Speeches

November 20, 2018

Interaction with Media, in Jaipur

धन्यवाद। आज जयपुर आने का मुझे सौभाग्य मिला। एक ऐसा शहर जिसने एक ही वर्ष में 2017-18 के बीच जो स्वच्छता में छलांग लगायी, कहाँ उसका अंश 215 था देश में, एक ही वर्ष में जयपुर ने 176 रैंक सुधारकर 39 रैंक पर आना मैं समझता हूँ मेरा कर्तव्य बनता है कि जयपुर के हर एक नागरिक का धन्यवाद कर कर मैं शुरुआत करूँ कि उन्होंने इतनी महत्वपूर्ण योजना स्वच्छता की योजना को अपनाया और सफलतापूर्वक पूरे देश और विदेश को बताया और विश्व में मैसेज दिया कि अब भारत स्वच्छ हो रहा है।

और भारत स्वच्छ सिर्फ़ हमारे प्रांगण-आंगन में नहीं हो रहा है। हर प्रकार से प्रधानमंत्री मोदी जी के कुशल नेतृत्व में देश में और हमारी लोकप्रिय नेता वसुंधरा राजे जी के नेतृत्व में राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी की सरकारें (मैं रेल मंत्री हूँ तो एक रेलवे की उदाहरण लेकर ही बात करूँगा) एक डबल इंजन की तरह जैसे तेज़ गाड़ी चलती है वैसे ही विकास की तेज़ गाड़ी, प्रगति की लहर राजस्थान में दोनों सरकारों ने गत 4.5-5 वर्षों में दी है।

वैसे तो अभी-अभी टिकट वितरण और नामांकन का कार्य पूरा हुआ है। राज्य भर में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी पूरे ज़ोर-शोर से प्रचार कार्य में जुट गए हैं। वैसे शायद विपक्ष अभी तक जूंझ रहा है कुछ समस्याओं से और कई-कई बातें सुनने आ रही हैं कि पता नहीं चल रहा है कि अब मुख्यमंत्री उम्मीदवार कौन होगा उनका, क्या गुटबाज़ी में चुनाव ठीक से लड़ पाएंगे कि नहीं लड़ पाएंगे लेकिन भारतीय जनता पार्टी के हर कार्यकर्ता ने संकल्प ले लिया है कि हम वसुंधरा राजे जी के नेतृत्व में फिर एक बार भारतीय जनता पार्टी की सरकार उसी जोश से जैसे पिछली बार 160 सीटें जीतकर आयी थी वैसे ही हम फिर एक बार राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी की सरकार चुनकर लाएंगे। हमें पूरा विश्वास है राजस्थान की जनता विकास के इन सभी कार्यों का सराहना करेगी और आशीर्वाद देगी भारतीय जनता पार्टी को, वसुंधरा राजे जी को।

हम जनता के बीच में अपने विकास के कार्य लेकर निकले हैं, उतरे हैं लेकिन कांग्रेस पार्टी निरंतर नकारात्मक राजनीति में जुटी हुई है। मैं समझता हूँ कि चूंकि उनके पास बताने के लिए कुछ ज़्यादा है नहीं इसलिए शायद बार-बार यह कहते हैं कि भाई हमारा इतिहास मत बताया करो, कांग्रेस का इतिहास मत सामने लाओ। आख़िर कांग्रेस के इतिहास में अगर भ्रष्टाचार ही जुड़ा हुआ है, कांग्रेस के शासनकाल में जातिवाद और भाषावाद जुड़ा रहता था। जब-जब कांग्रेस की सरकारें आयी तब सांप्रदायिक ताकतें उभरती थी, देश में तनाव रहता था और कांग्रेस ने वंशवाद के इलावा मैं समझता हूँ देश में विकास की बात कभी सोची नहीं, कभी करी नहीं।

प्रधानमंत्री मोदी जी ने ठीक ही कहा कि गत 40 वर्षों में अगर देखें तो 33 वर्ष तक तो एक ही परिवार का सदस्य कांग्रेस का अध्यक्ष बना और जब पलटवार में कांग्रेस ने सफ़ाई देने की कोशिश की तो जितने नाम लिए उसमें अधिकांश नाम को तो कांग्रेस ने अपनी पार्टी से बाहर कर फेंका या उनको पार्टी छोड़कर जानी पड़ गई। हम सब जानते हैं किस परिस्थितियों में सीताराम केसरी को एक बाथरूम में लॉक कर कर कांग्रेस से निकाला गया, कांग्रेस अध्यक्ष के पद से निकाला गया।

