाखों करोड़ रुपये पहुँचाना और लगभग कठिनाई के बावजूद इस विषय को निर्धारित समय में पूरा करना यह अपने आप में बहुत बड़ा success story था |

मैं अपने विभाग में भी देखता हूँ कहाँ हम सुनते थे कि कोयले की कमी, कोयले की कमी, मात्र दो वर्ष में इतने बड़े पयमाने में कोयले के उत्पादन में वृद्धि हुई कि पिछले वर्ष तो हमको कोयले के उत्पादन को रोकना पड़ा, यह परिस्थिति आ गयी | CCL को आपने अभी अभी award दिया, CCL ने तो फिर भी अपना निर्धारित growth का target meet किया लेकिन उसका परिणाम यह हुआ कि coal stocks इतने बढ़ गए कि अप्रैल में तो मैं समझता हूँ अगर सबको छुट्टी दे दी होती और एक महीना coal production बंद कर लेते तो भी शायद कोई दिक्कत नहीं आती भारत की coal requirements meet करने में |

तो यह दिखाती हैं कि क्षमता थी, क्षमता को channelize करने की आवश्यकता थी और मात्र दो वर्ष में जो परिस्थिति shortages की हमने वर्षों वर्षों तक, शायद दशकों तक देखी उसको दो ही वर्ष में यही public sector companies ने convert कर दिया surpluses में | NTPC ने अभी अभी 50,000 MW का लक्ष्य पूरा किया, आज 50,000 MW की installed capacity और लगभग एक-चौथाई देश की बिजली public sector company NTPC बनाती है | और इसी श्रंखला में जितने यहाँ पे आज awardees बैठे हैं सबने अपने अपने काम, कार्यशैली से बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है |

मैं कुछ आंकड़े निकाल रहा था, 1951 में 29 crores सिर्फ पूरे public sector undertakings में investment थी, in 1951 | बढ़ बढ़ के भी वह कोई ऐसी नहीं हो गयी है कि बहुत जो कई बार आलोचना होती है उस प्रकार से वृद्धि नहीं हुई है, आज भी मैं समझता हूँ पूरा net worth of all the PSUs put together शायद ….. करोड़ रुपये | और कई बार PSUs की loss के ऊपर आलोचना होती है उसका भी जब मैंने आंकड़ा निकाला तो जो लगभग 150 profit-making PSUs हैं वह 1.3 crore सालाना profit करती हैं, और loss जो है कुछ 77 loss-making PSUs हैं, उसका कुल loss मिलाएं तो शायद 273 करोड़ ही होता है | तो ऐसा कोई ……. situation नहीं है, कुछ loss-making PSUs को हम control कर सकेंगे, loss को भी कम कर सकेंगे, कुछ strategic sales से निकाला जा रहा है उनको PSU structure से बाहर किया जा रहा है, कुछ के land monetization करके शायद उनके जितना ऋण है, जो पुराने देन-दारी है वह सब पूरी की जा सकती है |

तो मैं समझता हूँ on balance, आज भी यह public sector undertakings का बहुत महत्वपूर्ण रोल है भारत के विकास में, भारत की प्रगति में | आज भी जब हमें जम्मू कश्मीर में बिजली की लाइन लगानी हो या बिजली की व्यवस्था गाँव गाँव तक पहुंचानी हो चाहे वह दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के तहत गावों का, ग्रामीण क्षेत्रों का विद्युतीकरण हो, घरों का विद्युतीकरण हो, तो contractor आसानी से नहीं bid करते हैं | हमें पिछले दो साल में कई बार tender करने के बाद जम्मू कश्मीर सरकार ने निहत्थे होके कहा कि भाई PGCIL को दीजिये वही कर पाएंगे वहाँ पे काम | झारखंड के जो dense forests हैं जहाँ 70 साल तक हम बिजली नहीं पहुंचा पाए वहां पे सरकारी कंपनी के द्वारा ही बिजली पहुँचाने का काम करना पड़ रहा है |

और वास्तव में जिस कठिन परिस्थितियों में कई companies काम कर रही हैं वह, it is truly inspirational. पीछे आसाम का मेरे पास कुछ photos वगैरा आई थी, वहां पे गाँव में बिजली पहुँचाने के लिए नहर के अन्दर बीच में पानी के अन्दर अपने कंधे पे poles और transformers उठाके लोग जा रहे थे क्योंकि कोई और connectivity नहीं है वहाँ जाने के लिए | एक जगह तो शायद पहाड़ों में किधर बिजली पहुंचानी थी तो लोग उसको transformer को जो सब पहाड़ी लोग होते हैं वह उठाके लेके जा रहे थे, pole के ऊपर transformer mount करके लेके जा रहे थे |

