Speeches

March 23, 2019

Speaking at BJP Program Main Bhi Chowkidar in Hyderabad

हम सबके वरिष्ठ नेता, भारतीय जनता पार्टी तेलंगाना के अध्यक्ष माननीय डॉक्टर के. लक्ष्मण गारू, वास्तव में लक्ष्मण जी आज केसीआर को रात को नींद नहीं आएगी, आपने तो मुख्यमंत्री ही बदल दिया आज तेलंगाना का, हम सबके वरिष्ठ नेता, मार्गदर्शक, मेरे लिए तो स्वयं पारिवारिक संबंध रहा वर्षों-वर्षों का, उनका प्यार मिला उनका आशीर्वाद लगातार मिला श्री बंडारू दत्तात्रेय जी, भारतीय जनता पार्टी हैदराबाद शहर के अध्यक्ष श्री एन रामचंद्र राव गारू जी, हमारे यहाँ के प्रत्याशी भी है, श्री जी. किशन रेड्डी जी पहले ये अध्यक्ष रह चुके है, अभी चुनाव में प्रत्याशी है भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता है बीजेपी के तेलंगाना में । हम सब के साथ उपस्थित श्री चिंताला रामचंद्र रेड्डी गारू, श्री मनोहर रेड्डी गारू, पहले कोषाध्यक्ष भी थे भारतीय जनता पार्टी के लिए इस वजह से मेरा बड़ा निकट इनके साथ काम लगातार रहा, चार्टर्ड एकाउंटेंसी में हम सब के नेता सीए इंस्टिट्यूट के वरिष्ठ नेता पूर्व में अध्यक्ष रहे एसए श्री देवराज रेड्डी गारू, श्री अहलदा राव गारू, मेरे मित्र दिल्ली से आए श्री राजेश शर्मा जी, इतनी बड़ी संख्या में सभी चौकीदार आज इकट्ठे हुए है ।

आखिर हमारे मीडिया के मित्र क्या काम करते है, हम सबके ऊपर चौकीदारी का ही तो काम करते है, यहाँ पर उपस्थित चार्टर्ड अकाउंटेंटस क्या काम करते है – ऑडिट करते है, कंपनी के एकाउंट्स ठीक से रखे जा रहे है कि नहीं, कुछ गलत काम तो नहीं हो रहा है, टैक्स ठीक से भरा जा रहा है कि नहीं भरा जा रहा है, यह सब देखने का चौकीदारी का ही काम करते है कंपनियों के ऊपर ।

कंपनी सेक्रेटरीस क्या कर रहे है? देखते है कि कंपनी सब रिकॉर्डस ठीक रख रही है, सब जो-जो कानून है उसका पालन कर रही है कंपनी लॉ का, सर्टिफाइ करते है, कंपनियों के ऊपर चौकीदारी का काम करते है । यहाँ उपस्थित इंजीनियरस क्या काम करते है? अच्छे डिज़ाइन बने, फाउंडेशन अच्छी बने, यह जिस इमारत में हम खड़े है, यहाँ बैठे है मीटिंग कर रहे है, इसकी फाउंडेशन ठीक से बनी हो नहीं बनी हो उस पर निर्भर करेगा कि हम सब आज घर जाएंगे कि नहीं । अब वो इंजीनियरस जिन्होंने इसका पूरा काम देखा उन्होंने हमारे जीवन की चौकीदारी की, जीवन की चिंता की, डॉक्टर्स क्या करते है , डॉक्टर्स हमारे स्वास्थ्य की चौकीदारी कर रहे है, लॉयर्स इस देश में कानून व्यवस्था चले और सबको न्याय मिले वो चौकीदारी में लगे है ।

मेरे साथ आज भाई सुबह से एयरपोर्ट से लगे हुए है मुझे सुरक्षित रखने में पता नहीं हैदराबाद में ज़्यादा लिस्टेड तो नहीं है, सेवा कर रहे है देश की, ऐसा कोई हमारी महिलाओं को देख लीजिये हमारे बच्चों की चौकीदारी कर रहे है, ठीक ठाक से पढ़ते है नहीं पढ़ते है, हम सबकी चौकीदारी कर रहे है, अपने काम पर जाते है तो नजर रखते है कि भाई लोग काम ठीक कर रहे है कि नहीं कर रहे है। और मेरा तो मानना है कि जिस भी दफ्तर में थोड़ी बहुत महिलाएं रहती है, जिस कारखाने में महिलाएं रहती है बाकी सब भी ठीक से बिहेव करते है काम ठीक से करते है, उनको चिंता रहती है कि हम कोई गलत काम करेंगे तो बहन जी या माता जी नाराज हो जाएगी, तो लोग अपने काम में कोई गाड़ी रिपेयर कर रहा है, कोई रेलवे वर्कशॉप में काम कर रहा है, सब ठीक से काम करते है।

