Speeches

March 5, 2019

Pradhan Mantri Shram Yogi Maan-dhan Yojana, in Mumbai

मेरे मित्र सम्भा जी, उपस्थित सभी अधिकारीगण वरिष्ठ नागरिक मुम्बईकर, लाभार्थी प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना के सभी और मैंने देखा सभी लगभग युवा लाभार्थी बोल सकते हैं, भाइयों और बहनों, मीडिया के मित्रों|

सबसे पहले तो मैं माफ़ी चाहता हूँ विलंब हो गया मैं कोयम्बटूर में था और वहीँ से अभी बस आ रहा हूँ| तो दोनों तरफ वहां पर वीआईपी मूवमेंट था कोयम्बटूर में और मुंबई में एयरपोर्ट बंद होता है 11 से 5 रिपेयर्स के लिए मंगलवार को, तो यहाँ भी बहुत सारे प्लेन्स लाइन में थे लैंड करने के लिए| मैं आप सबसे माफ़ी चाहता हूँ कि मुझे विलंब हो गया यहाँ आने में| पर वास्तव में हम सबके लिए बहुत ख़ुशी की बात है| स्वयं मेरे लिए तो बहुत ही आनंद की बात है क्योंकि यह वास्तव में एक नामुमक़िन को मुमक़िन करने का एक और उदाहरण आज देश के समक्ष माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने रखा है|

हम सब जानते हैं कि सरकारी योजनाएं बनती थी, नाम तय करने में महीनों लग जाते थे| उसके कायदे कानून बनाने के लिए और बहुत सारे महीने लग जाते थे| कार्यान्वित करते-करते तो पता नहीं कितना समय लग जाता था एक-एक योजना को| कई बार यह मज़ाक होता था कि योजना एक चुनाव में घोषित करकर लोगों को बताया जाता था लेकिन वर्षों-वर्षों, और दो चुनाव तक तो योजना कार्यान्वित भी नहीं होती थी|

लेकिन इस सरकार ने जो योजना पिछले पाँच वर्षों में एक के बाद एक लागू की उन सबको सफलतापूर्वक कम समय की अवधि में लागू करकर देश की जनता तक पहुंचाने का काम किया और लोगों को सुरक्षित बनाना, लोगों के वृद्ध जीवन को सुरक्षित बनाने का जो काम है यह वास्तव में एक ऐसा काम था जो वर्षों से नेग्लेक्टेड था, वर्षों तक इसपर किसी ने चिंता नहीं की थी| माननीय प्रधानमंत्री जी ने जब जन-धन योजना के तहत नये बैंक के खाते खोलने का काम शुरू किया| तभी से लगातार सुरक्षा भीमा के ऊपर उनका ध्यान आकर्षित रहा है| आपको याद होगा प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना जो मात्र एक रुपये महीने में दी जाती थी, उससे लगभग अभी 14.5 करोड़ लाभार्थी इस देश में उसमें जुड़े हैं, उस स्कीम में जुड़े हैं| उसके बाद प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना लाई गयी, उसमें भी 5 करोड़ 67 लाख लोग (5.67 crore) लाभार्थी उस योजना के साथ जुड़े|

इसी प्रकार से आयुष्मान भारत जिसमें 50 करोड़ लोगों को मुफ्त में स्वास्थ्य की सेवाएँ उपलब्ध कराने का काम यह सरकार कर रही है| और यह योजना तो हाल में पहली फरवरी को अन्नौंस की गयी, इंटरिम बजट में पहली फरवरी को| और कहा था हमने कि हम 15 फरवरी से इसको लागू करेंगे और मुझे आप सबको रिपोर्ट करते हए आनंद होता है कि जैसा कहा, वैसा किया| और 15 तारीख से ही इसका काम शुरू हो गया| सभी इस योजना के मापदंड, इसकी स्कीम की पैरामीटर्स वगैरा उपलब्ध हो गए| 15 तारीख से राज्यों में स्पर्धा हुई कि कौन ज़्यादा आगे बढ़ेगा|