So these are very inspirational stories which sometimes remain unsung, unheard of. और मैं समझता हूँ अगर enabling environment अच्छा दिया जाये तो हमारे public sector companies कोई private sector के पीछे नहीं रहेंगे | हमारी एक कंपनी है जिसने LED bulbs का revolution इस देश में लगभग ऐतिहासिक कहूँगा इसलिए क्योंकि पूरे विश्व में इतना बड़ा ramp up कभी नहीं हुआ है – EESL – Energy Efficiency Services Limited | I am surprised उसका इस list में नाम नहीं है | I don’t know whether the jury even considered it this awardees की list में, because वास्तव में EESL ने जो 2 वर्ष में परिणाम दिखाएं हैं वह absolutely unparalleled in India’s corporate history रहे होंगे | जो LED bulbs 2 वर्ष पहले 310 रुपये के ख़रीदे जाते थे उस LED bulb को और अच्छी क्षमता, और अच्छे specifications वाले bulb को आज 2 वर्ष बाद लगभग 87-88% सस्ता, यानी 310 की चीज़ आज 38-40 रुपये में खरीदना, और अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों से खरीदना, high quality, Philips जैसी कंपनियों से खरीदना, transparent procurement, e-procurement द्वारा दाम इतना कम करवाना और जहाँ शायद साल में उनका turnover 35 करोड़ होता था, अब इतने कम दाम करने के बावजूद लगभग 1500 करोड़ turnover पे पहुँच गए हैं, इस प्रकार का ramp up दो ही वर्षों में |

और एक छोटे से इस programme से, 22-23 करोड़ bulb इन्होने अभी तक बेचे हैं, 1 रुपये की सब्सिडी नहीं, उससे consumers के 12,000 करोड़ रुपये के सालाना बिजली के bill कम हो गए, 12,000 करोड़ के, एक छोटे programme से | अब यह भी public sector undertaking ही है, इसी का कारनामा है, इसी का काम है | अब तो चुनाव ख़त्म हो गया है तो शशि जी यह बोल सकता हूँ यह काम बोलता है |

लेकिन वास्तव में मैं समझता हूँ on balance as I said earlier, PSUs ने अच्छा काम किया है, महनत की है, बहुत कठिन परिस्थितियों में काम किया है | और यह बाबा साहेब आंबेडकर की कल्पना थी जब उन्होंने लगभग 70 वर्ष पहले यह बात कही थी कि भारत में शोषण न हो, economic exploitation न हो जनता का इसके लिए बहुत ज़रूरी है कि एक vibrant public sector भी होना चाहिए | आखिर अगर उस समय हमने steel plants public sector के माध्यम से नहीं लगाये होते, या उस समय mining को public sector के माध्यम से प्रोत्साहन नहीं दिया होता, या उस समय के hydro projects जो बड़े बड़े लगे, Bakranangal हो, Sutlej-Vyas link हो, यह सब hydro projects उस समय अगर public sector के द्वारा नहीं लगे होते तो शायद आज इस देश में इतनी ज्यादा सुविधाएं नहीं उपलब्ध होती सब के लिए |

Railway network जिस प्रकार से करोड़ों लोगों को सेवा करता है, मनोज जी रोज़ क्या 2 करोड़ लोग railways से travel करते हैं? 2 करोड़ 30 लाख लोगों को आज भारत का rail network रोज़ serve करता है, और मैं तो मुंबई से आता हूँ, रोज़ कॉलेज जाता था तो Suburban Railway से ही जाता था | तो हम सबने, मैं समझता हूँ इस रूम में हर एक व्यक्ति ने railway का लाभ लिया होगा, ऐसा कोई व्यक्ति नहीं होगा जिसने अपने अपने जीवन में अलग अलग तरीके से public sector companies होने का लाभ नहीं महसूस किया होगा |

और मैं तो यह भी मानता हूँ, हो सकता है कि कुछ कंपनियों को भारी loss भी हुआ हो | Air India का example लें, कई बार Air India की बड़ी आलोचना होती है, मुझे लगता है Air India को भी turnaround किया जा सकता है | हम सबने अगर उसमें थोडा और गहराई से देखा तो उसका turnaround भी वहीँ के अधिकारी और वहीँ के employees कर सकते हैं, वह कोई बाहर वाला आके कर नहीं पायेगा, उन्ही को करना पड़ेगा | और ऐसे turnaround कि इसको अभी आपने, कौनसी company थी जिसको अभी award किया? Central Electronics को, मैं समझता हूँ BEML भी बीच में काफी हालत खस्ता थी, coal की तो कई companies का turnaround example रहा है | पर Air India को कई बार लोग आलोचना करते हैं और कहते हैं उसको wind up कर देना चाहिए, वगैरा, लेकिन जब Yemen में कोई तकलीफ आती है और हमको evacuate करना पड़े हजारों लाखों लोगों को, या आपने वह Airlift picture देखी होगी जिसमें Kuwait से evacuate किया था इतने बड़े पयमाने पे तब private sector के कोई airline ने agree नहीं किया था कि वह जाके उनको evacuate करे |

