Speeches

April 6, 2019

Addressing a press conference at BJP HQ, in New Delhi

कुछ समय तक फाइनेंस भी देखा। तो अलग-अलग विभागों में हम देखते रहते थे कि हमारे मैनिफेस्टो में हमने जो लिखा उसके हिसाब से हम काम करें। तो उसी समय, हमारे लिए तो मैनिफेस्टो एक बहुत इम्पोर्टेन्ट डॉक्यूमेंट है। कांग्रेस किस प्रकार से मैनिफेस्टो को लेती है और कैसे झूठे वादे कर करके देश को गुमराह करती है इसके बारे में भी कुछ परिचय मुझे लगा आप सबको दिया जाये और आपके माध्यम से देश को दिया जाये। कैसे कांग्रेस ने अपने अन्य-अन्य मैनिफेस्टोस में बड़े-बड़े वादे किये। 2004, 2009, दोनों में, दोनों मैनिफेस्टोस में वादा किया कि हम सीधा किसानों को डायरेक्ट बेनिफिट से कुछ फायदा पहुंचाएंगे, डायरेक्ट इनकम देंगे। प्रत्यक्ष आय सहायता की एक कमिटमेंट की देशवासियों को, किसानों को 2004 में भी है, 2009 में भी है, और दस वर्ष सरकार चलाने के बाद, उसके बारे में कुछ नहीं किया।

प्रधानमंत्री मोदी जी की सरकार आई और यह तो लगभग हमने देखा कि बहुत सारी चीज़ें वह छोड़कर गए है हमारे लिए करने के लिए। हमने 6000 रुपये छोटे और सीमान्त किसानों को, 12 करोड़ से अधिक किसानों को देने का निर्णय लिया। उसको कार्यान्वित किया, मात्र 24 दिनों के अंदर शुरुवात कर दी।और आज देश में किसानों को हर वर्ष 6000 रुपये के हिसाब से आर्थिक सहायता मिलनी शुरू हो गई है। कांग्रेस ने बार-बार कहा कि हर घर बिजली पहुंचाएंगे। 2004 के मैनिफेस्टो में कहा, 2009 के मैनिफेस्टो में कहा कि हर घर तक बिजली पहुंचाएंगे। उलटा  उस समय के कांग्रेस अध्यक्षा का तो बयान था कि 3 वर्ष के अंदर, और ज़्यादा से ज़्यादा 5 वर्ष के अंदर, 2004 में कहा था, हम हर घर तक बिजली पहुंचाएंगे। जब हमारी सरकार आई तो 18452 गाँव तक बिजली नहीं गई थी। लाखों मजला ढाणी टोला तक बिजली नहीं गई थी। और करोड़ो घर तक बिजली नहीं पहुंची थी। हमने मात्र 5 वर्षों में उसको भी पूरा किया, हर गाँव तक, हर मजला ढाणी टोला तक, हर घर तक बिजली पहुंचाने का काम भारतीय जनता पार्टी ने किया।

इसी प्रकार से आर्थिक रूप से जो कमज़ोर वर्ग है, एकनॉमिकाली वीकर सेक्शन, उसको आरक्षण देने का वादा कांग्रेस की सरकार ने, कांग्रेस के मैनिफेस्टो में, कांग्रेस की पार्टी ने, 2004 में भी किया था, 2009 में भी किया था। लेकिन ना तो उन्होंने उसको लागू किया, ना उन्होंने कभी इसके बारे में कोई चिंता की और एक ही वादा बार-बार रटते रह गए। भारतीय जनता पार्टी एन.डी.ए. की सरकार ने 10 प्रतिशत आरक्षण, जो आर्थिक रूप से कमज़ोर वर्ग है उनको देने का भी काम पूरा किया।

इसी प्रकार से एक और वादा जो वन-रैंक वन-पेंशन का कांग्रेस हर मैनिफेस्टो में लिखती थी। 2004 में भी लिखा कि हम सब को वन-रैंक वन-पेंशन देंगे। 2009 में वादा किया। लेकिन आखिरी इंटरिम बजट में कहा कि हम उस वादे को पूरा करेंगे, जब सरकार जाने का समय आ गया था 10 साल बाद। 10 साल तक कुछ नहीं किया। और मात्र 500 करोड़ रुपये उसके लिए आवंटन किये ओ.आर.ओ.पी. के लिए। प्रधानमंत्री मोदी जी की सरकार ने इसपर ज़िम्मेदारी के साथ और सम्मान के साथ हमारे सेनाबलों का इज़्ज़त करते हुए वन-रैंक वन-पेंशन को लागू किया और शायद 38000 से अधिक रुपये अभी तक हमारे रिटायर्ड पेंशनर्स आर्म्ड फोर्सेस के उनको दे चुके है ओ.आर.ओ.पी. के तहत।

