Speeches

November 17, 2017

Speaking at BJP Central Office, in New Delhi

मित्रों, आज हम सबको, हर देशवासी को ख़ुशी है कि भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में जो गत साढ़े तीन वर्षों में लगातार देश हित और जनहित के काम सरकार ने किये हैं, समाज के सभी वर्गों की सेवा हेतु जिस प्रकार से भ्रष्टाचार के विरुद्ध, काला धन के विरुद्ध, एक अच्छी अर्थव्यवस्था बनाने के लिए और लम्बे अरसे तक भारत की विकास की यात्रा तेज़ गति से बढ़ती रहे उसके प्रति जो बहुत सारे कदम मोदी जी के नेतृत्व में सरकार ने लिए हैं उसकी एक और सर्टिफिकेशन बोलिए, सराहना बोलिए, रिकग्निशन कहिये, आज मूडीज़ द्वारा भारत की रेटिंग को लेकर जो अपग्रेड हुआ है उसके लिए मैं भारतीय जनता पार्टी की तरफ से माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी, माननीय वित्त मंत्री श्री अरुण जेटली जी, और एक प्रकार से सभी भारतवासियों को बधाई देता हूँ, खासतौर पर जिस प्रकार से दूरदृष्टि रखते हुए इस सरकार ने काम किया, राजनीतिक लाभ से उठकर निर्णय प्रक्रिया को मज़बूत बनाया, कड़े फैसले लिए और 2004 के बाद पहली बार 14 वर्ष के बाद, खासतौर पर क्योंकि लास्ट जो रेटिंग रिव्यू हुई थी वह दिसम्बर 2003 और जनवरी 2004 के बीच की थी – दिसम्बर 2003, जनवरी 2004 – यानी लगभग आजसे 14 वर्ष पहले जब प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के नेतृत्व की फिर एक बार बीजेपी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार के समय लास्ट रेटिंग अपग्रेड भारत का हुआ था|

यह बड़ी ख़ुशी की बात है कि एक बार और सिद्ध होता है कि भारत में देश हित और जनहित के कार्य, समाज सुधार के कार्य और आर्थिक व्यवस्था को मज़बूत बनाने का काम जब-जब भारतीय जनता पार्टी की सरकार आती है, भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व की एनडीए सरकार आती है तब होता है| और जब-जब कांग्रेस की सरकार आती है तो देश की आर्थिक व्यवस्था का क्या हाल होता है वह तो देश ने भलीभांति पिछले 10 वर्ष में ’04 से ’14 के बीच और वैसे देखें तो आज़ादी के बाद लगभग 50 वर्ष कांग्रेस ने राज किया है जिसके कारण आज भी देश में इतनी सारी समस्याएं हैं, आधार भूत सुविधाओं से वंचित हैं, गरीबी है जिसको ख़त्म करने के लिए भारतीय जनता पार्टी की सरकार लगातार तट पर है|

कई निर्णय लिए गए पहले दिन से, 2014 से काले धन और भ्रष्टाचार के विरुद्ध, बैंकिंग सेक्टर को भी ठीक करने के लिए सही मायने में जो NPAs, खासतौर पर जो लेंडिंग यूपीए के समय में हुई थी 2007 से लेकर 2012-13 तक जो अधिकांश रूप में जो NPAs को रिप्रेजेंट करती है उसको क्लीन अप करने के लिए, उसी के साथ-साथ बैंकिंग एंड इन्सोल्वेंसी कोड पास करके और अब बैंक रिकैपिटालैसेशन द्वारा बैंकिंग सिस्टम को और ज्यादा मज़बूत बनाने का जो काम मोदी जी की सरकार ने, भाजपा की सरकार ने जो किया, साथ ही साथ आधार और जैम – जनधन, आधार, मोबाइल – की ट्रिनिटी को यूज़ करके डायरेक्ट बेनिफिट ट्रान्सफर, सीधा लोगों के खाते में सब्सिडी जाये, यह जो एक काम किया जिससे बिचौलियों को ख़त्म किया और असली हकदार के जेब में पैसे देने का काम किया और लीकेज ऑफ़ सुब्सिडीज़ को रोका इसकी भी सराहना मूड़ीज़ की रिपोर्ट में की गयी है|

