Speeches

August 16, 2017

Speaking at the MoU signing between EESL India & Oil Marketing Companies, in New Delhi

… that I am out of that youthful image that I am trying to create for myself. Otherwise, इतना पक्का है कि राजनीतिक अनुभव में भी और seniority में धर्मेन्द्र जी मेरे से senior हैं तो सबसे पहले तो सबको स्पष्ट कर दूं, और उनके पास सिर्फ बड़ी companies भी नहीं हैं, उनके पास जो विभाग है उसका बहुत महत्वपूर्ण भारत की पूरी अर्थव्यवस्था में योगदान है| मैं इमेजिन नहीं कर सकता हूँ कि किसी एक दिन भी अगर पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स की यहाँ पर कमी हो तो पूरे देश भर में क्या हाहाकार मच जायेगा| ऐसे मेरे मित्र, भाई और जिनके कन्धों पर एक बहुत महत्वपूर्ण मान्य प्रधानमंत्री जी ने ज़िम्मेदारी दी है कि भारत को आत्मनिर्भर बनाना और भारत की import dependency कम करना ऐसे सक्षम मंत्री, श्री धर्मेन्द्र प्रधान जी, Secretary Ministry of Petroleum and Natural Gas, Shri KD Tripathiji, वैसे त्रिपाठी जी बड़े sober हैं, बहुत quiet रहते हैं, शुरू शुरू में मुझे लगता था कि इतना complicated विभाग यह simple आदमी कैसे संभालेंगे|

But I can see that inside that very simple exterior, there seems to be a very tough interior. That’s what I am finding in his working, extremely great support for the government of India. All the 3 CMDs Shri Sanjeev Singh, Chairman IOC, Shri Rajkumar, CMD BPCL, Shri Surana, CMD HPCL, Ambassador Satish Mehta, जो वरिष्ट सलाहकार के रूप में EESL को एक विश्व स्तरीय कंपनी बनाने में जुटे हुए हैं| अभी-अभी उन्होंने बताया London में EESL ने अपना ऑपरेशन शुरू किया है 2 महीने पहले और already एक बहुत बड़ा टार्गेट रखा है कि 10 करोड़ LED bulb London में और UK में बेचकर EESL अपना विश्व में भी और, particularly, developed countries में अपना छाप बनाए भारत के नेतृत्व को कायम करे खासतौर पर ऊर्जा दक्षता के क्षेत्र में, श्री आशुतोष जिन्दल जी, Joint Secretary, Ministry of Petroleum and Natural Gas, Shri Sourabh Kumar, Managing Director of EESL, यहाँ उपस्थित सभी अधिकारीगण, पत्रकार बंधुगण, भाईयों और बहनों|

वास्तव में आज का कार्यक्रम, MoUs हुए, आगे चलकर 55,000 नए outlets Energy Efficiency Services Limited को मिलेंगे, यह तो जानकारियां हैं यह वास्तविकता है| लेकिन जो एक बात कई बार मान्य प्रधानमंत्री जी भी कहते हैं, उन्होंने लाल किले के प्राचीर प्रांगण से भी कहा, कई बार धर्मेन्द्र जी कहते हैं, कई बार मैंने कहा कि इस सरकार की अगर सबसे बड़ी एक विशेष उपलब्धि रही है 3 वर्ष के कार्यकाल में और एक जो विशेषता है जो हमें distinguish करती है बाकी सभी सरकारों से वह है कि हमने सरकार में departmental silos को, अलग-अलग विभाग के कामों को जो पहले फाइलों से ही एक-दूसरे से बात करते थे और सब अपनी-अपनी turf wars में लगे रहते थे उन सब दीवारों को तोडकर एक सरकार जो एक साथ काम करती है, एक साथ मिलजुलकर कार्यक्रमों को समर्थन देती है, आगे बढ़ाती है| यह जो चित्र दर्शाया है मैं समझता हूँ जिस प्रकार से जीएसटी उसका एक बहुत बड़ा उदाहरण था cooperative and collaborative federalism का, उसका एक छोटा उदाहरण आज आपके समक्ष, यह partnership, इन तीनों giants की partnership, with a small company like EESL.

