Speeches

May 30, 2018

Speaking at 2nd Hindustan PSU Awards, in New Delhi

हर व्यक्ति कोई न कोई हिंदी न्यूज़पेपर पढ़ता होगा और जब इतनी महत्वपूर्ण अखबार के द्वारा अवार्ड दिया जाता है और हिंदुस्तान का अपना नाम है, अपना वर्चस्व है, हिंदी पत्रकारिता में और शशि जी का व्यक्तिगत तौर से भी बहुत बड़ा योगदान है हिंदी पत्रकारिता को कुशल भी बनाने में, उसका कौशल भी बढ़ाने में और मैं समझता हूं उन्होंने एक इंडिपेंडेंट जर्नलिज्म का मिसाल कायम की है कि बिना कोई लीनिंग के | कई बार हम देखते हैं कि पत्रकार भी थोड़ा बहुत लीन करने लग जाते हैं कभी लेफ्ट, कभी राइट |

शशि जी ने अपने पूरे पत्रकारिता के जीवन में अपने आप को राजनीति या कोई ना कोई और प्रेशर से ऊपर रखा और एक एब्सोल्यूटली इंडिपेंडेंट जर्नलिज्म, फेयर रिपोर्टिंग, बैलेंस्ड रिपोर्टिंग और ऑनेस्ट रिपोर्टिंग इसको बल दिया| मैं आपको बधाई दूंगा शशि जी आपने पूरा अपना करियर बहुत ही इज्जत के साथ चलाया और यह इज्जत आपने कमाई है इस इज्जत के कारण ही आपके एक फोन कॉल पर भी हम सब किधर भी पहुंचने के लिए तैयार रहते हैं|

हमारी पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग्स पे हम सबको गर्व है, नाज है, बहुत योगदान देती है भारत की अर्थव्यवस्था को भी आगे बढ़ाने में और एक प्रकार से जनता की सेवा करने में| आज के मैं अवॉर्ड विनर्स देख रहा था उसमें अलग-अलग कंपनियां है कुछ कंपनियां कॉल की हैं, कुछ माइंस की हैं, कुछ ऑइल एंड पेट्रोलियम की हैं, पावर सेक्टर की हैं, फ़र्टिलाइज़र सेक्टर की हैं, बैंकिंग सेक्टर की हैं| अलग-अलग प्रकार से यह सभी कंपनियां देश की सेवा कर रही हैं| और मैं समझता हूं आज पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग में काम करके पूरा जीवन ईमानदारी से अपने आप को काम में लगाए रखना और कंपनियों की परफॉर्मेंस सुधारते रहना, यह आप सब का योगदान बहुत महत्वपूर्ण है और उसके लिए देश आप सबका धन्यवाद भी करता है और आप सब के प्रति कृतज्ञ भी रहेगा।

आखिर आसान नहीं है आज पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग में काम करना वास्तव में अपनी खुद की उसकी बड़ी चैलेंजेज हैं किस प्रकार से अलग-अलग पब्लिक ग्लेयर रहते है| हमें ट्रांसपेरेंसी पर बहुत बल देना पड़ता है, पारदर्शिता पर| हर एक चीज को प्रोसेस ड्रिवेन चलाना पड़ता है, हम शॉर्टकट से पब्लिक सेक्टर नहीं चला सकते हैं | मेरे मित्र और सीनियर मंत्री धर्मेंद्र प्रधान जी आए हैं, पेट्रोलियम एंड ऑइल एंड नेचुरल गैस मिनिस्टर, स्किल डेवलपमेंट मिनिस्टर|