कांग्रेस हर मैनिफेस्टो में लिखती है कि हम काले धन पर प्रहार करेंगे और उसके जड़ तक जाके प्रहार करेंगे। 2004 में लिखा था कि, “We will root out corruption and generation of black money”. Of course, बड़ी हंसी की बात थी जिस प्रकार से धनाधन उसके बाद उन्होंने टूजी स्कैम, कोलगेट स्कैम, ऑगस्टा वेस्टलैंड स्कैम, कॉमनवेल्थ स्कैम, इतने सारे एंट्रिक्स दिवास स्कैम, एयरसेल मैक्सिस स्कैम, वह तो स्कैम सरकार ही चलाई। लेकिन वादा ज़रूर करते रहे कि हम पूरी तरीके से भ्रष्टाचार मिटायेंगे।

प्रधानमंत्री मोदी जी की, एन.डी.ए. की बेदाग़ सरकार 5 वर्ष तक जनता की सेवा की और जड़ से हमने भ्रष्टाचार को और काले धन को उखाड़ा। हमने उसके ऊपर प्रहार किया। अलग-अलग प्रकार से क़ानून लाये। कानून के माध्यम से बड़े-बड़े लोगों को लोन वापस देने के लिए मजबूर किया और काले धन रखने वाले या काले धन पर व्यापार करने वालों को आज पूरी तरीके से समझ है कि मोदी जी की सरकार इसपर ज़रा भी कभी कोई बर्दाश्त नहीं करेगी।

इसी प्रकार से कांग्रेस की सरकार ने 2009 में कहा था कि हम पूरी अर्थव्यवस्था को सुधारेंगे, कहा था कि हम 1 अप्रैल 2010 से जी.एस.टी. को लागू कर देंगे। लेकिन ना तो अर्थव्यवस्था सुधारी, विकास का दर गिरता रहा, महंगाई बढ़ती रही, ब्याज के दर बढ़ते रहे, आर्थिक घाटे में बड़ी समस्या रही। फिस्कल डेफिसिट एक ज़माने में तो साढ़े छह प्रतिशत तक पहुंच गया था कांग्रेस की सरकार में। भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व वाली एन.डी.ए. सरकार ने पूरी अर्थव्यवस्था को संभाला। फ्रैजाईल फाइव से, देश की छटी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाई। ब्याज के दर कम है। महंगाई पिछले 40-50 वर्षों में सबसे कम महंगाई अगर किसी 5 वर्ष में रही है तो यह 2014 से 2019 के बीच मात्र चार-साढ़े चार प्रतिशत के करीब औसतन, आज के दिन में तो ढ़ाई परसेंट महंगाई है। जब हम आये थे विरासत में, तब डबल डिजिट इन्फ्लेशन थी। और 2009 से 2014 जब उन्होंने कहा था कि अर्थव्यवस्था मज़बूत करेंगे, तब तो 10 परसेंट एवरेज महंगाई रही। जी.एस.टी. का वादा पूरा नहीं कर पाये। भारतीय जनता पार्टी एन.डी.ए. सरकार ने सभी संघीय ढाँचे के मान रखते हुए, सभी राज्य सरकारों को साथ जोड़ते हुए, 1 जुलाई 2017 से जी.एस.टी. का भी वादा पूरा किया।

ब्रॉडबैंड सर्विसेस के लिए 2009 में कहा था कि 3 साल में हम सभी गांव को ब्रॉडबैंड नेटवर्क से जोड़ देंगे। लेकिन 2014 तक 5 वर्षों में मात्र 59 गांव तक पंचायत तक ही वह ब्रॉडबैंड लेकर जा पाए। एन.डी.ए. सरकार उसको बढ़ाकर 1,20,000 से अधिक गांव तक हमने ब्रॉडबैंड सर्विसेस को पहुंचाया। और आज के दिन ऐसे ग्राम पंचायत लगभग 1,20,000 है जहां पर ब्रॉडबैंड सर्विस पहुंच चुका है।