डिमोनेटैज़ेशन – नोटबंदी, विमुद्रीकरण के बारे में जो अलग-अलग लोग, अलग-अलग सोच, अलग-अलग प्रचार कई नासमझ लोग उसको नाम दिया करते थे जो मेरे खयाल से उन सबकी बोलती बंद करने वाला आज मूडीज़ की रिपोर्ट तक ने उसकी बड़ी खुलकर प्रशंसा की है नोटबंदी की और आलोचकों का मुंह बंद किया है| एक प्रकार से, if I may be permitted, what the ill-informed termed as the Gabbar Singh Tax, the more informed have now recognized it as the landmark of Indian reform. मैं जीएसटी का ज़िक्र कर रहा हूँ, जीएसटी के बारे में कुछ विपक्षी लोगों ने अलग-अलग क्रिटिसिज्म, अलग-अलग आलोचना की और यह कहा, and I am repeating it in English, what the ill-informed regard as the Gabbar Singh Tax, the more informed have now recognized it as the landmark of Indian reform.

विश्व में भारत जितना बड़ा कोई भी एक भी देश नहीं है जिसने जीएसटी जैसा ट्रांसफॉर्मेशनल, बड़े बदलाव करने की आज तक साहस की हो| भारत पहला देश है विश्व में इतना बड़ा देश, 125 करोड़ लोगों का इतना बड़ा देश, 29 राज्य, यूनियन टेरिटरीज अलग, सबकी सर्वसम्मति से संघीय ढ़ांचे के अंतर्गत पार्लियामेंट में सर्वसम्मति से पारित करके जीएसटी को भारत में लागू करके का साहस किसी भी देश ने विश्व में आज तक इतने बड़े देश ने नहीं किया, छोटे देश करते हैं, यूके, फ्रांस, कनाडा, इतने बड़े देश ने आज तक ऐसा साहस नहीं किया| इसके लाभ अनगिनत हैं, सभी समझते हैं, सब अर्थव्यवस्था के लोग, अर्थशास्त्री समझते हैं| लेकिन जिन लोगों को कम समझ है, और खासतौर पर अर्थव्यवस्था की तो जिसने बहुत बुरी हाल कर दी 10 साले के अपने शासन में| और हम सब जानते हैं कि प्रधानमंत्री भी थे लेकिन असली बागड़ोर किसके हाथ में थी 2004 से 2014 के बीच| उस परिवार की जितनी समझ है उसके हिसाब से तो उनको यह गब्बर सिंह टैक्स ही दिखेगा| लेकिन जो विश्वस्तरीय एक प्रकार से से बेंचमार्क है और रेटिंग एजेंसीज को बेंचमार्क के रूप में लगभग सभी निवेशक देश और विदेश में देखते हैं, उन्होंने इसको एक लैंडमार्क रिफार्म की तरह रेकोगनाइज़ किया है|

साथ ही साथ जैसे टैक्स बेस बड़ा होगा, इनफॉर्मल सेक्टर फॉर्मल सेक्टर में आएगा, उससे टैक्स रेट्स कम होते जायेंगे, ईमानदार व्यवस्था बढ़ेगी तो भ्रष्टाचार और काला धन ख़त्म होगा| इंफ्रास्ट्रक्चर आधारभूत सुविधाओं के बारे में जो ऐतिहासिक कदम इस सरकार ने उठाये हैं फिर चाहे वह सागर माला-भारतमाला जैसी बड़ी योजनाएं हों परिवहन के क्षेत्र में, चाहे रेलवेज में लगभग 8.5-9 लाख करोड़ रुपये निवेश करके रेलवे को सुरक्षित बनाना, सुविधाएं बढ़ाना, नयी टेक्नोलॉजी लाना और एक अंतर्राष्ट्रीय स्तर का रेलवे क्रिएट करने की कोशिश, एविएशन के क्षेत्र में बहुत बड़ा बदलाव लाना, उड़ान लाया गया नए-नए एयरपोर्ट देश भर में खुल रहे हैं| बिजली के क्षेत्र में इस देश में अगले वर्ष के अंत तक हर घर तक बिजली पहुंचाने का बड़ा काम जो इस सरकार ने बीड़ा उठाई है|

इन सब और ऐसे अनगिनत और कदम जिसको मैं कई बार कहता हूँ एक माला के अन्दर जैसे beads होते हैं, beads in a necklace, ऐसे अलग-अलग beads को देश हित और जनहित में कार्यान्वित करके प्रधानमंत्री मोदी जी ने जो आज इस देश का गौरव बढ़ाया है पूरे विश्व में, भारत की जनता ने तो इसकी सराहना, समर्थन और आशीर्वाद दिया ही है जिसके कारण आज भाजपा और भाजपा के साथ देने वाले पक्षों की कहाँ 6 सरकारें थी 2014 में, आज 18 हैं, और अगले महीने तक 19 हो जाएँगी| और मुझे लगता है अगले वर्ष तक तो शायद जैसे-जैसे भारत भ्रष्टाचार-मुक्त होते जा रहा है वैसे-वैसे कांग्रेस-मुक्त भी साथ में होते जा रहा है|

