Speeches

February 14, 2017

Speaking at Amar Ujala Conclave, Kanpur

15-Feb-2017

Q. चूँकि चुनाव बहुत हैं, और ज़ाहिर है कोई सरकारी घोषणा आप नहीं कर सकते, कोई व्यक्तिगत बात आप नहीं कहेंगे, लेकिन राजनीतिक बातें जो हैं जो चुनाव में लोगों की इक्षा है कि आपके साथ कुछ सवाल जवाब हो, कुछ आप बात कहें | यह उत्तर प्रदेश और कानपुर की धरती है, कानपुर अपने आने जाने वाले का सबका बहुत तहे दिल से स्वागत करता है | ….. यह है कि अमेरिका में एक विमान जो है वह पहाड़ियों के बीच में फँस गया और वह पायलट जो था वह घुमाते फिराते सीधा उसके साथ आया तो जब उसका सम्मान किया गया तो उससे पूछा गया कि भाई तूने यह कला कहाँ से सीखी तो शरमाते हुए कहा कि कानपुर में टेम्पो चलाता था | तो यह रास्ते निकालने वाला शहर है, पियूष जी सबसे पहले मैं चाहूँगा कि आप 5-7 मिनट में, 10 मिनट में, जो भी समय आप लें अपनी बात कहें कि उत्तर प्रदेश को ले करके भारतीय जनता पार्टी का क्या vision है, क्या सोच है और उत्तर प्रदेश के लोग, हम उत्तर प्रदेश को ठीक कैसे करें, ……………. क्यों भारतीय जनता पार्टी की सरकार उत्तर प्रदेश में बनाएं क्योंकि पहली भी यहाँ कलयाण सिंह जी की सरकार रह चुकी है, राजनाथ सिंह की रह चुकी है,…… अब क्यों बनेयें इसपर आप थोडा सा ?

A. बहुत बहतु धन्यवाद अग्निहोत्री जी, मुझे आने में विलंभ हुआ उसके लिए मैं क्षमाप्रार्थी हूँ लेकिन सुबह हमें दिल्ली से Air traffic control से clearance नहीं मिली यह कहके कि कानपुर में visibility कम है जबकि हम यहाँ फ़ोन कर रहे थे तो यह बता रहे थे visibility अनुमानित तो ठीक लग रही है पर Air traffic control की ………. के बिना हम टेक ऑफ नहीं कर सकते थे | तो अभी आने के बाद मुझे बताया गया शायद पहाड़ों की वजह से हो सकता है, चारों तरफ पहाड़ है आपने अभी अभी पहाड़ों का जिकर किया इसलिए मैंने कहा हो सकता है उसकी वजह से न मिल गई हो छोटी स्ट्रिप के कारण |

बहुत अच्छा लग रहा है कानपुर आके, आप सबको मिलके खासतौर पे क्योंकि मेरे परिवार का भी छोटा जुडाव है कानपुर के साथ | मेरे बड़े भाई ने आईआईटी कानपुर से अपनी इंजीनियरिंग करी थी और फिर यहाँ से पढके आ गए विदेश गए और फिर वापिस भारत आके अपना ऑफिस चलाया | तो हमारे लिए तो वास्तव में थोड़े बहुत कानपुर के किस्से जो सुने हैं वह college life के मेरे भाई से सुने हैं | तो बहुत अच्छा शहर है, बहुत नामी शहर है और स्कूल कॉलेज में 1857 की लड़ाई के समय के जो यहाँ के किस्से सुनते थे, leather trade के बारे में जो प्रचलित हुआ कानपुर पूरे विश्व में और साथ ही साथ कानपुर की अपनी समस्याएं भी हैं चाहे वह प्रदूषण की हों, जिस प्रकार से उद्योगिक development हुआ उसके साथ साथ infrastructure नहीं create हो पाया | और यह कहानी लगभग आज हम पूरे उत्तर प्रदेश में देखते हैं, आज अगर उत्तर प्रदेश की स्थिति देखें तो लगभग गत 15 वर्षों से सरकारों ने विकास को कुछ मात्रा में step motherly treatment दिया है |

मैं मेरे खुद के विभाग के आंकड़े देख रहा था विद्युतीकरण के तो मायावती जी के समय का भी जब देखा 2010 से 12 तो कुछ मात्र 23 नए गावों तक बिजली पहुंची | 12 से 14 तक पहले 2 वर्ष में अखिलेश जी ने भी कुल 3 गावों, नए गावों में बिजली पहुंचाई और यह गावों संभवतः मुश्किल है क्योंकि आज़ादी के बाद अगर 7 दशक लग गए उनके यहाँ तक बिजली नहीं पहुंची | तो स्वाभाविक हैं कि मुश्किल गावों हैं यह, लेकिन 2 साल में 23 फिर 2 साल में 3, मोदी जी ने जब ऐलान किया कि हम हज़ार दिन में देश के हर गाँव तक पहुंचाएंगे चाहे कितना भी कठिन क्यों ना हो, पहाड़ों में हो, माओवादी इलाकों में हो, घने जंगलों में हो यह तय किया कि हज़ार दिन में पहुंचाएंगे | तब मात्र 2 वर्ष में यहाँ पे लगभग 1360 गावों में, नए गावों में हम बिजली पहुंचा पाए राज्य सरकार के पीछे पूरी तरीके से निगरानी करके, उनको प्रोत्साहित करके और यह फरक है काम करने के ढंग में | जब तक कोई चीज़ में accountability न ठहराव और उसकी close monitoring नहीं करो तबतक काम होता नहीं है |और मैंने अन्य अन्य चीज़ों का जब यहाँ पे detail निकाला, जैसे एक quality audit होता है तो ग्रामीण विद्युतीकरण का जब quality audit किया तो 70,000 से अधिक quality defects निकले यहाँ पे | बड़ा दुर्भाग्य की बात है हम सोचते हैं कि हम पैसा दे रहे हैं केंद्र से, लगभग 18,000 करोड़ रुपये केंद्र ने स्वीकृत किये हैं, आवंटन किये हैं कि राज्य सरकार उसको इस्तेमाल करके ग्रामीण विद्युतीकरण तेज़ी से करे | हर मजला टोला तक बिजली पहुंचे, हर घर तक बिजली पहुंचे, उसके लिए हम प्रयत्नशील हैं देशभर में सभी राज्यों के साथ मिलके इस काम को तेज़ी से बढा रहे हैं | लेकिन पूरे देश में 29 में से 28 राज्यों ने हमारे साथ करार कर लिया कि हाँ हम 24/7 power for all अपने प्रदेश में सभी को देना चाहते हैं | पूरे देश में मात्र एक उत्तर प्रदेश क्यों ऐसा राज्य है, एक ऐसी सरकार है जो इस बात की स्वीकृति नहीं दे रही है कि अपने प्रदेश में हर घर तक बिजली पहुँचाने का हम तैयार हैं, करना चाहते हैं | और मैं गरीबों के आंकड़े निकाल रहा था कि गरीबों के घरों में बिजली देने के लिए कितना पैसा दिया है तो राज्य सरकार से मुझे लिखित आया कि जितने घरों में गरीबों को मुफ्त बिजली कनेक्शन देनी हैं शत प्रतिशत उतना पैसा हमारे पास केंद्र सरकार ने आवंटित कर दिया था, कुछ 5000-10000 घरों के छोडके | मतलब करीब करीब 40 लाख घरों को मुफ्त बिजली का कनेक्शन देने का पैसा होने के बावजूद आज यह स्थिति है कि आज भी उत्तर प्रदेश में लगभग 1 करोड़ 60 लाख घर ऐसे हैं जिनको बिजली का कनेक्शन नहीं है | हज़ारों लाखों मजले टोले ऐसे हैं जहाँ पे बिजली अभी तक पहुंची नहीं है या हर घर तक वहां पे बिजली नहीं है |
