Speeches

March 24, 2017

Speaking at Media Fest 24 – MANTHAN 2017, New Delhi

Q: सबसे पहले पियूष जी आपका बहुत बहुत धन्यवाद कि आप ISOMES में यहाँ पर students से बात करने के लिए आये, आपने उनका मान-सम्मान रखा, उनके लिए आप एक प्रेरणा के श्रोत हैं | तो मुझे लगता है कि दो शब्द आपको बच्चों के लिए ज़रूर कहना चाहिए |

A: बहुत बहुत धन्यवाद अनुराधा जी, आप सबका बहुत बहुत अभिनन्दन, आज आप में से कई विद्यार्थी graduate किये हैं, मुझे पता चला अभी अभी Convocation हुआ है, तो आप सबको अपनी degrees मिली हैं | बहुत बहुत बधाई और बहुत बहुत शुभकामनाएं आगे आपके जीवन के लिए | मुझे बड़ा आनंद आ रहा है आप सबको मिल के और मैं समझता हूँ आज मैं स्वभाग्यशाली हूँ इसके पहले भी मेरा एक कार्यक्रम Young Indians का था, CII के Young Indians के Convention में और अब अनुराधा जी के माध्यम से आप सबसे मिलने का मौका मिला, बहुत बहुत आभारी हूँ आपका और Institute of Mass Communication जो आप चला रहे हैं उसके लिए आपको बधाई दूंगा क्योंकि वास्तव में अच्छी शिक्षा मिले, अच्छा कौशल विकास हो और training के साथ आगे के भविष्य के journalists बनते हैं तो मैं समझता हूँ ज़िम्मेदार reporting होगी, ज़िम्मेदार तरीके से विषय जनता तक पहुंचेंगे, सच्चाई जनता तक पहुंचेगी, और जो आपके ऊपर दायित्व है मीडिया के भाईयों बहनों पर कि देश में अच्छी तरीके से व्यवस्था चले, ईमानदारी से व्यवस्था चले और जहाँ जहाँ कमियां हैं उसकी आलोचना भी होनी चाहिए, जहाँ जहाँ कुछ अच्छा काम हो उसकी सराहना भी होनी चाहिए, इस प्रकार का एक balanced reporting अगर देश में होता है तो उससे आज की सरकार, आज का विपक्ष और अलग अलग संस्थाएं चाहे वह देश की Institutions हों, Elections Commission, Judiciary, Competition Commission जो institutions देश की पूरी व्यवस्था को सँभालते हैं चाहे वह उद्योग जगत हो, चाहे वह पुलिस या bureaucracy हो, चाहे वह राजनीतिज्ञ हो, सरकार हो, विपक्ष हो, हम सबके ऊपर एक निगरानी रखने का दायित्व जनता ने मीडिया के ऊपर दिया है | मीडिया का बहुत important role है देश की पूरी व्यवस्था को संतुलन में रखने का और मीडिया का उतना ही बड़ा role है कि जब अच्छे काम होते हैं उसको भी जनता में प्रेरणा देने के लिए और बड़े रूप में फैलाएं, और बड़े रूप में जनता को अवगत कराएं अच्छे चीज़ों से |

तो मैं समझता हूँ आप सबके ऊपर जो ज़िम्मेदारी है, ISOMES की इस अच्छी शिक्षा से आप सबके कन्धों पे आई है एक ज़िम्मेदार reporter बनने की, एक ज़िम्मेदार journalist बनने की और आगे भविष्य में कैसा एक अच्छा देश का निर्माण हो, कैसे भारत और एक अच्छी व्यवस्था के रूप में चले और देश की जनता की सेवा हो | इस ज़िम्मेदारी को सही मायने में आपके कन्धों में अनुराधा जी और ISOMES ने दिया है और मुझे पूरा विश्वास है जो आपको शिक्षा मिली है ISOMES से उस शिक्षा को पालन करते हुए, इस्तेमाल करते हुए आप एक अच्छे journalist, अच्छे reporter, अच्छी एक media personality बनेंगे, इसका मुझे पूरा विश्वास है, आप सबको बहुत बहुत शुभकामनाएं |

Q: पियूष जी thank you, thank you for speaking such good words for our students. I am sure आपसे वह प्रेरणा लेके बहुत कुछ सीखेंगे और ज़िन्दगी में आपकी तरह आगे बढ़ने की कोशिश करेंगे | पियूष जी बहुत सारी बातें हो रही हैं आजकल suddenly New India की बारे में, यह New India क्या है ज़रा इसको थोडा सा explain करें, क्योंकि New India के बारे में लोग New India, New India सुन तो रहे हैं, लेकिन क्या है यह?