अभी-अभी मुझे पता चला शायद महाराष्ट्र दूसरे अंक पर था चार दिन पहले| लेकिन दूसरा अंक महाराष्ट्र को स्वीकारित नहीं है और महाराष्ट्र ने और जोर दिया और आज हम सब गर्व कर सकते हैं माननीय देवेंद्र फडणवीस जी के नेतृत्व पर, हमारे बहुत ही लोकप्रिय मुख्यमंत्री, हमारे युवा मंत्री – इन सबने जो ज़ोर लगाया, आज देश में नंबर 1 पर है महाराष्ट्र, इस योजना में जुड़ने के लिए|

और अभी तो बस शुरू ही हुई है| मात्र 25 दिन भी नहीं हुए हैं – 20  दिन हुए हैं इस योजना को| फरवरी में तो 28  दिन ही होते हैं| तो 18  दिन के अंदर महाराष्ट्र नंबर 1 पर है| अब नंबर 1 का पोजीशन छोड़ना नहीं है, उसको कायम रखना है आगे| और इतने कम समय में इतनी बड़ी संख्या में देश भर में लोगों को जोड़ने के लिए मैं सभी हमारे अधिकारियों को तहे दिल से धन्यवाद देता हूँ, बधाई देता हूँ और सभी देश की जनता को अपील करता हूँ और महाराष्ट्र के मुंबई के हमारे सभी असंगठित क्षेत्र के नौजवान युवा-युवती जो भी 18 से 40 वर्ष की आयु में आज काम कर रहे हैं असंगठित क्षेत्र में, और वह अलग-अलग हैं – रिक्शा चालक हो सकते हैं, टैक्सी चालक हो सकते हैं, ठेला लगाते हों, घरेलू कामगार हों, खेतीहार कामगार हों, एक प्रकार से बोझ उठाने का काम करते हों – किसी भी वर्ग से अपना जीवन, स्वावलंबी जीवन खुद जो अपना काम करते हैं उन सभी को इसमें जोड़ने का मौका है। 18 वर्ष की आयु के लोग अगर जुड़ते हैं तो मात्र 55 रुपये प्रति महीना उनको देना है, केंद्र सरकार मैचिंग कंट्रीब्यूशन देगी 55 रुपये की, कुछ कमी पड़ेगी आगे तो वह भी केंद्र सरकार पूरा करेगी।

लेकिन जब 60 वर्ष की आयु पर व्यक्ति रिटायर होना चाहे, निवृत्त होना चाहे तो 3000 रुपये गारंटीड पेंशन उन्हें मिलना यह सरकार ने वादा किया था वह मिलेगा, एलआईसी के माध्यम से इस स्कीम को कार्यान्वित किया जा रहा है। और मुझे सबसे ज़्यादा जो आनंद आता है ‘स्पीड ऑफ़ एक्शन’, यह स्पीड ऑफ़ एक्शन लोग याद करें। यहाँ पर कई लोग हैं जिन्होंने पुरानी सरकारें भी देखी हैं, शायद युवा-युवतियों को अनुभव नहीं होगा पहले कैसे काम चलता था। लेकिन यह स्पीड ऑफ़ एक्शन शायद ही कभी किसी ने देखी होगी, हमने दो विषय अन्नौंस किये थे, एक हमारे किसानों के लिए, लघु और सीमान्त किसानों के लिए (small and marginal farmers) को 6000 रुपये प्रति वर्ष तीन किस्तें में दो-दो हज़ार के हम देंगे उसको माननीय प्रधानमंत्री जी के कर कमलों द्वारा 24 तारीख को लॉन्च किया गया था। उसमें भी करोड़ों की संख्या में लोगों के बैंक खाते में सीधा बिना कोई बिचौलिए के लाभ पहुँच रहा है, पहली किस्त 2000 रुपये की पहुँच गयी है।

हम सभी राज्यों से विनती कर रहे हैं, अनुरोध कर रहे हैं जल्द से जल्द लिस्टें भेजें जिसमें बैंक अकाउंट नंबर और उनकी जानकारियां वैलिडेट करके भेजी जाएं उसमें भी महाराष्ट्र ने अच्छी संख्या में डेटा भेजा है दिल्ली में और बड़ी संख्या में रोज़ किसानों को उसका लाभ मिल रहा है। और हमारा अनुमान है कि लगभग 12 करोड़ किसान परिवारों को हर वर्ष 6000 करोड़ रुपये मिलेंगे और वर्षों-वर्षों तक मिलते रहेंगे। इसी प्रकार से असंगठित क्षेत्र में लगभग 42 करोड़ लोग काम करते हैं, पुरुष और महिला दोनों, अब 42 करोड़ लोग जिस क्षेत्र को कन्धा देते हैं, मज़बूती से काम करते हैं अपने श्रम से इस देश की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाते हैं, और एक अनुमान तो यह है लगभग आधी जीडीपी, भारत की आधी जीडीपी असंगठित क्षेत्र के कामगारों के बलबूते पर चलती है।