उनके 5 वर्ष के प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव जी को उनके दुखद देहांत के बाद जिस प्रकार से इंसल्ट किया गया, जिस प्रकार से उनके लिए कांग्रेस के दफ़्तर के ताले तक बंद कर दिए गए वह पूरे देश के सामने चित्र आज भी आँख के सामने आता है। जिस प्रकार से नीलम संजीव रेड्डी को सुबह नामांकन पत्र भरा जाता है कांग्रेस के राष्ट्रपति के उम्मीदवार के लिए और शाम को उनको ठुकरा दिया जाता है और कहा जाता है कि अब vote of conscience दो वी.वी. गिरि जी को।

यह कांग्रेस का इतिहास है जिसके बारे में मैं समझता हूँ देश भली-भांति अवगत है, पूरी जानकारियां रखता है। और मैं समझता हूँ झूठ की बुनियाद पर राजनीति करने वाले कभी सफल नहीं हो सकते क्योंकि देश की जनता भली-भांति समझती है उनके लिए क्या अच्छा है और कौन से नेता, कौन सी पार्टी देश की चिंता करती है, गाँव में ग़रीब की चिंता करती है, शहरी विकास की चिंता करती है, कौन सी पार्टी शोषित, वंचित परिवारों को एक अच्छा उज्जवल भविष्य देने की चिंता करती है, कौनसी पार्टी है जो सबका साथ चाहती है, सबका विकास चाहती है।

और मुझे लगता है प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में जिस प्रकार से पूरे देश में और वसुंधरा राजे जी के नेतृत्व में जिस प्रकार से पूरे राज्य में हमने विकास देखा है उसके रहते भारतीय जनता पार्टी की जीत भी निश्चित है और वसुंधरा राजे जी का फिर एक बार मुख्यमंत्री बनना भी निश्चित है। हमारे लिए हर चुनाव महत्वपूर्ण होता है और चुनाव हम कार्यकर्ता के बलबूते पर, कार्यकर्ता की कड़ी मेहनत से और जनता के आशीर्वाद को अपने विकास के कार्यों से जीतकर हम आगे सत्ता एक सेवा के रूप में देखते हैं बजाएकि सत्ता सिर्फ़ एक घराने की सत्ता के रूप में इसको देखते हैं।

मैं समझता हूँ जिस प्रकार से 2013 में व्यवस्थाएं जर्जर हो गई थी, राजस्थान पीछे जा रहा था, अलग-अलग क्षेत्र में मुसीबतें खड़ी थी। मुझे याद है 2013 में जब गहलोत सरकार ने कमान छोड़ी तब ऊर्जा विभाग जिसमें मुझे काफ़ी निकट से राजस्थान की परिस्थिति को देखने का मौक़ा मिला उसमें लगभग 75 हज़ार करोड़ रुपये का ऋण सिर्फ़ राजस्थान के ऊपर था और 12-15 हज़ार करोड़ रुपये का सालाना घाटा राजस्थान कर रहा था, राजस्थान की ऊर्जा विभाग में हो रहा था। यह हालत थी कि तनख्वाह देने के पैसे नहीं थे, बिजली ख़रीदने के लिए, कोयला ख़रीदने के लिए पैसे नहीं थे।

वसुंधरा राजे जी ने बड़ी कुशलता से पूरे ऊर्जा विभाग को सक्षम बनाया, मज़बूत बनाया और आज मुझे हर्ष है बताते हुए कि राज्य में हर गाँव तक बिजली पहुँचाई गई, राज्य के ऊर्जा विभाग के घाटे को बहुत भारी परिवर्तन कर कर उसको बहुत कम कर दिया गया और आज प्रदेश में चौबीसों घंटे सभी शहरों में बिजली मिलती है, किसानों को पर्याप्त मात्रा में बिजली मिलती है और देश के गाँव-गाँव, घर-घर तक बिजली पहुँचाने का काम वसुंधरा जी ने किया।

इसी प्रकार से उजाला के तहत लगभग 1 करोड़ 58 लाख LED बल्ब सस्ते दरों में देकर लोगों के बिजली के बिलों में कमी हो, बिजली के बिल घटें उसके लिए एक कंपनी द्वारा 1.5 करोड़ के क़रीब बल्ब बिके, निजी क्षेत्र ने अलग बेचे और क़ीमतें लगभग 75, 80, 85% कम करने में सरकार सफल हुई।

इसी प्रकार से मुख्यमंत्री ने जल स्वावलंबन अभियान के दौरान 21 हज़ार गाँव में जल पहुँचाकर आत्मनिर्भर बनाया। मैं समझता हूँ कि भामाशाह योजना तो अपने आप में पूरे देश और विश्व में प्रसिद्ध हुई है। भामाशाह योजना से लगभग 5.5 करोड़ राजस्थान के लोगों को लाभ मिला है और आज देश भर में इसको देखा जा रहा है कि कैसे और राज्य भी इस प्रकार की योजना से अपनी जनता को लाभ पहुँचा सकें।