A: देखिए भारत में एक दिशा के हिसाब से हमने 70 वर्ष पूरे देश की प्रगति हुई है, प्रगति के अलग अलग मापदंड लगाये जा सकते हैं, कोई कहेगा कम हुई है, कोई कहेगा ज्यादा हुई है | लेकिन इतना तो हम सब मानेंगे कि पर्याप्त नहीं हुई है | जितनी इस देश की आशाएं थीं, आकांक्षाएं थी जितनी ज़रूरतें हैं एक 120 करोड़ की जनता को जिस जिस प्रकार का एक भविष्य की उम्मीद थी वह देने में आज हमारा देश असफल रहा है | इसका यह मतलब नहीं कि हम निराश होके बैठ जायें इससे हमें प्रेरणा लेनी है कि एक अच्छा भविष्य देश के 120 करोड़ लोगों को मिले, एक आत्मविश्वास से यह देश आगे जाये, यह देश आत्मनिर्भर बने और जो लक्ष्य New India के साथ प्रधानमंत्री जी ने जोड़ा है कि 2022, 15 अगस्त 2022, जब भारत की आज़ादी के 75 वर्ष पूरे होंगे, उस वर्ष तक हम एक ऐसे देश की कल्पना करें जिस देश में हर व्यक्ति के सर पर छत होगी, उसका अच्छा मकान होगा, उस मकान में 24 घंटे बिजली होगी, उस मकान में शौचालय की सुविधा होगी, एक सड़क पहुंचेगी उस मकान तक, पेयजल, अच्छा शुद्ध पेयजल मिलेगा और स्वास्थ्य और शिक्षा की अच्छी सुविधाएं हर नागरिक को भारत में मिले | ऐसे भारत की कल्पना प्रधानमंत्री मोदी जी ने देश के समक्ष रखी है | हम सबको उन्होंने एक अपना vision प्रस्तुत किया है कि इस vision के हिसाब से हम सब काम करें |

यह बात नहीं है कि प्रधानमंत्री जी हम से बहुत काम कराते हैं, प्रधानमंत्री जी ने एक मौका दिया है हम सबको कि हम इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हम भी उसमें अपना योगदान दे सकें | और मैं तो अपने आपको सौभाग्यशाली  मानता हूँ और वास्तव में आप सब भी सौभाग्यशाली हैं कि जब भारत तेज़ी से प्रगति करे उसमें आप सबका भी योगदान होगा, आप भी इस पूरे journey में हमारे साथ रहेंगे, हमारी आलोचना भी करेंगे, सराहना भी करेंगे, अच्छा-बुरा जनता तक पहुंचाएंगे, नयी नयी योजनाओं के साथ जनता को जोड़ेंगे | तो मैं समझता हूँ यह पूरे जो युवा पीढ़ी का जो उत्साह है उस उत्साह को एक vision दी है प्रधानमंत्री जी ने New India से जोर के |

Q: पियूष जी suddenly आजकल 2022 की बात होने लगी है, लोग कह रहे हैं 2022-2022, तो मैं यह समझने की कोशिश कर रही हूँ तो क्या अब मान लिया जाए कि आप लोगों ने मान लिया है कि 2019 का चुनाव आप ही जीत रहे हैं?