धर्मेंद्र जी मुझे माफ करिएगा थोड़ा हमको जल्दी शुरू करना पड़ा, वेट नहीं किया  क्योंकि, we are all running against time, तो मेरी रिक्वेस्ट पर शशि जी ने दस मिनट पहले शुरू कर दिया| So that धर्मेंद्र जी मैं थोड़ा बहुत करके फिर मेरे को एक रेलवे का एक कार्यक्रम करके हम दोनों को 8:15 बजे मीटिंग में पहुंचना है| तो मैं समझता हूं कि पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग में काम करके उसको इतने अच्छी तरीके से बढ़ाना उसकी परफॉर्मेंस अच्छी रखना अपने आप में एक बहुत चैलेंजिंग टास्क है और आप सभी विजेताओं को मैं दिल से मुबारकबाद देता हूं, बधाई देता हूं और आगे आने वाले दिनों में आप इसी प्रकार से और अच्छा काम कर सकें, और तेजस्वी रूप से जनता की सेवा कर सके, और ऊर्जा भर सके अपने काम में और अपने कंपनियों की परफॉर्मेंस को और आगे बढ़ाते रहें, मुझे पूरा विश्वास है सभी कंपनियां अपना कॉर्पोरेट सोशल रेस्पोंसिबिलिटी में भी बखूबी अच्छा काम करती होंगी|

उसमें गेल इंडिया को ‘एक्सीलेंस इन सीएसआर प्रैक्टिसेज’ का आज अवार्ड भी मिलने जा रहा है| My congratulations to GAIL क्योंकि वास्तव में हम कितने अच्छे तरीके से अपने सीएसआर फंड्स को यूज़ करते हैं यह दर्शाता है हमारा under privileged sections of society  के प्रति कितनी संवेदनशीलता है| इसी प्रकार से फाइनेंसियल पर्फॉर्मेंस में तीन-चार कमपनीज़ NMDC, ONGC, MECL, National Scheduled Castes Finance and Development Corporation or Indbank Merchant banking Services. इन सब में फाइनेंसियल परफॉर्मेंस में अच्छा परफॉर्मेंस दिखाया है| वास्तव में एक प्रकार से, end of the day, financial performance ही मापदंड बनता है देखने का कि काम कितना अच्छा हुआ, कितना efficiently हुआ है क्योंकि अलग-अलग parameters हम देख सकते हैं production बढ़ी, कितना व्यापक रूप से काम हुआ अलग-अलग parameters हो सकते हैं|

But end of the day, सबसे बड़ा रुपैया, जो फाइनेंसियल पर्फॉर्मेंस है वह मापदंड बनता है देखने का कि किस प्रकार से आपने अपने रिसोर्सेज को इफेक्टिवली यूज किया है| इसी प्रकार से ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट को भी आपने एकनॉलेज किया है लेकिन उसमे कोई एंट्री नहीं मिली सूटेबल|

यह गंभीर विषय है वास्तव में यह अवार्ड मैं समझता हूं सबसे इंपॉर्टेंट अवार्ड है क्योंकि हम पब्लिक सेक्टर में किस प्रकार से अपनी धरोहर को आगे तैयार करते हैं, अपनी अगली पीढ़ी को तैयार करते हैं यह बहुत जरूरी है और Human Resource Development to my mind is one of the most important parameters of a good organization. और अगर कोई पीएसयू उनको उसके लिए सूटेबल नहीं मिली यह हम सबको गंभीर विचार करने का विषय है| और मैं चाहूंगा कि सभी अवार्डीस भी और जो अवार्डीस नहीं हैं जो एस्पायर करते हैं आगे चलकर अवार्ड पाने के लिए, हम सब को इस पर गंभीरता से सोचना पड़ेगा और एक प्रकार से यही कारण हो सकता है कि माननीय प्रधानमंत्री जी को आवश्यकता लगी कि स्किल डेवलपमेंट मिनिस्ट्री एक अलग ही बनाई जाए और इसके माध्यम से हम देश में ओवरआल एक ह्यूमन रिसोर्सेज को कैसे ओर काबिलियत देना, कैसे ओर कौशल विकास करना देश के नौजवानों का और उसका जिम्मा आज धर्मेंद्र प्रधान जी के पास है जो अपने आप में एक बहुत ही चैलेंजिंग टास्क है| कैसे इस देश की अगली पीढ़ी को तैयार करना to take on the challenges of tomorrow.