और इतनी संभावनाएं हैं, इतना काम होने का गति तेज़ की जा सकती है, लेकिन दुर्भाग्य से वह इक्षा शक्ति, वह क्षमता नहीं दिखती है कि विकास …………… हो सके | और यह मैं इसलिए कह रहा हूँ कि कई बार यह चर्चा होती है कि काम बोलता है, वास्तव में यह काम तो सरेआम बोलता है किस प्रकार से काम हो रहा है | और मेरा लगभग …. दिन से उत्तर प्रदेश का लगातार दौरा चलते जा रहा है, मेरे पहले तीन दिन इतने दुखित रहे मेरे लिए | मैं 3 फरवरी को पहली बार लखनऊ गया, एक प्रेस वार्ता थी मुझे विद्युतीकरण की चर्चा करनी थी, पहुँचते ही मैंने अख़बार में पढ़ा कि वहां पे एक श्रवण साहू नामक एक व्यापारी का दिन-दिहाड़े, लगभग 8.30 बजे शाम के जब मार्किट एकदम buzzing में activity थी एक व्यक्ति ने आके चार गोलियां भूंद के उनको ….. पहुँचाया |
मेरा मन भी व्याकुल था, मैंने प्रेस वार्ता में कहा आज बिजली की चर्चा करने की इक्षा नहीं हो रही है मैं साहू जी के घर जाने की सोच रहा हूँ | और मैं साहू जी के घर गया तो इतनी दर्दनाक कहानी थी कि तीन साल पहले उनके लड़के को, आयूष साहू को मारा गया था गुंडों के द्वारा, छानबीन नहीं हुई, काफी समय तक फिर जब बहुत राज्य सरकार पे प्रेशर हुआ, छानबीन होके आरोपी पकड़ा गया | तो श्रवण साहू जी को लगभग 21 जनवरी के आसपास जेल से धमकी आई कि अगर आपने हमारे खिलाफ गवाही दी तो आपको नहीं छोड़ेंगे | यह दर दर भटकते रहे कि मुझे प्रोटेक्शन दो या कुछ एक्शन लो, कोई एक्शन नहीं लिया गया और उनको भी, गोलियां भूंद के उनको भी बहुत ही गन्दी तरीके से मार दिया |
मैं घर गया, लोगों से मिला, परिवार वालों से, मुहल्ले वालों से, सब में बहुत डर का वातावरण था | अगले दिन मेरा एक normal course में सहारनपुर का दौरा था, 4 तारीख को, सहारनपुर पहुंचा तो कार्यकर्ताओं ने बताया कि वहां पे एक दूध और पनीर के व्यापारी थे अरोरा जी, कसबे में गए थे सहारनपुर के नजदीक अपना व्यापार करने और वहां उनको रात को इतने बुरी तरीके से मारा, सुबह उनकी लाश मिली, रातभर ढूंढते रहे लोग लाश नहीं मिली, सुबह उनकी लाश मिली | और जब मैं उनके घर गया उनके दोनों छोटे मासूम बच्चे, लड़की ग्यारवी में पढ़ रही है, लड़का बारहवी में पढ़ रहा है, उनसे मिला तो वह छोटी सी लड़की ने जिस प्रकार से विनोद जी मेरा हाथ पकड़ा और एक ही बात बोली, बोला अंकल मेरे पापा को इतने बुरी तरीके से क्यों मारा, मैं उनका मुंह भी नहीं देख पाई | Literally mutilate किया था, हाथ पैर पे चोट के निशान, मुंह पे एकदम बुरी तरीके से चोट के निशान और torturous way में | पूरे इलाके के वहां के लोग बहुत भय में थे, डरे हुए थे, सब पूछ रहे थे कि हमारा ….. कैसे होगा हम आगे व्यापार करते हैं रोज़ सामान आता है जाता है, हम जाते हैं व्यापार करने बाहर |
और मेरे लिए तो इतना दुर्भाग्य की बात है कि यह तीन दिन मेरे ऐसे यूपी का दौरा ही शुरू ऐसे हुआ और इतना डिस्टर्ब हुआ, अगले दिन मेरा मेरठ में दौरा था, normal course में ही लगेगा कि पहले प्रेस कोनफ्रेंस फिर वहां टेलीविज़न चैनल का प्रचार करना था | मैं मेरठ में प्रचार करने गया, मेरठ का तो किस्सा आपको याद होगा जिस प्रकार से 23 साल के अभिषेक वर्मा को गुन्डे आये चोरी करी, दिन-दिहाड़े उनके दुकान से चोरी करके भाग रहे थे | अभिषेक और उनके पिताजी और उनके मुहल्ले के लोगों ने उनको चोरों को पकड़ने की कोशिश की और जैसे एक गैंग के रूप में और दो-तीन लोग वहां थे, गोलियां भूंद के मुझे बताया गया 25 round fire | और अभिषेक को बचा नहीं पाए, उनके पिताजी जब मैं गया उनको मिलने पिताजी तब भी अस्पताल में थे, तीन और व्यक्ति घायल थे | और इस प्रकार से पूरे समाज में डर बैठा हुआ है महिलाओं को, लड़कियों को, व्यापारियों को और आखिर यह डर के माहौल में पता नहीं कैसे लोग अच्छा व्यापार कर पाएंगे, उद्योग कर पाएंगे, नौकरियां दे पाएंगे, रोज़गार के नए अवसर बनेंगे, पर्यटन बढेगा, यह कैसे संभव है? आप भ्रष्टाचार से लिप्त एक शासन चलाके और गुंडई राज को एकदम पूरे प्रदेश में फैलने दें उससे तो मुझे नहीं लगता कभी कोई प्रदेश की विकास या प्रगति हो सकती है |
और मेरा अनुभव तो और ज्यादा disturbing रहा कि जिधर भी मैं आंकडे निकालता हूँ, देखता हूँ, आज लगभग 4500 लोगों को पिछले साल murder हुआ | तो ऐसी परिस्थिति में एक सामान्य व्यक्ति कैसे अपने आपको सुरक्षित महसूस करेगा? कैसे प्रदेश में हरियाली आ सकती है कि यहाँ के किसान की जो फसल होती है उसमें मात्र 3-4% ही सरकार खरीदेगी, price protection कैसे मिलेगा किसानों को? जब हम 2014 में आये तो किसानों को तो, गन्ना किसानों की अकेले के 20-22,000 करोड़ की ….. बकाया थी, उसको पूरा किया तो अब मालूम पड़ रहा है और 6000 करोड़ का नया बकाया है | इसलिए भारतीय जनता पार्टी ने अपने संकल्प पत्र में समाज के एक एक वर्ग की क्या क्या कठिनाइयां हैं उसको बड़ी गहराई से और लगभग 29 लाख लोगों से feedback लेके अपना संकल्प पत्र बनाया, समाज के एक एक वर्ग में कैसे खुशहाली आये, कैसे किसानों की समस्याएं …….छोटे और सीमान्त किसानों का फसली ऋण मांफ किया जाये, जो गन्ना किसान हैं उनका पुराना बकाया 120 दिन में देते हुए सुनिश्चित करते हुए आगे जो ordinance है आज कानून है 14 दिन में गन्ना किसान का पूरा बकाया होना चाहिए पूरा, उसको हम लागू करेंगे, किसानों की आमदनी बढे उसके लिए जो उनका फसली ऋण है, छोटे किसानों का उसको बिना ब्याज के दिया जाये, उद्योग को प्रोत्साहन करने के लिए food parks लगें, industrial parks लगें, IT parks लगें | यहाँ की जो local industry है जैसे कानपुर की leather industry को अगर थोडा और push मिले, सुविधाएं मिले, उसके common effluent treatment plant लगे, area demarcate हो, उनका प्रदूषण बाकी नदियों में न जाये |