ऐसी परिस्थिति में भारत के अन्दर जनता का स्नेह, प्यार, समर्थन और आशीर्वाद और साथ ही साथ अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर फिर वह वर्ल्ड बैंक की Ease of doing business की ऐतिहासिक छलांग 130 अंश से सीधा 100 रैंक पर आना, फिर चाहे PEW report, PEW की सर्वे रिपोर्ट जो अपने आप में एक बड़ी निष्पक्ष, non-partisan रिपोर्ट मानी जाती है और विश्व भर में जिसकी बहुत इंतिज़ार रहता है, लोग देखते रहते हैं उसमें क्या निकलता है जिसमें दिखाया गया है कि शायद ही कभी ऐसा इतिहास में हुआ होगा कि एक राजनेता सरकार कमान संभाले और साढ़े तीन साल तक लगातार उनकी विश्वसनीयता जनता के बीच बढ़ती रहे, वह और लोकप्रिय होते रहे और 10 में से 9 लोग साधारणतः प्रधानमंत्री मोदी जी की प्रशंसा करें, उनके काम पर संतुष्टि ज़ाहिर करें, अर्थव्यवस्था को देखते हुए अपनी ख़ुशी ज़ाहिर करें| और आपने PEW report में अगर गहराई से देखा तो 2013 अंत में, दिसम्बर 2013-जनवरी-फेब्रुअरी 2014 में जब एक PEW report निकली थी तब बताया गया था कि देश में सिर्फ और सिर्फ 29% लोग विश्वास करते हैं कि उनकी सरकार अच्छी चल रही है और देश अच्छे हाथों में है, सही हाथों में है और देश की अर्थव्यवस्था, देश में सब कामकाज ठीक चल रहा है – मात्र 29%, जो सिर्फ 3-3.5 साल में बढ़कर The Trust Index विश्वसनीयता अपनी सरकार के ऊपर, अपनी व्यवस्थाओं के ऊपर 29% से बढ़कर ढाई गुना हो गयी, लगभग 70% हो गयी|

इतना बड़ा बदलाव हुआ है इस देश में, और प्रधानमंत्री जी की खुद की लोकप्रियता तो हर साल बढ़ते ही जा रही है उसमें आजके दिन लगभग 28% पर खड़ी है| और अब आज सुबह जो मूडीज़ ने BAA3 से सुधार करके BAA2 की नयी रेटिंग और साथ में Outlook को Stable बनाया है, Positive outlook से Stable जो investment grade से भी एक अंश ऊपर है यह एक प्रकार से यह दर्शाता है कि आज देश ही नहीं पूरी दुनिया ने भारतीय जनता पार्टी प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में जो एनडीए सरकार सुशासन और अन्य-अन्य योजनाओं के साथ देश की जनता के जीवन में बदलाव ला रही है, देश के हर वर्ग के जीवन में परिवर्तन के पीछे प्रतिबद्ध है फिर वह गरीब हो, किसान हो, मध्यम वर्गीय परिवार हो, महिला हो, युवा-युवती हो, समाज में शोषित, वंचित, पीड़ित समाज हो, दिव्यांग हो, वृद्ध, सीनियर सिटीजन हो, हर वर्ग के लिए सबका साथ लेते हुए, सबके उज्ज्वल भविष्य के लिए काम करने वाली यह सरकार मैं समझता हूँ आज फिर एक बार इसका endorsement, इसकी सराहना हुई है, मैं पुनः एक बार भारतीय जनता पार्टी की तरफ से प्रधानमंत्री मोदी जी को तहे दिल से बधाई देता हूँ, धन्यवाद देता हूँ इस शानदार काम के लिए| और मुझे पूरा विश्वास है कि इसी प्रकार से निरंतर यह सरकार जनहित और देश हित के काम करती रहेगी|

