Speeches

September 23, 2018

Speaking at Launch of Pradhan Mantri Jan Arogya Yojana, in Gurugram, Haryana

आप सबको याद होगा 15 तारीख़ को, 15 सितंबर को हमने स्वच्छता के लिए एक देश भर में मुहिम शुरू की थी। 17 तारीख़ को सेवा दिवस के रूप में वैसे तो माननीय प्रधानमंत्री जी का जन्मदिन था लेकिन सभी जानते हैं कि वह अपना जन्मदिन मनाते नहीं है कुछ न कुछ सेवा कार्य में उस दिन जुट जाते हैं तो हमने देश भर में उसको सेवा दिवस के रूप में समाज के प्रति भारतीय जनता पार्टी के हर एक कार्यकर्ता की, हर एक मंत्री की जो संवेदना है, जो ज़िम्मेदारियाँ हैं उसको पूरा करते हुए देश भर में हमने सेवा दिवस के रूप में मनाया। इसी कड़ी में दोनों दिन के बीच में 16 तारीख़ को माननीय पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी के मृत्यु के एक महीना पूरा होने के दिन हमने देश भर में काव्यांजलि के रूप में उनको श्रद्धा सुमन दिया।

आज 23 तारीख़ को आयुष्मान भारत का देश भर में शुरुआत करके मैं समझता हूँ माननीय प्रधानमंत्री ने परिचय दिया है कि जब किसी चीज़ की निष्ठा हो, पक्का इरादा हो, कोई काम करने के लिए दिल में चाहत हो तो कैसे एकदम कम समय में इतना व्यापक कार्यक्रम पहली फ़रवरी 2018 को देश के 50 करोड़ नागरिक लगभग 11 करोड़ परिवारों को मुफ़्त में इलाज देने का जो वादा माननीय वित्त मंत्री श्री अरुण जेटली जी ने बजट के दिन दिया था उसको मात्र 7-8 महीने के अंदर देश भर में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हुए, जो स्वास्थ्य की सेवाएँ और सुविधाएँ उपलब्ध हैं उसका इस्तेमाल करते हुए, अपनी आशा बहनें और आंगनवाड़ी की बहनों के सहयोग से एक पूरे देश भर में इतने कम समय में विश्व का सबसे बड़ा स्वास्थ्य का कार्यक्रम शुरू करने का अगर श्रेय किसी को जाता है तो मैं समझता हूँ माननीय प्रधानमंत्री जी की अतुल निष्ठा और परिश्रम की वजह से यह हो पाया है।

और वास्तव में मैनें यह कड़ी इसलिए बताई क्योंकि एक प्रकार से स्वच्छता से शुरू करना इसलिए आवश्यक था कि स्वछता ही स्वास्थ्य के लिए मैं समझता हूँ सबसे महत्वपूर्ण कड़ी है। एक अनुमान लगाया जाता है कि अगर एक रुपया स्वच्छता के पीछे ख़र्चा जाए वैसे शौचालयों के ऊपर इस सरकार ने बहुत तेज़ गति से काम किया है। लगभग 8.5 करोड़ शौचालय लोगों के घर में देशभर में लगे हैं, बने हैं, 8.5 करोड़ शौचालय और इसके पीछे 1.25 लाख करोड़ रुपये की राशि सरकार ने ख़र्चा की है, 1.25 लाख करोड़ रुपये की राशि।

इसमें इतनी अहम भूमिका थी, प्रधानमंत्री मोदी जी का जो अटल विश्वास था कि स्वच्छता कितनी ज़रूरी है देश के लिए और स्वच्छता ही जब तक नहीं होगी तब तक स्वास्थ्य सेवाएँ सुधर नहीं सकती हैं। और एक रुपया जब स्वच्छता के ऊपर ख़र्च किया जाता है तो एक अनुमान है कि लगभग दस रुपये उस से स्वास्थ्य सेवाओं में बचत होती है, जनता को इसका लाभ मिलता है। और लोगों के जीवन में स्वास्थ्य अच्छा हो, अस्पताल कम जाना पड़े, छोटे बच्चों की ख़ासतौर पर पोशाक भी अच्छी हो, इलाज भी अच्छा हो छोटी उम्र में।

