..युक्त नहीं होगा जब तक हम पूर्वी भारत का विकास तेज़ गति से नहीं करेंगे तब तक इस देश का विकास नहीं हो सकता है| और मैं समझता हूँ जिस तेज़ गति से अब बिहार में केंद्र सरकार की योजनायें, राज्य सरकार की योजनायें सब मिलकर संयुक्त रूप से जैसे हमने पहले भी कहा था एक डबल इंजन के रूप में जिस प्रकार से कार्य कर रही है, मुझे पूरा विश्वास है बिहार में तेज़ गति से विकास भी होगा, बिहार की जनता को सुख-सुविधाओं में भी वृद्धि होगी और जो कई वर्षों का एक प्रकार से बैकलॉग है, जो कमियां रह गयी हैं उसको पूरा करने में हम सब प्रयत्नशील भी हैं और सफल भी पूरी तरीके से होंगे|
आपकी मातृभूमि से तो वीर कुंवर सिंह ने जन्म लिया था और मैं समझता हूँ कि बचपन से हम सबने वीर कुंवर सिंह जी की कहानियाँ सुनी हैं, उनकी वीरता, उनकी महान वीरता आखिर 1857 में जब पहली देश की लड़ाई, आज़ादी की लड़ाई लड़ी गयी उसमें जो उनका योगदान था और काफी उम्र होने के बावजूद, मुझे जो बताया गया शायद 80 वर्ष के थे तब उसके बावजूद जिस प्रकार से उन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ संघर्ष किया पहली आज़ादी की लड़ाई में यह हम सबके लिए बहुत प्रेरणा की बात है| साम्प्रदायिकता, सामाजिक समानता पूरे प्रदेश में आये, पूरे देश में आये, महिलाओं का सशक्तिकरण हो इसके लिए जो भरपूर कार्य कुंवर वीर सिंह जी ने किया था उसके लिए मैं उनको साधुवाद देता हूँ, उनका नमन करता हूँ|
और मैं समझता हूँ आरा के हर एक नागरिक को यह गर्व की बात है कि कुंवर वीर सिंह जैसे बहुत ही प्रेरणादायी इतिहास से जुड़े हुए आपके इलाके से जन्मे ऐसे वीर सिपाही आप सबको प्रेरणा देते हैं, आप सबको काम करने के लिए आगे का मार्ग दिखाते हैं|
मुझे लगता है, मेरे मन में था कि अगर यह स्टेशन ऐसे-ऐसे डेवेलॉप होता है आरा का तो जैसे मधुबनी में कुछ युवा-युवतियों ने पेंटिंग करके मधुबनी स्टेशन को सुन्दर बनाया मैं समझता हूँ वीर कुंवर सिंह जी की जो गाथाएं हैं, जो उनके इतिहास से जुड़ी हुई जो-जो उनकी सात कहानियाँ हैं उनको लेकर भी आरा स्टेशन पर हम एक बहुत अच्छा वहां पर प्रदर्शनी बना सकते हैं|
आरके सिंह जी ने अभी-अभी जो नया पद संभाला है, ऊर्जा और नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र का, मैं उनको बधाई दूंगा कि इतने कम समय में उन्होंने जिस प्रकार से ऊर्जा के क्षेत्र को अपने काबू में लिया, चंद ही दिनों में सौभाग्य जैसी इतनी महत्वपूर्ण और महत्वकांक्षी योजना जिसकी शायद प्रतीक्षा देश 70 वर्षों से कर रहा था ऐसी योजना उन्होंने देश के समक्ष रखी और बीड़ा उठाया कि 15-16 महीने के अन्दर ही वह पूरे देश में हर घर तक बिजली पहुंचाएंगे, मुफ्त में पहुंचाएंगे, जो मैं समझता हूँ इस देश के हर घर का सपना था|
जिस-जिस काम में सिंह साहब लगे हैं भारत के सम्मानीय गृह सचिव के रूप में जिस प्रकार से उन्होंने माओवादी ताकतों का सामना किया, जिस प्रकार से माओवाद के खिलाफ जंग लड़ी, जिस प्रकार से भारत की सुरक्षा में उन्होंने सफल प्रयास किये, मैं समझता हूँ इनके काम करने का जो ढंग है उसका हम सबको लाभ अब ऊर्जा क्षेत्र में भी मिलेगा|
