Speeches

March 17, 2018

Speaking at Railway Programme, in Indore

मध्य प्रदेश के तेजस्वी युवा और कर्मठ मुख्यमंत्री जिन्होंने मध्य प्रदेश का नक्शा गत 12 वर्षों में पूरी तरीके से बदल दिया है ऐसे मेरे बड़े भाई श्री शिवराज सिंह चौहान जी, हम सबके वरिष्ठ नेता भारत सरकार में माननीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री श्री थावरचंद गहलोत जी, श्रीमती मालिनी गौर जी, माननीय महापौर, इंदौर; चिंतामणि मालवीय जी, सांसद श्रीमती सावित्री ठाकुर, माननीय सांसद डॉ. आंबेडकर नगर से, सुश्री उषा ठाकुर जी, विधायिका इंदौर से, उपस्थित सभी गणमाननीय महानुभाव मंच पर, मंच के नीचे और इंदौर शहर के नागरिक भाईयों बहनों, मीडिया के मित्रों |

वास्तव में सबसे पहले तो मैं बधाई दूंगा इंदौर को और हमारे सभी माननीय विधायकगण जो आज उपस्थित हैं इंदौर और डॉ. आंबेडकर नगर क्षेत्र से, आप सभी को प्रणाम करता हूँ और वास्तव में मुबारकबाद देता हूँ, बधाई देता हूँ कि आज देश में स्वच्छता में सबसे प्रथम आने के लिए इंदौर के सभी नागरिकों ने जो योगदान दिया है, जो परिश्रम किया है और राज्य सरकार, कॉर्पोरेशन, डेवलपमेंट अथॉरिटी और नागरिक, सबकी सांझी भागीदारी से जो आज इंदौर का एक नया नक्शा बना है, एक सुन्दर क्षेत्र, एक औद्योगिक क्षेत्र, व्यापार, शिक्षा और एक शांत माहौल में जीवन बिताने का जो आज इंदौर का प्रथम स्थान है | रेलवे स्टेशन उसके लिए बहुत अच्छी जगह नहीं है शांतता के लिए परंतु एक प्रकार से अगर हम देखें तो भारत में हर चीज़ अगर एक स्थान पर मिल सकती है तो वह इंदौर पर मिल सकती है, एक अच्छा जीवन, अच्छा स्वच्छ जीवन, हर प्रकार की सुविधाएं, व्यापार और उद्योग के लिए प्रोत्साहन |

और पहला शहर है जहाँ पर आईआईटी भी है और आईआईएम भी है, बहुत ज्यादा और किधर भी भारत में आईआईटी, आईआईएम दोनों नहीं मिलता है | अहमदाबाद है तो आईआईएम है, दिल्ली-मुंबई है तो आईआईटी है, लेकिन पहला शहर जहाँ दोनों आईआईटी भी और आईआईएम भी, दोनों स्थापित हुए हैं | कमर्शियल और फायनान्शियल कैपिटल बना है मध्य प्रदेश का, यहाँ से बड़े-बड़े महानुभाओं ने देश की सेवा की है | मुझे बताया गया लता मंगेशकर जी भी यहीं से हैं, और किशोर कुमार भी यहीं से हैं, पढ़ाई यहीं पर की है? कमाल है अगर किशोर कुमार और लता मंगेशकर जी दोनों यहाँ से हैं तो मुझे लगता है रेलवे का तो सबसे बड़ा अगर किसी के प्रति कृतज्ञता है कि जितने गाने भारत के फिल्म जगत में किशोर कुमार जी और लता मंगेशकर जी ने गाए होंगे ट्रेनों के ऊपर उतने शायद और किधर भी उनके गाने नहीं बने होंगे जितना भारतीय ट्रेन के ऊपर बने हैं |

और सुमित्रा ताई को आपने आठवीं बार माननीय सांसद के रूप में चुनकर आज स्पीकर के रूप में, अध्यक्ष के रूप में लोक सभा के, जिस कुशल नेतृत्व को उन्होंने पार्लियामेंट के अध्यक्ष के नाते, पार्लियामेंट को सुचारू रूप से और एक determined और decisive Speaker के नाते डिसिप्लिन लाना, लोक सभा को ठीक से सुनिश्चित तरीके से चलाना और कई प्रकार से अर्चनों के बावजूद जितनी अच्छी तरीके से सुमित्रा ताई ने पार्लियामेंट पर एक पद से इतने बड़े-बड़े फैसले कराए, मैं बधाई देता हूँ सभी इंदौर वासियों को |