मेरे ख्याल से जो कार्यक्रम अन्नपूर्णा रसोई का वसुंधरा जी ने शुरू किया जिसमें बहुत ही सस्ते दरों पर शायद 8रुपये में भोजन और पाँच रुपये में नाश्ता अलग-अलग नगरी इलाकों में वैन द्वारा दिया जा रहा है। उससे जो कामगार, जो लोग अपनी कड़ी मेहनत कर रहे हैं उनको भी स्वादिष्ट और अच्छा भोजन मिलना आज पूरे राजस्थान में शुरू हो गया है।

प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत लगभग 47 लाख लाभार्थियों को 31,000 करोड़ रुपये का ऋण सस्ते दरों पर मिलने से आज साहूकार के पास किसी को अपना कुछ स्वयं रोज़गार करना है, कुछ उद्यमी को अपना काम शुरू करना है तो साहूकार के बदले आज बैंक से उसको ऋण मिलता है मुद्रा योजना के तहत।

उज्ज्वला योजना के तहत लगभग 37 लाख माँ-बहनों के घर मुफ़्त में गैस का कनेक्शन पहुँचा और जो पीड़ा शायद मोदी जी ने अपने बचपन में अपनी माँ, अपनी बहन को सहते हुए देखा था, जो 400 सिगरेट जितना धुआँ ग़रीब माता बहनों को रोज़ अपने शरीर में लेना पड़ता था उससे उनको मुक्त किया।

मैं समझता हूँ प्रधानमंत्री आवास योजना अपने आप में एक मिसाल है पूरे विश्व के लिए कि जो नए भारत की कल्पना प्रधानमंत्री मोदी जी ने की है, जिस कल्पना के तहत भारत में और राजस्थान में एक भी परिवार ऐसा नहीं रहेगा जिसको 15 अगस्त 2022 तक जब हम 75 वर्ष आज़ादी के मनाएंगे तब अपने ख़ुद का घर न हो जिसमें 24 घंटे बिजली, अच्छा पेयजल, शौचालय, अच्छी शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएँ आयुष्मान भारत के तहत।

मैं समझता हूँ एक नए भारत, नए राजस्थान की जो प्रेरणा लेकर, जो अंत्योदय की प्रेरणा लेकर ग़रीब से ग़रीब समाज में जो व्यक्ति है उस तक विकास पहुँचे, तेज़ गति से पहुँचे, अच्छा विकास पहुँचे और सीधा विकास पहुँचे बिना बिचौलियों के। यह काम नरेंद्र मोदी और वसुंधरा राजे जी ने जो किया है इसका आशीर्वाद राजस्थान की जनता फिर एक बार वसुंधरा जी को और हमारे सभी साथियों को जिताकर, दो तिहाई बहुमत से ज़्यादा देकर राजस्थान को इस विकास यात्रा में तेज़ गति मिले, राजस्थान फिर एक अच्छी सरकार राज्य में आए जो सिर्फ़ वादा नहीं लेकिन वादा को अमल करे, धरातल पर उतारे। ऐसी सरकार को फिर एक बार चुनने का काम राजस्थान ज़रूर करेगी।

मैं समझता हूँ आगे आने वाले दिनों में जिस प्रकार से राजस्थान में संभावनाएं हैं, जिस प्रकार से इस प्रदेश में पर्यटन की संभावनाएं हैं, जिस प्रकार से इस प्रदेश में तेल निकालने की संभावनाएं हैं, जिस प्रकार से इस प्रदेश में सौर ऊर्जा बढ़ाने की संभावना है। इस सब में से एक उज्जवल भविष्य राजस्थान का देखता हूँ और इस उज्ज्वल भविष्य के लिए, समाज के हर वर्ग के उज्जवल भविष्य के लिए फिर एक बार राजस्थान में किसानों की सरकार, गरीबों की सरकार, शोषित-वंचित परिवारों की सरकार वसुंधरा राजे जी के नेतृत्व में अवश्य आने जा रही है। यह हम सबका अटल विश्वास है, यह हम सबका दृढ़ संकल्प है।

 

बहुत-बहुत धन्यवाद।

 

Q&A

Q: गोयल साहब मेरा सवाल यह है कि अनूप सोनी जी ने यह कहा है कि नरेंद्र मोदी जी के […] का आपातकालीन से […]?