हमारे युवा यहाँ पर इतनी बड़ी संख्या में आये है, स्टूडेंट्स है, यह हमारे भविष्य की चौकीदारी कर रहे है, इस देश की उज्जवल भविष्य की चौकीदारी कर रहे है। और मेरा मानना है कि हम सबको गर्व है कि जब जनभागीदारी से हम सब मिलके अपने-अपने दायित्वों को निभाएंगे, जिस भी क्षेत्र में हम काम करते है कोई बड़ा छोटा नहीं होता, इसमें कोई जात-पात की बात नहीं है, कोई धर्म की बात नहीं है, हम सब 130 करोड़ जब भारतवासी देश की चौकीदारी करेंगे अपनी-अपनी जिम्मेदारियां निभाएंगे जो काम हमें दिया गया है उसको अच्छी तरीके से, अच्छी गुणवत्ता के साथ good quality, समय पर, timeliness और outcome ऐसा हो कि जो इस देश को और आगे बढ़ाने में योगदान दे, जब हम सब यह संकल्प ले लेंगे कि मैं अपनी जिम्मेदारियां ईमानदारी से अच्छी तरीके से निभाऊंगा तो स्वाभाविक है हम सब इस देश के चौकीदार है, सब इस देश की चौकीदारी करेंगे ।

आज तो वैसे शहीद दिवस है, आज ही के दिन शहीद भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव जी को फांसी लगी थी, उन्होंने इस देश की चौकीदारी की इसीलिए तो आज हम सब यहाँ पर एकत्रित हो पाए है आजाद भारत में, क्योंकि किसी ने बलिदान दिया इस देश के लिए, वो थे सही चौकीदार इस देश के । और उन्होंने तो मृत्यु को भी एक उत्सव के रूप में सेलिब्रेट किया, उनके लिए तो जीवन का बलिदान एक उत्सव था, एक प्रेरणा थी हम सबको कि आजादी के लिए हम अपना जीवन दे रहे है, अब आजाद भारत को अच्छा बनाने का काम एक शिल्पकार का काम, एक मूर्तिकार का काम, एक sculpture का काम हम आप सबके जिम्मे देकर जा रहे है, यह एक प्रकार से सन्देश भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव जैसे हजारों सैंकड़ों लोग जिन्होंने इस देश की आजादी के लिए अपना जीवन बलिदान दिया, यह हम सबको वह जिम्मेदारी देके गए है कि हम इस देश को एक रखे, इस देश की एकता अखंडता पर कभी आंच नहीं आने दे, हम इस देश की आगे की आजाद भारत की ऐसी भविष्य का निर्माण करें जिस पर पूरे विश्व को गर्व हो ।

और वैसे मैं शहीद भगत सिंह की एक-दो पंक्तियाँ पढ़ना चाहूंगा जो एक प्रकार से दर्शाती है कि कितनी बड़ी सोच थी, उन्होंने कहा:

“वह दिन स्वतंत्रता के एक नए युग की शुरुआत करेगा, जब बड़ी संख्या में पुरुष और महिलाएं संकल्प लेंगे और तय करेंगे कि मातृभूमि की सेवा के लिए अपना जीवन समर्पित करने के अलावा उनके सामने कोई विकल्प नहीं है।”

और वास्तव में इस देश की हर महिला हर पुरुष जब अपने जीवन को इस देश के लिए समर्पित कर दे,  स्वाभाविक है हममें से अधिकांश लोग आजाद भारत में पैदा हुए, हम 1947 के बाद हम सबकी अधिकांश पैदाइश होगी, हम आजादी की लड़ाई में बलिदान नहीं दे पाए हो हम उसमें सहभागी नहीं हो पाए हो, लेकिन आजाद भारत को  एक अच्छा विशाल  रूप दे, प्रगति और विकास के मार्ग पर लेकर जाए, कोई भारतवासी कभी भूखा न सोए, किसी भारतवासी को किसी विषय की  किसी सामान्य वस्तु से वंचित न होने दे, हर भारतवासी का अपना घर हो चौबीस घंटे बिजली मिले, पानी की व्यवस्था अच्छे पेयजल की व्यवस्था हो , सड़कें पहुंचे गांव घर  तक, स्वास्थ्य सेवाएं मिले, अच्छी शिक्षा मिले, रोजगार के नए-नए अवसर पैदा हो, सामान्य अवसर मिले सभी को अपने जीवन को संवारने के लिए, कोई उद्यमी बनेगा,एंटरप्रेनर बनेगा, कोई प्रोफेशनल बनेगा, कोई सरकारी नौकरी करेगा, कोई चौकीदारी करेगा, अलग-अलग प्रकार से देश की सेवा करने के अवसर है ।