तो आज यह विश्व की इतनी बड़ी इंडस्ट्री हो सकती है, मुझे भाई साहब बता रहे थे कि $5 million का export है, मैं समझता हूँ 5 क्यों यह $25 million का export हो सकता है, इतनी ज्यादा संभावनाएं हैं | तो समय आ गया है कि अब उत्तर प्रदेश में एक ऐसा पूर्ण बहुमत वाली एक अच्छी सरकार जो विकास से जुडी हो, जो यहाँ के law and order को सुधारे, जो समाज के अलग अलग वर्गों की चिंता करे कैसे महिलाओं को अच्छी शिक्षा मिले, कैसे युवाओं को रोज़गार या स्वयं रोज़गार के नए अवसर मिले | और आज के बदलते हुए परिपेक्ष में मैं समझता हूँ हर एक व्यक्ति उत्तर प्रदेश का सोच रहा है कैसे उसका जीवन और अच्छा करने के लिए एक ऐसी सरकार उत्तर प्रदेश में आये जो विकास से जुडी हो, जो वास्तव में इस गुंडई राज और भ्रष्टाचार को ख़त्म कर पाए, या अवैध खनन जिस प्रकार से भू माफिया चल रही है इस सबको लगाम दे, जो लोग जेलों से फरार हैं या जेलों में बैठके कारोबार करते हैं उनके ऊपर सख्त से सख्त तुरंत कार्रवाई हो और लगभग अभी तक का जो अनुमान काफी इलाकों में जाने का मौका मिला और हमें भी feedback मिलता है उससे मुझे लगता है कि यह जो एक नाटकी कोशिश की गयी बताने की कि सरकार अलग और जो नेता का अलग पिछले पाँच वर्षों का वह शायद लोगों के बीच में it has not cut much ice. और पहले चरण का जो हमने चुनाव का अनुमान लगाया दूसरा चरण कल होगा उससे स्पष्ट लगता है कि अब बसपा और हमारे बीच में लड़ाई हो रही है | बसपा और भारतीय जनता पार्टी के बीच की लड़ाई में मुझे पूरा विश्वास है उत्तर प्रदेश की जनता भाजपा का पूरा समर्थन देगी, बड़े रूप में भारतीय जनता पार्टी इस चुनाव में विजयी होगी और इस प्रदेश को विकास और ईमानदार सरकार, इन दोनों लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सबका साथ, सबके विकास को, बिना धर्म और जाति के भेदभाव से समाज के हर वर्ग का उद्धार हो इस प्रकार की सरकार उत्तर प्रदेश में आनी चाहिए |

Q. धन्यवाद पियूष जी, कुछ थोड़े से सवाल मैं आपसे पूछूंगा उसके बाद यहाँ उपस्थित जो लोग हैं कुछ उनके सवाल होंगे | ……………. ……. आपने कहा कि उत्तर प्रदेश में एक पूर्ण बहुमत की मज़बूत सरकार चाहिए जो भ्रष्टाचार, अपराधीकरण, जो इन सबसे उत्तर प्रदेश को मुक्ति दिला सके | ढाई साल पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी …………………………………. इसके बावजूद उत्तर प्रदेश में ढाई साल में कोई ऐसा काम भारतीय जनता पार्टी को बताना चाहिए कि क्या किया, यह बार बार मैं नहीं अखिलेश भी अपनी सभा में यह कहते हैं कि ढाई साल में मोदी सरकार ने उत्तर प्रदेश को क्या दिया, कांग्रेस के नेता कहते हैं ढाई साल में उत्तर प्रदेश को क्या मिला | तो कम से कम आज आप यहाँ हैं, तो उत्तर प्रदेश जनता को ज़रा बताएं ढाई साल में उत्तर प्रदेश 73 सांसद देने वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने उत्तर प्रदेश को क्या दिया ?

A. बहुत अच्छा विनोद जी आपने यह सवाल पूछा, मैंने जैसे अभी अभी बताया था मेरे खुद के विद्युतीकरण के क्षेत्र में कि 18,000 करोड़ रुपये आवंटन करने के बावजूद मात्र 25% अभी तक उत्तर प्रदेश सरकार खर्च पाई है और उसमें भी यह इस प्रकार की गुणवत्ता, quality की problems हमें प्राप्त हुई हैं | इसी प्रकार से आप अगर स्वास्थय सेवाओं को देखें तो मैं आंकड़े देख रहा था लगभग 7000 करोड़ आवंटित करने के बाद मात्र 5-6% ही सिर्फ उत्तर प्रदेश सरकार खर्च पाई है | इसी प्रकार से स्वच्छता पे बहुत भारी मात्रा में पैसा लेने के बाद ना शौचालय पे जोर लगा पाई, न उन्होंने उस पूरे पैसे को सदुपयोग किया या उसका इस्तेमाल किया | वैसे मैं गिनावूं तो हर क्षेत्र में इतनी सारी चीज़ें सामने आती हैं जहाँ केंद्र सरकार जोर लगाती है लेकिन राज्य सरकार में वह इक्षा शक्ति नहीं दिखती है कि वह वह इन सब योजनाओं को जनता तक पहुंचा पाए, जनता तक लेके जाये | जहाँ तक कानून व्यवस्था है, यह संघीय ढांचे में राज्य सरकार के अंडर है हम चाहें भी तो केंद्र से यहाँ की कानून व्यवस्था में दखल अंदाजी नहीं दे सकते | वह साहू जी के यहाँ गया वह उनके परिवार वाले चीख चीखके मुझे कह रहे थे आप सीबीआई जांच कराओ, आप सोचिये मुझे कितनी तकलीफ आ रही थी कि मैं कुछ कर नहीं पा रहा हूँ जब तक राज्य सरकार नहीं सीबीआई जांच के लिए आज्ञा दे, तो कानून व्यवस्था सुधारना राज्य सरकार के पूरे हाथ में है, हम कुछ नहीं कर सकते |
बिजली की व्यवस्था घर घर तक पहुँचाना मैं पैसे दे सकता हूँ पर मैं केंद्र से भेजके आप ही से काम नहीं करवा सकता क्योंकि संघीय ढांचे में वह राज्य सरकार का काम है | लेकिन जहाँ हमारे हाथ में होती है कमान, उदाहरण के लिए उज्ज्वला योजना कि हर गरीब के घर में मुफ्त में हम LPG connection देते हैं उसमें हमने तेज़ी से प्रगति की | मैं समझता हूँ उत्तर प्रदेश अकेले में शायद 40 लाख कोगों के घरों तक, मुझे exact आंकड़ा याद नहीं है पर लाखों घरों को हम सीधा मुफ्त LPG का connection दे पाए क्योंकि वह योजना हमारे हाथ में थी, केंद्र के हाथ में थी उसके लिए हमें राज्य सरकार पे निर्भर नहीं होना पड़ रहा है |