मैंने तो कुछ उनके जो कमेंट्स अभी तक सुने हैं, मुझे लगता है जो कटिया बिजली लेने वाले लोग हैं उन सबको तो वैसे ही डर लगने लग गया होगा| और अब ईमानदारी से बिजली जब मुफ्त मिलेगी, कनेक्शन मुफ्त मिलेगा तो कटिया कनेक्शन की ज़रूरत ही कहाँ रह जाएगी| और मैं बधाई दूंगा सिंह साहब को कि उन्होंने सौभाग्य जैसी योजना के साथ इस देश के हर घर को, हर गरीब के घर को मुफ्त में बिजली का कनेक्शन देने का जो संकल्प लिया है मैं समझता हूँ हम सबके लिए गर्व की बात है, आरा के एक-एक नागरिक के लिए गर्व की बात है कि जो तेज़ गति से विकास आरा से शुरू होकर निकलेगा वह देश के कोने-कोने तक हर गरीब के घर में बिजली पहुंचाएगा|
दिल्ली और हावड़ा के बीच स्थित आरा स्टेशन को एक आदर्श स्टेशन बनाने का जो काम रेलवेज ने शुरू किया है मैं समझता हूँ इसमें पूरी तरीके से श्रेय सिंह साहब को जाता है, वह लगातार रेल मंत्रालय के साथ लगे रहे| और इतने महत्वपूर्ण स्टेशन जहाँ पर कई गाड़ियाँ भी रुकती हैं उसको इतने समय से जो सुधार नहीं किया गया यह भी एक तरीके से हम सबके लिए थोड़ी दुःख की बात रही है|
मुझे ख़ुशी है कि पूर्वी भारत के विकास की जो संकल्पना माननीय प्रधानमंत्री जी ने की है उसमें रेलवे का भी एक बहुत बड़ा योगदान माना जाता है, रेलवे के अलग-अलग प्रकल्प बिहार में तेज़ गति से लगें और बिहार का कोना-कोना रेलवे लाइनों से युक्त हो, हर कोने तक रेल जाये, हम बिहार को देश के हर कोने से भी जोडें और बिहार के हर कोने को भी देश के साथ जोडें, यह संकल्पना से बिहार में रेलवे के विकास का काम शुरू किया गया है|
आपको जानकार ख़ुशी होगी, आरा के बारे में थोड़ी जानकारियां बता दूं, लगभग 26.5 करोड़ रुपये सिर्फ आरा स्टेशन के सौंदर्यीकरण और नवीकरण के काम में करीब-करीब 26 करोड़ 60 लाख रुपये लगने वाले हैं जिसका टेंडर पिछले महीने 20 तारीख को, 20 दिसम्बर को फाइनालाइज़ कर लिया गया है| आज पूरे एक महीने बाद उस काम का शिलान्यास कर दिया गया है और मैं आपको विश्वास दिलाता हूँ कि इस वर्ष के अंत के पहले यह पूरे काम को पूरे रूप से हम ख़त्म करेंगे, नया प्लेटफार्म भी बनने जा रहा है जिसमें शेड लगेगा ऊपर, लोगों को गर्मी में, ठंड में तकलीफ नहीं हो, कवर्ड शेड से इस प्लेटफार्म में बैठने की सुविधाओं को भी बढ़ाया जाएगा स्टेनलेस स्टील की बेंचेस लगाकर| अच्छी एलईडी लाइट से इस पूरे स्टेशन को सजाया जायेगा, साथ ही साथ जो दक्षिणी क्षेत्र है उसके विकास और सुधार के लिए भी विशेष योजना बनाई गयी है आरा के दक्षिणी क्षेत्र के लिए|
जो सुविधाएं यात्रियों के लिए आवश्यक हैं, जो एमेनिटीज, जो सुविधाएं आवश्यक मानी जाती हैं जिसमें सुरक्षा भी बढ़े उन सुरक्षा के हिसाब से सुविधाओं को भी और मज़बूत बनाया जायेगा, स्टेशन बिल्डिंग को सुन्दर बनाकर एक अच्छी स्टेशन बिल्डिंग हो, नया टिकेट बुकिंग का काउंटर हो, मोटर साइकिल के लिए पार्किंग की पूरी सुविधा बनाई जाये बाहर जिससे व्यक्ति अपनी मोटर साइकिल सुरक्षित रख सके और जब शाम को, रात को अगले दिन आये तो अपनी मोटर साइकिल लेकर गाँव और घर तक जा सके| यह सब दक्षिणी क्षेत्र में सुधार करके इसको किया जायेगा|
