Speeches

March 29, 2018

Speaking at the inauguration of Harbour line extension from Andheri to Goregaon, in Mumbai

सम्माननीय मंत्री महाराष्ट्र सरकार में विद्या ठाकुर जी, सम्माननीय मंत्री महाराष्ट्र सरकार में मेरे छोटे भाई रविन्द्र चौहान जी, हम सबके लोकप्रिय सांसद और पहले भारतीय जनता पार्टी मुंबई के अध्यक्ष रहे श्री गोपाल शेट्टी जी, हमारे दोनों लोकप्रिय आमदार श्री अमित सातम जी और श्री प्रशांत ठाकुर जी, दोनों रेलवेज के जनरल मेनेजर, डीआरएम्ज़, बाकी हमारे सभी रेलवे के अधिकारीगण, गोरेगांव और अंधेरी के बीच आजके इस उद्घाटन कार्यक्रम से आये हुए सभी हमारे सम्माननीय नागरिकगण, यात्रीगण और सभी मुंबईकर को मैं नमस्कार करता हूँ, सभी को बधाई देता हूँ आज महावीर जयंती के इस शुभ अवसर पर हमें यह मौका मिला इस कार्यक्रम में भाग लेने का | और हमारे मीडिया के सभी बंधुओं को भी इस शुभ अवसर पर शुभकामनाएं देता हूँ |

वास्तव में मुझे आने में विलंभ हुई और विलंभ का कारण भी बड़ा दिलचस्प है | लोग रेल गाड़ी के विलंभ होने पर तो बड़ा हल्ला मचाते हैं, बहुत तीव्र भावना से प्रतिक्रिया करते हैं, आज मेरा हवाई जहाज़ मुंबई एयरपोर्ट पर तो समय पर पहुँच गया लेकिन हवाई जहाज़ और एयरोब्रिज को कनेक्ट करने में उनको 45 मिनट लगे, वह कनेक्ट नहीं हो पा रहा था, कुछ मिसमैच चल रहा था हवाई जहाज़ जहाँ पार्क हुआ और एयरोब्रिज कनेक्ट करने में | अब कहीं रेल गाड़ी में ऐसा कुछ मिसमैच हो जाये तो मुझे लगता है यहाँ पर ….. शुरू हो जाती है |

लेकिन लगभग 45 मिनट हम उस चक्कर में रहे कि कैसे प्लेन और एयरोब्रिज का कनेक्शन हो सके, उसके बाद गाड़ी से जब यहाँ आ रहा था तो ट्रैफिक बहुत मिला | मैं पहले सोचता था आज छुट्टी का दिन है ट्रैफिक नहीं होना चाहिए लेकिन काफी ट्रैफिक था और ट्रैफिक पूरे जयिज़ रीज़न के लिए था, very-very valid reasons. आखिर नया जब इंफ्रास्ट्रक्चर बनता है, नयी मेट्रो की लाइनें लग रही हैं, उस मेट्रो की लाइन लगाने के लिए स्वाभाविक है कि ट्रैफिक में अर्चनें आएँगी, ट्रैफिक स्लो होगा, कॉम्प्रेस हो जायेगा हाईवे का जो अवेलेबल एरिया है तो उसमें विलंभ होगा | लेकिन हम यह सब विलंभ इसलिए स्वीकार करते हैं क्योंकि हम सबको ध्यान में है कि आगे चलकर इस सबका लाभ लम्बे अरसे तक हम सबको यातायात में मिलेगा, अपनी यात्रा में मिलेगा | और ऐसे ही जब यह अर्चनें, यह दिक्कतें हम सहन करते हुए आज जैसे शुभ अवसर पर उद्घाटन कार्यक्रम में आते हैं तब वास्तव में ध्यान में आता है कि short term pain leads to a long term gain. और यह आज gain की वह शुभ अवसर, शुभ घड़ी है जब अंधेरी से गोरेगांव हार्बर लाइन की ट्रेन्स भी एक्सटेंड हो जायें इस प्रकार की सुविधा आज हम उद्घाटन करने सभी इकट्ठे हुए हैं, मैं आप सभी को बहुत-बहुत बधाई देता हूँ, बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूँ |

वास्तव में हमारे लोकप्रिय मुख्यमंत्री श्री देवेन्द्र फडणवीस जी भी हमारे बीच आज रहने वाले थे लेकिन उनको दिल्ली जाना पड़ा एक ज़रूरी काम के लिए, और वास्तव में वह काम भी एक प्रकार से महाराष्ट्र के लिए गौरव का विषय है कि जब माननीय श्रद्धेय अन्ना हज़ारे जी ने फ़ास्ट किया करप्शन के अगेंस्ट जो अलग-अलग जगह पर गलत प्रक्रिया होती हैं उसके अगेंस्ट उन्होंने फ़ास्ट किया | तो हमारे लोकप्रिय और ईमानदारी के प्रतीक मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस जी के हाथों से उन्होंने जल लेकर अपना फ़ास्ट आज तोड़ा |

और उस काम के लिए देवेन्द्र जी को जाना पड़ा तो मैं समझता हूँ गोरेगांव, अंधेरी और हमारे सब मुंबईकरों के लिए उनको पूरी तरीके से छूट है कि आज कार्यक्रम में नहीं आ पाए लेकिन उनके शुभ हाथों से, ईमानदार हाथों से आज अन्ना हज़ारे जी ने अपना अन्शन तोड़ा | और मुझे पूरा विश्वास है कि जिस प्रकार से तेज़ गति से महाराष्ट्र का, मुंबई का विकास देवेन्द्र फडणवीस जी के नेतृत्व में आज हो रहा है उससे मुंबई के, महाराष्ट्र के सभी नागरिक बहुत गर्व से अपने आपको महसूस करते हैं, गौरवान्वित महसूस करते हैं और पूरा समर्थन करते हैं माननीय फडणवीस जी का उनके अलग-अलग कार्यों में | आपको जानकर ख़ुशी होगी कि आज देश में जितने इंफ्रास्ट्रक्चर के प्रोजेक्ट्स चल रहे हैं उन इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में लगभग 50% महाराष्ट्र में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट हो रहा है – 50% महाराष्ट्र स्टेट में हो रहा है|

यह हम सबके लिए गर्व की बात है और यह मेरा कहना नहीं है, यह डॉयचे बैंक की एक अभी-अभी हाल में रिलीज़ हुई रिपोर्ट में मैंने यह पढ़ा कि महाराष्ट्र देश में सबसे आगे है जब विकास के कार्य, इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के कार्य को देखा जाये और इसी श्रेणी में… वास्तव में आज मैं जब यह डेक देख रहा था तो मैं अपने जनरल मेनेजर को कह रहा था कि यह जो डेक है इस डेक पर तो हम एक पब्लिक मीटिंग कर सकते हैं इतना बड़ा डेक है और इतनी सुविधा हो जाएगी हमारे सभी यात्रियों के लिए | तो उन्होंने बताया साहब यह डेक से डबल हमारा अंधेरी का डेक है, इससे भी डबल है, मतलब अंधेरी के डेक में आज लगभग 65,000 स्क्वायर फीट का डेक एक अपने आप में रेलवे ने पहली बार देखा होगा इतनी रेल की सुविधा है |

और 2014 में माननीय श्री नरेन्द्र मोदी जी की सरकार आने के बाद यह जो तेज़ गति से विकास हुआ है रेल इंफ्रास्ट्रक्चर में, माननीय सदानंद गौड़ा जी ने पहले इसकी शुरुआत की, सुरेश प्रभु जी ने इसको तेज़ गति दी और अब मेरी ज़िम्मेदारी बनी है कि इसको अंतिम लगाम तक पहुँचाने का काम करूं | मेरा सौभाग्य रहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी जब हमारे सभी यहाँ के खासदार और सम्माननीय मुख्यमंत्री और नेतागण माननीय प्रधानमंत्री जी को मिलने गए, और उन्होंने मुंबईकर की पीड़ा उनके सामने रखी और बताया कि आज रेल व्यवस्था का एक-तिहाई यात्री मुंबई से सफ़र करता है – एक-तिहाई यात्री ! और आज़ादी के बाद अगर देखें तो उन एक-तिहाई रेल यात्रियों को जिस प्रकार की सुविधाएं मिलनी चाहिए थी वह आज़ादी के बाद 70 वर्षों में उस तेज़ गति से वह सुविधाएं नहीं बढ़ी हैं |