एक छोटा विषय जो लालू प्रसाद यादव जी ने कुछ ट्वीट किया है या कहा है, बुलेट ट्रेन के बारे में कि MoU के बगैर यह बुलेट ट्रेन का काम शुरू हो रहा है, अब क्योंकि मेरे विभाग से संबंधित है और अनिल जी ने मुझे मौका दिया आप सबसे मिलने का तो मुझे लगा वह भी मैं साथ में आप सबको अवगत करा दूं| मुझे बड़ी हैरानी होती है कि एक व्यक्ति जो पहले रेल मंत्री रह चुके हैं कई वर्षों तक वह इतने नासमझ हो सकते हैं और उनका समझने का दायरा इतना कमज़ोर है कि उनको यह भी नहीं मालूम कि सरकारी तंत्र कैसे चलता है|

13 दिसम्बर, 2015 को यह पीआईबी की प्रेस रिलीज़ है जो फिर एक बार मैं आप सबको दूंगा| His Excellency, Shinzo Abe san, जो प्रधानमंत्री हैं जापान के वह जब दिसम्बर 11 से 13, 2015 को भारत आये थे उस दौरान एक MoU साइन हुआ था 12 दिसम्बर, 2015 को on cooperation and assistance in the Mumbai-Ahmedabad high-speed rail project, जिसको कई लोग बुलेट ट्रेन कहते हैं और दो और Comprehensive technological cooperation agreement 11 December, 2015 को Modernisation and Upgradation of Indian Railways के लिए उनके विजिट के दौरान साइन हुए थे, उसकी पूरी डिटेल्स प्रेस को बताई गयीं – MoU की डिटेल्स और MoC की डिटेल्स|

अब किसी ने शायद कुछ RTI किया होगा रेलवे में जिसमें एक डेट दी कि इस तारीख को क्या MoU साइन हुआ, इस तारीख को क्या MoU साइन हुआ है हाई-स्पीड ट्रेन का तो सरकार को तो जवाब, जो प्रश्न है उसी का जवाब देना होता है तो रेलवेज ने जवाब दिया कि नहीं, इस तारीख को MoC साइन हुआ भारत और जापान के बीच में| तो वह तारीख अगर RTI में जो तारीख पूछी गयी उस तारीख के हिसाब से जवाब दिया गया 11 दिसम्बर के दिन MoC साइन हुआ था लेकिन उस व्यक्ति या लालू प्रसाद जी ने इतनी भी चेष्टा नहीं की कि असलियत पूरी तरीके से समझ लें कि उसके अगले दिन 12 दिसम्बर को MoU साइन हुआ बुलेट ट्रेन के विषय में जो जानकारी पूरी देश और दुनिया के समक्ष है| उसके बावजूद इतनी नासमझी दिखाना इतने सीनियर लीडर जो पहले रेल मंत्री भी रह चुके हैं, मैं समझता हूँ इस देश का दुर्भाग्य की बात है और दर्शाता है कि कितना बौखला गया है विपक्ष|

धन्यवाद मित्रों|

मैं आपको इतना आवश्य बता सकता हूँ कि भारतीय जनता पार्टी के जो लगातार विजय की प्रक्रिया चल रही है उसमें हिमाचल प्रदेश और गुजरात में ऐतिहासिक विजय भारतीय जनता पार्टी हासिल करने जा रही है और भारतीय जनता पार्टी, प्रधानमंत्री मोदी जी और हम सब पूरे एक जैसा मैंने अभी बताया एक bouquet of projects, bouquet of programmes को लेकर देश और जनता का आशीर्वाद लेते हैं, देश और जनता की सेवा करते हैं, जीएसटी भी उसमें सम्मिलित है, और बहुत सारे कदम उठाये गए हैं भ्रष्टाचार और काले धन के विरोध में, भारत की अर्थव्यवस्था को सुधारने में| एक प्रकार से हमारे सभी कामों की सराहना जनता ने लगातार एक के बाद एक सिर्फ यूपी चुनाव नहीं, मैंने अभी बताया 6 से 18 सरकारें हमारी हो चुकी हैं, अगले महीने 19 हो जाएँगी और उसके बाद 2018 में वह बढ़कर आगे बढ़ते रहेंगे|

प्रश्न: (inaudible)

उत्तर: नहीं, आपकी जानकारी शायद थोड़ी सुधार कर लें, उसके पहले मूड़ीज़ की रेटिंग बदलती रही है, मूड़ीज़ की रेटिंग 2004 के पहले 2003 में अलग थी, उसके पहले 1999 में अलग थी| तो मैं समझता हूँ ज़रा आप अपनी जानकारी को भी सुधार कर लीजिये|