पर जब 130 करोड़  कदम देश के विकास के लिए बढ़ते है तभी सही मायने में भगत सिंह राजगुरु और सुखदेव जैसे जो महान योद्धा रहे भारत की आजादी की लड़ाई में उन सबका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा, उन सबका बलिदान वास्तव में सार्थक रहेगा । जब मैं बिजली मंत्री होता था तब एक बार तो बिजली जाती थी हर बार, मैंने सोचा था अभी बिजली विभाग छोड़ दिया तो अब शायद आगे से नहीं होगा और मेरी पत्नी मुझे बार-बार कहती थी  this is a reality check जो भगवान तुम्हारे ऊपर कर रहे है कि काम बहुत करना बाकी है, काम अधूरा है।

कभी संतुष्टि नहीं होनी चाहिए कि अपना काम पूरा हो गया, वो एक सेकंड की बिजली भी  हम सबको याद दिलाती रहती है कि आज भी करोड़ों लोग इस देश में एक अच्छे जीवन की प्रतीक्षा कर रहे है और उस काम में इस सरकार ने गत पांच वर्ष दिन और रात एक किया कि हर बच्चे को इस देश में बिजली मिले, हर घर तक बिजली पहुंचाई सौभाग्य योजना से, देश के हर गरीब, निम्न मध्यमवर्ग को स्वास्थ्य सेवाएं मुफ्त में उपलब्ध हो, 5 लाख रुपये तक हर परिवार को स्वास्थ्य सेवाएं मुफ्त में मिले यह सुनिश्चित किया, हमारी माता बहुओं को शौच के लिए सूर्य ढलने का इंतज़ार ना करना पड़े उस शर्मिंदगी से बचाने का काम इस सरकार ने पांच साल में किया, 10 करोड़ के करीब लगभग नए शौचालय बने, देश में गांव के ऊपर गांव open defecation-free हो रहा है, मल नहीं उठाना पड़ रहा हमारे भाइयों और बहनो को, अपने सर पर अपने कंधे पर, देश में financial inclusion लगभग हर एक घर तक खाता पहुंचे , हर एक व्यक्ति का अपना खाता हो जिससे साहूकार के पास न जाना पड़े, उसको बैंकिंग व्यवस्था से जोड़ने का काम किया, हमारे देश के किसानों की आमदनी बढे उसके लिए कई सारे काम चाहे उनके  soil health card  देना, फसल बीमा योजना के तहत अगर कोई नुकसान हो तो शत-प्रतिशत भुगतान करना, 6000 रुपये हर वर्ष छोटे और मार्जिनल सीमांत किसानों को हर वर्ष एक सम्मान निधि के रूप में  देना – यह कोई डोल नहीं है , हमारे किसानों ने हमें फ़ूड सिक्योरिटी दी है इस देश में आज पर्याप्त मात्रा में फ़ूड प्रोडक्शन इतनी बढ़ गई है कि किसी को भूखा नहीं सोना पड़ता है, उस सम्मान के लिए हमने किसानों को एक सम्मान  के रूप में यह निधि दी है, असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के लिए एक पेंशन  स्कीम जिससे 60 वर्ष की आयु के बाद भी उनका जीवन ठीक से गुजर सके, मध्यमवर्ग,छोटे मध्यमवर्ग  taxpayers को छूट जिससे 5 लाख रुपये तक जिनकी taxable income है उसको कोई टैक्स नहीं भरना पड़े।

और यहाँ चार्टर्ड अकाउंटेंट कई बैठे है वो जानते है 5 लाख रुपये टैक्सेबल इनकम यानी उसके ऊपर 50 हजार रुपये स्टैण्डर्ड डिडक्शन मिलते है उसके अलावा आपको मेडिक्लेम पालिसी निकालो तो वह डिडक्शन मिलती है, कोई बच्चों की पढाई का लोन का ब्याज हो तो वह डिडक्शन मिलता है, आप डेढ़ लाख रुपये तक अगर specified savings में डालते हो – बैंक डिपाजिट, प्रोविडेंट फंड वगैरा तो वो exemption मिलता है, आप अगर घर खरीदते हो तो उसके लिए लोन का ब्याज देते है तो दो लाख रुपये तक उस ब्याज में डिडक्शन मिलता है, कोई नेशनल NPS (National Pension Scheme)  में   contribute करते  है तो वो 50 हजार रुपये तक डिडक्शन मिलती है ।

