Speeches

July 29, 2017

Speaking at the Diamond Jubilee of Stainless Steel Merchants Association, in Mumbai

मेरे मित्र और हम सबके व्यापार जगत के नेता श्री राज पुरोहित जी, श्री अतुल शाह जी, सभी सम्माननीय पदाधिकारी, Stainless Steel Merchants Association के जो यहाँ पर स्टेज पर उपस्थिति हैं, विजय जॉली जी मेरे मित्र दिल्ली से आये हैं विशेष आपके इस कार्यक्रम के लिए और अभी-अभी मालूम पड़ा कि उन्होंने अपना व्यावसायिक जीवन इसी मार्किट में शुरू किया था मुंबई से, यह हम सबके लिए एक नयी आज जानकारी मिली है| और सभी सम्मानित भाईयों, बहनों, माताओ, वास्तव में आप लोग अधिकांश गिरगाम और उस इलाके से आते हैं तो राज और अतुल से तो आप सब परिचित हैं| लेकिन आज आप मेरे इलाके में आये हैं तो इसलिए मैं आप सबका स्वागत करता हूँ|

मैं स्वयं इसी इलाके में रहता था लगभग मेरा जीवन बचपन से यहीं पर माटुंगा सायन में गुज़रा है, और आप सब हमारे आज अतिथि हैं यहाँ पर| पर बहुत अच्छा लगता है देखके कि Stainless Steel का जो व्यापार है उसको आप सबने तेज़ गति दी है, Stainless Steel में आज विश्व भर में आप सबका सामान जाता है| मुझे लगता है utensils में भारत का प्रमुख योगदान है पूरे विश्व में यहाँ से बर्तन वगैरा जाते हैं| और वास्तव में आपका सबका प्रतिनिधित्व करती थी जैवन्ती बेन, आज उनकी याद इसलिए भी आती है कि जैवन्ती बेन का दिल और पूरा जीवन समर्पित रहा अपने व्यापार जगत की कठिनाइयों को सुलझाने में, व्यापार वर्ग के किसी भी व्यक्ति को कोई कठिनाई होती थी, किसी भी प्रकार की तकलीफ में, जैवन्ती बेन दिन-रात साथ में रहती थी, साथ में खड़ी रहती थी|

आज उनकी याद भी आ रही है, उनका स्मरण भी हो रहा है| पर सबसे अच्छी श्रद्धांजलि एक ईमानदार और कर्मठ राजनीतिक नेता के लिए यही हो सकती है कि हम सबने अपना व्यापार ईमानदारी से करना है, अपने व्यापार को आधुनिक जगत से नए काम करने के ढंग से जोड़ना| और आज जब प्रफुल भाई ने मुझे बताया कि जीएसटी से हमारा पूरा व्यापार जुड़ा है, हमारे पूरे व्यापार ने जीएसटी को स्वीकार किया है और हमारे पूरे मुंबई के खासतौर से व्यापारी ने लाभ लिया है| तो मुझे बहुत ही आनंद हुआ यह सुनके कि अब ओक्ट्रोई की बीमारी ख़त्म, अब हम competitive हो गए हैं बाकी देश के साथ| अब जो फर्क पड़ता था कि कोई बाहर व्यापार कर रहा है तो उसको ओक्ट्रोई नहीं है, एंट्री टैक्स नहीं है, शायद कुछ इलाकों में कम वैट लगता था, कुछ लोग ऐसे इलाके में manufacture करते थे कि एक्साइज का भी exemption मिलता था|

जिन सब कारणों से मुंबई का व्यापार जगत एक प्रकार से नुकसान पाता था या कम्पटीशन में खरा नहीं उतरता था| तो मुझे बड़ी ख़ुशी हुई सुनकर कि जीएसटी का लाभ मुंबई के Stainless Steel Merchants को मिला है, अब व्यापार इक्वल हो गया है, कम्पटीशन इक्वल हो गयी है| और अब हमें जब व्यापार करना होगा तो हमारी गुणवत्ता पर क्वालिटी कैसी है हमारे प्रोडक्ट्स की, सर्विस कितनी अच्छी है हम सबकी उसके ऊपर हम व्यापार में सफल हो पाएंगे, बजाये कि टैक्स की चोरी करनी पड़े व्यापार में खड़े रहने के लिए| तो मैं समझता हूँ यह एक बहुत बड़ी उपलब्धि है और यह नए काम करने के ढंग के साथ जब पूरा व्यापार जगत जुड़ेगा, जब पूरी इंडस्ट्री नयी व्यवस्था से जुड़ेगी तो मुझे पूरी उम्मीद है कि इसमें एक्सपोर्ट को भी सफल बनाने में हमें बहुत सहयोग मिलेगा, एक्सपोर्ट में टैक्स का बर्डन नहीं हमारे ऊपर आएगा|