घाटमपुर में एक बिजली का कारखाना लगा, जब मैं मंत्री बना तो मैं तो हैरान हो गया, 2012 में आपके कानपुर के मान्य सांसद, कांग्रेस के सांसद थे, और यहाँ के मुख्यमंत्री, समाजवादी पार्टी के, दोनों ने उसका भूमि पूजा जून 2012 में कर दिया |
Q. वह केंद्रीय मंत्री भी थे यहाँ से |
A. और वह कोयला मंत्री थे, कोयले विभाग का तो जितना कम बात करें उत्तर प्रदेश के कोयला मंत्री थे, कांग्रेस की सरकार थी, समाजवादी पार्टी का समर्थन था | अब कोयले के बारे में चर्चा हो जाएगी तो मैं समझता हूँ पूरा सदन यहाँ पे जानता है कि लगभग 1 लाख 86 हज़ार करोड़ का शायद विश्व स्तरीय Guinness Book में आने वाला घोटाला अगर किसी ने किया तो वह कांग्रेस ने कोयले का किया | उसके मान्य मंत्री थे यहाँ के आपके सांसद और मुख्यमंत्री दोनों ने जून 2012 में यहाँ से नजदीक घाटमपुर में भूमि पूजा की प्रोजेक्ट की, मैं मंत्री बना मैंने फैलें खोलीं, फैलों में क्या मिला? न उसका प्रोजेक्ट का PIB approval था, Project Investment Board, एक रुपये का approval नहीं है, 600-700 करोड़ रुपये का approval था 17,000 करोड़ के प्रोजेक्ट में से, ज़मीन पूरी तरीके से ……….. पर्यावरण की कोई approval नहीं, कोयले की कोई allotment नहीं हुई | अब ऐसा आधा अधूरा काम करके 2012 से 14 तक फैलों में कुछ नहीं हुआ बस एक भूमि पूजा करके लोगों को भ्रमित कर दिया कि जैसे घाटमपुर में केंद्र सरकार की Neyveli Lignite Corporation द्वारा जो कोयला मंत्री श्री प्रकाश जैसवाल के नीचे थी, एक प्रोजेक्ट बनाया था |
इस प्रकार के भ्रमित फैसले करना और उसको लोगों तक announce करना यह हमारी सरकार कभी नहीं करेगी तो हमने लगातार फिर इस प्रोजेक्ट के पीछे काम किया | एक उसके खुद के लिए एक कोयले के ब्लाक का आवंटन किया, उसका पर्यावरण का approval लिया, उसकी ज़मीन का ….. पूरी तरीके से किया, उसका PIB approval cabinet से मंज़ूरी करवाई | उसके बाद वहां पे अब काम शुरू हुआ है प्रधानमंत्री मोदी जी के आशीर्वाद से घाटमपुर में और एक नया power plant कानपुर में लगने जा रहा है, कानपुर के नजदीक लगने जा रहा है जिससे पूरे इलाके में चौबीसों घंटे बिजली सुनिश्चित होगी | वैसे ही नॉएडा के नजदीक एक power plant लगना है, सालों साल चर्चा होती थी ज़मीन का acquisition process शुरू हो गया पैसे पैसे नहीं आये | जब महेश शर्मा जी मेरे पास आये और details लाये तो मैं हैरान हो गया कि जब आवंटन हो गया है पैसे क्यों नहीं दे रहे, तुरंत order किया सब लोगों को वहां पे पूरा मुआवजा मिला, पैसे मिले और अब वहां पे भी एक power plant लगने जा रहा है |
हमने tariff policy में सुधार करके यह allow कर दिया कि जो power plants हैं state में सब के सब अपनी क्षमता को double कर सकें | उत्तर प्रदेश से अभी तक एक भी proposal नहीं आया है लेकिन भारतीय जनता पार्टी की सरकार आएगी तो हम हर एक power plant को double करने की तरफ कदम बढ़ायेंगे जिससे कभी भी उत्तर प्रदेश आत्मनिर्भर बन सके और उसको बिजली के लिए दूसरों पे निर्भर न होना पड़े | उसके बावजूद मुझे आपको बताते हुए ख़ुशी होती है कि आज पूरे देश में पर्याप्त मात्रा में कोयला भी है, बिजली भी है, एक ज़माने में आपको याद होगा बिजली की कमी इसलिए होती थी कि कोयला नहीं होता था | मैं जब मंत्री बना दो-तिहाई देश के कोयले के thermal plants में कोयले की कमी थी, आज और गत एक वर्ष में एक भी ऐसा thermal plant नहीं है जिसमें कोयले की कमी से एक यूनिट भी बिजली का नुक्सान हुआ हो, एक यूनिट भी | इतना पर्याप्त कोयला देश में है | और उत्तर प्रदेश का तो बड़ा ही विचित्र स्थिति है |
Q. यह भी …. कि आप कोयला मंत्री भी हैं और बिजली मंत्री भी हैं |
A. वह दो अलग अलग मंत्री होते तो भी इक्षा शक्ति चाहिए सेवा करने की | मैं आपको एक बड़ी मज्जेदार बात बताता हूँ, एक दिन नेता जी ने प्रधानमंत्री जी को शिकायत की, संसद चल रहा था, अब वह नेता जी हैं कि नहीं वह तो मुझे मालूम नहीं अब तो उनको तय करना पड़ेगा उनका दर्जा नेता जी का रह गया है कि नहीं रह गया |
Q. अब तो पिताजी का रह गया है |
A. अब जो भी रह गया है वह तो शायद उत्तर प्रदेश की जनता अब तय करेगी कि वह क्या था, नाटक था, सही था, बुरा था, अच्छा था, फिर नेताजी ने शिकायत की कि हमारे पास कोयला नहीं है इसलिए हमारे प्रदेश में बिजली की कमी है | प्रधानमंत्री जी ने मुझे फ़ोन किया कि भाई क्या है, हमारे पास तो आंकड़े सब फ़ोन पे रहते हैं, मैंने तुरंत उनको बताया कि लगभग 26 दिन का कोयला है आज के दिन में, कोई भी प्लांट में कमी नहीं है | तो उन्होंने कहा रामगोपाल जी को बता दो, तो नरेश अग्रवाल पूर्व ऊर्जा मंत्री रहे हैं और रामगोपाल जी को मैंने राज्य सभा में कहा भाई मैं मिलना चाहता हूँ आप नेताजी ने शिकायत की है ज़रा सही बात आपको बता दूं | तो दोनों आये मेरे पास मैंने बताया एक एक प्लांट का शायद 4-5 प्लांट हैं, 8800 MW वहां रखे हैं सबका कोयले का स्टॉक लगा है और मैंने कहा आपको और जितना चाहिए मैं अभी भेज देता हूँ मेरे पास तो आज तकलीफ है कि कोयला बेच नहीं पा रहा हूँ और बेचना है कोयला | आज भी उत्तर प्रदेश चाहे उतना कोयला मैं और भेज सकता हूँ, इतना पर्याप्त मात्रा में जो देश में साथ दशक में बिजली और कोयले की कमी रहती थी, आज…..