यह सब जोड़ो तो लगभग 8-9 लाख तक जिसकी आय है इनकम है वो भी आज एक प्रकार से बिना टैक्स दिए 5 लाख के अंदर उनकी taxable income बन सकती है, और मैं समझता हूँ हम सब जानते है कि शायद 130 करोड़ लोगों के देश में डेढ़ दो करोड़ लोग यानी डेढ़ परसेंट लोग होंगे जिनकी इनकम अब टैक्सेबल रहेगी, ज़्यादा से ज़्यादा 3 करोड़ लोग, बाकी सबको इस सरकार ने टैक्स से मुक्ति दे दी है, 5 लाख रुपये तक टैक्स एग्जेम्प्ट कर दी है । 3 करोड़ लोगों को उसका लाभ, 3 करोड़ परिवारों को उसका लाभ मिलने वाला है, 12 करोड़ परिवारों को यह 6000 रुपये हर वर्ष , वर्षो-वर्षों  तक एक सम्मान निधि के रूप में मिलेगी, करोड़ों की संख्या में असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के लिए contributory pension scheme जिसमें 50 परसेंट कंट्रीब्यूशन केंद्र सरकार देगी, एक विकास गांव तक, गरीब तक, उस वर्ग तक पहुंचे जो वर्षों से वंचित रहे ।
The deprived & marginalized sections of society who have not seen development, who have only heard Prime Minister say that when I give Rs 100 welfare for the poor, only Rs 15 reaches the poor, Rs 85 goes away in corruption, and middleman & dalals. The country had only seen this kind of weak Prime Ministers, this kind of Prime Ministers who felt helpless that they can’t do any good for the country, they can’t save the country from भ्रष्टाचार or corruption.

That was the congress way of woking. That was the dynastic rule against which all of you voted for the Bharatiya Janata Party & the NDA, all our allies. You gave Prime Minister Modi an opportunity to serve this country for 5 years & I am proud to say that it’s a 5 years in which from a Fragile-5 economy, an economy which was considered at the brink of disaster by the IMF, by world bank, by all international rating agencies. All were worried what will happen with the Indian economy. There was double digit inflation, very high fiscal deficits, current account deficit was high, interest rate was high, growth was falling when we came into government in 2014.

With your blessing, your support, your encouragement & with the clear focus & vision to serve 130 crore Indians, Prime Minister Modi got down to his agenda of “Sabka Saath Sabka Vikas”. He got down to the agenda of ensuring that we finish corruption from this country. He got down to the agenda of giving a clean government. He got down to the agenda of ensuring that the every rupee the government spends, every rupees that the taxpayers give the government as taxes is spent for the welfare of the most deserving people & every year for the last 5 years we have gone back to the people on 26th of May every year – 2015,’16,’17 & ‘18 with the report card of all the work that we have done.

And I am happy to share with you that today every citizen of this country feels safe and secure. That we have an able leader, we have a decisive leader, we have a strong leader. एक निर्णायक, मज़बूत नेतृत्व आज इस देश की कमान को संभाले हुए हैं। एक ऐसा नेता जो इस देश पर कोई आँच नहीं आने देगा, कोई बुरी नज़र से देखेगा तो मुँहतोड़ जवाब देना की जिसमें क्षमता हो ऐसा नेता आज आपके पास है।

कुछ लोगों को तकलीफ़ ज़रूर होती है कि अगर आप भ्रष्टाचारी मिटा दोगे देश में तो तेलंगाना में कैसे काम चलेगा। इसलिए जैसे बंदारू जी कह रहे थे वो कन्फ़्यूज़्ड रहते है कि क्या एजेंडा ले। कभी धर्म के नाम का अजेंडा बना देते है। कभी एक धर्म के पीछे भागते हैं। फिर ध्यान आता है कि भाई सबको बुरा लग रहा है तो दूसरी तरफ़ यू-टर्न कर जाते हैं। कुछ तो नेता टूरिज्म के तरीके से मंदिर और मस्जिदों में घूमते हैं। मैं समझ सकता हूँ वृद्ध अवस्था में लोग जाते हैं। लेकिन आज कल युवा नेता और नेत्री। देखिए असभ्य तरीके से नाम लेने का काम उन्हीं के पास छोड़ दीजिये। हमें अपनी सभ्यता रखनी है।