आखिर पहले जब हम ओक्ट्रोई भरते थे तो एक्सपोर्ट के टाइम पर ओक्ट्रोई का कोई रिफंड नहीं मिलता था, ओक्ट्रोई तो हमारे खर्चे में एक प्रकार से कॉस्ट बनके ही रह जाता था| तो export competitiveness भी हमारी इंडस्ट्री की सुधरेगी, ऐसा मेरा मानना है और वास्तव में Stainless Steel का इतना बड़ा संभावना है, इतनी बड़ी मार्किट है दुनिया भर में, आप किधर भी चले जाओ आज भी cutlery stainless steel की इस्तेमाल होती है| और मुझे अभी भी याद है, मैं तो बहुत छोटा था और अब शायद वह इंडस्ट्री, पता नहीं उस नाम से तो अभी कोई ऐसी इंडस्ट्री मैंने सुनी नहीं है, पर मैं 40 साल पहले की बात याद कर रहा हूँ, एक Pearl की cutlery होती थी – Pearl Metal Works. मुझे याद है कि उस ज़माने में 2-3 कंपनी ही अच्छी क्वालिटी की cutlery बनाते थे जिसमें Pearl Metal Works एक होता था|

आज तो मुझे पूरा विश्वास है ऐसे हजारों कंपनियां बनाती होंगी high quality के बर्तन, high quality के utensils और इसकी पूरे विश्व में जो डिमांड है उसको हम भारत से serve कर सकते हैं, भारत में इतनी क्षमता है, भारत में इतनी गुणवत्ता है और भारत के व्यापारियों में इतना तेजस्व है कि हम पूरे विश्व को भारत से सामान भेज सकते हैं| और मुझे पूरा विश्वास है कि आप सब अब इस मौके को पकडके अपने-अपने व्यापार को बढ़ाएंगे, बड़ा करेंगे, export competitiveness बढाने के लिए हम से और भी कोई सहायता लगे तो हम तैयार हैं| सरकार की तरफ से और किस प्रकार से हम आपकी इंडस्ट्री को और अच्छा सेवा करने का मौका दे सकें, उसके लिए अगर कोई भी अच्छे सुझाव आते हैं तो निर्मला जी के पास मैं आपको लेके चल सकता हूँ, हमारी कॉमर्स और इंडस्ट्री मिनिस्टर हैं, फाइनेंस मिनिस्टर के पास जा सकते हैं|

लेकिन अच्छी ईमानदार व्यवस्था से आप लोग सब जुड़े हैं उससे हमारा भी मनोबल बढ़ता  है, हमारे को भी प्रोत्साहन मिलता है कि अगर आपने जैसे जीएसटी को स्वीकारा, खुले दिल से स्वीकारा, पूरे अपनी इच्छा से, स्वयं इच्छा से उसको आप सफल बनाने में लगे हैं तो मुझे पूरा विश्वास है कि सरकार भी आपके साथ है, जो आपकी कठिनाइयाँ हैं उसके लिए हम भी तट पर रहेंगे, उसको हम भी सोल्व करने के लिए कभी पीछे नहीं हटेंगे|

तो अगर कोई भी सुझाव हो, कोई तकलीफ हो तो आप ज़रूर मुझे लिखियेगा और उसको हम आगे लेके जाके सलूशन भी उसका ज़रूर मिलेगा| मुझे लगता है कि क्वालिटी के ऊपर अगर हम और जोर दें तो दुनिया की कोई कंपनी ऐसी नहीं है जो भारत से माल आज नहीं लेना चाहती| और बड़े-बड़े डिपार्टमेंट स्टोर में विश्व में किधर भी जायें तो मुझे लगता है कि सबसे बड़ी जो distinguishing feature होती है जिसके हिसाब से लोगों का सामान ज्यादा बिकता है या कम बिकता है वह होती है quality of produce, और आपके जो कारीगर हैं, आपके जो designers हैं, जिस प्रकार से मैं अभी अभी आपकी किताब में देख रहा था कितने सुन्दर designs आप लोग बनाते हैं, कितने अच्छे products मैंने इस किताब में आज देखे|