और मैं समझता हूं जो काम स्किल डेवलपमेंट मंत्रालय ने किया है वो अपने आप में बहुत ही एक्स्ट्राऑर्डिनरी परफॉर्मेंस है| जिस प्रकार से उन्होंने देश के कोने-कोने तक, आदिवासी क्षेत्रों में, बैकवर्ड रीजन्स में भी कौशल विकास को एक अहम भूमिका दी है यही चलके आगे हमें ह्यूमन रिसोर्स डिपार्टमेंट में भी और ज्यादा गति देगा, बल देगा|

Green initiatives को भी आपने recognise किया| That’s also an outstanding area in which the country has to focus! आज पर्यावरण की चिंता लगभग देश के हर नागरिक को है, कैसे क्लाइमेट चेंज का चैलेंज स्वीकार करें, कैसे एनवायरनमेंट को और सुधारा जाए| और मैं ONGC को बधाई दूंगा कि एक तरफ ऑइल और नेचुरल गैस वो उत्पादन करते हैं, पर साथ ही साथ संवेदनशीलता से Green initiatives पर भी बल देते हैं| It’s truly a remarkable contrast between two areas of work और यह हम सब को, चाहे हम कोयले की खदानों में काम करें, चाहे हम बिजली का उत्पादन करें, चाहे हम मिनरल डेवलपमेंट करें| हम सबको ग्रीन इनिशिएटिव के प्रति ओर ज्यादा चिंता भी करनी पड़ेगी और उसमें कुछ ना कुछ इन्वेस्टमेंट करके ग्रीन इनिशिएटिव को प्रोत्साहन देना होगा|

तो इस प्रकार से बढ़ती हुई, उभरती हुई कंपनियां इनोवेशन और टर्न अराउंड के प्रति किन कंपनियों ने ज्यादा बल दिया, सफलता पाई इन सबको रेकग्नाइज़ करके मुझे लगता है कि पीएसयू कम्पनीज को प्रोत्साहन देने का जो काम हिंदुस्तान ने किया है, हिंदुस्तान अखबार ने, मैं बधाई दूंगा पुनः एकबार हिंदुस्तान को|

सरकार की अलग-अलग प्रोजेक्ट्स को जिस प्रकार से आप सबने इंप्लीमेंट करने में हमारी मदद की उसके लिए आप सबका भी धन्यवाद भी करता हूं, आप सबको आगे के लिए शुभकामनाएं भी देता हूं और इसी प्रकार से जो so-called PSU culture का एक tag मिल गया है, मैं समझता हूं हमने सबने मिलके सामूहिक रूप से भी और व्यक्तिगत रूप से भी मेहनत करनी चाहिए कि यही PSU culture जो tag एक negative connotation देता रहा है इतने वर्षों तक हमने मिलकर कोशिश करनी चाहिए कि यही tag एक पॉजिटिव रूप में जनता के समक्ष आये कि अगर कोई कहे कि यह PSU culture से organisation चलती है तो rather than a negative sense इसको लोग positive sense में देखें|

इसके लिए हम सबको, चाहे हम मंत्री हो, चाहे विभाग के लोग हों, चाहे पीएसयू के कर्मचारी हों, हम सबको मिलकर इस पीएसयू कल्चर को एक नया रूप, नयी शेप, नयी लुक, नया आउटलुक देना चाहिए जिससे दुनिया और देश देखे कि ऐसा नहीं है कि पीएसयू छोड़ने के बाद ही व्यक्ति एक्स्ट्राऑर्डिनरी परफॉरमेंस देगा| और आज some of the प्राइवेट सेक्टर में देखो तो हमारे पीएसयू के ही लोग रिटायरमेंट या नौकरी छोड़के एक्स्ट्राऑर्डिनरी परफॉरमेंस प्राइवेट सेक्टर में कर रहे हैं|

तो मुझे लगता है हम सब में यह क्षमता है और इसके लिए हम हमको मिलके काम करना है कि यह PSU culture इस देश की एक सम्मान का विषय बने इसके लिए अगर हम सब काम करें उसके लिए मिल बांट के हमने पीएसयू के काम को और सुधारने की आवश्यकता है|

बहुत-बहुत धन्यवाद

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