Q. विपक्षी इसी प्रकार से सरकारी योजनाओं को आगे बढ़ने नहीं देते, आज कोयला और बिजली काट दी बिजली मंत्री के रहते हुए, आपकी मौजूदगी में |
A. मैं इसलिए भी आपको मौका मिलेगा अगले हफते, 19 तारीख को आप इसका जवाब दे पीएंगे | और आपको जबतक बिजली नहीं आती है एक जानकारी दे दूं उत्तर प्रदेश में अभी के समय, अभी आपकी घडी में देखेंगे तो 1.18 हुआ है, 1.18 अभी के समय उत्तर प्रदेश को जितनी बिजली चाहिए power exchange में available है कि यह कमी ना होने पाए, किधर बिजली काटनी न पड़े | लेकिन उत्तर प्रदेश ने हमको लिखित रूप में क्या लिखके भेजा है कि कल भी, yesterday, shortage 0 थी, यह उत्तर प्रदेश के आंकड़े लिखके दे रहे हैं, कल के दिन shortage 0 थी आज के दिन भी shortage 0 है और अभी अगर बिजली खरीदना चाहे उत्तर प्रदेश तो मात्र 3.10 रुपये में जितनी बिजली चाहे वह खरीद सकती है, 3.10 रुपये में |
अच्छा मज्जेदार बात यह है कि National Grid से 20% बिजली बढ़ी है राज्य सरकार को और यह मैं आंकड़े आपको बता रहा हूँ ……………….. | यह आंकड़े केंद्र सरकार के नहीं हैं, यह राज्य सरकार से आते हैं आंकड़े, shortage for yesterday – 0, shortage for today – 0, बिजली कितनी खरीदी power exchange से कल – 0, आज – 0, तो वह तो ज़ाहिर कर रहे हैं कि हमारे को न कमी है न हम खरीदेंगे कभी | और अभी के समय 3.10 रुपये में, अभी, इस समय, 3.10 रुपये में जितनी बिजली चाहिए available है | आप अपने फ़ोन पे विद्युत् प्रवाह – Vidyut Pravah – आप अपने फ़ोन पे ले लीजिये इस अप्प को, चौबीसों घंटे आपको पता चलेगा क्या बिजली की स्थिति है | तो ऐसे में जितने आप चाहो मेरे पास लिखे हुए आंकड़े मिलेंगे हर विभाग में नितिन गडकरी जी ने कितनी schemes यहाँ पे कोशिश की कि यहाँ सड़क के निर्माण के काम को तेज़ गति से national highways बनाएं जायें, कितनी कोशिश की कि waterways को develop किया जाये लेकिन जबतक राज्य सरकार support नहीं करे | तो कई ऐसी चीज़ें हैं जो राज्य सरकार के domain में हैं इसीलिए हम कहते हैं कि double engine केंद्र सरकार और राज्य सरकार के जब एक साथ काम करेगी तो उत्तर प्रदेश में विकास होगा |
Q. पियूष जी इसका मतलब यह है कि जिस पार्टी की सरकार केंद्र में हो उसकी ही सरकार राज्य में होनी चाहिए?
A. वह भी बात नहीं है, normal course में मैं वह बात इसलिए नहीं कहूँगा, मैं भी आज कोयला मंत्री हूँ मैं आपको एक उदाहरण के साथ मेरा जवाब देना चाहता हूँ | जब दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना और IPDS बनी तो मेरा खुद का state महाराष्ट्र से इतना pressure था कि हमें और पैसा आवंटित करो लेकिन सबसे अधिक पैसा किसको दिया? उत्तर प्रदेश को, दूसरा बिहार को और दोनों सरकारें भाजपा की नहीं है, बिहार की तो हम हारे थे चुनाव उसके तुरंत साथ साथ उनको पैसा second highest मिला | महाराष्ट्र और गुजरात, दोनों भाजपा शासित राज्यों को सबसे कम मिला क्योंकि वह विकसित हैं उनको ज़रुरत कम है | हमने एकदम fairly आवंटन किया, महाराष्ट्र में 6 clock blocks थे जिसके एकदम stone’s throw distance, 40-50 km पे हमारे महाराष्ट्र के बिजली घर हैं जब यह cancel किया सुप्रीम कोर्ट ने इस कोयला घोटाले के बाद, Coal gate के बाद 204 खदानों के आवंटन को cancel किया, महाराष्ट्र के हर MP ने, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने, ऊर्जा मंत्री ने, सभी ने यहाँ तक मुझे कह दिया कि तुमको अगली बार राज्य सभा में चुनके नहीं भेजेंगे | सची बात बोल रहा हूँ, मुझे यहाँ तक कहा कि तुझे अगली बार और मेरा 2016 में ……. कि अब तुमहें महाराष्ट्र से चुनके कोई वोट नहीं देगा यह 6 खदान महाराष्ट्र को मिलना चाहिए | लेकिन मुझे ध्यान था कि इसका पहला अधिकार कर्नाटक का है जो कांग्रेस-शासित राज्य था क्योंकि यह पहले उनको दिया गया था तो मैंने वह 6 के 6 खदान कर्नाटक को दिए | लेकिन यह fair था, यह देश हित में था क्योंकि आज एक ज़िम्मेदारी देश के कोयला मंत्री और ऊर्जा मंत्री को मिली है, राज्य की नहीं |
तो यह प्रधानमंत्री मोदी जी की ऐसी सरकार है जो सबका साथ सबका विकास में विश्वास करती है और बिना भेदभाव के, मैंने पहले भी कहा न धर्म पे, न संप्रदाय पे, न जाति पे, किसकी सरकार है बिना राजनीतिक भेदभाव के हम पूरे देश को बढ़ाना चाहते हैं, खासतौर पे पूर्वी भारत का जो 70 तक विकास में पीछे रह गया | हमारी तो द्रण संकल्प है कि पूर्वी भारत का विकास हो |
Q. मतलब आपने कहा कि सबको एक नज़र से देखती है भारतीय जनता पार्टी की सरकार?
A. बल्कि जो कमज़ोर हैं उनको और ज्यादा उनको सहूलियत देना चाहते हैं लेकिन राज्य सरकार में तो इक्षा शक्ति होनी चाहिए ना |
Q. तो यह जो आपकी एक नज़र है सबको एक सामान देखने की यह सरकार के स्तर पर तो है राज्य में भी लगता है आ रही है इसलिए जो कहीं से किसी भी पार्टी से आये वह बीजेपी में शामिल हो जाये उसको आप टिकेट देते हैं और उसके बाद जो है वह ……….| जी आपने कानून व्यवस्था की बात कही, तमाम सारे ऐसे लोग जो दागी छवि के हैं वह तमाम अपने पुराने दलों को छोड़ के भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए तो उसको आप …..?