और मुझे बताया गया कि 3 दिन की आपकी exhibition बहुत सफल रही, देश और दुनिया से लोग आये, उन्होंने नए-नए products को देखा, नयी-नयी चीज़ों को समझा क्या-क्या भारत की क्षमता है, भारत क्या क्या कर सकती है, तो मुझे पूरा विश्वास है कि आगे चलकर यह इंडस्ट्री और तेज़ गति से बढ़ेगी| यहाँ इतनी बड़ी संख्या में महिलाएं हैं तो मैं समझता हूँ कि डिजाईन में भी हमारी महिलाएं लगी होंगी कि ऐसे अच्छे सुन्दर वस्तु डिजाईन किये जायें| और अभी-अभी मैं एक डिजाईन और इनोवेशन सेंटर ही देखके आ रहा हूँ, लोअर परेल में एक नयी इंस्टिट्यूट शुरू हुई है डिजाईन और इनोवेशन के ऊपर|

तो मुझे लगता है कि ऐसे नए-नए technologies और नए-नए डिजाईन के जो तंत्र हैं, जो नए तरीके हैं डिजाईन करने के उसके साथ अगर हमारी इंडस्ट्री जुडती है तो आगे चलकर विश्व भर में हमें भारत का बनाया हुआ माल दिखे, हम जिस restaurant में जायें दुनिया में उसमें भारत के बर्तनों में हमें खाना मिले, भारत में बनाए हुए काँटा, चमच, छुरी हम यूज़ कर सके, किचन में भारत के बनाये हुए बर्तनों में सामान बने, यह पूरे विश्व में हमको सफल बनाने में हम सबको काम करना है, हम सबको योगदान देना है|

मैं आप सबको आपके व्यापार के लिए, आपके काम के लिए बधाई देता हूँ| 60 वर्ष – वैसे तो एसोसिएशन में झगडे-झुग्डे इतने हो जाते हैं कि 60 वर्ष में 10 बार एसोसिएशन टूट जाती है और नयी बन जाती है| आप लोगों ने 60 वर्ष एक बड़ी मज़बूत एसोसिएशन चलाई, इसके लिए मैं आप सबको बधाई देता हूँ| मुझे पूरा विश्वास है इसी भाईचारे में, एकता में और मिलजुलकर और मैंने देखा जब अमृत भाई को अवार्ड मिल रहा था तो उनसे ज्यादा उत्साह मैं आप सब मैं देख रहा था|

और यह भाईचारा ही एक प्रकार से distinguish करता है भारत के businessman को और विदेशी businessman को| विदेश में जाओ तो कोई इतना भाईचारा कभी नहीं मिलेगा, वह एक-दूसरे को काटने में लगे रहेंगे| यह तो भारत ही है जहाँ पर इतना भाईचारा, इतनी आत्मीयता, इतना अपनापन हम सब एक-दूसरे में देखते हैं, हम सब एक-दूसरे के साथ व्यापार करते हैं| और जब हमारा ही एक भाई सम्मानित होता है, गौरवान्वित होता है अवार्ड से तो उनकी ख़ुशी से ज्यादा अगर ख़ुशी हम सबको होती है तो मैं समझता हूँ यही फैक्टर है, यही जो अलग पना है हमारे भारत के व्यापारी में, यह हम सबको मज़बूत बनाता है, हम सबको व्यापार में सफलता देता है|

मैं आप सभी को, आपके परिवारों को, आप सभी को बहुत बहुत शुभकामनाएं देता हूँ, अब तो बस गणेश चतुर्थी, फिर दशहरा, दिवाली, अब तो अच्छे दिन आगे व्यापार के आप सबके हैं| आप सबको सफल, ईमानदार और सरल व्यापार की नयी दुनिया में मैं आप सबको बधाई भी देता हूँ, शुभकामनाएं भी देता हूँ और आप सबकी दिवाली बहुत मंगलमय हो, बहुत अच्छी जाये, इसकी मेरी तरफ से बहुत बहुत शुभेच्छा|

बहुत बहुत धन्यवाद|

Subscribe to Newsletter

Podcasts