A: मेरे ख्याल से वह व्यक्तिगत राय हो सकती है पर आज भारत की जनता संतुष्ट है जिस प्रकार से देश में विकास के कार्य हो रहे हैं और अगर आपातकाल जैसी संस्था होती तो शायद उस प्रकार के वक्तव्य करने के लिए भी अनुमति नहीं मिलती जो कांग्रेस ने इस देश को विरासत में दी थी। आप शायद भूल रहे हैं कि इंदिरा गांधी जी ने जिस प्रकार से आपातकाल में 19 महीने तक सभी राजनेताओं को, सभी स्वयंसेवी संस्थाओं के लोगों को जेल मैं डाला था जिसमें मेरी माँ भी जेल में गयी थी उस प्रकार के नेताओं का यह देश कभी माफ़ नहीं करेगा, देश की जनता कभी टॉलरेट नहीं करेगी।

Q: मेरा सवाल जो है टोंक विधानसभा से जुड़ा हुआ था। टोंक में PCC के चीफ़ जो हैं राजस्थान के सचिन पायलट मैदान में हैं और BJP के युनुस ख़ान हैं। टोंक में एक बड़ा इशू हमेशा रहा है क्योंकि आपके विभाग से जुड़ा हुआ है ट्रेन का तो वहाँ सालों से ट्रेन नहीं चली एक बड़ा मुद्दा है। कल सचिन पायलट ने भी कहा है कि अगर वह वहाँ जीते और सरकार बनी तो टोंक में रेल लाइन लाएँगे और  ट्रेन चलाएंगे। तो इस पर आपका क्या कहना है आप रेल मंत्री हैं इसलिए?

 

A: देखिए कांग्रेस की सरकार के समय रेलवे में जिस प्रकार से काम होता था उसकी मैं एक आपको झलक दे देता हूँ जिससे टोंक के सभी नागरिकों को ध्यान में आएगा कि कांग्रेस सिर्फ वादे करती है और फिर एहसान फ़रामोश रह कर कोई वादे को पूरा नहीं करती है। कांग्रेस के समय में राजस्थान में 5 वर्षों में 2009-14 और अधिकांश समय तो दोनों कांग्रेस की सरकारें थी, केंद्र में और राज्य में सिर्फ़ 3.5 हज़ार करोड़ रुपये पाँच वर्ष में राजस्थान में अलग-अलग विकास कार्य में रेलवे में लगे।

और जब मोदी जी की सरकार आयी 2014 में, 14 से लेकर 19 तक पाँच वर्षों में राजस्थान में लगभग 15 हज़ार करोड़ रुपये के काम सिर्फ़ एक प्रदेश में होने जा रहे हैं। अब आप बताइए आप बताइए की जो सरकार सिर्फ़ वादे करती है और पैसे तो देती रहीं रेल लाइन लगाने के लिए तो टोंक में कहाँ से रेल लाइन लाएगी।

कांग्रेस के समय में नई लाइनें हर वर्ष 9 किलोमीटर बनती थी, हमारे समय में 16 किलोमीटर। डब्लिंग हमारे समय में 50 प्रतिशत ज़्यादा होता है। विद्युतीकरण होता ही नहीं था कांग्रेस के समय में, आज भारी मात्रा में लगभग 96 किलोमीटर हर वर्ष विद्युतीकरण होता है। ऐसे ही हमारे टोंक के भाई-बहनों की जो विषय है उसको हम लेंगे और उसके ऊपर सर्वे कर कर जो निर्धारित तरीक़ा है उससे जब अन्नोउंस करेंगे तो लाइन आएगी। हम फ़र्ज़ी अनाउंसमेंट करने वाली सरकार नहीं हैं।

Q: टोंक में रेल की माँग की जा रही है। […] लाख का सबसे पहला सर्वे हुआ था और अब 800 गाँव तक पहुँच गया है। हर बार आपकी पार्टी के सांसद भी आते हैं, विधायक भी आते हैं, हर बार वादा किया जाता है। प्रॉब्लम कहाँ आ रही है सर ?

A: मैंने अभी बताया कि जो 65 साल तक जिसमें अधिकांश एक परिवार और एक पार्टी की सरकारें थी उन्होंने जब निवेश नहीं किया और इतना समय गुज़र गया। मुझे तो विरासत में कुछ लाइनें ऐसी मिली जो 1974 में शुरू हुई थी, 1974 में शुरू हुई हुई लाइन 2014 तक ख़त्म नहीं हुई थी। कांग्रेस का काम करने का तरीक़ा एक चुनावों में अन्नोउंस करो, दूसरे चुनाव में बोलो अब हम करने जा रहे हैं, तीसरे चुनाव में बोलो कि अब सर्वे होगा, चौथे में बोलो सर्वे ख़त्म हो गया है, पांचवें में बोलो अब हम ज़मीन अधिग्रहण शुरु करेंगे, छठे में बोलो कि अब ज़मीन मिलने में कठिनाई आ रही है। भारतीय जनता पार्टी और मोदी जी का काम करने का तरीक़ा यह नहीं है।