पर उसमें दोनों विभागों ने जिस प्रकार से सपोर्ट किया एक-दूसरे को, ज़रा भी कभी ऐसा अहसास नहीं हुआ कि यह अलग मिनिस्ट्री है, यह अलग मिनिस्ट्री है, यह कंपनियां एक-एक लाख-लाख करोड़ की कंपनियां हैं, वह छोटी सी हज़ार करोड़ की कंपनी हैं| Literally, we are looking at a David Goliath situation. परन्तु, विषय इतना ज़रूरी था देश में सभी को फायदा हो, सस्ते बल्ब मिलें, energy efficient bulb मिलें, tube light मिलें, fans मिलें, हर घर तक, हर गाँव तक पहुंचाने का साधन बने, तो मान्य धर्मेन्द्र जी ने स्वयं से सजेस्ट किया कि क्यों ना हम यह 55,000 outlets को भी यूज़ करके मान्य प्रधानमंत्री जी के सपने को घर-घर तक पहुंचाएं और उजाला योजना के तहत जैसे वह उज्ज्वला के तहत महिलाओं के जीवन को परिवर्तित कर रहे हैं, महिलाओं के जीवन में एक नया सवेरा, नयी उमंग, नया भविष्य दे रहे हैं, वैसे ही उन्ही महिलाओं के electricity bills कैसे कम हों, उन महिलाओं के, उन छोटी बच्चों के, युवा-युवतियों को पढने का साधन कैसे मिले, LED bulb से अच्छी रोशनी कैसे घर-घर तक पहुँच सके उसके लिए क्यों न हम मिलजुलकर इस कार्यक्रम को भी देश भर तक पहुंचाएं|

मैं विशेषकर के धर्मेन्द्र जी का धन्यवाद करना चाहूँगा, तहे दिल से धन्यवाद करना चाहूँगा, उनकी एक और पहल के लिए| उनको तो कई चीज़ों में पहल करने की आदत है| Give It Up से उन्होंने शुरू किया था, पूरे देश में इतना अच्छा समर्थन मिला, उन्होंने उज्ज्वला के माध्यम से पहल की कि हर एक के घर में कैसे एलपीजी सिलिंडर पहुंचा सके, यह दीवार टूटे गरीब-अमीर के बीच, हर गरीब महिला को भी एलपीजी का लाभ मिले, उन्होंने पहल की कि देश भर में पाइपलाइन का जाल कैसे फैलाया जाए जिसमें आगे चलकर इंडस्ट्री को भी पाइप गैस मिले, शहरों में पाइप गैस पहुंचे, शहरों से जो सिलिंडर रिलीज़ होंगे, छूटेंगे, बचेंगे वह गाँव में जाकर गरीबों की सेवा कर सके, पहल की कि 5 किलोग्राम का सिलिंडर जो गरीब भी अफ्फोर्ड कर सके, आखिर एक गरीब के घर में बड़ा सिलिंडर बहुत लम्बे अरसे तक चले उसके बदले छोटा सिलिंडर हो, कम पैसे में मिल जाये|

अलग-अलग उनकी जो योजनाओं से वह गरीबों को, महिलाओं को लाभ पहुँचाने की कोशिश कर रहे हैं उसमें एक और अहम् पहल आज उजाला को भी उज्ज्वला के साथ जोडकर देश भर में कैसे यह सस्ते उपक्रम, बल्ब हों, फैन हों, ट्यूबे लाइट हो, यह जनता तक पहुंच पाए| और मैं समझता हूँ इतना बड़ा मार्केटिंग नेटवर्क शायद ही और किसी के पास इस देश में होगा जितना बड़ा इन तीन कम्पनीज़ के पास और पेट्रोलियम मिनिस्ट्री के पास है|

तो मैं आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद करना चाहूँगा, आपने जो कॉन्फिडेंस दिखाया इस प्रोडक्ट पर, इस छोटी सी कंपनी पर और आपने जो खुले दिल से, अभी-अभी EESL के अधिकारी कह रहे थे कि शायद दो-ढाई हज़ार पेट्रोल पंप तक यह योजना पहुँच पायेगी अगले कुछ महीनों में| धर्मेन्द्र जी ने तुरंत कहा, नहीं-नहीं, हमारी कोई योजना धीमी गति से नहीं चलती है, हमारी योजना तो तेज़ गति लेगी और पूरे देश भर में फैलेगी| जितना जल्द से जल्द हो सके सभी पेट्रोल पंप पर यह सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी|

तो यह दर्शाता है इस नयी सरकार का नया काम करने का ढंग जो मान्य प्रधानमंत्री मोदी जी ने देश भर में हर कार्यक्रम को जो स्पीड दी है, जो स्केल दिया है और जिस स्किल्फुल तरीके से कार्यक्रमों को जनता तक पहुँचाने का उनका जो कंटीन्यूअस प्रयास रहता है, लगातार सोचते रहते हैं कैसे कार्यक्रम जनता के साथ जुड़े, जनता तक पहुंचे, उसका शायद एक और उदाहरण आज यह partnership है|