और मैं समझता हूँ बहुत ही दुर्भाग्य है कि पहली बार किसी सरकार ने इस क्षेत्र की चिंता की, आज़ादी के बाद इतने वर्ष निकल गए, कभी किसी ने इस क्षेत्र के कामगारों की चिंता नहीं की उनके प्रति विचार नहीं किया, उनके लिए कोई ठोस योजना नहीं लाई। और मैं समझता हूँ यह सब ज़रूरतमंद और कमजोरवर्ग के हमारे भाई बहनों को एक सुरक्षित माहौल मिलेगा, सुरक्षित महसूस होगा कि अब उनके लिए भी कोई चिंता करता है। और भाइयों बहनों यह तो पहली स्कीम निकली है, अब और हमें काम बहुत करना बाकी है इस क्षेत्र के लिए भी।

आपको याद होगा संगठित क्षेत्र के लिए हमने मिनिमम वेजेस भी निर्धारित कर रखी हैं, और अच्छी संख्या में 42% हमने मिनिमम वेजेस बढ़ाये थे न्यूनतम तनख्वाह लगभग तीन साल पहले। इसी प्रकार से असंगठित क्षेत्र के लिए भी कुछ मापदंड बने, उनके लिए भी आगे चलकर कैसे उनका जीवन और सुधरे, उनको अपने काम की सही, मेहनत की सही कमाई मिले इसके लिए भी सरकार और विचार कर रही है। आप सबसे भी अनुरोध करूँगा कुछ अच्छे आइडियाज हों तो ज़रूर हमारे साथ शेयर करें। We are completely open to ideas. आज कल भारत के मन की बात के माध्यम से देश भर में हम लोगों से सुझाव मांग रहे हैं कि क्या और ऐसी चीज़ें करें, कौनसे और कार्यक्रम को हम लें जिससे हम और अधिक तेज़ गति से खासतौर पर गरीब, मध्यमवर्ग, जो शोषित और वंचित रहे वर्षों से, जो किसान इस देश को फ़ूड सिक्योरिटी देते हैं, जो मज़दूर इस देश को प्रगति के मार्ग पर लेकर जाते हैं। इन सब क्षेत्रों के लिए महिलाओं के लिए, युवाओं के लिए, असंकल्प जो क्षेत्र हैं उनके लिए, सभी क्षेत्रों के लिए हम चाहते हैं कि नई-नई योजनाएं, नए-नए तरीके से उनके जीवन में विकास हो और यह भारत के मन की बात पर आप सब अपने सुझाव हमें अगर पहुंचाएं तो हम उससे आगे आने वाले अगले पांच वर्ष का भी कार्यक्रम निर्धारित करना चाहते हैं।

लेकिन मैं इतना विश्वास दिलाता हूँ कि यह सरकार जब 2014 में आई थी तब माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने एक संकल्प लिया था कि यह सरकार गरीबों को संकल्पित रहेगी, यह सरकार किसानों के लिए संकल्पित होगी, यह सरकार मज़दूरों के लिए संकल्पित होगी, यह सरकार काम करेगी उन वर्गों के लिए जो वर्षों से शोषित रहे, वंचित रहे। The marginalized sections of society will have the first right on the nation’s resources.