A: देखिए हर चुनाव अपने आप में महत्वपूर्ण होता है और हर चुनाव को हम एक चुनौती भी मानते हैं और हर चुनाव में हम पूरी ताक़त और जोर से लड़ते हैं जीतने के लिए | हम समझते हैं कि हमारा एक दायित्व है कि चुनाव को जनता के पास एक रिपोर्ट कार्ड भी लेके जायें और जनता के पास अपना विज़न भी लेके जायें | तो ऐसा मैं आपको पूरा विश्वास दिलाता हूँ हम complacent नहीं हैं, हम कोई ऐसे बैठ नहीं गए हैं कि बस 2019 तो हम जीत गए हैं, लगातार यह सरकार काम में लगी रहती है | और आपको जानके ख़ुशी होगी 6 तारीख को वाराणसी में हमारा campaign ख़त्म हुआ, 3.30 बजे की flight लेके वहां से हम दिल्ली आये, 6 बजे कैबिनेट ली, कैबिनेट में बहुत महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए और उसके बाद late रात तक जो backlog था काम का, फैलें जो निर्णय लेने थे उसमें हम सब मंत्री जुड़े हुए थे | तो हमारे हिसाब से तो काम कभी ख़त्म नहीं होता है, चौबीसों घंटे काम करने का हमारे ऊपर दायित्व है और 2019 के हमारे अलग लक्ष्य हैं, 2019 तक क्या क्या करना है उसके लिए हमने अलग मापदंड बनाये हैं | लेकिन एक व्यापक विज़न जो आगे की होती है वह विज़न short term नहीं होती है, वह short term एक कुछ कल्पना होती है, medium term लक्ष्य होता है और long term मिशन होता है | तो हम तीनों के ऊपर काम कर रहे हैं, 2019 तक भी इस देश में किस प्रकार से देश की जनता की आकांक्षाओं को कितना पूरा कर सकेंगे उसपे भी हमारा पूरा ध्यान आकर्षित है |

आज देश में बिजली की कोई कमी नहीं है | यूपी में हम चाहते हैं कि हर एक के घर तक बिजली पहुंचे, यूपी में हम चाहते हैं कि नॉएडा में भी चौबीस घंटे बिजली मिले | ऐसे हमारे पास बहुत सारे काम करने को हैं और उस काम में हम निरंतर लगे हुए हैं |

Q: मोदी जी ने यह भी बात कही कि middle class जो है वह बहुत stress में है, उसका stress कम करना है, middle class हमारे यहाँ का जो है वही जो है वह देश की जिसे कह सकते हैं धड़कन है, उस धड़कन की stress ख़त्म करने के लिए आप लोगों ने अपने लिए और पियूष गोयल ने अपने लिए personally क्या target रखा है कि middle class की मैं यह problem को कैसे solve करूं?

A: देखिए हर एक वर्ग की अपनी अपनी समस्याएं हैं | मैं समझता हूँ जो गरीब है उसकी अपनी समस्याएं हैं, जिसके प्रति हमें संवेदनाशील होना है, जिसकी पूर्ति करने का भी हमारे ऊपर दायित्व है | मध्यम वर्ग की एक अलग प्रकार की समस्याएं होती हैं, उन्होंने अपने जीवन में एक स्थान प्राप्त किया है लेकिन उस स्थान के हिसाब से क्या शिक्षा प्राप्त कर पा रहे हैं उनके बच्चे? क्या उस स्थान के हिसाब से उनके घर में चौबीस घंटे बिजली आ पा रही है? वैसे transport की क्या facilities है, law and order की क्या स्थिति है, आखिर law and order सबसे ज्यादा अगर किसी को तकलीफ देता है, गुंडाराज सबसे ज्यादा किसी को तकलीफ देता है तो वह मध्यम वर्ग को और गरीब वर्ग को देता है | तो मुझे लगता है कि हर एक वर्ग की अलग अलग समस्याएं होती हैं, अगर आप मध्यम वर्ग के साथ मेरे काम को जोडें तो दो-तीन प्रमुख विषय एकदम सीधे सामने आते हैं, एक तो बिजली की समस्या है | आज भी मध्यम वर्ग के कई परिवार हैं जिनको या तो बिजली पहुंची नहीं है या बिजली पहुंची है तो चौबीस घंटे बिजली का स्वाद नहीं है |