A. ऐसा कोई भी दागी व्यक्ति भारतीय जनता पार्टी में नहीं शामिल हुआ है | हम कोई प्रजापति जैसे लोग जो, जिनके साथ अखिलेश जी स्टेज शेयर करते हैं एक दिन उनको निकालते हैं एक दिन स्टेज पे आ जाते हैं | हमारे यहाँ पे इस प्रकार का कोई नहीं है, हम एक एक की due diligence करके, देखके कि चरित्र कैसा है उसके हिसाब से लोगों को लेते हैं और समाज में अगर भारतीय जनता पार्टी का विस्तार हो रहा है, आज विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बनके उभरी है और नए लोग जुड़ना चाहते हैं तो मैं नहीं समझता हूँ यह हमारे लिए उचित होगा कि हम नए लोगों को एकदम नज़र अंदाज़ करें, वह भी एक समाज के अंग हैं वह भी भारतीय राजनीति में हैं | और लोग भारतीय जनता पार्टी से जुडके हमारे कार्यशैली को, काम को भी बल दे रहे हैं तो हम उसका स्वागत करते हैं |
Q. तो आपकी बात आपने कहा कि हम किसी को कोई दागी छवि के व्यक्ति नहीं …………. लेकिन जिनके खिलाफ भारतीय जनता पार्टी के नेता press conference कर चुके होते हैं वह चाहे असम में आपके हेमन्त विश्वकर्मा हों, चाहे ……… रहे हों, या जो आपके विजय बहुगुणा गढ़वाल में, उत्तराखंड में, और वह जब भाजपा में आ जाते हैं तो नेता बन जाते हैं ?
A. वैसे तो 27 साल यूपी ………….
Q. नहीं वह सवाल उनसे पूछूँगा मैं 27 साल बाद भी आयेंगे |
A. मेरे हिसाब से उन्होंने अपनी पार्टी में भ्रष्टाचार, विकास-विरोधी पार्टी का जो छवि देखके अगर हमारे पार्टी में आये और जिस प्रकार से उनके साथ बेइज़्ज़ति हुई उस बेइज़्ज़ति के बाद वह हमारे यहाँ आये और भारतीय जनता पार्टी के कार्यशैली से, हमारी आइडियोलॉजी से, पंडित दीन दयाल उपाध्याय जी के बताये हुए मार्ग पे चलने का जब विश्वास लेके हमारे पास आये हैं तब हमने उनको स्वीकार किया है | और एक समाज में परिवर्तन आये, उत्तर प्रदेश की राजनीति भी सुधरे, बदले उसके लिए हम प्रयत्नशील हैं | आपने देखा असम में भी बदलाव आया, असम में भी कांग्रेस ने कई वर्षों तक विकास नहीं होने दिया था अब हमारी सोनोवाल जी की नेतृत्व वाली सरकार आई है ऐसी ही अब उत्तर प्रदेश में पूर्ण बहुमत, दो-तिहाई बहुमत वाली एक अच्छी भाजपा की सरकार जो जनता की सेवा कर सके, जनता के साथ जुड़े, जनता के दुःख-दर्द को समझने वाली, कानून व्यवस्था सुधारने वाली, विकास के पथ पे उत्तर प्रदेश को लेके जाने वाली सरकार आएगी | उसमें कई नए लोग भी सम्मिलित हुए हैं जिससे पार्टी को और बल मिला है और उस शक्ति के साथ हमें विश्वास है कि जनता का समर्थन हमें पूरा मिलेगा |
Q. आप एक यह मतलब वादा कानपुर के लोगों से या उत्तर प्रदेश के लोगों से कर सकते हैं कि अगर भारतीय जनता पार्टी की सरकार होती है उत्तर प्रदेश के बहुमत से तो किसी भी दागी को पार्टी मंत्री नहीं बनाएँगे?
A. आप केंद्र में देख लीजिये, आप हमारी अलग अलग राज्य सरकारें बनी हैं उसमें देख लीजिये, भारतीय जनता पार्टी ने अपने पूरे सामाजिक और राजनीतिक जीवन में राजनीतिक शुद्धता को बहुत अहम् भूमिका दी है, बहुत importance दी है | उत्तर प्रदेश में कोई भी …………… हमारी पार्टी विकास और ईमानदार पार्टी है, हमारी पार्टी आप केंद्र में देख लीजिये, आप हमारे राज्यों में देख लीजिये ट्रैक रिकॉर्ड के हिसाब से मुझे पूरा विश्वास है उत्तर प्रदेश की जनता को भी पूरा हमारे ऊपर भरोसा है कि हम कोई दागी को भी नहीं मंत्री बनायेंगे और ऐसा सुशासन देंगे, इतना अच्छा शासन कि उत्तर प्रदेश में आगे का भविष्य बहुत उज्ज्वल होगा |
Q. अफवाह ब्रिगेड पर कैसे लगाम लगायेंगे? गौ-रक्षकों पर कैसे लगाम लगायेंगे?
A. मेरे हिसाब से देखिये इसमें राज्य सरकार की भूमिका रहती है कि जो लोग अवैध कतल खाने चलाते हैं उसको अगर रोका जाये तो गौ-रक्षक और या किसी व्यक्ति को कानून अपने हाथ में लेने का सवाल ही नहीं उठता है | और हमारी व्यवस्था, हमारा कानून व्यवस्था जहाँ जहाँ है पूरे देश में वहां सख्त रही है, वहां पे जो कानून व्यवस्था रखने का काम है वह सरकार करती है और मुझे पूरा विश्वास है उत्तर प्रदेश की आने वाली भाजपा की सरकार अपने आप में सक्षम होगी, इस काम को और कानून व्यवस्था को ठीक से करेगी |

Audience questions:
Q. मान्य मंत्री से हमारा प्रश्न यह है कि अभी आपने बोला कि उत्तर प्रदेश के अन्दर हम एक स्वच्छ और स्वस्थ सरकार देंगे जिसमें कोई दागेदार नेता नहीं होगा | मेरा प्रश्न यह है कि अगर ऐसी ही स्थिति उत्तर प्रदेश के अन्दर हमारे जो पूर्व प्रदेश अध्यक्ष थे भारतीय जनता पार्टी के, जिनके नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी ने 73 साल से ……. दिए उनको परिवर्तन करके आपने महोदय जी को ऐसे दागीदार नेता को कोई क्यों अध्यक्ष बना दिया ?
A. माइक दूर करके बोलिए हम सुन नहीं पाए?
Q. में कांग्रेस का यहाँ का स्थापित नेता हूँ, मैं आपसे प्रश्न यह कर रहा हूँ | प्रश्न समझ में नहीं आ रहा होगा आपको | प्रश्न यह है कि अगर आप दागदार ………. के नेता को आप रखना चाहते थे तो आपने जिनके नेतृत्व में उत्तर प्रदेश का पार्लियामेंट में भी था, 73 सांसद जिन्होंने जीत के दिए आपको लक्ष्मीकान्त बाजपाई जी ने उनको हटाकर आपने दागदार नेता को, मौर्या जी को आपने …. करवा दिया?