कांग्रेस ने यह भी वादा किया था कि हम जीरो टॉलरेंस रखेंगे आतंकवाद के ऊपर। आज पूरे देश ने देखा कैसे आतंकवाद के साथ खड़ा है कांग्रेस का हाथ। और आतंकवादियों को जब कड़े रूप से हम प्रहार करते हैं, तो कैसे कांग्रेस के मित्र, कांग्रेस के अध्यक्ष, कांग्रेस के बड़े-बड़े कद्दावर नेता सवाल उठाते हैं और एक प्रकार से आतंकवादियों को बल देते हैं और हमारे जो देश आतंकवाद को पनाह देते है उनके टीवी में इनके बयान दिखाए जाते हैं भारत और भारत की सेना को कमजोर करने के लिए।

साथ ही साथ उन्होंने किस प्रकार से आतंकवाद पर नरम रवैया रखा उसका एक उदाहरण तो पोटा का कानून जो उन्होंने वापस लिया वह भी हम सबके समक्ष है। 2014 तक के मेनिफेस्टो में उन्होंने लिखा था बेल की प्रोविजन और सेडिशन इन दोनों के बारे में और अब जो मैनिफेस्टो 2019 का है उसमें भी जिस प्रकार के उन्होंने शब्द इस्तेमाल किए हैं सेडिशन लॉ के बारे में मैं समझता हूँ, वह चाहते हैं कि आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई ना हो और उनको आसानी से बेल मिल जाए और उनको पसंद नहीं है कि कसब को हमने जेल में रखकर फांसी पर पहुंचाया।

वह शायद चाहते हैं ऐसे कसब जैसे आतंकवादियों को भी बेल मिल जाए और सॉफ्ट प्रोविशंस हो जाए सब आतंकवादियों के लिए। इस वर्ष का 2019 का मेनिफेस्टो दिखे तो जुडिशरी के ऊपर जिस प्रकार से प्रहार किया गया है मैं समझता हूँ देशवासी हैरान हो जाएंगे जिस प्रकार से जुडिशरी के ऊपर प्रहार किया है कांग्रेस ने। जिस प्रकार से मीडिया के ऊपर प्रहार किया है। और मीडिया के ऊपर अंकुश लाने की बात की है। मैं समझता हूँ कि यह जो इनटोलरेंट एटीट्यूड कांग्रेस का आज पूरी तरीके से स्पष्ट हो चुका है, झूठे वादे और झूठी बातें करके यह देश की जनता को अब गुमराह नहीं किया जा सकता है। देश की जनता समझदार है और देश की जनता पूरी तरीके से कांग्रेस के झूठे वादों को नकारती है। बहुत-बहुत धन्यवाद।

बहुत स्पष्ट है कि कांग्रेस जो कहती है वह करती नहीं है। झूठे वादे और झूठे आश्वासन के ऊपर उन्होंने कई दशकों तक देश की जनता को गुमराह किया। और यह जो पूरा मेनिफेस्टो है उसमें एक पैराग्राफ की नहीं पूरे मेनिफेस्टो को नकारता हूँ और पूरे मेनिफेस्टो को इस देश की जनता विश्वास नहीं करती है।

बहुत ही दुर्भाग्य की बात है कि एक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और अपने आप को पोज़िशन करने की कोशिश करते हैं कि शायद कभी मौका लग जाए तो मैं प्रधानमंत्री भी बन जाऊं, इस प्रकार के शब्द इस्तेमाल करते हैं, ऐसी अश्लील भाषा इस्तेमाल करते हैं, पर मैं समझता हूँ यह कांग्रेस के सभी नेता आजकल बौखलाए हुए हैं और इसलिए उनके ध्यान में नहीं आता है कि इस प्रकार के अपशब्द वह इस्तेमाल करते हैं। जैसे आपने  सही कहा कि आप नहीं इस्तेमाल कर सकते है, मैं भी नहीं कर सकता हूँ।

हमारे देश की एक सभ्यता है हमारे देश के हर नौजवान को बचपन से सिखाया जाता है कि कैसे व्यवहार करना चाहिए, कैसे बोलचाल, बातचीत करनी चाहिए। दुर्भाग्य है कि उनकी वाणी कांग्रेस के नेताओं की वाणी में इस प्रकार का कोई सभ्यता नहीं है। और यह, यह भी दर्शाता है कि जो नाटक कभी कबार पार्लमेंट में किया जाता है गले लगाने का, और फिर कुर्सी पर बैठकर आंख मारी जाती है अपने कॉलीग्स को यह दर्शाता है कि यही उनका सही चेहरा, कांग्रेस का वही है। उनके दोगले चेहरे को यह देश पूरी तरीके से समझ चुका है और वह नकाब हो चुके हैं।