और मैं समझता हूँ भारतीय जनता पार्टी के साथ जो खड़ा है, प्रधानमंत्री जी ने कभी भी अपने किसी भी साथी को या पार्टी के कार्यकर्ता को असभ्य तरीके से विरोधी नेताओं के बारे में कुछ कहने का या कुछ वक्तव्य देने का पर्मीशन नहीं दिया। मैं समझता हूँ हम सब एक ज़िम्मेदार नागरिक हैं, ज़बान की भी चौकीदारी करनी पड़ेगी ना। और मैं समझता हूँ कि जिस प्रकार से आज इस देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के प्रति विश्वास है, जिस प्रकार से माननीय प्रधानमंत्री जी के कुशल नेतृत्व को इस देश ने 5 वर्षों तक देखा, आज देश में हर नागरिक को एहसास है कि देश भी सुरक्षित है, हमारे बच्चों का भविष्य भी सुरक्षित है।

आज देश तेज़ गति से विकास कर रहा है। विश्व में सबसे तेज़ गति से बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से जो विकास होता है उसमें हम सबसे आगे है। Amongst the large economies, we are the fastest growing economy in the world. जो डबल डिजिट इन्फ्लेशन कभी 12-13% तक गया था। जैसे मैंने बजट में बताया, इनकी दादी का कई बार ज़िक्र करते है आज कल के बच्चे। उनकी दादी के समय में तो 34 प्रतिशत महंगाई हो गयी थी। 1974 सितम्बर का मैं देख रहा था, 34% महंगाई, इम्फ्लेशन।

कांग्रेस जब-जब आती है इस देश को राज करने तब-तब महंगाई बढ़ जाती है। और उसका सीधा लिंकेज भ्रष्टाचार से है। आप भ्रष्टाचार करो, आप पैसे सिस्टम से निकालो, आप हर एक चीज़ को महंगा बना दो। आप जो पैसा खरचते हो उसमें भ्रष्टाचार करो जिससे अगर कार्पेट भी खरीदना पड़े तो दोगुने दाम पर खरीदो। मैं समझता हूँ कांग्रेस के समय में हमने कोई ऐसी चीज़ नहीं देखी जिसमें भ्रष्टाचार के किस्से सामने ना आए हो। कोई कॉन्ट्रैक्ट देना हो, कोई बिल्डिंग/ इमारत खड़ी करनी हो, तेल विदेश से लाना हो। कोई सुरक्षा की चीज़ें खरीदनी हो। और सुरक्षा की चीज़ों में तो इन्होंने शुरू से मास्टरी कर रखी है। जीप स्कैन तो मेरे पैदा होने के पहले शायद हुआ था। और एक के बाद एक। टेलीकॉम स्कैम, कोलगेट, अंतरिक्ष देवास – जैसे कहते है ना, ना आसमान को छोड़ा ना धरती को छोड़ा और ना धरती के नीचे किसी चीज़ को छोड़ा।

और एक पाँच वर्षों तक आपने हर चीज़ में देखा कैसे कठोर परिश्रम करके महंगाई भी – पिछली महीने की महंगाई कितने प्रतिशत की थी? ढाई प्रतिशत। और हमारा पूरे पाँच साल का एवरेज ले तो भारत की आज़ादी के बाद 70 वर्षों में सबसे कम अगर महंगाई रही है देश में तो यह ’14 से ’19 के बीच। अगर देश में 5 साल का एवरेज लो तो कम्पाउंडेड एनुअल ग्रोथ रेट, CAGR growth का, भारत के विकास का एट कांस्टेंट प्राइसेस सबसे ज़्यादा अगर कभी हुआ है तो 2014 से ’19 के बीच। अगर इस देश में फॉरेन एक्सचेंज रिज़र्व देखें तो सबसे ज़्यादा कभी रहे है तो प्रधानमंत्री मोदी जी के कार्यकाल में रहे हैं।

अगर इस देश की अर्थव्यवस्था में बेदाग़ सरकार पांच साल के लिए किसी की रही है – हाँ यह लोग फेक आरोप लगाये और फेक पेपर्स क्रिएट करने की कोशिश करे, उससे इस देश के नागरिक कभी बहकावे में आने नहीं वाले है। ऐसे तो मैं फ्लाइट में बैठा हुआ एक डायरी बना दूँ और आप लोग के बीच में घुमा दूँ और बोलूं यह लो यह लो यह लो यह पेमेंट हुए है। इस प्रकार की घिनौनी हरकतों से यह देश कभी गुमराह नहीं होने वाला है। देश भली भाँति जानता है कि ईमानदार नेतृत्व क्या होता है, ईमानदार सरकार क्या होती है।