आज बिजली कोई luxury नहीं है, बिजली तो एक आवश्यक चीज़ है, हर एक को उसका अधिकार है, हर एक को बिजली मिलनी चाहिए | तो मैं समझता हूँ मेरा कोई बहुत बड़ा देन नहीं है, यह मेरे ऊपर दायित्व है, यह मेरी ज़िम्मेदारी है कि मैं हर घर तक बिजली पहुँचाऊँ, हर घर को चौबीस घंटे affordable और quality बिजली मिले जो बार बार ना जाये | तो उसके लिए जो पूरा विद्युतीकरण का infrastructure है वह सुधार करना पड़ेगा, अलग अलग आंकलन हुए हैं कि जब वह बिजली का सुधार करने जायें तो लगभग 15 से 20 लाख करोड़ रुपये इस देश में खर्चा करना पड़ेगा, वह पैसा कहाँ से आएगा? कैसे investment होगा? कैसे लोगों को कम से कम बोझे में ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं मिल सकें | तो बिजली की एक बहुत सीधी मेरे ऊपर दायित्व है middle class को serve करने की |

साथ ही साथ पर्यावरण संभालना इसमें भी मेरा योगदान है, कैसे नवीकरणीय ऊर्जा, renewable energy को में प्रोत्साहन दूं, नवीकरणीय ऊर्जा से देश में प्रदूषण कम होगा, साफ़-सुथरी बिजली मिलेगी, ऊर्जा सुरक्षा बढ़ेगी देश की कि इस भविष्य की जो जनता का आगे का भविष्य है उसमें उनको ऊर्जा 100% मिलती रहे, साफ़-सुथरी ऊर्जा मिले और कम दाम पे मिले इसके लिए ऊर्जा सुरक्षा भी important है | और रोज़गार के नए अवसर पैदा हों जो विद्युतीकरण, mining, खनन के क्षेत्र में, इन सब क्षेत्रों के माध्यम से नए रोज़गार, self-employment, entrepreneurship, उघमी create हों, इस सबके रोज़गार पैदा हों | तो मैं समझता हूँ अलग अलग तरीके से हम सब इस नयी पीढ़ी के साथ, मध्यम वर्ग के साथ जुड़ सकें |

Q: पियूष जी आप लोगों ने यूपी में जो किया वह बहुत प्रचंड बहुमत से आपने किया है, सब कुछ तो किया लेकिन यह बताइये कि योगीजी को कहाँ से निकाल के ले आये आप लोग, suddenly जो है योगीजी कैसे मुख्यमंत्री बन गए?

A: नहीं योगीजी suddenly नहीं बने हैं, योगीजी हमारे बहुत प्रमुख नेता हैं उत्तर प्रदेश के, महाराज जी पांच बार सांसद चुनके आये हैं, 5th term MP. इतने लोकप्रिय हैं उनके एरिया में, मैं आपको एक उदाहरण बताना चाहूँगा, गोरखपुर में जो fertilizer plant वर्षों से बंद पड़ा था उसके लिए वह निरंतर प्रयास करते थे कि वह शुरू हो | केंद्र सरकार ने उनके सुझाव को स्वीकार करके गोरखपुर के कारखाने का स्वीकृति दी है और उसको हम पुनः start करने जा रहे हैं नयी technology के माध्यम से, नए equipment से तो जब उस कार्यक्रम के लिए गया था तो मैं गोरखपुर मठ में भी गया हूँ देखने किस प्रकार का काम होता है | तो मेरे जो वाहन चालक थे, car driver थे, वह एक मुसलमान भाई थे और हम वहां पहुंचे, गाड़ी पार्क हुई, तो जो porch था, porch में गाडी park हुई, तो स्वाभाविक है driver right hand side पे था, gate पे entrance पे सीढ़ियों थी और सीढ़ियों पे महाराज जी खड़े थे और मैं left hand side पीछे बैठा था | तो उतर के जब तक मैं वहां पहुंचूं उसके पहले driver ने अपना दरवाज़ा खोल के तुरंत योगीजी का आशीर्वाद लेने वह वहां पे उनके पास चला गया|