आपको जानकर हैरानी होगी कि पिछले वर्ष लगभग 2 लाख छोटे बच्चों की जान बची है जो साधारणतः स्वास्थ्य सेवाओं का उनको लाभ नहीं मिलता नॉर्मल कोर्स में लेकिन जो केंद्र सरकार ने अलग-अलग प्रकार से स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार किया है देश भर में, उसका प्रयोग बढ़ाया है उससे लगभग दो लाख छोटे बच्चों का जीवन बचा पाई है यह सरकार।

और अलग-अलग कार्यक्रमों के माध्यम से स्वच्छता, शौचालय और स्वास्थ्य इन तीनों को जोड़कर मैं समझता हूँ 2 अक्टूबर को जब पूज्य बापू महात्मा गांधी जी का 150 वर्ष उनके जन्म के 150 वर्ष का समारोह देश भर में हम बड़े रूप में मनाने जा रहे हैं उस दिन अगर सही रूप में महात्मा गांधी जी को श्रद्धांजलि देने का काम कोई कर रहा है तो वह माननीय प्रधानमंत्री जी अपने अलग-अलग कार्यक्रमों से एक स्वस्थ और साफ़-सुथरा देश श्रद्धांजलि के रूप में महात्मा गांधी जी को देने का प्रयत्न कर रहे हैं।

आयुष्मान भारत के तहत जो पूरे देश में स्वास्थ्य की सेवाओं को आधुनिकीकरण करने का भी modernise  करने का भी कार्य साथ-साथ में लिया जा रहा है उसमें अनुमान है कि लगभग एक लाख से अधिक अस्पतालों को या तो अपग्रेड किया जाएगा या नए अस्पताल खोलने के अवसर आगे चलकर तैयार होंगे जिससे अर्थव्यवस्था को भी एक बहुत बड़ी गति मिलेगी। लोगों को कई बार जब कोई बीमारी आती है, कोई तक़लीफ़ आती है तो साहूकार के पास जाना पड़ता है, बड़े भारी बयाज के ऊपर लोन लेकर अपने प्रियजनों का इलाज करवाना पड़ता था।

यह सब चीज़ें अब पुरानी हो जाएंगी, यह सब चीज़ें आगे चलकर किसी को तक़लीफ़ नहीं देंगी, किसी को ग़रीब नहीं बनाएंगी। उलटे कई अलग-अलग अनुमान इसके बारे में भी बनाए गए हैं लेकिन एक अनुमान यह निकलता है कि लगभग 4.5% लोग, 4.5% परिवार ग़रीबी रेखा के नीचे जाते हैं हर वर्ष क्योंकि उनको स्वास्थ्य के लिए, उनको कुछ बीमारी के इलाज के लिए लोन लेना पड़ता है। कई बार यह लोन इतना महँगा होता है कि पीढ़ियों तक वह लोन वापस करते-करते पूरा परिवार बीमारी में या ग़रीबी में रहता है।

मैं समझता हूँ आयुष्मान भारत आने के बाद देश के हर व्यक्ति को अच्छी प्रकार की सुविधाएँ, स्वास्थ्य सेवाएँ मिलें यह सुनिश्चित करने का जो ऐतिहासिक निर्णय और काम माननीय प्रधानमंत्री जी ने दिया है यह देश दशकों तक और सालों-साल याद रखेगा, इसका गुणगान होगा और आगे चलकर इसका सही मायने में जब इंपैक्ट, इसका जो प्रभाव देश पर होगा, देश के जनमानस पर होगा, अर्थव्यवस्था पर होगा मैं समझता हूँ उसका जब अनुमान पूरा विश्व निकालेगा तो ध्यान में आएगा कि यह कितना महत्वपूर्ण कार्यक्रम आज यहाँ शुरू होने जा रहा है और मैं समझता हूँ हम सब का सौभाग्य है कि हम सब आज यहाँ उपस्थित हैं। माननीय प्रधानमंत्री जी को थोड़ी ही देर में देखेंगे और शायद भगवान ने भी अपनी अंजली बारिश के रूप में थोड़ी देर पहले देकर इस कार्यक्रम को दी है और आशीर्वाद दिया है कि यह सफल यह कार्यक्रम देश भर में शुरू हो पाए।