और अगर ईमानदार सरकार नहीं होती तो आज जो 140 करोड़ LED बल्ब इस देश में बिके है – 140 करोड़ बिक गए है भाईयों बहनों, उसका दाम 85-87 प्रतिशत कम नहीं होता अगर कांग्रेस की सरकार चल रही होती। मैं LED का एक्साम्पल इसलिए ले रहा हूँ कि जब मैं बिजली मंत्री बना तब कांग्रेस की सरकार 310 रुपये प्लस टैक्सेस और सब में LED बल्ब खरीदती थी। मुझे बड़ा आश्चर्य हुआ 310 रुपये में एक बल्ब। तो हमने देश दुनिया में सब पता लगाया, देखा और पूरी व्यवस्था के ऊपर ज़ोर दिया। और उद्योग से जुड़े हुए सब लोगों को साथ में बिठाके बोला भाई मुझे इसका दाम 310 से घटाके डबल डिजिट पर लाना है। अब डबल डिजिट वो पूछे डबल डिजिट मतलब क्या? मैंने बोला डबल डिजिट मतलब दो आँकड़ो में होने चाहिए। सौ से कम। अब कितना कम यह तो मुझे मालूम नहीं था तभी। मैंने तो तुक्का फेंका था।

और मुझे रिपोर्ट करते हुए ख़ुशी होती है और इसीलिए मैं यह गंभीर आरोप लगा रहा हूँ कांग्रेस के उपर कि जब-जब कांग्रेस शासन करती है भ्रष्टाचार इस देश में आता है। क्योंकि 310 की चीज़ प्रधानमंत्री मोदी जी के कार्यकाल में घटते-घटते फिलिप्स जैसी कंपनी, जो विश्व की सबसे बड़ी लाइटिंग कम्पनी है, उसने भी जो 310 का 60 वाट का LED बल्ब होता था वो हमें बेचा 9 वाट का बल्ब। 30 प्रतिशत अधिक लाइट देने वाला 9 वाट का बल्ब मात्र 38 रुपये में। बाकी पैसा कहाँ जाता था वह तो आपको मेरे सी.ए. के स्टूडेंट्स आपको बता देंगे। उसके लिए सी.ए. की भी ज़रूरत नहीं हैं।

और मैं समझता हूँ डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर जन धन आधार मोबाइल की यह जो ट्रिनिटी बनाई जिससे सीधा गरीबों के खाते में, महिलाओं के खाते में, सब सरकारी जो बेनिफिट्स देने होते हैं सीधा घर पर पहुँचते हैं। इनकम टैक्स रिफंड के लिए अभी आपको धक्के नहीं खाने पड़ते आपको अब इनकम टैक्स ऑफिस में। सीधा आपके घर में बैंक अकाउंट में आते हैं अगर आपने नंबर दे तो। या फिर चेक आता है। इस बार आया कि नहीं सबके पास इनकम टैक्स रिफंड? सीधा घर पर पहुँचा? अकाउंट में।

अभी हम उसकी व्यवस्था भी बदल रहे है। मैंने बजट के समय बताया था। अभी हम उसकी व्यवस्था असेसमेंट की भी बदल रहे हैं। पहली बात तो कंप्यूटर तय करता है अस्सेस्मेंट कौन किसका होगा। तो कोई आपके पास आके बोले कि मैं स्क्रूटिनी से बचा दूँगा और रेड से बचा दूँगा, कभी किसी पर विश्वास मत करना। कंप्यूटर तय करता है अल्गोरिथम से किस अकाउंट को स्क्रूटिनी में लेना, पहली बात। दूसरी बात, 1000 रिटर्न जब फाइल होते है, 1000 रिटर्न, भाईयों बहनो ध्यान से सुनिये, तो मात्र 3 या 4 रिटर्न स्क्रूटिनी में लिए जाते हैं। 0.3 – 0.4% are taken for scrutiny based on a computer algorithm, not based on income tax officers’ whims and fancies.

99 प्रतिशत से अधिक इनकम टैक्स रिटर्न are accepted as it is. और वो रिफंड इसलिए सीधा आपके खाते में आया। ईमानदार लोगों को चिंता की कभी ज़रूरत नहीं होती है मोदी शासन में। और यह जो मात्र 3-4 रिटर्न भी असेसमेंट होते है उसके लिए भी अब हम क्या व्यवस्था निकाल रहे हैं। यानी पूरे देश में जब 6 करोड़ रिटर्न फाइल होते हैं तब भी ढाई-तीन लाख ही सिर्फ असेसमेंट में जाते हैं, स्क्रूटिनी में जाते हैं। बाकी सब कंप्यूटर एक्सेप्ट करता है। 6 करोड़ में ढाई-तीन लाख। आप अंदाजा लगाइये, अफवाहों में मत आना, कोई झूट आरोप वो तो कांग्रेस और उनके नेताओं का खासतौर पर उनके अध्यक्ष का शायद पेशा ही बन गया है हर चीज़ में एक फेक न्यूज़ निकालने का।