A. भारतीय जनता पार्टी में democracy है और हम हर 4 वर्ष के बाद नया नेता चुनते हैं, नया नेता अध्यक्ष बनता है, कई बार repeat होता है maximum two terms के लिए, कई बार बदलता है | तो मेरे ख्याल से यह हमारी खास बात है कि हम कोई permanently एक ही व्यक्ति हमारा नेता नहीं होता | केंद्र में भी हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष बदलते रहते हैं तो नए लोग आते हैं और जहाँ तक केशव प्रसाद मौर्या जी का सवाल है, केशव जी पे राजनीतिक कोई दावपेज किये गए हों तो किये गए हों लेकिन वह एकदम बेदाग़ हैं, बहुत सक्षम नेता हैं और झुझारू नेता हैं | जिस प्रकार का अन्याय का सामना उत्तर प्रदेश में राजनीति करने वाले लोगों को करना पड़ता है उस परिस्थिति में अनाप शनाप अगर कोई इनके ऊपर केस दर्ज किया है तो वह राजनीति से प्रेरित केस है, कोई गलत कामों का केस उनके ऊपर नहीं है |
Q. मान्य मंत्री जी से हमारा प्रश्न है कि अभी पुखरायां में रेल हादसा हुआ, जिसमें 150-200 लोग मारे गए, पहले रेल मंत्रालय ने जांच बिठाई जिसमें कहीं न कहीं बोगी में कमी पाई गयी और दुर्घटना का कारण बताया गया | इसके बाद दो महीने बाद बताया गया कि यह आतंकवादियों की घटना थी, मैं यह जानना चाहता हूँ तो क्या इसमें गृह मंत्रालय की कमी नहीं है क्या कि IB और RAW उनकी क्या कर रही थी कि जब यह इतनी बड़ी दुर्घटना हो गयी और आये दिन 70 किलोमीटर कानपुर के area में कहीं न कहीं पटरी कट रही है | क्या आतंकवादी इसी 70 किलोमीटर के area में विराजमान हैं या इसकी ज़िम्मेदारी रेल मंत्रालय लेगा या इसकी ज़िम्मेदारी गृह मंत्रालय लेगा जो इतने बेगुनाह लोग मारे गए हैं | मैं इस प्रश्न का जवाब चाहता हूँ?
A. Accident हुआ उसके बाद जो preliminary findings थी उसके हिसाब से बयान दिया गया लेकिन क्योंकि यह सरकार उसके ऊपर निगरानी भी रखे रही और उसकी पूरी detailed investigation करती रही इसलिए ध्यान में आया कि इसमें शायद कुछ आतंकवादी भी involved हो सकते हैं और जब वह series में हुईं तब इस जानकारी को पाया गया कि शायद कोई foul play भी हो सकता है | तब वह जानकारी हमने जनता के समक्ष रखी, मैं नहीं समझता हूँ उसमें कोई किसी की कमी रह गयी, पहले accident के बाद जो preliminary investigation हुई उसको जनता के समक्ष रखा गया, deeper investigation और वह series के बाद जो जानकारियां हैं वह भी जनता के सामने है |
Q. मेरा नाम शारिक है, सर मेरा आपसे सवाल यह है कि आज यह कहा जा रहा है कि एसपी और कांग्रेस का alliance जो है बीजेपी से डर के किया गया है | तो सर इसकी नीव तो regional parties के alliance की सबसे पहले अटल जी ने ही डाली थी क्योंकि अगर ऐसा नहीं होता तो शिरोमणि अकाली दल जैसी ideologically different पार्टी जो आपसे थी उससे alliance पंजाब में किससे डर के किया गया था, या शिव सेना से alliance किससे डर के किया गया था? And secondly I have one more ….. आप बार बार यह कहते हैं कि 27 साल यूपी, बिहार, कांग्रेस आज तक कहती रही है now they are fighting along with SP, तो सर वह तो pre-poll alliance है अभी तो…. आपके अपने स्टेट में Shiv Sena is a ruling partner with you और उनका और आपका झगडा आज ज़ाहिर है |
A. आपकी जानकारी के लिए क्योंकि आपने मुंबई का प्रश्न उठाया मैं मुंबई से आता हूँ | मुंबई में पिछले चुनाव में भाजपा के 15 विधायक चुनके आये, शिव सेना के 14 आये और इसलिए भाजपा की इक्षा थी कि हम ज्यादा सीटें लडें उसमें समझौता नहीं हुआ तो कांटेस्ट हो रहा है | यह मेरे ख्याल से देशभर की राजनीति में समझौते होते हैं कई बार नहीं होते हैं लेकिन हमने कभी भी कोई ऐसी ideologically different पार्टी के साथ समझौता नहीं किया | अकाली से भी हमारा समझौता लगभग तीन दशकों का है, शिव सेना से भी हमारा समझौता एक प्रकार से मेरे घर से शुरू हुआ था, 1984 में, 1984 में समझौता शुरू हुआ था और इतने वर्षों तक चला | आज एक दोनों की ताक़त के अनुमान में हमरा फरक है वह अनुमान 21 तारीख को चुनाव में पता चल जायेगा | कांग्रेस जिस प्रकार से भ्रष्टाचार लिप्त केंद्र में रही और समाजवादी जिस प्रकार से भ्रष्टाचार लिप्त राज्य में रही, मैं समझता हूँ it’s a very good alliance of like-minded corrupt parties.
Q. मैं डॉक्टर आलोक श्रीवास्तव, मान्य मंत्री जी से एक सवाल पूछना चाहता हूँ कि आप उत्तर प्रदेश में सरकार बनाना चाहते हैं, मोदी जी के नेतृत्व में आप उत्तर प्रदेश के चुनाव लड़ रहे हैं लेकिन आप उत्तर प्रदेश में किसके चेहरे पे, किसके नेतृत्व में सरकार बनायेंगे यह अभी तक clear नहीं है | मोदी जी बहुत अच्छे प्रधानमंत्री हैं लेकिन उस मोदी जी के चेहरे को आप कहाँ कहाँ cash कराएँगे |
A. हमें चेहरे को cash नहीं कराना पड़ता है वह आज देश के नेता हैं, देश के सबसे सर्वप्रिय लोकप्रिय नेता हैं और स्वाभाविक है कि पूरे देश में उनका नाम प्रचलित है, जो भी हम surveys करवाते हैं उसमें भी उभर के आता है कि नेता के रूप में प्रधानमंत्री मोदी जी सबसे ज्यादा छाए हुए हैं, लोग उनको पसंद करते हैं | रही बात उत्तर प्रदेश की हमारे पास बहुत सक्षम नेता हैं, बड़े बड़े कद के नेता हैं और जैसे ही चुनाव के बाद विधायक दल तय करेगा कि कौन यहाँ मुख्यमंत्री बनेगा उसका घोषणा विद्याका दल करेगी | कई चुनाव देश में लडे जाते हैं जिसमें नेता भी तय किया जाता है, कई लड़े जाते हैं जिसमें नेता की घोषणा पहले से नहीं की जाती, यह दोनों प्रक्रिया हमारी पार्टी में वर्षों वर्षों से चलती हैं |
Q. मैं प्रवेश चतुर्वेदी हूँ, आपने कहा कि हम जाति की राजनीति नहीं करते हैं तो उत्तर प्रदेश में चुनाव हो रहा है एक भी मुसलिम कैंडिडेट को टिकेट नहीं दिया गया इस बारे में क्या ख्याल है आपका ?