विश्व का सबसे बड़ा स्वास्थ्य का कार्यक्रम है। 50 करोड़ लोगों को मुफ़्त में अलग-अलग बीमारियाँ लगभग 1350 अलग-अलग प्रकार के ऑपरेशन मुफ़्त में करने की ज़िम्मेदारी इस सरकार ने ली है और एक प्रकार से यह उदाहरण है की जब केंद्र सरकार और राज्य सरकार मिलकर कोई कार्य लेती है अपने हाथ में जिसको cooperative या collaborative federalism कहा जाता है जब मिल कर सामूहिक रूप से संघीय ढांचे को सम्मान देते हुए कोई कार्यक्रम शुरू होता है तो उसका लाभ जल्द से जल्द जनता तक पहुँच पाता है। आज केंद्र सरकार और हरियाणा सरकार ने मिलकर आयुष्मान भारत को सफल बनाने का निर्णय जो लिया है उसके कारण मुझे पूरा विश्वास है कि हरियाणा में यह कार्यक्रम आयुष्मान भारत बहुत तेज़ गति से जनता की सेवा में जुट जाएगा।

वास्तव में कल ही माननीय प्रधानमंत्री जी कह रहे थे एक ओडिशा में एक सभा में कि बड़ा दुर्भाग्य है कि कुछ दल या कुछ राज्य सरकारें हर एक चीज़ में राजनीति जोड़ देती हैं, हर एक चीज़ में बाधाएँ या अड़चनें डालती हैं जिसके कारण जनता को उसका लाभ मिलने में कठिनाई होती है। पर एक अच्छी बात है कि आज हरियाणा में, केंद्र में एक ही नेतृत्व है, एक ही साथ मिल जुलकर जैसे उमेश जी ने मुझे रेलवे की कई सारी बातें बताई मैं उस पर भी दो मिनट में आता हूँ लेकिन जब डबल इंजन केंद्र सरकार का और राज्य सरकार का डबल इंजन रेलगाड़ी को गति देता है तो आप सब जानते हैं कि वह और तेज़ गति से गाड़ी चल पाती है। ऐसे ही हमारी अलग-अलग योजनाएं जब केंद्र सरकार और राज्य सरकार मिलकर उसको कार्यान्वित करती हैं तो उससे तेज़ गति से जनता तक लाभ पहुँच पाता है।

और मुझे ख़ुशी है आपको सूचित करते हुए कि जब देश में आज तक क़रीब 10 करोड़ 74 लाख परिवार, लगभग 50 करोड़ लोगों की सूची बन चुकी है जिनको इस कार्यक्रम के तहत लाभ मिलेगा। और इसमें कोई परिवार के साइज़ के ऊपर आकार के ऊपर कोई सीमा नहीं है, कोई छोटा परिवार हो कोई बड़ा परिवार हो, इसमें कोई धर्म, जाति किसी प्रकार का भेदभाव नहीं है, हर व्यक्ति को इसमें सम्मिलित किया गया है। आपको पैसे पहले नहीं भरने पड़ेंगे, कैशलेस होगा। आपका जो कार्ड है जो प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का जो कार्ड बनेगा बस आपको वह कार्ड पेश करना है और आपके आधार से लिंकड़ है वह कार्ड| तो जब आप अंगूठा अस्पताल में लगाएंगे तो उससे आपकी जानकारी और आपकी एलिजिबिल्टी क्या है आप इस सुविधा के लिए चयनित किए गए हैं वह सामने आ जाएगा अस्पताल में रजिस्ट्रेशन के लिए तुरंत आपको भर्ती किया जाएगा, आपका पूरा इलाज मुफ़्त में किया जाएगा और इसका पैसा सरकार भरेगी, आपको एक रुपया नहीं भरना पड़ेगा।