इसी प्रकार से जो ऊपरी पुल है, फुट ओवरब्रिज, इसको भी एक्सटेंड करने की योजना है और एक कोचिंग कॉम्प्लेक्स बनाने की योजना तय की गयी है जिसमें मेंटेनेंस वगैरा किया जायेगा, ट्रेन का साफ़-सफाई करने का काम होगा| एक और सोचा है कि बाउंड्री वॉल बनाई जाये जिससे लोगों को हम एक प्रकार से फुट ओवरब्रिज की तरफ भेज सकें बजाये कि ट्रैक क्रॉस करते हुए अपनी जान को कोई खतरा लें| और साथ ही साथ पिट लाइन और सिक लाइन जो नीचे टेक्निकल चीज़ें होती हैं उसमें भी सुधार करने की योजना इस पूरे क्षेत्र, इस पूरे स्टेशन के सौंदर्यीकरण के साथ जुड़ी हुई है|
मैं समझता हूँ इस सबसे एक तो आरा स्टेशन में जो दक्षिण से आने वाले लोग हैं उनको बहुत बड़ी सुविधा हो जाएगी स्टेशन पर आने-जाने के लिए और एक बहुत बड़ी आबादी उस तरफ से आती है ऐसा हमें बताया गया| तो उन सबके लिए बहुत सुविधाजनक हो जायेगा| साथ ही साथ एक और प्लेटफार्म जब बन जायेगा तो जो ट्रेन आजके दिन एक प्लेटफार्म में कोई ट्रेन है, दूसरी आ नहीं सकती है, दोनों प्लेटफार्म होने से जो समय पर चलनी चाहिए ट्रेन उसकी भी सुविधा और अच्छी हो जाएगी, ट्रेन समय पर आना-जाना उसका हम सुनिश्चित कर पाएंगे| पंच्यूलिटी में, समय-सीमा में ट्रेन चलने में सुधार का मुझे पूरा विश्वास है, इस नए प्लेटफार्म से उसमें भी सुधार होगा| साथ ही साथ बेहतर स्वच्छता हो, उसके लिए पूरे टॉयलेट्स को ठीक तरीके से बनाया जायेगा, महिलाओं के लिए शौचालय अलग, पुरुषों के लिए अलग, और अगर आप सब उचित समझें तो उसके देख-रेख के लिए किसी आदमी को रखकर छोटा-मोटा एक-दो रुपये ले लें लेकिन उस पैसे से शौचालय को साफ़-सुन्दर बनाकर रखें जिससे कभी किसी को ट्रेन में जाकर, जिस प्रकार से हमने कौनसी पिक्चर में वह देखा था? टॉयलेट: एक प्रेम कथा? देखी है कि नहीं आपने?
वह ‘टॉयलेट: एक प्रेम कथा’ में गाँव वालों को ट्रेन के अन्दर शौचालय करने जाना पड़ता था तो हम तो चाहेंगे कि हर एक के घर में शौचालय बने, हर गाँव में सुविधा हो लेकिन अगर कोई यात्री को स्टेशन पर जाना पड़े तो ट्रेन का इंतिज़ार न करे, अच्छी शौच की सुविधाएं स्टेशन पर उपलब्ध हो, साफ़-सुथरा पानी हो, सब प्रकार से यात्रियों को सुविधाजनक शौचालय की सुविधा हो तो मैं समझता हूँ स्वच्छता रखने में बहुत बड़ा उसका योगदान रहेगा|
एक बहुत बड़ा लाभ यह होगा इस स्टेशन में कोचिंग और सेकंड प्लेटफार्म बनाने से और कोचिंग फैसिलिटीज़ कि आरा के नागरिकों को हर बार पटना नहीं जाना पड़ेगा, उसके बदले आरा से ही सीधा अपने अंतिम डेस्टिनेशन तक, अपनी अंतिम यात्रा तक वह आरा से ही शुरू कर सकेंगे, यह एक बहुत बड़ा लाभ मैं समझता हूँ इस कार्यक्रम, इस काम से आरा में रेलवे की तरफ से यह काम किया जायेगा|