और रही बात शत्रुघन सिन्हा जी की, उन्होंने पार्टी में अपने स्थान ग्रहण करने के लिए जिस प्रकार के एक परिवार की चापलूसी करने की कोशिश की है वह, he is welcome to whatever he may want to say. पर हमारे सिद्धांतों के बल पर चलने वाली पार्टी है और अगर किसी व्यक्ति को कोई पद ना मिलने के कारण नाराजगी और उसके कारण इस प्रकार के बयान करे तो मैं समझता हूँ दुर्भाग्य की बात है। और वैसे तो मैं हैरानी देख रहा था कि अभी तक तो रिसेंटली जितनी पार्लियामेंट में डिबेट हुए जितनी बार विप इशू हुआ, जितनी बार वोटिंग हुई उसमें तो उन्होंने कभी ऐसा कुछ पार्टी के खिलाफ वोट डाला नहीं।  तो क्या ऐसे यह सिद्धांत है कि दिल में कुछ और और जबान पर कुछ और । और यह डर के मारे कि उनकी सीट ना चली जाए क्या वह विप का पालन कर रहे थे। तब उनके सिद्धांत कहां थे जब वह विप के हिसाब से, भारतीय जनता पार्टी का समर्थन और एन.डी.ए गवर्नमेंट का समर्थन कर रहे थे। तो उनकी वाणी और उनकी बातचीत के बारे में तो अब जनता सवाल पूछेगी कि  अगर यह दिल में था तो आप क्यों पार्टी के साथ खड़े दिखे थे पार्लमेंट  में।

Well, it’s extremely sad that a person who hopes someday to become Prime Minister of this country and lead a hotch-potch मिलावटी or coalition of the corrupt, makes such unfortunate statements against senior leaders. I think the whole Congress party and their leadership, bereft of ideas, and completely lost in wilderness after they can see that the people of India are rejecting them, has gone down to extremely low level of discourse, political discourse in the country.

The words that Mr. Rahul Gandhi, other senior leaders of the Congress, other alliance partners like what Mr. Omar Abdullah and Mr. Farooq Abdullah say, all of these are reflective of a very-very poor culture. We all know how Rahul Gandhi had insulted his own Prime Minister in office, Dr. Manmohan Singh, in a press conference in front of the whole world by tearing up an ordinance passed by the entire congress and UPA cabinet. I think that is the kind of deplorable behavior that this nation cannot tolerate.

We, in fact, fully endorse and appreciate that our leaders have taught us good value systems, good culture, good heritage. And we are extremely grateful for the guidance and the blessings that senior leaders like Shri Lal Krishna Advani, Dr. Murli Manohar Joshi, all our senior leaders have been giving us literally from childhood. And I know that we have had very senior leaders like Nanaji Deshmukh who retired at an age and decided to go into public service. We have very senior leaders who have given us guidance and direction and Advani ji will always continue to be a tall leader of the party and Dr. Joshi and Advani ji will continue to guide and help us in taking the party to the next level for years and years to come and we all wish them good health and good service of the country for years and years to come.

As regards to the comments of Mr. Shatrugan Sinha, I think he is just trying to curry favor with the first family by his comments. But somebody, and the nation, will certainly ask him what was in his mind when he would vote along with the BJP and NDA, every time there was a vote in parliament. Did he have something else in his mind and something else in his heart? I think if we had a complaint if he was unhappy, he should have taken a call many years ago. But just for full five years, he continues in the parliament to support the government. Every occasion there was a voting, and then now decides that he doesnt want to continue with the BJP and raises questions about its leadership, it shows a complete bankruptcy of ideas.

हमने अपने मेनिफेस्टो के एक-एक अंश के ऊपर एक-एक मंत्री ने 5 वर्ष तक लगातार काम किया है। और हमारी पहली सरकार रही है जिसने हर वर्ष 26 मई को चारों वर्ष – 2015, 2016, 2017, 2018 अपना रिपोर्ट कार्ड रखा देश के समक्ष। जो-जो हमारे मेनिफेस्टो में लिखा है और कुछ मात्रा में मैं भी डॉक्टर मुरली मनोहर जोशी जी की सहायता कर रहा था मेनिफेस्टो लिखने में। हमने उसको भली-भांति अच्छी तरीके से निभाया है। अधिकांश जो बड़े विषय थे उन सबपर कड़ी कार्रवाई और काम हुआ है ठोस परिणाम निकले हैं, जिसका हम समय-समय पर आपके समक्ष रखते हैं। और मैंने अपने उदाहरण के लिए पावर, रेलवे, कॉल इन सबके अंश बाय अंश क्या-क्या लिखा है, उसको रिव्यू करके एक-एक विषय पर ऐतिहासिक काम किया मैं यह दावे के साथ कह सकता हूँ जो पहले कभी नहीं हुआ इतने वर्षों में।