और आपको जानकर ख़ुशी होगी कि अभी तक हरियाणा में भी लगभग 15.30 लाख परिवारों को चयनित किया गया है और जिसमें मैं आप सभी आशा बहनें और सभी लोगों ने आंगनबाड़ी बहनें,  ए.एन.एम. वर्कर्स जिसने इसमें सहभागिता कर कर इन सबको चयनित किया, यह सब सूचियाँ बनाई, मैं आप सबका तहे दिल से धन्यवाद करना चाहूंगा कि आपने इसमें बहुत ही बढ़िया काम किया है।

और पिछले बुधवार को ही हमने कैबिनेट में जो माननीय प्रधानमंत्री जी ने घोषणा की थी पहले ही अप्रूव किया था लगभग सभी आशा, आंगनबाड़ी, ए.एन.एम. बहनों की जो मानधन है इसको बढ़ाने का जो निर्णय किया प्रधानमंत्री जी ने उसको हमने गत बुधवार को ही कैबिनेट में मंज़ूरी दी है और मैं आप सबको मुबारकबाद देता हूँ कि अब आपका मानधन भी लगभग डेढ़ गुना हो जाएगा। इसके अलावा प्रधानमंत्री की दोनों जो बीमा योजनाएं हैं उसका लाभ भी आप सबको मिलेगा और मैं समझता हूँ कि एक इन्सेंटिव भी आपको मिलेगा अच्छा काम करने पर। एक प्रकार से आपके इस कार्य में और आपका जो सहयोग मिला है इस कार्य में इसके लिए भी माननीय प्रधानमंत्री जी ने आपको सभी को धन्यवाद किया है और आप सभी का मान बढ़ाया है।

लगभग 231 अस्पताल अब तक हरियाणा में तय हो चुके हैं, रजिस्टर हो चुके हैं। लगभग सभी सरकारी अस्पताल में तो यह सुविधा मिलेगी लेकिन बहुत सारे प्राइवेट हॉस्पिटल भी इसमें जुड़ गए हैं और मुझे कल रात को डॉक्टर नरेश त्रेहान जिनका मेदांता हॉस्पिटल यहीं पर चलता है उन्होंने सूचित किया कि कुछ कारणों से उनके पारिवारिक कुछ आज के कार्यक्रम की वजह से वह आज आ नहीं पाए, उनकी बड़ी इच्छा थी आने की लेकिन उन्होंने शुभकामनाएं आप सबको भेजी है और मुझे बताया कि मेदांता हॉस्पिटल भी इस कार्य में जुड़ेगा और इस आयुष्मान भारत में मेदांता में भी आप सबको गुरुग्राम के सभी लोगों को सुविधा मिलेगी स्वास्थ्य सेवाओं की। आजका मैं अस्पताल भी देख रहा था आपका बहुत अच्छा अस्पताल है, अच्छी सुविधाएँ हैं।