मैंने देखा मैं actually बड़ा आश्चर्यजनक भी हुआ पर खैर तब तक मैं पहुँच गया, फिर योगीजी से मैंने आशीर्वाद लिए, अन्दर गया उन्होंने भोजन वगैरा करवाया, मंदिर में दर्शन करवाए | मेरी पत्नी का उपवास था तो उनके लिए फल और चाय मंगवाई | और उस सबके बाद जब मैं गाडी में वापिस आया तो मैंने first thing, गाडी शुरू होते ही मैंने ड्राइवर को पूछा कि भाई आप क्यों सीधा उतर के मेरे पहले गए उनके पांव छूने, बोले क्या बात कर रहे हो साहब मेरा तो आज स्वभाग्य है कि आपके कारण मेरे महाराज जी के दर्शन हो गए | और immediate, spontaneous उनका reaction था, तो यह पत्रकारों को शायद उनका एक क्योंकि वह …. कपडे पहनते हैं उनको आप एक रूप दिखता होगा | पर वास्तव स्थिति यह है कि उनके जो आश्रम का काम है उसमें हर वर्ग के लोग, समाज के हर वर्ग के लोग, जाति धर्म का कभी वह भेदभाव नहीं करते हैं | और विकास से इतने जुड़े रहते हैं कि आज सुबह भी मुझे उनका फ़ोन आया, विद्युतीकरण की चिंता कर रहे थे | आज सुबह मुझे पूछ रहे थे कि नए ऊर्जा मंत्री से आपकी चर्चा हुई क्या, मैंने कुछ उनको दिशा निर्देश दिया है |

मुझे बता रहे थे कि पियूष जी आप कब आ रहे हो लखनऊ, मुझे Power for All document sign करना है और मेरे प्रदेश में हर घर को चौबीसों घंटे बिजली मिले जो अखिलेश सरकार ने तीन साल sign नहीं किया मुझे sign करके प्रदेश में लागू करना है | तो वह जिस प्रकार से और पहले तीन दिन का जो मैंने उनका जो काम देखा है, जो कार्यक्रम देखा है मुझे पूरा विश्वास है उत्तर प्रदेश का उज्ज्वल भविष्य योगी आदित्यनाथ के हाथ में है, बहुत अच्छी चयन हुई है | मैं प्रधानमंत्री मोदी जी, अध्यक्ष अमित शाह जी और पूरे पार्लियामेंट्री बोर्ड और उत्तर प्रदेश के नेतृत्व और सभी आमदारों को धन्यवाद देता हूँ और बधाई देता हूँ कि इतना अच्छा चयन किया, एक व्यक्ति जो वास्तव में गरीबी से अवगत है और गरीब जनता की सेवा करने के लिए संकल्पित हैं |

Q: जी, बिलकुल सर्वगुण संपन्‍न हैं योगीजी | तो आपने उनका नाम पहले क्यों नहीं दिया, मुख्यमंत्री के बतौर आपको पहले नाम उनका देना चाहिए था ना, बाद में क्यों चयन किया? नहीं यह सवाल तो उठता है ना कि अगर आपको उनका नाम पहले देना चाहिए था, इतने सर्वगुण संपन्‍न हैं योगीजी, तो शायद हैं |

A: शायद पहले देते तो 40-50 सीटें और आ जाती फिर और तकलीफ हो जाती इस state में | Leader of Opposition भी जैसे जनता ने दिल्ली में लोक सभा में एक Leader of Opposition बनाने लायक भी कोई विपक्ष नहीं रखा है वैसे शायद उत्तर प्रदेश की भी यह हालत हो जाती |

Q: अच्छा यह बताइये कि योगीजी को बनाने में आपके उस statement का कितना हाथ है जिसमें आपने कहा था कि कब्रिस्तान में जो है वह बिजली जाती है और शमशान में बिजली नहीं जाती | यह तो आप बताइगा, और यह बड़ा सोचा समझा आपका statement था?

A: यह जो सवाल था, यह इस प्रदेश में और जो लोग इस प्रदेश में गावों में रहते हैं जिसको और कोई शहरों में भी नॉएडा के बाहर भी जाने का मौका मिला है तो सभी जानते हैं कि इस प्रदेश में भेदभाव इतना भयंकर था कि जाति के आधार पे विकास होता था, जाति और धर्म के आधार पे तय होता था कहाँ पे सुविधाएं पहुंचेंगी नहीं पहुंचेंगी, जाति और धर्म के आधार पे तय होता था कि पुलिस का … मिलेगा, नहीं मिलेगा | और एक प्रकार से जो भ्रष्टाचार और गुंडाराज इस प्रदेश में बढ़ गया था उसको ख़त्म करने के लिए जनता ने भारतीय जनता पार्टी और हमारे सहयोगी दलों को इतनी बड़ी भारी बहुमत दी है, 80% से ज्यादा सीटें दी हैं | और मैं समझता हूँ कि एक विषय नहीं कई विषय थे, लोग त्रस्त थे गुंडागर्दी से, लोग त्रस्त थे भ्रष्टाचार से, लोग विकास चाहते थे, लोग चाहते थे कि चौबीस घंटे सबको बिजली मिले सिर्फ सैफई में चौबीस घंटे बिजली न जाये, लोग चाहते थे कि जब विकास हो तो एक ही इलाके में पूरा पैसा ना जाये या कुछ ही गाँव में न जाये, सभी गावों में विकास पहुंचे | लोग चाहते थे कि जब केंद्र सरकार लाखों करोड़ रुपये देने को तैयार हैं उत्तर प्रदेश के विकास में तो राज्य सरकार बाधा नहीं बने उसमें सहयोग करे |