A. यह सवाल ही दर्शाता है कि हम जाति पे चुनाव नहीं लड़ते हैं क्योंकि दूसरी पार्टियों ने एक पूरे समाज के एक बड़े अंग को सिर्फ वोट बैंक की राजनीति में ही रखा और यह तय करते रहे कि हमने कितनी सीटें किस धर्म को दीं, किस जाति को दी, जो पार्टियाँ उसमें लिप्त रही हैं उन्होंने इस पूरे मज़हब को, इस पूरे धर्म के पालन करने वाले लोगों के साथ जो अन्याय किया है सालों साल और सिर्फ वोट बैंक के रूप में देखा है यह बहुत दुर्भाग्य की स्थिति है | भारतीय जनता पार्टी से जितने ज्यादा लोग जुड़ेंगे अलग अलग संप्रदाय से, अलग वर्ग से स्वाभाविक है वह नेता के रूप में उभरेंगे और नेता उभरेंगे तो स्वाभाविक है अच्छे पदों पे भी जायेंगे | आज हमारे पास केंद्र में आपके यूपी के मुख़्तार अब्बास नकवी जी हैं, बिहार से एम जे अकबर जी हैं, पहले नजमा हेपतुल्लाह जी थीं, तो भारतीय जनता पार्टी में समाज के हर वर्ग का सम्मान होता है | जितने ज्यादा लोग जुड़ेंगे स्वाभाविक है उसमें उभर के हमारे लिए आगे चलके candidates भी बनेंगे लेकिन हम कभी सीट देते हुए व्यक्ति के धर्म और जात को देखके नहीं देते हैं, वह पार्टी से कितना जुडाव रखता है, लोगों में कितना लोकप्रिय है, उसके जीतने की कितनी संभावना है और कितना पार्टी के ideology से मिल जुलके काम करता है उसके बेसिस पे ही सीट देते हैं | इसलिए मैंने कहा बिना भेदभाव के हम …….
Q. मंत्री जी मैं कोई राजनीतिक सवाल आपसे नहीं पूछना चाहता हूँ | मैं युवा कांग्रेस समिति का महासचिव हूँ करमवीर सिंह, मैं एक जैसा आपने अभी घोषणा की घाटमपुर में आप प्लांट लगा रहे हैं, नॉएडा में प्लांट लगा रहे हैं | मैं आपसे सिर्फ इतना जानना चाहता हूँ जो हमारे पुराने प्लांट है जैसे परिच्छा थर्मल पॉवर, इसकी उच्चीकरण के लिए क्या आपके पास कोई योजना है जो आप यूपी की जनता को आज बताना चाहेंगे क्योंकि आज ………………………………
A. बहुत ही अहम् बात की मैं आपका धन्यवाद करता हूँ भाई साहब क्योंकि वास्तव में पूरा देश आज इस सवाल से झूज रहा है | मुझे आपको बताते हुए बहुत ख़ुशी होती है कि केंद्र सरकार ने अभी अभी फैसला किया है NTPC के 11,000 MW के देशभर में 25 साल से पुराने जो प्लांट हैं, हम सबके सब प्लांटों को नया प्लांट लगाके supercritical, energy efficient, coal efficient plant लगाके हम बदल रहे हैं | और मैंने सभी राज्य सरकारों से भी रिक्वेस्ट की है कि उनके जितने प्लांट 25 साल से पुराने हैं उसको वह बदल दें और बदलके नए प्लांट लगायें जिससे प्रदूषण भी कम होगा, कोयले की खपत भी कम होगी और कम खर्चे पे जनता की सेवा की जा सकेगी uninterrupted, quality power supply के द्वारा | बहुत अच्छा सवाल है और मैं आपको विश्वास दिलाता हूँ भारतीय जनता पार्टी की सरकार जैसे ही उत्तर प्रदेश में आती है मैं यहाँ के ऊर्जा मंत्री के साथ लगके इस प्रदेश के जितने 25 साल से पुराने पॉवर प्लांट हैं इन सबको scrap करके नए प्लांट लगायेंगे |
Q. आदरणीय मंत्री जी, गंगा तेरा पानी…. इस देश की पहचान है गंगा, निर्मल गंगा, अविरल गंगा लेकिन आज गंगा… मलमय गंगा, दुगंधयुक्त गंगा, कब यह शुद्ध होगी कब हम इसमें स्नान कर सकेंगे ?
A. बहुत ही ….. बात आपने रखी बहनजी, स्वाभाविक है कि यह जो हमारी माँ गंगा मैली हुई है इसके पीछे सालों साल और दशकों का इतिहास है, उद्योगीकरण हुआ, उद्योगीकरण के साथ साथ जो pollution निकली, जो गन्दा पानी निकला उसको गंगा में डाल दिया गया | और यह सालों साल से इसके ऊपर कोई निगरानी नहीं हुई, कोई इसके ऊपर रोक नहीं रखी गई जिसके कारण आज गंगा के ऊपर इतना बड़ा संकट आया | प्रधानमंत्री मोदी जी ने विशेष गंगा के rejuvenation के लिए एक अलग department, मंत्रालय बनाया, सुश्री उमा भारती जी को उसका भार दिया | और स्वाभाविक है कि गंगा को साफ करना सिर्फ जो पानी बह रहा है उसको साफ करने से नहीं होगा, जबतक हम रोकेंगे नहीं गन्दा पानी उसमें जा रहा है तबतक गंगा साफ़ नहीं हो सकती, मैल नयी आती रहेगी, गंगा प्रदूषित होती जाएगी | इसलिए पूरा प्लान बन गया है गंगा के तट पे हर वह काम जिससे गंगा में प्रदूषण जाता है उसपे कैसे ट्रीटमेंट होके सिर्फ साफ़ पानी गंगा में जाए, वहां गंगा के साथ साथ बाकी नदियों का भी इसी प्रकार से सफाई का कार्यक्रम शुरू किया गया | और मुझे पूरा विश्वास है कि जो बड़े मात्रा में गंगा को साफ़ करना, बाकी नदियों को साफ़ करने का काम और जिसपे हजारों करोड़ रुपये केंद्र सरकार ने आवंटित किये हैं इससे मुझे पूरा विश्वास है कि गंगा ज़रूर प्रदूषण मुक्त होगी, साफ़ होगी और आप उसमें डूपकी लगाके साफ़ पानी में स्नान कर सकेंगे |
मैं सिर्फ अंत में इतना आप सबसे दरख्वास्त करना चाहूँगा 19 तारीख को सोच समझके आप अपना मत दीजिये, आप 19 तारीख को जिस प्रकार से 1857 की लड़ाई में एक देश को कानपुर ने लीड किया और देश में आज़ादी की लड़ाई की सबसे बड़ा अहम् भूमिका कानपुर से शुरू हुई थी वैसे ही जैसे कि पहले दो चरणों में हमें अनुमानित हो रहा है कि भाजपा बाकियों से बहुत आगे जा रही है | हमारा अनुमान है, अमित शाह जी ने उस दिन आपको बताया कि लगभग 90 सीटें भारतीय जनता पार्टी की आना ….. है पहले दो चरणों में, हम बसपा को पीछे छोड़ के आगे जा रहे हैं, सपा तीसरे नंबर पे है | वैसे ही कानपुर के हर विधायक को भारतीय जनता पार्टी के विधायक को आप समर्थन दें मैं ऐसी प्रार्थना करके आप सबसे विदा लेता हूँ, बहुत बहुत धन्यवाद |
Q. सर एक महत्वपूर्ण सवाल है, सर कोयला मंत्रालय में पुनर आवंटन से 20 लाख करोड़ रुपये का फायदा आपको हुआ यह आपका मंत्रालय बताता है, घोषणाएं बताते हैं | लेकिन यह बताइये वह पैसा कहाँ खर्च हो रहा है, 20 लाख करोड़ का आप लोग …….
A. कहाँ से आपने आंकड़े निकाले हैं? देखिये आंकड़ों के सामने मेरे बदलके कोई ….. नहीं होता.. किसने आपको यह आंकड़े दिए हैं मुझे समझ नहीं आ रहा |

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