और इसके तहत देश भर में हज़ारों करोड़ रुपये लगाकर हम यह वैलनेस सेंटर्स आयुष्मान भारत के तहत इन सबका आधुनिकीकरण करने वाले हैं, इन सबको टेक्नोलॉजी से जोड़ने वाले हैं, अच्छा equipment प्रोवाइड करने वाले हैं, अच्छी सुविधाएँ सबको मिलें कि ग़रीब और अमीर के बीच में कभी सुविधाओं में भेदभाव ना हो, हर एक को सामान्य सुविधाएँ मिले, सामान्य इलाज हो, अच्छा इलाज हो और हमारे देश की अगली पीढ़ी कभी यह नहीं उंगली उठा सके कि हम सबने उनकी चिंता नहीं की, उनके लिए एक अच्छा सेवा का देश भर में स्वास्थ्य सेवाओं की सुविधा प्रोवाइड नहीं करी है। तो मैं समझता हूँ एक बहुत ही महत्वपूर्ण देश के भविष्य के लिए पड़ाव आज पार किया जा रहा है, एक पड़ाव में हम आगे बढ़े हैं।

प्रधानमंत्री ख़ुद एक ग़रीब परिवार से जन्मे हैं और वह पीड़ा समझते हैं ग़रीबी की। वह समझते हैं कि जब स्वास्थ्य सेवा की ज़रूरत पड़ती है, जब कोई बीमार होता है तो कितनी तक़लीफ होती है। अगर आप देखें तो उनके हर कार्यक्रम में उनके खुद के स्वयं किया हुआ ग़रीबी, उनके ख़ुद के बचपन सामने झलकता है फिर चाहे वह प्रधानमंत्री आवास योजना हो जिसके तहत देश में हर व्यक्ति को एक नए भारत की जो कल्पना प्रधानमंत्री जी ने की है, हर व्यक्ति का अपना घर हो, हर व्यक्ति के सर पर छत हो, उस घर में शौचालय हो, 24 घंटे बिजली हो, अच्छा पेयजल हो, अच्छी सड़क हो गाँव तक घर तक, अच्छी स्वास्थ्य सेवाएँ हो, शिक्षा का अच्छा माध्यम हो, एक सम्पूर्ण जीवन हर व्यक्ति का सुधरे और जो देश की आर्थिक और सामाजिक उन्नति का काम इस सरकार ने अपने ऊपर लिया है उसका काम देश के 125 करोड़ जनता तक पहुंचे। हर व्यक्ति को महसूस हो कि मेरे जीवन में कुछ सुधार हुआ है, मेरा जीवन बेहतर हुआ है, सरकार ने मेरे लिए काम किया है।

इस प्रकार की एक व्यापक सोच रखने वाले हमारे लाड़ले प्रधानमंत्री लोकप्रिय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी और हरियाणा के लोकप्रिय मुख्यमंत्री माननीय श्री मनोहर लाल जी, मैं दोनों को हृदय से बधाई देता हूँ आजके इस आयुष्मान भारत के लॉन्च के लिए। और मुझे पूरा विश्वास है हरियाणा में यह अच्छे तरीक़े से लागू होगा और इसका लाभ हरियाणा के हर व्यक्ति तक पहुंचेगा और हरियाणा में स्वास्थ्य सेवाएँ और अच्छी होकर जो प्रधानमंत्री जी का सपना है वह सपना पूरा करने में हम सब पूरी तरीक़े से जुट जाएंगे।

मैं हरियाणा से आता हूँ, अभी-अभी विधायक जी ने बताया मेरा मूल हरियाणा से है, पैदाइश तो ज़रूर मुंबई में हुई है लेकिन अम्बाला छावनी में मेरे पिताजी ने स्वयं बिजली के खंभे जो सड़क पर होते हैं स्ट्रीट लाइट, स्ट्रीट लाइट के नीचे बैठकर पढ़ाई कर करके फिर वह जाकर आगे बनारस काशी विश्वविद्यालय से इंजीनियर बनकर मुंबई बनकर उन्होंने अपना जीवन सुधारा था। पर मूल जो हरियाणा की मिट्टी में उन्होंने शायद दूध पिया है वही शायद झलका कि उन्होंने एक अपने सामाजिक और व्यावसायिक जीवन में सफलता पाई। मैं समझता हूँ हरियाणा की मिट्टी में वह ताक़त है कि हरियाणा का हर परिवार तेज़ गति से प्रगति कर सकता है। हरियाणा में यह ताक़त है कि आर्थिक विकास भी होगा, सामाजिक विकास भी होगा और धर्म और जाति से उठकर हर हरियाणा के व्यक्ति का जीवन अच्छा हो यह कल्पना के साथ जो सरकार केंद्र में और राज्य में आज चल रही है इसको पूरा करने की हम सबकी सामूहिक ज़िम्मेदारी है और यह ज़िम्मेदारी पूरी करने के लिए हमें जनभागीदारी भी उतने ही ज़रूरी है। जब हम मिलकर सब कार्यक्रम लेते हैं तभी जाकर आगे चलकर प्रदेश और देश प्रगति करता है, उन्नति करता है।