यह माननीय पंडित दीनदयाल उपाध्याय जो एक प्रकार से प्रेरणा देते हैं हम सबको हमारे काम में जिन्होंने अंत्योदय की कल्पना की थी। उन्होंने कहा था देश का जो रिसोर्सेज हैं, देश की जो संपत्ति है उसका पहला अधिकार जो गरीब से गरीब व्यक्ति है, अंतिम छोर पर जो व्यक्ति खड़ा है समाज में उसका लेना चाहिए हमने उस काम को पूरा किया, हमने उस दिशा को ध्यान में रखते हुए सभी कार्यक्रम इस सरकार के तय किये और मुझे आनंद है कि यह भी स्कीम इतनी कम अवधि में अनाउंसमेंट पहली फरवरी को, 15 फरवरी से लागू करना और आज 5 मार्च 2019 को इसका शुभारंभ माननीय प्रधानमंत्री जी के हाथों से कुछ ही क्षणों में होने जा रहा है। मेरे लिए एक प्रकार से बहुत ख़ुशी की बात है और मुझे बहुत संतोष होता है कि यह स्कीम जो शायद विश्व में सबसे बड़ी पेंशन योजना के रूप में उभरी है उभरेगी आगे चलकर इसका काम महाराष्ट्र और मुंबई में तेज़ गति से हुआ है।

इसका एनरोलमेंट बड़ा सिंपल रखा गया है। आप जो नज़दीक से नज़दीक कॉमन सर्विस सेंटर है वहां जाकर सेल्फ सर्टिफिकेशन पर, कोई बहुत सारे प्रमाण पत्र और यह-वह नहीं लाना है, कोई सर्टिफिकेशन दुनिया भर का नहीं कलेक्ट करना है। आप स्वयं लिखेंगे आप क्या काम करते हैं, आपकी मासिक आय क्या है और आपके बैंक के खाते का डिटेल, शायद आधार नंबर जुड़ा होगा इसके साथ वह आपने ज़रूर सबको सूचना दी होगी। बड़े साधारण, सरल तरीके से एक सरल फॉर्म भरके आप इस योजना के साथ जुड़ सकते हैं। अगर 10 साल के अंदर आप इसमें से निकलना चाहें तो भी आपको आपका पैसा ब्याज के साथ जो बैंक का रेट है ब्याज का उसके साथ आपको मिल जायेगा। ऐसा भी कोई कंपल्शन नहीं है कि आप बस जुड़ गए तो आप आगे किसी वजह से किसी कारण से और नहीं जुड़ना चाहें इस स्कीम में तो आप फस नहीं जाते हो, फिर भी उसकी भी एग्जिट ऑप्शन भी रखी है।

तो हर प्रकार से एक सुविधाजनक स्कीम – और मैं आवाहन करूँगा कि हमारे सब लोग जिस-जिसके संपर्क में आता है, आखिर हम सब शायद किसी से जाकर भाजी खरीदते होंगे, सब्ज़ी खरीदते होंगे, शायद हमारे घरों में कोई हमारी मदद करता होगा, कोई काम करता होगा जो घऱेलू कामगार है। हमारे ड्राइवर जो वाहन चालक हैं वह हमारे साथ जुड़ते होंगे, हम शायद कभी ऑटो रिक्शा या टैक्सी में सफर करते हैं तो उस समय उससे बात करते-करते, मौसम की बात कर ली, इस बार बहुत गर्मी हो गई है, बारिश नहीं आ रही है, ठंड ख़त्म हो गयी, अब होली आने वाली है, यह सब चर्चा के बाद शायद इस स्कीम की जानकारी दे सकते हैं। उसको बता सकते हैं भाई इससे जुड़ जाओ आपके लिए आगे सुरक्षा हो जाएगी।

तो अगर हम सब भी इसमें जुड़ें और हर एक नागरिक यह सोचे कि मुझे दो और लोगों को इस स्कीम के साथ जोड़ना है तो यह एक वाइल्ड फायर की तरह यह फ़ैल सकती है। और मैं समझता हूँ मुंबई महाराष्ट्र में तो हम सब जागरूक नागरिक हैं और हम सब चाहते हैं कि हमारे भाई बहनों का भविष्य और सुरक्षित हो और अच्छा हो। तो मैं आप सबसे आवाहन करता हूँ कि यह अच्छी स्कीम है आप भी सब इसमें योगदान दें, हो सकता है कुछ आपमें से लोग सोचें कि भाई हमारे घरेलू कामगार की जो कंट्रीब्यूशन है हम अलग से दे देंगे तो उनके ऊपर भी बोझ नहीं हो। ऐसे अलग-अलग प्रकार से हम सब जुड़ सकते हैं और मैं स्वयं शेयर करना चाहूंगा कि जितने लोग मेरे घर पर काम करते हैं, मेरे संपर्क में नज़दीक के आते हैं उन सबको मैं स्वयं अगले एक हफ्ते के अंदर जॉइन कराऊंगा और उसकी फीस मैं भरूंगा, उसकी जो कंट्रीब्यूशन है।