अलग-अलग बिहार में विकास के काम हो, बिहार तेज़ गति से देश के साथ जुड़े, देश की विकास यात्रा के साथ जुड़े उसके लिए मोदी सरकार और सिंह साहब और मैं, व्यक्तिगत रूप में, हम सब पूरी तरीके से प्रतिबद्ध है| हमारा उद्देश्य है, सिंह साहब का उद्देश्य है कि देश रोशनी से भरपूर उज्ज्वल हो जाये और मेरा उद्देश्य है कि पूरे देश को हम जोड़ सकें रेल की पटरियों द्वारा| और मैं समझता हूँ हम दोनों का उद्देश्य एक प्रकार से जुड़ा हुआ है|
जैसे-जैसे तेज़ गति से बिजली हर कोने-कोने तक पहुंचेगी, वैसे-वैसे हमारे लिए भी सुविधा बनेगी कि रेल का काम भी देश भर में पहुंचा सके| और सिंह साहब के मार्गदर्शन से, सिंह साहब के सहयोग से मुझे आपको बताते हुए ख़ुशी होती है कि अब रेलवे ने तय किया है कि पूरे देश में जितनी रेल गाड़ियाँ चलती हैं और जितना रेलवे नेटवर्क है, पूरे को विद्युतीकरण किया जाये, बिजली से चलाई जाये ट्रेन| इससे जो धुँआ निकलता है ट्रेन से, डीजल की ट्रेन से जो हम सबके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, यह हम पूरे रूप से इसको ख़त्म करना चाहते हैं|
और मैं समझता हूँ दुनिया की, पूरी दुनिया की पहली रेलवे होगी भारतीय रेल, प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में इतना बड़ा काम करने जा रही है कि दुनिया की पहली शत-प्रतिशत विद्युतीकरण की गयी रेलवे भारत की होगी|
और जिस प्रकार से माननीय आरके सिंह साहब नवीकरणीय ऊर्जा को एक तेज़ गति से देश में बढ़ावा दे रहे हैं, रेलवे ने भी अपनी तरफ से यह तय किया है कि हम भी देश भर में सौर ऊर्जा को लगायें, स्टेशन के ऊपर सौर ऊर्जा के पैनल्स लगायें, अलग-अलग जगहों पर सौर ऊर्जा से कैसे देश में एक जलवायु परिवर्तन से जो समस्याएं आती हैं जो आजकल हम देश भर में देखते हैं कभी बहुत सर्दी हुई तो बड़ी सर्दी हो गयी, गर्मी हुई तो कुछ ज्यादा ही गर्मी हो गयी, बारिश आ रही है तो बाढ़ पड़ रही है, सूखा हो रहा है तो कोई बारिश का नामोनिशान नहीं|
यह जो सब समस्याएं हैं इसकी जो जड़ है जलवायु परिवर्तन, उसको अगर हमें ठीक करना है तो जो सिंह साहब नवीकरणीय ऊर्जा को प्रोत्साहन दे रहे हैं, जैसे हम डीजल के बदले इलेक्ट्रिसिटी, बिजली से चलनी वाली ट्रेन, रेल गाड़ियाँ बना रहे हैं, यह सब संयुक्त प्रयास है मोदी सरकार का कि भारत की जनता को फिर एक बार साफ़-सुथरा जल मिले, साफ़-सुथरा आसमान मिले, अच्छे रहने के लिए एक अच्छा माहौल मिले और इस काम में आपका सहयोग आपका आशीर्वाद अगर मिलता रहेगा तो मुझे पूरा विश्वास है कि अगली पीढ़ी कभी यह नहीं कहेगी कि हमने इस देश को अच्छी तरीके से संवारा नहीं, अच्छी तरीके से उनको सौगात में नहीं दिया|
यह हम सबकी संयुक्त ज़िम्मेदारी है, आपकी भी मेरी भी, मंत्रियों की नहीं, देश के नागरिकों की कि हम इस देश को अच्छा रखें, साफ़-सुथरा रखें इस देश को ऐसा बनाकर छोडें कि अगली पीढ़ी हमें धन्यवाद दे बजाये कि हमारे ऊपर नाराज़ हो या हमें गाली दे| क्या यह ज़िम्मेदारी हम सब साथ में मिलकर पूरी करेंगे? आरा का हर एक नागरिक इसमें साथ में जुड़ेगा?
बहुत-बहुत धन्यवाद, बहुत अच्छा लगा आप सबको मिलकर, आप सबसे विचार-विमर्श करके और बहुत-बहुत शुभकामनाएं आपकी इस नयी योजना के लिए|