आज मध्य प्रदेश के लिए और एक गौरव की बात है जो माननीय प्रधानमंत्री जी के हाथों से आज जो कृषि क्षेत्र में प्रगति के लिए जो आज माननीय मुख्यमंत्री श्री शिवराज चौहान जी का जो काम हुआ है मध्य प्रदेश में, खासतौर पर किसानों को प्रगति के मार्ग पर लेकर जाने के लिए पांचवी बार लगातार माननीय शिवराज जी को सम्मानित किया गया है माननीय प्रधानमंत्री जी के हाथों से, हम सब एक बार ज़ोरदार तालियों से शिवराज जी का स्वागत करें, उनको बधाई दें |

रेलवे के क्षेत्र में बहुत सारे काम अधूरे कई वर्षों से पाए गए थे जब प्रधानमंत्री मोदी जी की सरकार आई, शिवराज जी आपको आंकड़े बताएँगे, लेकिन जिस प्रकार से तेज़ गति से मध्य प्रदेश में रेलवे के कामों के लिए माननीय प्रधानमंत्री जी ने पहल की, माननीय सुमित्रा महाजन जी ने जो-जो मार्गदर्शन दिया कि किस प्रकार से वंचित रहा है मध्य प्रदेश रेलवे की सुविधाओं से | और आज अगर देश में देखें तो अलग-अलग राज्यों के निस्बत मध्य प्रदेश में आवश्यकताएं बहुत हैं रेलवे की सुविधाएं बढ़ाने की लेकिन कई वर्षों से मध्य प्रदेश के साथ बहुत ही एक प्रकार से भेदभाव हुआ है कि मध्य प्रदेश को जा फोकस मिलना चाहिए था, जो रेलवे की सुविधाएं बढ़नी चाहिए थी वह 2000 के पहले कभी हुआ नहीं |

प्रधानमंत्री मोदी जी ने निर्देश दिया, सदानंद गौड़ा जी थे, फिर सुरेश प्रभु जी थे, मैं तो अभी नया-नया आया हूँ कि मध्य प्रदेश में विशेषकर ध्यान दिया जाये कैसे तेज़ गति से काम किया जाये, कैसे तेज़ गति से योजनाओं को कार्यान्वित किया जाये | और आज मुझे कहते हुए ख़ुशी है कि वह तेज़ गति के कारण आज पूरे मध्य प्रदेश में लगभग 63,000 करोड़ रुपये के काम अलग-अलग जगहों पर चल रहे हैं, 63,000 करोड़ रुपये| और यह इतिहास में पहली बार हुआ है, भारत के इतिहास में पहली बार एक समय में मध्य प्रदेश में 63,000 करोड़ रुपये के काम चल रहे हैं | अन्य-अन्य चीज़ों के बारे में माननीय अध्यक्ष महोदय ने मुझे बताया था जिसमें से कुछ चीज़ें तय की गयी हैं जिसकी मैं जानकारी आपके समक्ष रखना चाहूँगा |

एक जो डेमू ट्रेन रतलाम के लिए निकलती है उसका समय बदलने की मांग बहुत समय से चल रही है कि वह 5.30 बजे के बदले सुबह 6.30 बजे रतलाम से चलेगी | वह मांग आज स्वीकार कर ली गयी है तो आगे से रतलाम से 6.30 बजे वह डेमू चलेगी इंदौर के लिए | इसी प्रकार से जो ट्रेन इंदौर से भिण्ड-ग्वालियर के बीच चलती है उस ट्रेन को अब इंदौर के बदले आगे रतलाम तक बढ़ाने का निर्णय आज लिया गया है जिससे ग्वालियर या भिण्ड से आने वाले यात्री इंदौर भी आ सकेंगे और आगे रतलाम तक जाकर रतलाम की मेन लाइन से जुड़ सकेंगे जो फिर उनको दक्षिण भारत या उत्तर भारत या पूर्वी उत्तर भारत के लिए कनेक्शन दिलवाएगा |