और मैं समझता हूँ जनता ने एक anti-incumbency, नकारात्मक .. समाजवादी और बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस को उनके ख़राब काम के लिए नकारात्मक में ही उनके खिलाफ वोट दिया है और भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी का जो 2017 का संकल्प पत्र था उसके ऊपर एक सकारात्मक ने वोट दिया है कि वह विश्वास करते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में जो अच्छा काम केंद्र में हुआ है अब भारतीय जनता पार्टी की उत्तर प्रदेश की सरकार भी उतना अच्छा काम उत्तर प्रदेश में करेगी |

Q: इस पूरे चुनाव में यह बहुत देखा गया कि आप लोगों को polarization, आपने जमके बोला गया कि आप बीजेपी और मोदीजी और आप सब जो हैं आपने मिलके पूरे के पूरे इस चुनाव को polarize कर दिया, अब तो सोचते होंगे अब तो आपका प्रचंड बहुमत आ गया तो अब थोड़ा मान लीजिये कि हाँ हमने थोडा polarize किया, बहुत नहीं पर थोड़ा तो किया ही?

A: भारतीय जनता पार्टी और हमारे जनसंघ के दिनों से, मैं 1950 से आपको बता रहा हूँ, भारतीय जनता पार्टी का एक मात्र लक्ष्य रहा है कि जो गरीब से गरीब जनता है जो समाज में एकदम अंतिम छोर में खड़ी है, उसकी सेवा करने का लक्ष्य लेके जनसंघ और उसके बाद भारतीय जनता पार्टी राजनीतिक क्षेत्र और समाज में उतरी है | हमने कभी भी जात या धर्म के आधार पे भेदभाव नहीं किया है, आप लोग के channels media के कई लोग बार बार यह कहते थे कि भारतीय जनता पार्टी ने अपने core voters को छोड़ दिया | यह आपके channel पे भी मैंने कई बार सुना है, मुझे भी पूछा गया जब मैं आपके channel पे उत्तर प्रदेश चुनाव में आया था | आप लोगों का लगातार यह दावा था कि हमने नोटबंदी करके हमारे core voters को नाराज़ कर दिया, आपका लगातार यह दावा था कि प्रधानमंत्री सिर्फ गरीब की सोचते हैं बाकी वर्गों की नहीं सोचते हैं |

लेकिन आप हमारे तीन वर्ष के कार्यकाल का आंकलन लीजिये, भारतीय जनता पार्टी ने कभी भी कोई कार्यक्रम में किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं किया | हमारे हर कार्यक्रम को सबका साथ सबका विकास सामने रखते हुए हमने समाज के हर वर्ग को लाभ हो लेकिन जो गलत काम करते हैं वह कोई भी जाति के हो, कोई भी धर्म के हो उसके ऊपर पूरी तरीके से कार्रवाई हो, इस प्रकार का काम केंद्र में किया और राज्य सरकार भी बिना भेदभाव के विकास करेगी, जनता की सेवा करेगी | Polarization आप लोग के नज़रिए में रहा है हमारे नज़रिए में हमने सच्चाई जनता के सामने रखी |

इस प्रकार के totally बेबुनियाद speculation पे कम से कम ज़िम्मेदार लोग और ज़िम्मेदार channels ना करें |

Q:सवाल चूँकि हर …. का है इसलिए इन बातों की भूमिका देनी पड़ी, राज्यों में खासकर उत्तर प्रदेश जब आपके पास है केंद्र में भी आपकी सरकार है | राज्य के जो खर्चे हैं और राज्य की जो आमदनी है इन दोनों में huge crack है, राज्यों के पास किसी के पास पैसा नहीं है कि विकास का काम करें | क्या आप आश्वासन देते हैं कि आपकी सरकार वहां के किसानों का ऋण माफ़ करेगी?