It’s a partnership between smart companies, it’s a partnership for the smart people who want to save electricity, who want to enjoy the benefits of energy efficiency. It’s a partnership between smart companies who will all benefit from this. It’s a partnership which will lead to taking up smart grids in the country on the energy side. It’s a partnership that will result in smart cities going forward, which is the dream of this government. It’s a partnership which will help make India a smart country leading up to the vision of the honorable Prime Minister that by 2022, a new India which is on the horizon, a new India where sustainability is important, a new India where nobody is deprived of the basic amenities like electricity, a toilet, good schools and colleges in nearby areas, good health facilities, a road leading up to everybody’s village and then to his home, a shelter on every citizen’s head, a smart India which does not follow what happens in the world, but ultimately leads the world to a better and brighter future.

And I think Ujjwala and Ujala are two flagship schemes of Prime Minister Narendra Modi’s government, which are at the forefront of this revolution towards a new India. And I am sure both these schemes will show the way, will light up the way to a better future for every smart woman of this country, rich or poor, everybody benefits from the scheme, everybody who pays an electricity bill will benefit from the using of more energy efficient appliances.

And I am delighted that with this partnership, we are further strengthening the bonds between the two Ministries. After all, energy sector is half held by Dharmendraji, half held in this Power Ministry/Power, Renewable Energy Ministry. So, it is very natural that we are working together as partners, partners for the betterment of the people of India, partners for a brighter and better future for the people of India. And I have no doubt in my mind, as Lady Bird Johnson had said, ‘the environment is where we all meet; where all have a mutual interest; it is the one thing all of us share.’

And this is one effort between the Ministry of Power and the Ministry of Petroleum and Natural Gas to contribute towards a better environment, contribute to reducing pollution, contribute to making a better life for the people of India. I am sure the efforts that we are all working in for reaching out this facility to the nook and corner of the country will help us make India the first large country in the world, actually, I don’t think even any small country has embarked on a mission like this; but India would probably be the first country in the world, which will be 100% using LEDs for its lighting needs by 2019. And, it will be a big message to the world that India acts rather than only promises; India delivers on what they promise. And India is sensitive to this global effort to fight the adverse impacts of climate change.

Energy efficiency as we all know is probably the 5th mode of providing energy, while oil and gas provide energy, electricity provides energy; we have different forms of energy. But energy efficiency has an added advantage, because it provides indirectly a saving, direct saving and an indirect generation of energy. So, I think it’s a great step forward where we are all going to work together. I compliment all the four companies who have decided to come together, work towards a long-term, sustainable future for this nation.

And as we transition towards a sustainable growth, as we transition towards a more efficient way of doing business in India, I am sure the mission and the targets that each of these companies have set up will be achieved, will be achieved expeditiously, will lead to the 3 ‘Ss’ that we have been working towards – sustainability, security and safety. And, together, we will make this programme a huge success. I wish this partnership going forward a lot of success in meeting the ambitions, meeting the demands of the people. I am sure this will take the Ujala programme to the length and breadth of the country.

Going forward, we will see how we can work together. The more I see Dharmendraji working I am finding a business leader emerging, from a person who comes from a political background, who comes from a background of public service; I find he comes out with some of the most innovative business models in everything that he does.

And today is the day of celebration, I think he should have mentioned it. But on his behalf, because probably, he refrained from mentioning it because it is an achievement of his Ministry. But I would like to share with you, today the first vessel bringing oil from the United States of America has been dispatched, which will be coming to India, finally opening up a new source of oil and gas for India, which has already seen its ripples in the petroleum product pricing and will save India thousands of crores going forward in our oil imports.

He has already had huge success in his negotiations with Qatar about which I have spoken on many different forums. He has been able to bring down the imported price of petroleum products through deft negotiation in the past and through this new interaction and engagement with the United States, going forward, India will have huge benefit of opening up new sources of petroleum products.

My compliments to you Dharmendraji, I think the acumen that you have shown in running this entire space, which is a difficult space. It’s been a space, which has had so many controversies in the past, but an unblemished track record of 3 years of improvement, sustainable improvement that we have seen in the petroleum sector will help India emerge in the years ahead as probably another success story to make India self-reliant, to make India a leader in the petroleum sector.

And I compliment all the 3 companies working under Dharmendraji and his team to make India a petroleum capital of the world, huge amount of refinery capacity is being added under his leadership, as I said, huge pipelines being added across the country.  All of this leading towards India’s long-term energy security.

My compliments to all those who are behind this effort and I wish this new venture between EESL and the 3 companies great success in the months and years to come.

Thank you.

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