मुझे ख़ुशी है कि आपने बिजली का जो कार्यक्रम लिया है सुधार करने का गुरुग्राम में मैं प्रार्थना करता हूँ कि वह तेज़ गति से गुरुग्राम में डीज़ल जनरेटर मुक्त बनाएँ गुरुग्राम को और सभी को 24 घंटे अच्छी बिजली मिले यह एकदम सुनिश्चित किया जाए। माननीय उमेश जी ने कुछ रेलवे संबंधित भी कुछ विषय मेरे समक्ष रखे हैं। यह कार्यक्रम अभी माननीय प्रधानमंत्री जी जुड़ने वाले हैं वीडियो लिंक द्वारा। आज राँची से इस कार्यक्रम का शुभारंभ माननीय प्रधानमंत्री जी के कर कमलों से होगा।

तो प्रधानमंत्री जी को हम सुनेंगे ही थोड़ी देर में और उस कार्यक्रम के ख़त्म होने के बाद उमेश जी हम साथ में गुरुग्राम रेलवे स्टेशन चलेंगे। मैं वहीं मौक़े पर देखता हूँ क्या कार्यक्रम करने की आवश्यकता है और कैसे गुरुग्राम को भी और अच्छी सुविधाएँ दी जाएं और कैसे सुविधाओं को आप सबकी सेवा के लिए और बेहतर बनाया जाए। जो-जो आपने विषय मेरे समक्ष रखे हैं इसमें मैं पूरी तरीक़े से गंभीरता से ध्यान दूँगा और हम सब इसके बाद गुरुग्राम स्टेशन जाकर वहाँ पर भी निरीक्षण करेंगे और देखेंगे क्या और सुविधाओं में सुधार की आवश्यकता है।

तो भाईयों-बहनों थोड़ी देर में अब प्रधानमंत्री जी हम सबके बीच मौजूद होने वाले हैं वीडियो लिंक द्वारा। राँची से वो पूरे कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे। पर मैं समझता हूँ आगे आने वाली पीढ़ियाँ आज का दिन सुनहरे अक्षरों में याद रखेंगी। आज का दिन 23 सितंबर 2018 हम सबके लिए गर्व का दिन है, हम सबको गौरवान्वित करता है कि हम सबने मिलकर एक ऐसा कार्यक्रम का शुभारंभ किया है और एक ऐसे कार्यक्रम में हम सब माननीय प्रधानमंत्री के साथ सम्मिलित हुए हैं जो इस देश में इतिहास रचने जा रहे है, इस देश का पूरा भविष्य बदलने जा रहा है और हमारे बच्चे, हमारे युवा-युवती, हमारे वृद्ध माँ-बाप, हम सब देश के 125 करोड़ जनता के लिए यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण और सुनहरे अक्षरों में लिखे जाने वाला दिन है। आज के दिन के लिए मैं आप सबको बहुत-बहुत बधाई देता हूँ, शुभकामनाएं देता हूँ और इस कार्यक्रम को भगवान सफल बनाएँ इसकी प्रार्थना के साथ मैं अपनी बात को विराम करता हूँ।

बहुत-बहुत धन्यवाद।

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