यह आज का जो हादसा हुआ इसके लिए हम सबको खेद है| It’s a very unfortunate incident, most unexpected and I have ordered the Commissioner of Rail Safety (CRS), which is an independent body to immediately carry out investigations and enquiry into this fall of the road-over bridge and give us a report within 15 days.
15 दिन में इसकी रिपोर्ट के लिए मैंने Commissioner of Rail Safety को enquiry सौंपी है| वह already यहाँ पर आकर गए हैं, उन्होंने preliminary site visit भी किया है और उनकी कार्रवाई चलेगी, लगभग 500 कर्मचारी और अधिकारी रेल सर्विसेज पुनः एक बार शुरू करने में जुट गए हैं, दिल्ली-लखनऊ से भी कुछ एक्सपर्ट्स को भेजा गया है, सेंट्रल रेलवे की टीम्ज़ भी साथ में लगी हैं| और जैसे हार्बर लाइन की दो लाइन्स शुरू हो गयी हैं, टेस्ट रन हो गया है अब उसमें सर्विसेज बढ़ जाएँगी, ऐसे ही और तीन लाइन्स लगभग 7 और 8 बजे के बीच शाम तक शुरू होने की संभावना है|
और रात तक हम कोशिश कर रहे हैं कि सभी लाइनें पुनः स्थापित हो जायें और फिर से पूरी तरीके से रेल सर्विसेज रेस्टोर हो जायें| इस ब्रिज का जो डिजाइन था उसको भी मैंने आज यहाँ आते हुए स्टडी करवाया और जो ड्रॉइंग्स देखी उसके हिसाब से पता चला है कि लगभग 40 वर्ष पहले यह ब्रिज कैंटीलीवर ब्रिज था और कैंटीलीवर पर होने के कारण जब यह दुर्घटना हुई तो लगभग पूरे ब्रिज के ऊपर दुर्घटना हुई|
मैंने आईआईटी के माननीय डायरेक्टर प्रोफेसर देवांग खाखर से रिक्वेस्ट किया है और उन्होंने हमारे अनुरोध को स्वीकार किया है कि अगले 6 महीने के अन्दर जो मुंबई सबअर्बन में 445 रोड-ओवर ब्रिजिज़, फुट-ओवर ब्रिजिज़ और बाकी जो पाइपलाइन के ऊपर भी जो इंफ्रास्ट्रक्चर है क्रॉस करता है रेलवे ट्रैक्स को इसका पूरा जॉइंट सेफ्टी ऑडिट रेलवेज और बीएमसी आईआईटी के नेतृत्व में इसको पूरी तरीके से सेफ्टी ऑडिट करे और उसकी फाइंडिंग्स के हिसाब से अगर और कोई भी ब्रिज के डिज़ाइन में कोई फ्लॉ हो या कंस्ट्रक्शन में कोई कमी रही हो या उसमें आज के दिन कोई दुरुस्त करने की आवश्यकता हो तो उस काम को तुरंत रेलवेज टेक-अप करेगा मिशन मोड में जिससे और सुरक्षित हो सके रेल ट्रेवल मुंबई में|
इसके अलावा आज मैं धन्यवाद देना चाहूँगा मुंबई के हमारे सभी यात्रियों का और मीडिया के बंधुओं का जिन्होंने संयम भी रखा, कोऑपरेशन भी दी रेलवेज को और असुविधा होने के बावजूद रेलवेज और रेलवे के काम को सुविधाजनक और तेज़ गति से होने दिया जिससे एक हार्बर लाइन शुरू हो गयी है, बाकी मैंने कहा तीन लाइन शाम तक शुरू हो जाएगी और कल सुबह तक पूरी रेल सर्विस रेस्टोर करने की हम सब चेष्ठा कर रहे हैं|
मैं मुंबई की जनता का, यात्रियों का, मीडिया का सभी का धन्यवाद करता हूँ और खासतौर पर हमारे एक मोटरमैन, श्री चन्द्र शेखर सावंत जिन्होंने जैसे ही ओवरहेड लाइन स्नैप हुई और इलेक्ट्रिक सप्लाई रुकी उन्होंने तुरंत गाड़ी रोककर ट्रेन को एकदम समय पर रोकने से और ज्यादा हादसा होने से बचाया|
मैं चन्द्र शेखर सावंत जी को सन्मान भी करूँगा लेकिन मेरे हिसाब से रेलवे की तरफ से हम उनको 5 लाख रुपये का अवार्ड आज देना चाहेंगे और वास्तव में यह ऐसे ही सिपाही हैं रेलवे के चन्द्र शेखर सावंत जैसे जो रेलवे का काम भी अच्छी तरीके से करते हैं और देश सेवा भी करते हैं|
लगभग 5 व्यक्तियों को इंजरी हुई है, उनको एक लाख रुपये adhoc मुआवज़ा के रूप में दिया जायेगा, बाकी उनके ट्रीटमेंट के, मेडिकल का पूरा खर्च रेलवे कर रही है नानावती और कूपर हॉस्पिटल में| पुनः एक बार मीडिया और मुंबई की जनता, यात्रियों का धन्यवाद करना चाहूँगा कि इस प्रकार के हादसे पर भी बिना कोई राजनीति करे इसमें आगे कैसे और सुधार हो सके उसपर हम सबने फोकस रखना चाहिए|
जो आखिरी ऑडिट हुआ था इस ब्रिज का वह 12 नवंबर, 2017 को हुआ था जिसमें कोई मेजर एब्नोर्मलिटी नहीं दिखी थी तो इसलिए इस बार के ऑडिट में मैंने सोचा कि आईआईटी को भी जोड़ा जाये तो एक थर्ड पार्टी के आने से हम और ज्यादा केयरफुली, लेकिन आप सब समझ सकते हैं कि यह जो ऑडिट का काम होता है यह सिर्फ रात को जब गाड़ियाँ बंद होती हैं, अंधेरे में ही किया जा सकता है, अगर हम दिन में जब यह ऑडिट करने जाते हैं तो हमें यह सब ओवरहेड वायर्स में इलेक्ट्रिसिटी बंद करके और रेल यात्रा को बंद करके इसका ऑडिट दिन में करना पड़ेगा जिससे यात्रियों को और असुविधा होगी इसलिए यह काम सिर्फ रात को किया जाता है|
मेरे हिसाब से इस सरकार ने जितना सेफ्टी के ऊपर ध्यान दिया, जितना रेल रिन्यूअल, जो ट्रैक्स ख़राब हुए कई वर्षों से बैकलॉग चल रहा था उसको रिन्यू किया है, जिस प्रकार से देश भर में सेफ्टी को प्राथमिकता मिली है| दुर्भाग्य की बात है कि यह हादसा हुआ लेकिन पूरे परिप्रेक्ष्य में देखें तो मुझे विश्वास है कि यह सब काम जो देश भर में और मुंबई में चल रहे हैं इससे हादसे कम भी हुए हैं गत वर्षों में और आगे चलकर और कम होंगे| साथ ही साथ आप सब जानते हैं कि हमने पूरे मुंबई सबअर्बन को और अच्छी तरीके से उसका पूरा प्लानिंग करके और एडिशनल कैपेसिटी जिससे जो ओवरलोड है वह भी मैनेज हो सके उसके लिए पहले करीब 11,000 और इस बजट में 54,000, लगभग 65,000 करोड़ रुपये पहली बार मुंबई सबअर्बन में रेलवेज और महाराष्ट्र सरकार ने मिलकर खर्चने का निर्णय किया है जिससे मुंबई के यात्रियों को सुविधा मिल सके|
धन्यवाद|