जो यात्रा के अभी-अभी बहन विद्या ठाकुर जी बता रही थी कि गत इतने सारे वर्षों में इतिहास देखें तो माननीय राम नाईक जी जो आज राज्यपाल हैं उत्तर प्रदेश के और हम सबके लोकप्रिय नेता हैं मुंबई और महाराष्ट्र के, उनके नेतृत्व में 28 मई, 2000 में – आजसे 18 वर्ष पहले एक उमरोली स्टेशन पालघर और वसई के बीच नया बना था, लेकिन अगर हम चर्चगेट से बोरीवली का हिस्सा देखें जो ठोस मुंबई के अन्दर माना जाता है उस इलाके में आज़ादी के बाद शायद पहला नया स्टेशन राम मंदिर बना है | यह हम सबके लिए गर्व की बात है |

और जब प्रधानमंत्री के समक्ष यह रखा गया कि मुंबईकर की कैसी पीड़ा है, किस प्रकार से तकलीफ में मुंबईकर रोज़ सुबह-शाम यात्रा करते हैं ट्रेनों में तो माननीय प्रधानमंत्री ने कहा कि इसको पीसमील – छोटे-छोटे प्रोजेक्ट्स के नाते मत प्लान करो, एक कॉम्प्रिहेंसिव मिशन, एक विजन जो आगे 50 साल के लिए मुंबई की रेल व्यवस्था को मज़बूत बनाये, मुंबई की रेल व्यवस्था ऐसी बने कि मुंबई के हर यात्री को बहुत सुविधाजनक से अपने घर से काम तक जाने को मिले ऐसी दूरदृष्टि रखते हुए, होलिस्टिक विजन मुंबई की रेल सुविधा का बनाइये | और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन से जो आज 54,777 करोड़ का मुंबई के लिए सौगात मिली है, मुंबई रेल व्यवस्था, सबअर्बन रेल व्यवस्था के लिए यह अपने आप में एक इतिहास रचा गया है |

हाल में बजट जो पेश हुआ इसमें मुंबई सबअर्बन का जो बड़ा विशाल दृश्य वित्त मंत्री श्री अरुण जेटली जी ने रखा, मैं समझता हूँ हम सब कृतज्ञ हैं प्रधानमंत्री मोदी और वित्त मंत्री जेटली जी के जिन्होंने इतने खुले दिल से मुंबई वासियों की पीड़ा, मुंबईकर की पीड़ा को समझा और उसके लिए खुले दिल से आगे की व्यवस्था बढ़ाने का, सुधारने का कार्यक्रम मंज़ूर किया | लोकसभा में पारित होने के बाद दुर्भाग्य है कि पार्लियामेंट को चलने नहीं दे रही है विपक्ष, लेकिन 15 दिन के भीतर यह बजट पास माना जाता है और मैं समझता हूँ वह 15 दिन शायद आज ही पूरे होते हैं, 14 तारीख को शायद लोकसभा में बजट पारित हुआ था और 15 दिन राज्यसभा के पास रहता है उसको चर्चा करने के लिए |

तो हम सबके लिए सौभाग्य की बात है कि यह टाइमिंग इतना अच्छा मैच हुआ, महावीर जयंती का शुभ दिन, आज बजट भी एक प्रकार से पारित माना जाता है | और उस बजट में मुंबई की रेल सुविधाओं के लिए इतने बड़े पयमाने पर जो स्वीकृति मिली है और उस स्वीकृति को अब तेज़ गति से ज़मीन पर उतारने का काम हम सबको सौभाग्य मिला है | मैं समझता हूँ मुंबई वासी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के कृतज्ञ हैं और कृतज्ञ रहेंगे जिन्होंने वास्तव में शायद आज़ादी के बाद 70 वर्ष में जितना पैसा मुंबई सबअर्बन में नहीं खर्चा हुआ होगा उतना एक ही बजट में पास करके दिया | 70 वर्ष बनाम एक बजट का स्वीकृति |