और मेरा आप सबसे अनुरोध है कि अगर हम सब इस सोच के साथ जुड़ते हैं, इसके साथ लगते हैं तो यह वास्तव में जो 42 करोड़ अनुमानित इस देश में इस स्कीम के लाभार्थी हो सकते हैं उन सब तक पहुंचे और उन सबको इसका लाभ मिल सके। यह एक जनभागीदारी से इस स्कीम को और तेज़ गति से गांव-गांव, घर-घर तक पहुंचाने की ज़िम्मेदारी अगर हम सब ले लेते हैं तो वास्तव में जो माननीय प्रधानमंत्री जी का संकल्प है, जो प्रतिबद्धता है उनकी कि नामुमकिन को मुमकिन करना है, असंभव को संभव करना है, जो काम कल्पना में नहीं था वह करके दिखाना है और देश के 130 करोड़ नागरिकों तक सरकार की अलग-अलग योजनाएं पहुंचें, उनको उसका लाभ मिले, एक अच्छा भविष्य भारत के हर नागरिक को मिले और सबका साथ लेते हुए सबका विकास करने का जो हमारा एक निश्चय है, काम का ढंग है उसमें भारत और महाराष्ट्र की सभी जनता जुड़े।

इस आवाहन के साथ, इस अपील के साथ मैं बहुत-बहुत आज के सभी लाभार्थियों को शुभकामनाएं देता हूँ, बधाई देता हूँ कि आप इस स्कीम के साथ जुड़े। आपको कभी कोई तकलीफ हो, कोई डिफीकल्टी हो तो हम में से शिवजी राव हैं, मैं हूँ, हम में से किसी को भी आप संपर्क कर सकते हैं। हमारे सब अधिकारी वास्तव में दिल से चाहते हैं कि यह स्कीम सक्सेसफुल हो और आपको कभी भी किसी प्रकार की इसमें कठिनाई हो कुछ जानकारी चाहिए और आप भी लोगों तक बात पहुंचाएं और हमारे एम्बेसडर बनें जिससे और लोग इसका लाभ ले सके। कोई टैक्सी चलता है तो जब खड़ा है कोई स्टैंड पर और लोगों को जोड़े उधर, कोई घर पर काम करता है तो बिल्डिंग में और जितने घरेलू कामगार हैं उनको जोड़ने का काम करें, कोई सब्ज़ी बेचता है पूरी मार्किट है, कोई फूलवाला है, मेरे माटुंगा की फूल गली में से, तो एक व्यक्ति भी अगर ले ले तो बाकी सबको प्रेरित करेगा जॉइन करने के लिए।

मेरे मीडिया के बंधुओं से अनुरोध है और आप तो सबसे अहम भूमिका कर सकते हैं, आपने स्वच्छ भारत में भी हमारी मदद की थी, बड़े रूप में स्वच्छ भारत  को देश भर तक पहुंचाने में आपका बहुत अहम सहयोग रहा था, आप इस स्कीम के बारे में जानकारियां शोस करके न्यूज़ साइकिल में अगर लोगों तक पहुंचाएं तो जल्द से जल्द हर एक लाभकारी को इसकी जानकारियां मिल सकती है। और मुझे लगता है कि 10-12 करोड़ भी अगर हम लोगों तक पहुँच जाते हैं इसके माध्यम से जल्द से जल्द तो एक बहुत बड़ी उपलब्धि होगी, विश्व की सबसे बड़ी पेंशन स्कीम भारत से शुरू होगी, भारत में इम्प्लीमेंट होगी। और मुझे लगता है महाराष्ट्र नंबर 1 रहेगा, आपको बधाई हो और आगे भी नंबर 1 रहेगा यह मेरा पक्का विश्वास है।

बहुत-बहुत धन्यवाद। बहुत-बहुत शुभकामनाएं।

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