आप देखिए बाड़मेर में रिफाइनरी लगनी थी। पहले तो सिर्फ़ अनाउंसमेंट हुआ, पूरा काम हमने किया वह तो सिर्फ़ एक पत्थर लगाकर चले गए। पूरी सब चीज़ को नियंत्रण कर कर काम शुरू करना हमारी ज़िम्मेदारी बनी। इसी प्रकार से रेलवे की कई योजनाएं आधी-अधूरी पड़ी थी। आपके राजस्थान से गुज़र रही है डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर, आपको जानकर हैरानी होगी 2007-08 मे डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का काम शुरू हुआ। जब 14 में हमारी सरकार आयी तब मात्र 25 प्रतिशत ज़मीन का अधिग्रहण हुआ था आठ वर्षों में 6-7 वर्षों में, मात्र 10 हज़ार करोड़ का काम हुआ था। हमारी सरकार ने चार वर्षों में 40 हज़ार करोड़ का काम मात्र चार वर्ष में डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर पर किया।

और आपको जानकर ख़ुशी होगी कि पहला उसका सैक्शन अब शुरू हो गया है 15 अगस्त को। फ़रवरी-मार्च तक लगभग 777 किलोमीटर डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोरस दो हैं एक मुंबई से नॉर्थ को जाता है, एक दिल्ली से कलकत्ता की तरफ़ जाता है, दोनों में 777 किलोमीटर पूरा हो जाएगा और मार्च 2020 तक यानी हमारे आने के सिर्फ़ 6 वर्ष के अंदर जो प्रोजेक्ट में कुछ काम हो नहीं रहा था आठ वर्ष में, हम 6 वर्ष में पूरे 70-80 हज़ार करोड़ का प्रोजेक्ट कम्पलीट कर देंगे। तो हमारे काम करने का ढंग है प्रोजेक्ट लेते हैं तो प्रोजेक्ट को कम्पलीट करते हैं।

Q: पीयूष जी ट्रेन से जुड़ा हुआ एक सवाल और है। अशोक गहलोत जी भी यह ट्रेन का मुद्दा उठा रहे हैं। एक ट्रेन का इशू है उन्होंने भी […] की लाइन कौन सी सरकार में शुरू हुआ था, 50% पैसा जो है राज्य सरकार को दिया था तो उसको लेकर वह काफ़ी मुद्दा बना हुआ है।

A:  मुझे लगता है अशोक गहलोत जी को पूछना चाहिए कि वह यहाँ पर मुख्यमंत्री थे उन्होंने क्या किया। उसके पहले कांग्रेस के कई मुख्यमंत्री रहे किसने निवेश लाया इतना सारा राजस्थान में। घोषणा और आलोचना के इलावा कांग्रेस के पास कोई मुद्दा ही नहीं है।

Q: पीयूष जी मेरा सवाल यह है कि रेलवे डिपार्टमेंट और मोदी जी महिलाओं की सुरक्षा का वादा करते हैं। इसके बावजूद भी भारतीय जनता पार्टी ने एक कैसे अपराधी को टिकट दे दिया जो रेलवे में सरे आम  छेड़-छाड़ करते हुए अपराधी के रूप में घोषित हुआ। सर क्या कहेंगे?

A: मेरे ख्याल से कोई ऐसी कार्रवाई प्रूफ नहीं हुई है। आरोप कुछ लगे हैं लेकिन मेरे हिसाब से ऐसा कोई उनके ऊपर आरोप सिद्ध नहीं है, एक दम निरस्त हो चुका है। और रही बात महिलाओं की सुरक्षा की मुझे आप सब को बताते हुए हर्ष होता है कि रेलवे ने अब काम शुरू किया है कि देश में 6 हज़ार के 6 हज़ार जो स्टेशन हैं क्रॉसिंग स्टेशनस सब के ऊपर हम CCTV कैमरा का जाल बिछा रहे हैं। और आगे चलकर वाई-फ़ाई नेटवर्क से सभी स्टेशन को और सभी ट्रेन को जोड़कर हम हर एक ट्रेन पैसेंजर ट्रेन पर भी CCTV कैमरा हर कोच में लगाने जा रहे हैं जिससे पूरे समय पुलिस की, RPF की, GRP की निगरानी रहेगी और किसी प्रकार का कोई अपराध न हो पाएगा।

और मुझे लगता है गांधीनगर को तो देश का पहला all women रेलवे स्टेशन जयपुर को सौभाग्य मिला है बनने का।

Q : […]

A: दिया कुमारी जी हमारी वरिष्ठ नेता हैं। दिया कुमारी जी हमारी वरिष्ठ नेता हैं और उन्होंने स्वयं इक्षा ज़ाहिर की कि वह कुछ और ज़िम्मेदारीयां संभालेंगी जो पार्टी निर्णय लेगी और दिया कुमारी मेरी छोटी बहन भी है मेरे साथ हैं यहाँ पर, उन्हीं के हम सुंदर प्रांगण में आज आपके साथ बैठे हैं। तो मेरे ख्याल से आप किसी प्रकार के बहकावे में न आएँ। भारतीय जनता पार्टी का हर कार्यकर्ता सक्षम है पार्टी के लिए काम करने के लिए और दृढ़ संकल्प लेकर उतरा है वसुंधरा राजे जी को जिताने के लिए।

Q: Sir this is regarding CBI crisis. Two question, that the reply which director CBI has filed to CVC it has put Modi government ministers and other people in docks. Secondly, CGI is not very happy about the way it has been leaked. How you would respond to that sir?

