भोपाल रेल मंडल सोलर पैनल से 1000 किलोवाट बिजली तैयार करेगा। यह बिजली राजधानी के भोपाल, इटारसी और बीना स्टेशन पर तैयार होगी।
रेलवे इस प्रोजेक्ट की शुरूआत हबीबगंज डीआरएम दफ्तर की बिल्डिंग से करेगा। इसका काम शुरू हो चुका है। अगले एक महीने में पैनल लग जाएगा।
इन पैनलों से तैयारी होने वाली बिजली का उपयोग रेलवे स्टेशन, प्लेटफार्म और रेलवे के दफ्तरों को रोशन करने में किया जाएगा। ये सभी पैनल साल के आखिरी तक चालू हो जाएंगे।
रेलवे घाटे से उबरने सोलर पैनल से बिजली पैदा करने के प्रोजेक्ट को अपना रहा है। सबसे पहले ट्रेनों की छतों पर पैनल लगाए गए थे जहां पैदा होने वाली बिजली बैटरियों में स्टोर की रही है और फिर उसका उपयोग किया जाता है।
इसी तर्ज पर भोपाल, इटारसी, बीना रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्माें की छत, बिल्डिंग के ऊपर और डीआरएम दफ्तर की बिल्डिंग पर सोलर पैनल लगाए जाएंगे।
भोपाल रेल मंडल के डीआरएम शोभन चौधुरी ने बताया कि सबसे पहले डीआरएम दफ्तर की बिल्डिंग पर पैनल लगाए जाएंगे। इसका काम अंतिम चरण में है अगले एक महीने के भीतर पैनल चालू हो जाएंगे।
उसके बाद स्टेशनों पर काम शुरू होगा। सभी पैनलों से 1000 किलोवाट बिजली पैदा करने का लक्ष्य तय किया है। उन्होंने बताया कि सोलर पैनल से तैयार होने वाली बिजली से रेलवे का खर्च कम होगा और राजस्व भी बचेगा।
बिजली बिल पर हर महीने करोड़ों स्र्पए खर्च करता है रेलवे
अभी रेलवे बाहर से बिजली लेता है। इसके बदले में हर महीने करोड़ों स्र्पए बिल चुकाना पड़ता है। अकेले भोपाल रेलवे स्टेशन पर महीने में सवा लाख यूनिट बिजली की खपत होती है जिसके बदले बिजली कंपनी को लाखों स्र्पए बिल देना पड़ता है। सोलर पैनल से बिजली तैयार होने पर यह खर्च कम हो जाएगा।
Source: http://naidunia.jagran.com/madhya-pradesh/railways-to-prepare-1000-kilowatt-electricity-from-solar-panel-at-3-stations-including-bhopal-1278266