साथ ही साथ भ्रष्टाचार पर जो काम इस सरकार ने किया है, उसपर जो वार किया है, जिस प्रकार से काले धन पर वार किया है, आज पूरे देश का माइंडसेट पूरे देश की सोच बदली है। पूरे देश में आज ईमानदार का सम्मान है, ईमानदार व्यापार की तरफ पूरा देश जा रहा है। जो लोग गलत काम करते थे उनको उनकी संपत्ति जब्द की जा रही है, उनको बैंक को लोन वापस देना पड़ रहा है। कई लोग भागकर गए उनको वापस लाया जा रहा है और कड़ी कार्रवाई हो रही है। तो मैं समझता हूँ मेनिफेस्टो पर जितना काम हमारी सरकार ने किया है, शायद ही किसी सरकार ने 5 वर्षों के भीतर किया हो।

कभी भी लाइफ में पूरा काम नहीं होता है। अगर उस प्रकार से देखें तो शायद आप की भी काम की सीमा खत्म हो जाएगी मीडिया अगर हमने भी सब काम कर लिया और आपका भी सब काम पूरा हो गया तो कल से आपका चैनल वाइंड अप हो जाएगा दोस्त। तो मेरे ख्याल से एक एस्पिरेशनल देश है। देश में हमें लम्बी छलांग मारनी है, विश्व शक्ति बननी है, आर्थिक सुधार और करने है, गांव गरीब किसान तक हमने कई सारी योजनाएं, कई सारे विकास के काम पहुंचाए हैं। लेकिन कभी भी  काम से संतुष्टि ऐसी नहीं होनी चाहिए कि आदमी कमज़ोर बैठ जाए। यह काम के बलबूते पर हमें और उत्साह है कि हम और ज़्यादा काम करें और ज़्यादा सेवा करें जनता की। और उसी के लिए हम जनता के बीच अपने काम के बारे में, अपने विकास के काम के बारे में, भ्रष्टाचार पर वार के बारे में हमारी एक जो डिसाइसिव निर्णायक नेतृत्व है जिसने इस देश की सीमाओं को सुरक्षित रखा उनके हाथ मजबूत करने के लिए, उनको समर्थन और आशीर्वाद  देने के लिए फिर एक बार जनता के बीच गए हैं।

I would not like to comment, it could even be a mistake, I don’t know. But I do believe that its time that we some more serious politicians in public life rather than occasional persons looking at politics as an off and on venture. We need some real serious persons willing to serve the people of India consistently.

मुझे लगता नहीं है समय-समय पर हम अपने जो-जो विषय हमने मेनिफेस्टो में लिखे हैं, उसका पूरा रिव्यू भी करते हैं।  उसके ऊपर क्या-क्या काम हुआ है उसको देखते हैं।  मैं समझता हूँ कि जैसा मैंने पहले कहा 5 साल में जितना काम इस सरकार ने किया है, वह ऐतिहासिक है और मैं किसी को भी चैलेंज करता हूँ कोई भी फोरम पर डिबेट के लिए कि जितना काम इस सरकार ने 5 साल में किया है, कोई दिखा दे कोई और 5 साल का समय कि इतना काम विकास का हुआ हो इतना काम, देशव्यापी काम गांव गरीब किसान तक वंचित शोषित परिवारों तक पहुंचा हो ऐसा 5 साल पहले कभी नहीं गया। पर आगे बहुत काम करने बाकी है और उसके लिए हम जनता का आशीर्वाद लेने निकले हैं।

We will welcome that because that will once and for all sort out that Bharatiya Janata party is the main pole around which Indian politics revolves. All other parties have given up their case. They have surrendered to the Bharatiya Janata party and I am sure the people of India will give us a 51% vote to ensure the defeat of such coalitions of the corrupt and opportunistic coalitions, bereft of any ideology, bereft of any common programme. Parties which until yesterday were cursing each other, parties which until yesterday were attacking each other and the best part is parties which come together and then still continue to attack each other like we see in Karnataka, like we seen in many parts of the country, like we saw in Wayanad when the prince landed up there and the comments that were made against him by a party which is otherwise on stage with him everywhere.