और इसके तहत यह भी जो रेलवे लाइन आज गोरेगांव तक आई है यह बढ़कर मेरे खयाल से गोरेगांव से बोरीवली तक बढ़ेगी जिससे सीधा हार्बर लाइन से सीएसटी से व्यक्ति बोरीवली जा सके | साथ ही साथ जो एक नयी लाइन छत्रपति शिवाजी टर्मिनस से सीधा पनवेल तक एलिवेटेड कॉरिडोर लगभग 12,000 करोड़ की लागत से बनने वाला यह कॉरिडोर को भी स्वीकृति मिली है | इसके इलावा कई बहुत सारी लाइनें हैं, पनवेल से विरार का एक नया सबअर्बन कॉरिडोर 7,100 करोड़ रुपये में इसको भी स्वीकृति इस बजट में दी गयी है | जो हार्बर लाइन, मेन लाइन और वेस्टर्न लाइन, तीनों में जो सिग्नलिंग सिस्टम है, इस सिग्नलिंग सिस्टम को बदलाव करके इसमें एक कैब सिग्नलिंग, मॉडर्न, अत्याधुनिक सिग्नलिंग सिस्टम लगाकर जिसमें लगभग 6000 करोड़ की लागत होगी उससे हम पूरे सबअर्बन सेटअप को ट्रेन्स को और तेज़ गति से एक के बाद एक चला सकेंगे, लगभग एक-तिहाई सर्विसेज सीधा बढ़ जाएँगी मात्र इस एक निर्णय के कारण, एक-तिहाई सर्विसेज बढ़ सकेंगी | और उससे अपने आप में जो आज असुविधा हमको होती है जिस प्रकार से कई यात्रियों का दुर्घटना भी हो जाती है इसकी वजह से, इस सबका लॉन्ग-टर्म सलूशन इस बजट में तय किया गया है |

इसी के साथ-साथ एयर-कंडीशन लोकल जो अभी तक एक ट्रायल बेसिस पर शुरू हुई, ट्रायल सफल हुआ है | अब हमने कल्पना की है कि कैसे लगभग 70 ट्रेनों में हम तीन डब्बे एयर-कंडीशन 70 ट्रेन्स में लगायेंगे और जब उन सबकी टोटल दिन भर की सर्विसेज देखें तो मैं समझता हूँ 250-300 सर्विसेज में 3 डब्बे एयर-कंडीशन के लगेंगे जिसमें महिलाओं के लिए अलग होगा, पुरुषों के लिए अलग होगा और फर्स्ट-क्लास और सेकंड-क्लास दोनों सुविधाएं होंगी | तो अब पहली बार मुंबई में सेकंड-क्लास में भी एयर-कंडीशन, वातानुकूल सेकंड-क्लास कोचेस भी लगने जा रहे हैं | इस प्रकार की आगे चलकर व्यवस्था हमने मुंबई के लिए सोची है, मुझे पूरा विश्वास है जो एक मुंबईकर के नाते जितना अधिक से अधिक यह सरकार कर सकती थी, इस सरकार ने उसकी कल्पना भी नहीं बनाई सिर्फ लेकिन उसको ज़मीन पर कार्यान्वित करने के लिए बजट भी सैंक्शन किया |

और इसमें मैं मुख्यमंत्री श्री देवेन्द्र फडणवीस जी का प्रमुख रूप से आभार मानूंगा जिन्होंने इस पूरी योजना बनाने में और इस योजना को मेट्रो जो रोड की सुविधाएं बढ़ रही हैं और सबअर्बन सुविधाएं बढ़ें, इन तीनों को जो बहुत सुन्दर तरीके से इंटीग्रेट करके प्लानिंग करने में रेलवे के साथ मदद की, मैं देवेन्द्र फडणवीस जी का धन्यवाद भी करता हूँ उनको बधाई भी करता हूँ कि उनके नेतृत्व में एक परमानेंट सलूशन मुंबई वासियों के लिए ट्रेन सुविधाजनक, बहुत कम्फ़र्टेबल और सेफ करने का जो काम, सुरक्षित करने का जो काम देवेन्द्र फडणवीस जी के सहयोग से होने जा रहा है | और एक प्रकार से यह मुंबईकर का अधिकार था, यह कोई मैं समझता हूँ इतने वर्षों में सरकारों ने इसके ऊपर जो नज़रअंदाज़ किया, इसको भरपूर तरीके से इसकी भरपाई इस साल प्रधानमंत्री मोदी जी ने की है |