और आप अगर अर्थव्यवस्था समझते हैं तो आप यह भी जानते होंगे कि 400 बिलियन डॉलर से अधिक आज हमारी विदेशी मुद्रा का भंडार है भारत में जो हमारे एक साल के लगभग इम्पोर्ट्स को meet कर सकता है| और 1990 में जो विदेशी मुद्रा थी भारत के पास वह दो हफ्ते के इम्पोर्ट के लायक ही रह गयी थी, वह शायद जानकारी को आप नज़रंदाज़ कर रहे हैं|

I think this is the state of desperation in the congress party and its leadership. They have lost all sense of proportion and are, in fact, damaging the credibility of institutions, which is not in national interest. Ultimately, India is a part of the global community. Today, in this globalised world, India is also engaged with all countries in the world, with investment coming in, with imports, exports, and such comments only go to undermine India’s strength and India’s image and credibility in the world.

I would urge the honourable leaders of the opposition parties not to stoop so low as to take politics to a level where India’s national interests are hurt.

Well, another statement which reflects the desperation of the Congress party, my colleague, मेरी सहयोगी श्रीमती निर्मला सीतारमण जी ने आज इसका स्पष्टीकरण दिन में पहले ही कर दिया है, बहुत स्पष्ट स्पष्टीकरण किया है| भारत और फ्रांस के बीच में यह एक government to government negotiation के माध्यम से Rafale की डील हुई जिसके तहत जो भारतीय वायुसेना के लिए बहुत urgent requirement थी, जो एक प्रकार से हमारी strike capability को compromise करती थी ऐसे 36 प्लेन को लेने का निर्णय लिया गया और उस निर्णय के तहत वह प्लेन भारत में आयेंगे| यह एक अलग transaction है, जो government to government हुई है, इसके इलावा भारतीय डिफेंस फोर्सेज भारत में सक्षम बनें मैन्युफैक्चरिंग के लिए मेक इन इंडिया के तहत, strategic defence cooperation से भारत में चीज़ें बनें उसके लिए हम लगातार प्रयत्न कर रहे हैं| उसके तहत कोई भी कंपनी किसी के भी साथ कोई भी एग्रीमेंट करे उसमें सरकार का कोई रोल नहीं है|

आप भी जाकर कोई विदेश में किसी भी कंपनी के साथ एफडीआई पालिसी के तहत कोई एग्रीमेंट करें उससे सरकार का कोई लेना देना नहीं है और सरकार की उससे खरीदने के लिए कोई प्रतिबद्धता नहीं है|

प्रश्न: (inaudible)

उत्तर: Well, I don’t think here we have any situation where we need to run away from facing parliament. First of all, I just want to add to what he just said, there is a lot of political capital and appreciation for Prime Minister Modi, not only because he is Prime Minister Modi, that is obviously an element. But because he is Prime Minister of a strong, powerful nation of 125 crore Indians and it is a mark of great respect for all of us, the 125 crore citizens of this country. And that is the strength with which Prime Minister goes, represents a people, 125 crore people of India.

And it is a great recognition and political capital of all of us, 125 crore citizens that is reflected not only in the leadership that India is providing now in every international forum but also in the continuous recognition and reports and surveys that come out in favour of the government and Prime Minister Modi in India.

As regards parliament is concerned, there are elections which were there in Himachal and now in Gujarat, a lot of people had been requesting and had been busy with election duties. And a lot of people requested that we should be allowed to focus on that, but I am sure government will be taking a decision soon on the parliament dates and when the parliament will be convened.

प्रश्न: (inaudible)

उत्तर: आज भारतीय मजदूर संघ ने एक बहुत ही बड़ा दिल्ली में कार्यक्रम किया, देश भर से भारतीय मजदूर संघ के मेम्बर्स आज दिल्ली आये, और वास्तव में एक प्रकार से यह दर्शाता है कि आज ट्रेड यूनियन मूवमेंट में भारतीय मजदूर संघ का बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान बन गया है| उनका एक प्रतिनिधि मंडल अलग-अलग क्षेत्र में काम करने वाला माननीय वित्त मंत्री जी के पास मिलने आया था अपने विचार रखने आया था, कुछ मांगें रखने आया था| बहुत अच्छी बातचीत हुई है हमारी उस प्रतिनिधि मंडल के साथ, भारतीय मजदूर संघ के नेताओं के साथ|