A: Well on the first issue I don’t know because I have not read what he has said. It’s the matter is sub-judice the courts will have to take a decision. And I agree with the Hon’ble Chief Justice of India when he says that it is very unfortunate that people are leaking confidential code documents, it’s a very unfortunate thing.

Q: […]

A: मैं एस्ट्रोलॉजर नहीं हूँ लेकिन इतना ज़रूर कहता हूँ कि भारतीय जनता पार्टी एक मात्र पार्टी है जिसमें हर कार्यकर्ता नेता बन सकता है, हर कार्यकर्ता एक चायवाले की भी भाग्य में लिखा हुआ है कि वह देश का प्रधानमंत्री बन सकता है और यही एक पार्टी है जो कार्यकर्ता का सम्मान करती है बजाय की सिर्फ़ वंशवाद पर नेता चुनती है।

Q: पीयूष जी मेरा सवाल था आप कांग्रेस पर लगातार वंशवाद का आरोप कांग्रेस पर लगाते हैं एक परिवार की बात हमेशा आप कहते हैं। इन चुनावों की यदि बात की जाए काफ़ी संख्या में तक़रीबन 6-8 ऐसे आप के नेता विधायक है जिनके परिवार में आपने टिकट दिया उनका टिकट रोक कर। वहाँ पर जबकि और भी कई आपके कार्यकर्ता थे। बाहर से पैराशूटर्ज़ लेकर आए।

A: देखिए भाई साहब मैं समझा देता हूँ आपका विशेष समझ गया। बड़ा सरल है यह कई बार यह विषय उठता है it’s a very logical response. मैं भी एक राजनीतिक परिवार से आता हूँ। मेरे पिताजी यूनियन मिनिस्टर थे, मेरी माता जी एम.एल.ए थी तीन टर्म्स के लिए और दिया कुमारी जी की तरह उन्होंने भी स्वयं कहा था कि अब मैं निवृत्त होना चाहती हूँ, समाज सेवा ही करूँगी, चुनाव नहीं लड़ूंगी, हारी नहीं थी कभी।

2004 में मेरी माँ रिटायर हो गई, 2008 में मेरे पिताजी का राज्य सभा टर्म भी ख़त्म हो गया उनका देहांत भी 2008 में हो गया। 2008 तक मैं एक कार्यकर्ता मुंबई में था, मुंबई में अपना काम करता था शायद पद भी नहीं था या कुछ छोटा-मोटा पद में था। भारतीय जनता पार्टी की विशेषता यह है कि कोई परिवार से आए व्यक्ति काम करता है, ज़मीनी राजनीति करता है, जनता के साथ जुड़ता है, कार्यकर्ताओं के बीच में कंधे से कंधा मिलाकर राजनीतिक सफ़र तय करता है।

हमारा किसी का कोई अधिकार नहीं बनता कि माँ बाप के बलबूते पर हमें सीधा किधर कुर्सी पर बैठने को मिले। हमारे लिए कोई ऐसी चापलूसी नहीं करता है कि भारत माता की जय जय कार नहीं करनी है और एक व्यक्ति और परिवार की जय जय कार करनी है। हमारे यहाँ पर मेरे पिताजी का देहांत हो गया, माता जी को रिटायर हुए 6 वर्ष हो गए उसके बाद पार्टी ने मुझे दिल्ली में ज़िम्मेदारी दी और दिल्ली बुलाया। 2014 में अगर मोदी जी ने कोई ज़िम्मेदारी दी तो कोई नहीं था मेरी सिफ़ारिश करने के लिए।

यह है भारतीय जनता पार्टी। और अगर कोई मुझे भी बचपन से इच्छा थी की मैं देश सेवा में जुटूं, देश सेवा में जुटें और मैं तो चाहता हूँ आप सब भी अपने-अपने बच्चों को प्रोत्साहित करिए हमें अच्छे लोगों की ज़रूरत है राजनीति में। राजनीति कोई बुरा शब्द नहीं है। राजनीति में ऐसा नहीं कि सिर्फ़ बुरे लोग आएँ। अच्छे लोगों की ज़रूरत है इसलिए भारतीय जनता पार्टी अधिकांश अच्छे लोगों को इनवाइट करती है कि वह भाजपा से जुड़े और देश सेवा में अंत्योदय और एकात्म मानववाद की बावना से काम करें।