A: शत-प्रतिशत |

Q: जबकि जेटली जी ने कहा है कि मैं कुछ नहीं करने जा रहा हूँ, आप लोग अपना पैसा जनरेट कीजिये अपना काम कीजिये, तो क्या विकास संभव है इस कमी की स्थिति में?

A: सबसे पहले तो मैं स्पष्ट, दो-टूक आश्वासन देता हूँ | छोटे और सीमान्त जो किसान हैं, small and marginal farmers, इनका फसली ऋण, crop loan, हमने माफ़ करने का संकल्प लिया था 2017 के चुनाव में और हमने बहुत स्पष्ट रास्ता निकाला है, राज्य सरकार उत्तर प्रदेश की, जितने छोटे और सीमान्त किसानों का फसली ऋण है उसको शत-प्रतिशत माफ़ करेगी | इसके लिए हमें देश के वित्त मंत्री जी से कुछ नहीं चाहिए, यह राज्य सरकार का दायित्व है और राज्य सरकार इसको करने जा रही है, पहली बात | दूसरी बात आप सबको मैं बताऊँ, प्रधानमंत्री मोदी जी और अमित शाह जी जब संकल्प पत्र बन रहा था उन्होंने इतना डिटेल में हमसे इसकी जांच करवाई और एक एक आइटम संकल्प पत्र में जो लिखा हुआ है उसका पूरा कैलकुलेशन हुआ कि उसका कितना बोझा होगा राज्य के बजट के ऊपर | पूरे बजट को स्टडी करवाया गया एक टीम द्वारा जिसमें मैं भी एक छोटा अंग था, रात-रात भर बैठके 240 आइटम हैं हमारे संकल्प पत्र में, 240 items, 240 item का हमने item by item निकाला क्या बजट होगा, सालाना कितना खर्चा होगा, 5 साल में कितना खर्चा होगा, budget study किया यूपी का, खोजा कि इसमें भ्रष्टाचार बंद करके हम कितना पैसा बचा पाएंगे, खोजा कि जिस प्रकार से भूमाफिया और खनन माफिया वहाँ पे काम कर रही है उस पैसे को ईमानदारी से राजस्व में convert करके कितना additional revenue state के पास आएगा और उसमें से हम क्या काम कर पाएंगे |

तो आपको जानके ख़ुशी होगी और शायद मेरी गाड़ी में वह statement भी होगा क्योंकि हम लगातार लगे हुए हैं कि उसमें क्या क्या items को priority में लेना है उत्तर प्रदेश सरकार ने | Every item has been categorically calculated, कितना खर्चा होगा, वह खर्चा कैसे राज्य सरकार करेगी और मैं आपको विश्वास दिलाता हूँ हम कभी कोई ऐसा assurance हमारे manifesto में या संकल्प पत्र में नहीं लिखते हैं जो हम बाद में पूरी तरीके से पूरा न कर पाएं |

Q: जो RSS की ideology है हिन्दू राष्ट्र, क्या हम समझें कि उसकी शुरुआत हो गयी है, पहला सवाल? दूसरा सवाल भी पूछ ही लेता हूँ फिर जवाब दे दीजिएगा आप, क्योंकि मैं जम्मू कश्मीर से आता हूँ वहां पे आपने PDP के साथ एक Agenda of Alliance sign किया है उसमें state को power projects वापिस देने की बात कही गयी है, तो कब आप दे रहे हैं स्टेट को और कितने power project दे रहे हैं ?