तो यह भी मांग ताई ने मुझे कई बार याद दिलाई तो उसको आज स्वीकार कर लिया गया है और उसकी तिथि तय करके यह गाड़ी रतलाम तक चलेगी यह फैसला आज लिया गया है | इसी प्रकार से जो डेमू ट्रेन चलती है रतलाम और इंदौर के बीच वह डेमू ट्रेन में अभी 8 कोच चलते हैं पर ताई का कहना है वह बहुत चकाचक भरी रहती है उसको बढ़ाने की आवश्यकता है | तो ताई इसको 8 से बढ़ाके 12 कोचेस जिससे यह ट्रैफिक जल्दी और सुविधाजनक रूप से जा सके यह रेलवे के अधिकारियों को मैंने कहा है वह जल्द से जल्द कोचेस को लायेंगे और चारों रेक्स जो हैं डेमू के, चार रेक्स चलते हैं वह चारों रेक्स को 8 के बदले 12 कर दिया जायेगा उससे मुझे लगता है यह भीड़-भाड़ कम होकर आराम से, सुविधा से लोग, यात्री उसमें सफ़र कर पाएंगे |

एक आज आपने उज्जैन में बताया था कि जो इंदौर से पुणे गाड़ी जाती है उसकी डिमांड बहुत ज्यादा है कि वह खाचरोद स्टेशन पर भी रुके, वास्तव में वह तैयारी करके नहीं आया था मैं लेकिन आपके आग्रह पर उसको हम खाचरोद पर भी रोकेंगे | एक ज़रूर है जितने ज्यादा स्टॉप ऐड करते रहते हैं उतनी गाड़ी भी धीमी हो जाती है, उतने ट्रैक की एवैलेबिलिटी कम हो जाती है और नयी गाड़ियाँ अगर हम चलाना चाहें तो उसके लिए थोड़ी समस्या ज़रूर बढ़ जाती है लेकिन यह कई लोगों की डिमांड थी, लोगों ने ताई से अनुरोध किया था कि यह ज़रूर होना चाहिए | तो इंदौर से पुणे की गाड़ी अब खाचरोद स्टेशन पर भी रुकेगी यह मैंने निर्देश आज दे दिया है |

एक आपने मुझे बताया था कि ट्रेन इंदौर से दिल्ली जाती है फतेहाबाद और रतलाम और जयपुर होते हुए यह आजके दिन, यह एक स्पेशल ट्रेन के रूप में चलती है, जब-जब त्योहार होता है वह स्पेशल ट्रेन चलती है | तो इसको अब जाकर कुछ सुनिश्चित करेंगे कि यह पूरे वर्ष चले अब स्पेशल ट्रेन के बदले एक रेगुलर ट्रेन के रूप में चले, इसके लिए जो भी आपको नयी ट्रेन वगैरा की, रेक की सुविधा लानी पड़ेगी इसको अब सुनिश्चित करके साल भर चलेगी यह हम इसको जल्दी शुरू करने का प्रयत्न करते हैं |

एक पटना के यहाँ के बहुत यात्री रहते हैं, पटना की तरफ जाने वाले, पूरी के लिए जो बिलासपुर की लाइन है इसमें हमें थोड़ी दिक्कत आती है क्योंकि बिलासपुर एक bottleneck है उसमें अभी एक डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर से थोडा ईज़ करने की कोशिश चल रही है वह मैं एक बार थोडा examine कर लूं कि पूरी की तरफ भी अगर हम यहाँ से लेकर जा सकें लेकिन पटना की तरफ हम कोशिश करेंगे कि यहाँ से इंदौर से गाड़ी चलकर पटना की तरफ जाने का प्रयत्न करेंगे…

अच्छा एक ट्रेन जाती है जो इंदौर से पटना हर हफ्ते में एक बार जाती है उसको हम कोशिश करके दो बार हफ्ते में चले यह करने का प्रयत्न करेंगे तो उससे काफी लोगों को सुविधा हो जाएगी, हफ्ते में दो बार इंदौर से पटना के बीच ट्रेन करने का निर्णय ले लिया है तो अब उसको हम आगे बढ़ाएंगे |