हमारे यहाँ वंशवाद इसलिए नहीं है कि किसी का कोई मौलिक या जन्मसिद्ध अधिकार नहीं है कि एक ही परिवार का व्यक्ति अध्यक्ष बनेगा, एक ही परिवार का व्यक्ति प्रधानमंत्री बनेगा या एक ही परिवार का व्यक्ति प्रधानमंत्री को अपने बताए हुए इशारे पर चलाएगा या एक परिवार के व्यक्ति की इतनी हैसियत हो जाए की प्रधानमंत्री और यूनियन कैबिनेट ने लिया हुआ डिसिज़न भरी महफ़िल प्रेस कॉन्फ़्रेंस में कैबिनेट का निर्णय को कागज़ की तरह फाड़कर ज़मीन पर फैंके, स्वच्छता का भी उल्लंघन करे और राजनीतिक स्वच्छता को तो पूरे तरीक़े से ध्वस्त करे।

Q: मंत्री जी मेरा सवाल है आपने बिजली के आंकड़े गिनाए कि बिजली में इतनी तरक़्क़ी की, राजस्थान में भी अच्छा काम हुआ। 60 हज़ार करोड़ रुपये बिजली कंपनियों को घाटे से उबारने के लिए आपने दिए उदय योजना के तहत लेकिन वह कर्ज़ लो और घी पियो जैसी स्थिति हो गई। आज अगर बिजली छीजत व चोरी की बात करें तो 22% से बढ़कर 41-42% हो गई है। तो जब चोरी से?

A: यह आंकड़ा एक दम ही ग़लत है। अगर आपके पास कोई इसका प्रमाण है तो ज़रूर इस पर मैं जवाब देने को तैयार हूँ। मैं पूरे तरीक़े से इसका जवाब दे सकता हूँ अगर आपके पास आंकड़े सही हों।

Q: आपके हिसाब से बताइए कि बिजली चोरी की राजस्थान में क्या स्थिति है और छीजत की क्या स्थिति है?

A: बिजली चोरी की स्थिति मैं आपको बताता हूँ देश भर में कम हुई है और राजस्थान में भी कम हुई है नहीं तो इतने घाटा कम नहीं हो सकता था लेकिन पहले यह बिजली चोरी छिपाई जाती थी। आख़िर अशोक गहलोत जी के समय अगर वार्षिक घाटा 15 हज़ार करोड़ तक पहुँचा तो उसकी ज़िम्मेदारी अशोक जी को उठानी पड़ेगी, उसका जवाब जनता को देना पड़ेगा और उसका भुगतान आज देश, प्रदेश को करना पड़ रहा है।

जनता को अशोक गहलोत जी के कार्यकाल के 70-75 हज़ार करोड़ का घाटा और ऋण का नुक़सान जो उठाना पड़ रहा है उसका मुँह तोड़ जवाब जनता उनको देगी। और मेरे ख्याल से वसुंधरा जी ने जो ईमानदारी से बिजली की व्यवस्था को सुधारा है, जो ईमानदारी से बिजली में जो पहले घाटा छुपाया जाता था उसको कम भी किया है और जनता के सामने पर्दाफ़ाश किया गहलोत सरकार का। उसके लिए मैं उनको धन्यवाद दूँगा, बधाई दूँगा।

Q: Sir there is an outrage over Twitter CEO Jack Dorsey holding a placard of Smash Brahmanical Patriarchy and this photo has been on the social media.

A: I have not seen it gentlemen, I am not aware of it.

 

बहुत-बहुत धन्यवाद।

 

Q: […] प्रधानमंत्री बन सकता है तो क्या बड़े घरानों को अब चाय की और पकौड़ों की दुकान खोल लेनी चाहिए। प्रधानमंत्री बनने या?

A: वैसे एक उदाहरण देता हूँ आपको जो बड़ा इंट्रेस्टिंग है, एक अच्छे मूड से प्रेस कॉन्फ़्रेन्स को समाप्त करते हैं। दो वर्ष पहले इनकम टैक्स डिपार्टमेंट और सर्विस टैक्स डिपार्टमेंट के लोगों के ध्यान में आया तो उन्होंने मुंबई में एक स्टेशन के बाहर डोसा बेचने वाले एक ठेले वाले को नज़र रखनी शुरू की और देखा कि बड़ी अच्छी दुकान चलती है और दिन भर बहुत बिक्री होती है।