A: पहली बात तो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एक socio-cultural organisation है, उसका राजनीति में कोई सहभागिता नहीं है | भारतीय जनता पार्टी एक independent राजनीतिक दल है, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ moral building, character building एक प्रकार से एक ऐसी संस्था है जो समाज में अच्छा काम कर रही है और उसमें उनकी कल्पना है कि जो हिन्दू वर्ग है उसकी भी चिंता करने के लिए कोई ना कोई संस्था ने काम करना चाहिए | और हर धर्म का अधिकार है कि वह अपनी अपनी चिंता करने के लिए अपनी अपनी organisations खड़ी करती है | भारतीय जनता पार्टी एक राजनीतिक दल है जो कोई किसी प्रकार का भेदभाव, किसी प्रकार की एक ideology किसी और के ऊपर thrust करने में नहीं believe करती है | हम समझते हैं देश के 120 करोड़ जनता सामान्य है, सबका सेवा करने का दायित्व राजनीतिक दल जब सत्ता में आती है उसका रहता है | और प्रधानमंत्री ने पुनः दोहराया उत्तर प्रदेश की विजय के अगले दिन रविवार को, 12 तारीख को, कि एक बार चुनाव ख़त्म हो जाये तो सरकार का दायित्व पूरे 22 करोड़ यूपी की जनता को सेवा करने का है | ऐसा नहीं कि 325 सीट जीते तो 325 सीट पे विकास होगा और बाकी सीटों पे काम नहीं होगा, किसी वर्ग ने वोट दिया या नहीं दिया, किसी धर्म या जाति ने दिया या नहीं दिया हम उसका आंकलन लगाते नहीं है, उसपे देखते नहीं है | पूरे 22 करोड़ उत्तर प्रदेश की जनता की सेवा करना, यही हमारा धर्म है और यही काम भारतीय जनता पार्टी करेगी | जहां तक कांग्रेस-मुक्त भारत का सवाल है, यह तो जनता ने मुझे लगता है तय कर लिया है, उत्तर प्रदेश में इतने सारे बड़े बड़े poster और banner और campaign और मुझे पता नहीं दो भ्रष्ट्राचारी  नेताओं का साथ कैसे लाभ दे सकता था मेरे तो समझ के बाहर था, जनता ने वह करके भी दिखा दिया कि उनको वह साथ पसंद नहीं आया |

वह जो है ना anything multiplied by 0 is equal to 0, यह prove हो गया है | और मात्र 7 सीटें और 6% वोट, जो 2012 में वोट मिला था उसका भी आधा रह गया है कांग्रेस का | तो हमने नहीं यह तो जनता ने निर्णय कर लिया कि उनको कांग्रेस-मुक्त भारत चाहिए | यह ज़रूर मैं रखना चाहूँगा अगर आपकी अनुमति हो कि राहुल गाँधी जी को मैं शुभेक्षा देता हूँ वह कई वर्षों तक कांग्रेस की सेवा करते रहे वह भी इस देश के लिए बहुत ज़रूरी है |

जहाँ तक जम्मू कश्मीर की बात है, यह power projects एक publicly listed company NHPC के हैं उसके लिए कोई ऐसा प्रावधान नहीं हो सकता है कि उठाके handover कर दिए जायें | हम जम्मू कश्मीर के लोगों के लिए और ज्यादा power projects लगें, और ज्यादा उनके यहाँ अच्छी व्यवस्था बने बिजली की जिससे 24/7 उनको बिजली मिल पाए उसपे चिंता और काम कर रहे हैं | आप को जानके ख़ुशी होगी आज ही दोपहर को दो बजे मैंने पूरे जम्मू कश्मीर के जो अधिकारी हैं सीनियर अधिकारी और उनके Power Secretary और उनके Deputy Chief Minister डॉ निर्मल सिंह जी के साथ विस्तार में जम्मू कश्मीर के विद्युतीकरण के ऊपर review लिया है और कैसे जम्मू कश्मीर में हर एक के घर में चौबीसों घंटे बिजली पहुंचा सकें उस काम का पूरा मोनिटरिंग और रिव्यु आज ही मैंने अपने दफ्तर में किया है | हम संकल्पित हैं कि जम्मू कश्मीर को सस्ती, अच्छी बिजली हर एक को मिले, वहां पे उद्योग पनपे, नए रोज़गार के अवसर बनें उसपे हमारा पूरा ध्यान आकर्षित है |

Anchor: So पियूष गोयल जी मुझे पता है आपको जाना है, so thank you very much for being here and talking to students. आप आये आपका बहुत शुक्रिया, बहुत शुभेक्षा |

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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