और दूसरी बात हम अब उसको और एक अगले कदम पर लेकर जा रहे हैं कि इनकम टैक्स अफसर और अस्सेस्सी कभी एक दूसरे के आमने सामने आ ही ना सके और पहचान ही ना सके। टोटल एनोनिमस हो जायेगा सिस्टम। कंप्यूटर में वह आइडेंटिटी कामोफ्लॉज होगी। असेसिंग अफसर को पता ही नहीं होगा कि किसका रिटर्न अस्सेस्स कर रहा हूँ। एक रिटर्न आएगा उसके सामने but with no clue कि यह व्यक्ति कौन है। उसके ऊपर जो भी क्वेरीज़ वगैरा हैं वो कंप्यूटर में डाल सकते है। और वो क्वेश्चन और उसके रिप्लाई तीसरे व्यक्ति के पास जायेंगे। सेम व्यक्ति के पास नहीं जायेंगे। और दोनों को पता नहीं हैं यह दोनों कौन है। तीसरा व्यक्ति देखेगा कि क्वेश्चन भी ठीक से पूछे गए कि नहीं और आंसर भी ठीक है कि नहीं।

और असेसमेंट करके सीनियर अफसर से अप्प्रूव कराएँगे। किसी को पता ही नहीं हैं पूरे सिस्टम में कि अस्सेस्सी कौन हैं और असेसिंग अफसर कौन हैं। क्योंकि यहां बड़ी मात्रा में सीए भी इकट्ठे हुए हैं मुझे लगा यह मैं बात आपके सामने रखूँ। इस प्रकार की ट्रांसपेरेंसी और इस प्रकार की ईमानदार व्यवस्था को बनाने के लिए काम तेज़ी से चल रहा है। पर आप सब जानते हैं कि हम कभी अपनी फैक्ट्री लगाते हैं, कोई छोटा दफ्तर ठीक करने जाते हैं तब कितनी तक़लीफ़ होती है, याद करिये ज़रा। यह तो पूरे 130 करोड़ लोगों के विशाल देश को बदलने का काम प्रधानमंत्री मोदी जी कर रहे हैं। जो 30 करोड़ लोगों की सोच बदलने का काम प्रधानमंत्री मोदी जी कर रहे हैं। और बाधाएं बहुत आती हैं। ऐसा नहीं हैं कि सरल है यह काम। बाधाएं बहुत आती हैं। आप में से कोई अभी बिल्डिंग बनाने के काम में हो, रियल एस्टेट और सडनली पत्थर आ जाए तो स्वाभाविक है तक़लीफ़ होती है। पर पत्थर के सामने भी रास्ते खोजके आपको आगे काम करना पड़ता है।

बाधाओं के बावजूद इस देश ने जो प्रगति 5 साल में की है उससे आज इस देश का मनोबल बढ़ा है, इस देश का आत्मविश्वास बढ़ा है। और इस देश का संकल्प भी बना है कि हम तबतक सांस नहीं लेंगे तबतक चैन से नहीं बैठेंगे जबतक देश पूरी तरीके से सुरक्षित नहीं हो जाता, जबतक यह देश के हर गरीब के घर में एक अच्छा नया भविष्य नहीं पहुँचता, जबतक हर एक को सामान्य मौका नहीं मिलता, जबतक देश की व्यवस्थाएँ नहीं सुधरती हममें से कोई चैन की नींद नहीं लेगा। और यह इस 130 करोड़ के विशाल देश का संकल्प है कि हम सब मिलके निर्माण करेंगे एक ऐसे भारत का जो विश्वशक्ति बने सुपरपावर बने। और उस सुपरपावर के निर्माण में हम सबकी जनभागीदारी का आवाहन करने मैं आज आप सबके समक्ष आया हूँ।

हमारी सीमाओं के चौकीदारी करना, हमारी अर्थव्यवस्था की चौकीदारी करना, हमारे गाँव की शहर की, हमारे युवाओं की महिलाओं की चौकीदारी करना, हमारे प्रोफेशनल्स डॉक्टर्स लॉयर्स इन सभी की चौकीदारी करना। जब हम सब मिलके चौकीदारी करेंगे, जब हम सब मिलके एक चौकीदार की भूमिका में कोई गलत काम होता हो उसको रोकेंगे – और रोकने का यह मतलब नहीं कि झगड़ा-झुगड़ी लगा दो। प्यार से भी रोका जा सकता है। मुन्नाभाई की पिक्चर में था ना शायद। पर साथ ही साथ अगर कोई आतंकवादी शक्तियाँ इस देश पर बुरी नज़र लगाये तब हम कांग्रेस नेताओं की तरह, श्री सैम पित्रोदा की तरह अपोलोजेटिक नहीं होंगे, सीधा मुँहतोड़ जवाब देंगे।