तो कुछ दिनों तक सर्विलांस की तो ध्यान में आया कि उसके रोज़ का टर्नओवर, रोज़ जितने डोसे बिकते थे वह देखा और उसको 300, 325 दिनों से मल्टीप्लय किया तो दो करोड़ रुपया का टर्नओवर उस ठेले पर डोसा बेच कर वह व्यक्ति करता था। तो मैं समझता हूँ आप इसको मज़ाक के रूप में लेते होंगे, आपको छल और एक हँसी मज़ाक दिखती होगी पर इस देश का नौजवान इतनी क्षमता रखता है और इतनी इच्छा रखता है कि वह स्वयं अपनी ताक़त पर अपना जीवन अच्छा बनाने की ताक़त रखता है।

और मैं तो राजस्थान में आया हूँ राजस्थान ने तो पूरी दुनिया को दिखाया है कि उद्यमी कैसा होता है, इंटरप्रेन्योरशिप क्या होती है। राजस्थान ने तो पूरे विश्व में जाकर अपना-अपना कारोबार बनाया। राजस्थानी  भाइयों-बहनों ने तो भारत का नाम पूरे विश्व में रोशन किया है। आज बड़े से बड़ा उद्योग चलाने वाला राजस्थान से गया है। आज राजस्थान के एक-एक व्यक्ति ने जो कर दिखाया है शायद ही कोई दुनिया में ऐसा दूसरा उदाहरण होगा। तो मैं समझता हूँ हमारी जनता को इसके लिए बहुत-बहुत धन्यवाद देना चाहिए और बहुत-बहुत बधाई देनी चाहिए।

धन्यवाद।

 

Q: भंवर जितेन्द्र सिंह ने बुलेट ट्रेन को लेकर के अलवर में प्रचार शुरू किया कि केंद्र सरकार ने बुलेट ट्रेन का रूट चेंज कर दिया और मोदी जी ने गुजरातियों को फ़ायदा पहुँचाने के लिए बुलेट ट्रेन अलवर की जगह सीधी मुंबई और सूरत के लिए चलवाने के लिए शुरू कर दी।

A: मुझे कभी-कभी वही बहुत हैरानी होती है कि या तो लोग अनपढ़ हैं या लोगों को कुछ जानकारी लेने की कोई आता ही नहीं है। आप सबकी जानकारी के लिए यह बुलेट ट्रेन का जो रूट है मुंबई से अहमदाबाद यह हमारी सरकार ने नहीं तय किया। यह रूट मनमोहन सिंह जी की सरकार के समय तय हुआ था, मुंबई से अहमदाबाद।  यह रूट के ऊपर चर्चा जापान से पहले से शुरू हुई थी लेकिन क्योंकि उस सरकार में पॉलिसी पैरालिसिस था, निर्णय लेने की क्षमता ही नहीं थी तो आगे बात बड़ नहीं रही थी।

मोदी जी के आने के बाद जापान और भारत के रिश्ते भी सुधरे। मोदी जी एक निर्णायक सरकार चलाते हैं उन्होंने फ़ैसले लिए और इस प्रोजेक्ट को देश के सामने पेश किया और मंज़ूरी दी। तो रूट जो है अलवर में कभी था ही नहीं, मुंबई-अहमदाबाद तो कांग्रेस ने तय किया तो अलवर के नेता यह प्रश्न जाकर मनमोहन सिंह जी या जिस व्यक्ति ने वह ऑर्डिनेंस फ़ायदा था उनको जाकर करें तो बहुत अच्छा रहेगा।

Q: पीयूष जी इक़बाल अंसारी ने कहा है कि अगर केंद्र सरकार राम मंदिर बनाने के लिए कोई क़ानून लेकर आती है तो वह उसका स्वागत करेंगे। उन्होंने कहा कि इस मामले पर अब राजनीति ख़त्म होनी चाहिए।

A: देखिए राम मंदिर देश की आस्था के साथ जुड़ा हुआ विषय हैं। राम मंदिर देश के करोड़ों जनता के दिल को छूता है और उनकी प्रबल इच्छा है कि भगवान राम के जन्म स्थान पर एक ऐसा भव्य मंदिर बने जैसे सरदार पटेल ने सोमनाथ में मंदिर बनाया था वैसा एक बड़ा विशाल मंदिर भगवान राम की जन्मस्थली पर अयोध्या में बने यह देश के करोड़ों लोगों की आस्था का सवाल है, उनके विश्वास का सवाल है। और मुझे पूरी उम्मीद है और विश्वास है कि इसमें जल्द से जल्द आम सहमति बनेगी या इसमें जल्द से जल्द फ़ैसला क़ानूनी फ़ैसला कुछ न कुछ देश में आकर हम एक भव्य राम मंदिर अयोध्या में देखेंगे।

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November 20, 2018 Speaking at Karyakarta Sammelan, in Jaipur

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