उन्होंने रिकॉर्ड पर वित्त मंत्री के माध्यम से माननीय प्रधानमंत्री श्री मोदी जी को भी धन्यवाद दिया है उनके प्रगतिशील कदमों के लिए, उलटे मीटिंग भी शुरू हुई तो मूड़ीज़ के रेफेरेंस से शुरू हुई| उन्होंने प्रधानमंत्री जी और वित्त मंत्री जी को बधाई दी कि आज देश ही नहीं पूरा विश्व प्रधानमंत्री जी और भारतीय जनता पार्टी की सरकार के कामों को कार्यक्रमों की तारीफ कर रहा है, वहां से शुरू हुई| फिर उन्होंने बताया कि जो-जो कामगारों के हित में कार्य किये हैं भाजपा की सरकार ने, मोदी जी ने, पहले से मिनिमम पेंशन हज़ार रुपये करना बहुत बड़ा महत्वपूर्ण निर्णय था| मिनिमम वेजेस 22% से बढ़ाना और हर सेक्टर के लिए, पहले तो कभी एग्रीकल्चर के लिए हो रहा है, कभी कंस्ट्रक्शन के लिए हो रहा है, कभी स्टील, यह पहली बार भारत के इतिहास में एक साथ पूरे कामगार क्षेत्र के लिए 42% मिनिमम वेजेस को बढ़ाया गया, बोनस को बढ़ाया गया| बोनस में जो लिमिट पहले शायद 7,200 या 7,600 रुपये थी उसको बढ़कर 10,000 रुपये किया गया| बोनस की जो लिमिट थी उसको बढ़ाकर शायद 21,000…अन्य-अन्य चीज़ें उन्होंने गिनाईं जिससे वह बहुत संतुष्ट थे|

उन्होंने यह भी वित्त मंत्री जी से आग्रह की और मांग की कि जो सिक्यूरिटी कोड और वेजेस कोड सरकार ने इनिशिएट किये हैं वह बहुत अच्छे कोड्स हैं उसके ऊपर जल्द से जल्द कार्रवाई की जाये और उसको पार्लियामेंट से पास किया जाये| और साथ ही साथ उन्होंने कुछ विषयों पर सरकार का ध्यान आकर्षित किया जिसपर सरकार पूरी तरीके से विचार-विमर्श करके उचित निर्णय लेगी|

प्रश्न: (inaudible)

उत्तर: Well, this government has continuously stayed the course of reform, perform and transform, and as one of my senior leaders used to say, also inform. We have continuously kept up the momentum to make infrastructure the bulwark of our investments, to focus on creating a framework in which the nation can see decades of prosperity. When you make such transformational change, the transitional period also has its own challenges which we have faced with confidence, and as they say in English, we were willing to bite the bullet where most political parties would have fallen shy or would have been not confident enough to face the consequences. This is one government which has taken bold decisions, and thanks to those bold decisions the nation is moving towards a more formal economy, a  more digital economy and a more honest economy which is being recognized the world over.

As things proceed and progress, we wish to continue on the path of fiscal consolidation so that the macro-economic position of this country continues to be strong. We will continue to improve on all the parameters, be it reducing deficits, improving our growth prospects, reducing and keeping inflation under control which for the last three and a half years you have seen inflation has been totally under control at never before low levels.

We will continue to persevere to bring down interest rates. We will continue to bring more of the economy in the formal economy, so that on a wider tax base we can reduce the tax rates. Along with that our thrust through Bharatmala to create a whole web of road network, through Sagar Mala to expand our port infrastructure, through investments in the railways to make it a more safer, secure, more comfortable journey for the people of India, expand our freight carrying capacity, ensure that we bring in the latest and most modern technology, be it in signaling systems,  be it in security apparatus, be it through the bullet train project.

Our effort will be to ensure that every part of the country gets connected through optic fiber. You are all aware that in the last 3 years, we have expanded from 358 kms of optic fiber to 2 lakh 20 or 30 thousand kilometers of optic fiber being laid in the country. We have nearly completed village electrification, I think barely 2000 villages are left, which will be completed well before 1st May, the 1000-day target that PM had set.

Now we are embarking on Soubhagya, for the first time a government has taken it upon itself to provide free electricity connection to every household in this country, those who are outside the SECC will pay a nominal amount of Rs 500, Rs 100 per month for 5 months. Other than that everybody getting free electricity connection first time in the history of India. So a variety of initiatives to expand the welfare of the poorest of the poor, to ensure a better quality of life for the middle class in this country and to provide dignity of labour to every worker in this country will be our effort in the days to come.

Thank you.

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