हम कोई ऐसा नहीं कमज़ोर दिल रखते हैं जो बोले नहीं-नहीं हमको तो पड़ोसी देश से बातचीत करनी चाहिए, हमने तो पड़ोसी देश के साथ एंगेज करना चाहिए – हम भी चाहते तो हम प्लेन भेज सकते थे। अरे भाई भेजा क्यों नहीं 2008 में जब मेरे मुंबई में, मैं मुंबई से आता हूँ, जब जो दहशत मुंबई में थी उस दिन, 26 नवंबर 2008 में, जब आतंकी हमला किया गया था मुंबई में, वह मैंने देखा है, मैंने महसूस किया है। तब एक कमज़ोर प्रधानमंत्री और एक कमज़ोर कांग्रेस ने क्यों नहीं मुँहतोड़ जवाब दिया। दिया होता तो आज यह हालत नहीं होती इस देश की।

और कहते है ऐसे किस्से तो होते रहते हैं। Mr. Sam Pitroda says such things happen. और क्या बोलते हैं, 8 people came to Mumbai and did something. Something? They did something? हमारे भारतवासियों पर हमला किया। पहले तो उनको यह ही नहीं पता कि 8 थे कि 10 थे। वैसे तो स्वाभाविक है क्योंकि कसब जो पकड़ा गया उसको फांसी ना लगे उसके लिए कूद-कूदकर जा रहे थे कांग्रेस के वकील। पर जैसे माननीय प्रधानमंत्री जी कहते हैं, हमारी सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी रात को 3 बजे आतंकवादी शक्तिओं के ऊपर हमला करने के लिए जागते हैं। उनकी तरह नहीं जो रात के 3 बजे आतंकवादियों को फाँसी से बचाने के लिए सुप्रीम कोर्ट को खुलवाते हैं।

अब देश को तय करना है कि आप किसके साथ हो। और अगर इस चौकीदार नरेंद्र मोदी के साथ आप सब खड़े हैं तो मैं समझता हूँ हमारे यहाँ बैठे सब चौकीदारों के समर्थन में कृष्णा रेड्डी गारू के समर्थन में, रामचंद्र राव गारू के समर्थन में, और हमारे जितने भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार तेलंगाना में खड़े हैं, उन सब के समर्थन में तेलंगाना की जनता भी एक चौकीदार की भूमिका में यहाँ से भी चौकीदार भेजेगी जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का हाथ मज़बूत करें। उनका मनोबल बढ़ाए। उनके संकल्प के साथ खड़ा रहे और तेलंगाना में भी चौकीदारी का काम करे जिससे यहाँ की भ्रष्ट सरकार को भी चेतावनी मिले कि इस प्रकार से हम चलने नहीं देंगे।

अच्छा शासन अच्छा प्रशासन, गरीबों की सेवा किसानों की सेवा, शोषित और वंचित समाज की सेवा करने का जो दायित्व प्रधानमंत्री मोदी जी और हम सब ने लिया है, उसके साथ में आप सब को भी आमंत्रण करता हूँ। आप सब भी जुड़िए, आप सब भी इस भूमिका में आइये जो शहीद भगत सिंह कहके गए थे। इस देश का हर पुरुष हर महिला मिलके इस देश की चौकीदारी करे। हम सब मिलके इस देश के निर्माण के काम में लगे। हम सब मिलके एक नए भारत का निर्माण करे, एक नए भारत के साथ जुड़ें। और हमारे बच्चों को कभी इस पीढ़ी के ऊपर शर्मिंदा ना होना पड़े। ऐसा एक भारत बनाए जो हमारे बच्चे गर्व करे कि इस पीढ़ी ने एक अच्छा भारत हम सब को विरासत में दिया। मैं आप सब से आवाहन करता हूँ, आप सब से प्रार्थना करता हूँ कि अपनी ज़िम्मेदारी निभाने में, अपने-अपने काम करे, अपने-अपने व्यवसाय काम में लगे लेकिन थोड़ा पल इस देश को भी समर्पित करें। इस आवाहन के साथ मैं आप सबसे विदा लेता हूँ।

बहुत-बहुत धन्यवाद ।

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