आप अगर देखें तो मुंबई की लाइफलाइन जिसको बोलते हैं, सबअर्बन रेल सर्विसेज, इस लाइफलाइन को मज़बूत बनाना, सुरक्षित बनाना यह हम सबकी ज़िम्मेदारी है | और इस कार्यक्रम को जब हम लागू करेंगे ज़रूर आपको एक शॉर्ट टर्म थोड़ी दिक्कत लगेगी लेकिन यह शॉर्ट टर्म दिक्कत एक हम आगे के लिए विरासत छोड़कर जायेंगे हमारी अगली पीढ़ी के लिए विरासत छोड़कर जायेंगे कि जैसे मैं लटककर 8 वर्ष तक ट्रेनों में अपने कॉलेज जाता था, 1979 to 1987, जो 8 वर्ष मेरे कॉलेज के थे, मैं सायन से सेंट्रल रेलवे में चढ़कर दादर जाता था, दादर में चेंज करके वेस्टर्न रेलवे से चर्चगेट जाता था |

यह 8 वर्ष, इस 8 वर्षों का मेरे को अभी भी एक-एक पल-पल उस ट्रेन ट्रेवल का याद है और बहुत सारे सुन्दर पल हैं उस ट्रेन ट्रेवल के, और मैं समझता हूँ हम सब जो यात्री हैं ऐसा कोई भी व्यक्ति नहीं होगा यहाँ पर जो ट्रेन में ट्रेवल नहीं किया होगा या कई बार नहीं किया होगा | और हम सबकी बहुत अच्छी यादें भी हैं इस ट्रेन सर्विसेज के साथ, हम सबने अपनी शिक्षा पाई, हम सब अपने काम पर जाते हैं, व्यापार करते हैं, उद्योग चलाते हैं, उसके बाद जब मैंने छोटी फैक्ट्री लगाई तो मैं सायन से डोम्बिवली जाता था | उसके बाद एक्सपैंड किया नवी मुंबई में तो मैं वाशी और नेरुल की तरफ स्टेशन पर जाता था, तो मैंने तीनों लाइन्स, हार्बर, सेंट्रल और मेनलाइन और वेस्टर्न, तीनों का स्वाद लिया है, तीनों का आनंद लिया है और मुझे आज यहाँ पहुंचाने में भारतीय रेल का बहुत बड़ा योगदान है |

और मैं समझता हूँ यह भारतीय रेल आप सबके जीवन को और सुन्दर, आप सबके भविष्य को और सुरक्षित बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, संकल्पित है | मैं आपको विश्वास दिलाता हूँ कि यह सब योजनायें बहुत तेज़ गति से ज़मीन पर उतरेंगी, इसका काम होगा और भारतीय रेल आप की सेवा में चौबीसों घंटे काम करेगी, निरंतर प्रयास करेगी, यह जो भारतीय रेल का पूरा व्यवस्था है यह हर मुंबईकर के जीवन को और सुन्दर बनाये और सुरक्षित बनाये |

आपको बताते हुए मुझे और ख़ुशी हो रही है कि परसों, 31 तारीख को देवेन्द्र फडणवीस जी और मैं महाराष्ट्र में एक मराठवाड़ा के भीतर लातूर में कोच फैक्ट्री बने उसकी भूमि पूजन के कार्यक्रम में परसों जाने वाले हैं | मराठवाड़ा एक महाराष्ट्र का ऐसा इलाका है जिसको हमने आज एक एसपिरेश्नल डिस्ट्रिक्ट के नाते, उस्मानाबाद और उसके इर्द-गिर्द इलाकों में एक एसपिरेश्नल डिस्ट्रिक्ट के नाते उसके तेज़ विकास का संकल्प लिया है | ऐसे में लातूर में, और आपको जानकर हैरानी होगी लातूर से इतने वर्षों में केंद्र सरकार से कोई योजना मराठवाड़ा में नहीं आई है | मैं तो जानकर हैरान हो गया कि 70 वर्ष आज़ादी के बाद लातूर के इतने बड़े इलाके में, मराठवाड़ा में कोई बड़ी योजना केंद्र की नहीं आई है |

तो मुझे ख़ुशी है कि परसों देवेन्द्र जी और मैं उसके भूमि पूजन के कार्यक्रम के लिए लातूर जा रहे हैं | मुझे पूरा विश्वास है हर महाराष्ट्र के नागरिक, हर मुंबईकर का हमें आशीर्वाद मिलेगा कि यह सब काम अच्छी तरीके से, तेज़ गति से, और अच्छी गुणवत्ता से हम कर पाएं, यह आशीर्वाद के साथ मैं आपसे आज विदा लेता हूँ | आप सबको पुनः एक बार महावीर जयंती की बहुत-बहुत शुभकामनाएं, आपको और आपके परिवारों को |

धन्यवाद |

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