साथ ही साथ ऐसी कई ट्रेन्स हैं जिसके बारे में ताई और मेरे बीच माननीय मुख्यमंत्री जी, थावरचंद जी और यहाँ के माननीय सांसद महोदय ने कई बार चर्चा की थी कि उसको थोडा एक्सटेंड किया जाये जो ट्रेन आजके दिन चलती है | उदाहरण के लिए बैंगलोर से आती है इंदौर तक ट्रेन, उसकी आपने मुझे कहा था कि आंबेडकर नगर तक अगर चली जाये तो लोगों को सुविधा हो जाएगी, तो मैंने इनको कहा है कि उसको इंदौर से आगे आंबेडकर नगर भी ले जायें जो ट्रेन बैंगलोर से आती है | इसी प्रकार से जो जयपुर से भी ट्रेन इंदौर आती है उसको भी डॉक्टर आंबेडकर नगर तक लेकर जायें जिससे और ज्यादा लोगों को सुविधा मिल जाये और लोकल ट्रैफिक से निजात हो जाये कि उनको लोकली जाने की तकलीफ न हो |

एक ट्रेन जो बरेली से आती है इंदौर की तरफ उसको भी हम आगे बढ़ाकर आंबेडकर नगर तक लेकर जाने की शुरुआत कर देंगे | एक दो ट्रेन्स ऐसी हैं जो ग्वालियर-इंदौर के बीच चलती हैं और एक दिन ग्वालियर-इंदौर, एक दिन भिण्ड-इंदौर, जिसका मैंने अभी ज़िक्र किया कि रतलाम भी ले जायेंगे |

एक वैष्णो देवी से आती है मालवा एक्सप्रेस जो इंदौर आती है, इसको भी आप आंबेडकर नगर… तो इस प्रकार से आंबेडकर नगर भी एक इम्पोर्टेन्ट सेंटर बन जायेगा और वैष्णो देवी से दर्शन करके सीधा आंबेडकर नगर पर आने से मुझे लगता है लोगों को यह सुविधा पसंद आएगी |

एक आंबेडकर नगर बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर जी से जुड़ा हुआ है, वह मुंबई से आते थे, मैं स्वयं मुंबई से आता हूँ | तो हमने एक तय किया है लगभग 30 करोड़ रुपये की लागत से डॉ. आंबेडकर नगर के स्टेशन का विस्तार करना और सौंदर्यीकरण करना और उसको हम डॉ. आंबेडकर के साथ कोई न कोई तरीके से जोड़ने को भी प्रयत्न करेंगे उसके डिज़ाइन में | साथ ही साथ जो गेज कन्वर्जन काम हो रहा है डॉ. आंबेडकर नगर से खंडवा-अकोला सेक्शन में उसके बाद इस स्टेशन को एक मेजर टर्मिनल के रूप में बनाने के लिए कुछ निर्णय लिए गए हैं कि जैसे बाहर का फसाद, बाहर का जो चित्र है उसको सुधार करना, जो स्टेशन के बाहर का हिस्सा है उसको सौंदर्यीकरण करना | चौबीस कोच तक उसमें आ सके, चौबीस कोच की ट्रेन आ सके, उसके हिसाब से जो प्लेटफार्म है उसको बड़ा किया जायेगा, दो प्लेटफार्म को चौबीस कोच के लायक कर लेंगे |

चार और लूप लाइन वहां पर बनायेंगे जिससे यह सब ट्रेनों को आंबेडकर नगर तक लेकर जाने की सुविधा अच्छी हो जाएगी तो चार नयी लूप लाइन वहां बनाने का निर्णय लिया है | एक वेटिंग रूम, उच्च स्तरीय passengers के लिए, upper class passengers के लिए एक नया वेटिंग रूम add करेंगे, एयर कंडीशन वेटिंग रूम | दो लिफ्ट, और एक escalator, escalator दोनों तरफ रखना, up and down, एक double escalator जो ऊपर भी जाये और नीचे भी आये ऐसा escalator की भी सुविधा और दो लिफ्ट की भी सुविधा जिससे दिव्यांग जनों वगैरा सबको सुविधा हो जाये प्लेटफार्म चेंज करने के लिए |