वह तो डरते थे war zone में जाने के लिए | तब Indian Airlines या Air India के ही लोग गए थे और वास्तव में एक National Carrier होने का बहुत बड़ा महत्व होता है, particularly in times of national crisis. जब हमें North East में मणिपुर में blockade होता है और सामान पहुँचाना होता है तो Army, Air Force के planes तो जाते ही हैं लेकिन अपना National Carrier है जो जाके वहाँ पे serve करता है | और वास्तव में उन लोगों के लिए जो कई बार जाति और धर्म के बारे में ज्यादा उत्साह रखते हैं और national discourse को उस रूप में उस दिशा में ले जाना चाहते हैं उनको यह भी बता दूं कि आज जब Hajj के लिए हमें passengers लेके जाने होते हैं Hajj subsidy वगैरा देके, कई passengers को Mecca लेके जाया जात है, Saudi Arabia, तो आपको जानके हैरानी होगी कि कोई private carrier passengers को लेके जाने के लिए तैयार नहीं होता है | अधिकांश उन सबको लेके जाने की सुविधा सिर्फ Air India के माध्यम से करी जा पाती है, जबकि बहुत high rates पे उन  passengers को लेके जाया जाता है | The rates given on that sector are quite high, quite attractive. पर private carriers उस काम में लगने को तैयार नहीं होते |

मुझे पूरा विश्वास है कि public sector का एक बहुत महत्वपूर्ण रोल है हाँ यह बात भी ठीक है कि हमने कई उसमें सुधार लाने की भी आवश्यकता है, हमने अपने processes को सुधार करना है | आज एक presentation की गई Council of Ministers में जिसमें जो नया procurement portal भारत सरकार ने शुरू किया है – GeM, और एक प्रकार से एक electronic marketplace,  government की एक electronic marketplace तैयार की है, मैं समझता हूँ हम सब PSUs ने अगर मिलके हमारी जो जो procurement है अगर इस marketplace, e-commerce की marketplace से लेना शुरू किया या जो जो चीज़ें हम बेचते हैं उसको GeM के माध्यम से offer करना शुरू किया, reverse bidding के लिए use किया, e-bidding के लिए use किया तो मुझे पूरा विश्वास है कि हम अपनी profitability, अपनी performance, अपनी efficiency भी सुधार पाएंगे और transparency ला पाएंगे अपने काम में | और अच्छी तरीके से जनता की सेवा कर पाएंगे और कई बार जो धब्बा लगा है public sector undertakings पे उस धब्बे से भी हम अपने आपको मुक्त कर पाएंगे, और ज्यादा पारदर्शिता हो अपने काम में, और ज्यादा ईमानदारी दर्शाए सब लोगों को अपने काम में और ज्यादा sensitivity दिखे जिस प्रकार से हम जनता की सेवा में लगते हैं |

तो मुझे पूरा विश्वास है कि public sector का जो एक बहुत important role है इस देश के विकास, प्रगति और भविष्य के लिए उसमें हम और चार चाँद लगा पाएंगे, सभी award winners को मैं तहे दिल से बधाई देता हूँ, आप सभी को शुभकामनाएं देता हूँ कि अगले वर्ष के award में और नयी कंपनियां जुडें, और नयी कंपनियां अपने काम से award पाने के लिए तैयार हो जायें | बहुत अच्छा सक्षम jury ने काम किया, बहुत महनत की, बहुत detail में जाके इन सब companies को choose किया है | और मुझे पूरा विश्वास है कि जैसे जैसे और awards हमारी कंपनियां लेंगी वैसे वैसे उनका भी उत्साह और बढेगा और नयी companies में भी उत्साह आएगा कि वह भी award के लायक बनें, award पाने के लिए अपने सभी अधिकारियों को, कर्मचारियों को प्रोत्साहित करें | आप सबको बहुत बहुत शुभकामनाएं और हिन्दुस्तान को भी मैं बधाई दूंगा और धन्यवाद दूंगा कि आपने हमारी public sector undertakings को भी recognize किया, reward किया |

बहुत बहुत धन्यवाद शशि जी |

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