दो प्लेटफॉर्म्स को लेवल बनाने का भी एक काम प्रस्तावित है उसमें, एक नया फुट-ओवर ब्रिज जिससे यात्री सुविधाजनक रूप से अलग-अलग प्लेटफार्म में भी जा सकें और बाहर भी आ सकें, नया टॉयलेट ब्लाक जो दिव्यांग जनों के लिए भी पूरी तरीके से एनाब्लड होगा ऐसा एक नया टॉयलेट ब्लाक | और अन्य काम हैं कई सारे, एक थर्ड washing cum inspection …. इन सबको बनाकर हम आंबेडकर नगर को एक प्रकार से, इंदौर-आंबेडकर नगर जब दो स्टेशन डेवेलोप हो जायेंगे तो काफी सुविधाएं यात्रियों के लिए भी यहाँ पर सरल हो जाएँगी और उनकी यात्रा में उनको सुविधा मिलेगी |

एक आज मन में कल्पना आई थी जब महाकाल का दर्शन कर रहा था कि महाकाल के जो मंदिर का स्वरूप है वह उज्जैन स्टेशन में दिया जाये तो जब वह निर्णय ले रहा था कि उज्जैन स्टेशन को महाकाल मंदिर का दृश्य से उसका front facade बनाया जाये तो मैंने इंदौर के हमारे नेताओं से पूछा कि इंदौर स्टेशन का क्या दृश्य होना चाहिए तो ताई ने मुझे सुझाव दिया कि अहिल्या माता का जो राजवाड़ा का दृश्य है अगर वह दृश्य इंदौर स्टेशन के बाहर हो जाये, तो एक अलग ही स्वरूप, एक सुन्दर स्वरूप इंदौर स्टेशन का हो जायेगा | तो हम उसको अभी डिज़ाइन आपके सानिध्य में करेंगे, आप उसको हमें मदद करिए कैसे डिज़ाइन बनाकर इस पूरे स्टेशन का सौन्दर्यीकरण करें |

जैसा आप सब जानते हैं भोपाल में हबीबगंज स्टेशन पर बहुत बड़ा विस्तार से काम चल रहा है वैसे ही हम इंदौर स्टेशन को भी डेवेलोप करने का कार्यक्रम शुरू करेंगे | मैं समझता हूँ इन सब अन्य-अन्य सुविधाओं के साथ मध्य प्रदेश में रेल यात्रा एक बहुत ही अच्छी तरीके से आप सब यात्रियों को सुविधाजनक तरीके से आप सबके लिए हम बना पाएं इसके लिए हम प्रयत्नशील हैं | इलेक्ट्रिफिकेशन का काम बहुत तेज़ गति से मध्य प्रदेश में चल रहा है, विद्युतीकरण का, रेलवे लाइनों का, रेल लाइनों का दोहरीकरण करना, नयी लाइनें बिछाना, इन सब कामों को करके मुझे पूरा विश्वास है कि जो अहिल्याबाई होलकर की जो यहाँ पर राज जिस प्रकार से चलता था और सभी नागरिक खुश रहते थे वैसे ही शिवराज चौहान जी के राज्य में जो तेज़ गति से सुधार हुआ है इंदौर का, तेज़ गति से विकास और प्रगति हुई है पूरे मध्य प्रदेश की उसमें रेलवे भी अपना योगदान देगा |

रेलवे का जो-जो काम मध्य प्रदेश में शिवराज जी, सुमित्रा ताई और हमारे सभी यहाँ के माननीय सांसद और नेतागण कहेंगे उसके लिए रेलवे कभी पीछे नहीं हटेगी, इस आश्वासन के साथ मैं आप सबसे विदा लेता हूँ | गुड़ी पड़वा की आपको, आप सबके परिवारों को बहुत-बहुत बधाई, बहुत-बहुत शुभकामनाएं |

धन्यवाद |

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