And then his own comments that he will not speak against them. So what is the electoral contest that he is fighting? Is it only minority appeasement, is it the fear that Smriti Irani ji is going to defeat him in Amethi that has taken him to a seat which was otherwise being fought by a potential ally of the Congres? We are completely lost and confused, as I believe many of you may be. And as I am certain the people of India are. Whether there is a coalition or not, whether there is an ideology or not, whether there is a programme or not, whether they will do anything for the country or they will only be focussed on once again running a government with compulsions of coalition politics, which Manmohan Singh ji ran for 10 years. The most corrupt government headed by the Congress that we have seen and the nation has ever seen.

स्मृति ईरानी जी के डर से वह भागे हैं उत्तर प्रदेश से। मुझे लगता है अब तो उत्तर प्रदेश में शायद एक भी सीट ना जीते ऐसी स्थिति कांग्रेस की आ गई है। और इससे जो हमारा संकल्प है, पहले तो हमने 74 सीटों का संकल्प लिया था अब थोड़ा-थोड़ा लालच आ रहा है की 80 के 80 सीटें ना जीत जाएँ उत्तर प्रदेश में.  और मैं यह कोई एरोगेंस से नहीं कह रहा हूँ, यह देश की समझदार जनता देख रही है किस प्रकार से और मैंने इसीलिए आपके समक्ष यह विषय रखे कैसे देश की जनता को इन्होंने गुमराह किया। कैसे झूठे वादे देते रहे और कैसे गरीब के लिए कांग्रेस ने कभी कुछ किया नहीं। सिर्फ वादे और नारों के भरोसे कांग्रेस का और अल्पसंख्यकों का वोट बटोरते रहे। आज मैं समझता हूँ इस देश के हर गरीब इस देश के हर नागरिक को ध्यान में आया है कि प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार ने पूरे 130 करोड़ लोगों को न्याय दिया है। पूरे 130 करोड़ लोगों के जीवन में सुधार लाया है।

क्योंकि फारूक अब्दुल्लाह साहब की प्राइमरी लॉयल्टी पता नहीं भारत के अर्थ सेना बलों के साथ है, या जो आर्म फोर्सेज है उनके साथ है, या उनके लिए कुछ एक पत्रक में कोई आर्टिकल आया है, अंजान पत्रक अंजान आर्टिकल। और फॉरेन एक जर्नल के आर्टिकल के ऊपर हमारी खुद की सेना के ऊपर प्रश्न चिन्ह उठाना। मैं समझता हूँ शायद इसीलिए वह कानूनी फेरबदल करना चाह रहे हैं जो मेनिफेस्टो  में कांग्रेस ने लिखा है जिससे आगे के लिए भी रास्ता खुला रहे कांग्रेस और उनके सहयोगी दलों को कि वो किसी के ऊपर भी अनाप-शनाप आरोप लगा सके, बिना कोई सोचे बिना समझे, बिना उसके लंबे अरसे के प्रभाव को समझें। बहुत दुर्भाग्य की बात है फारुख साहब बहुत सीनियर लीडर है। हम सब उनकी आदर करते हैं लेकिन मुझे दुःख होता है कि इतने सीनियर लीडर्स एक राजनीतिक कमज़ोरी के कारण और राजनीति में अपने स्थान को कारपेट को स्लिप होते देखने के कारण इस हद तक पहुंच सकते हैं कि भारत की सेना के ऊपर प्रश्न उठाएं।

Well, he has made too many comments which are demeaning. First of all, I hope all of you are aware that your taxes are going to increase if anybody by mistake votes for the Congress, because Mr. Sam Pitroda has also said that the middle class should pay more taxes. Here Prime Minister Modi is trying to reduce taxes. And has continuosly in all 5 budgets, we have given some consession or the other. Every one of our 5 budgets. We have given concessions for the middle class, so that you tax liabilty falls. And Mr. Sam Pitroda and Rahul Gandhi, all are saying that they want to increase the taxes of the middle class. And I hope the middle class of India takes note of the lurking danger of increasing taxes on all the middle class and lower middle class people of this country.

Also Mr. Sam Pitroda has raised questions about the armed forces earlier, which were extremely objectionable and I think he owes an apology to this nation, to the people of India, to the armed forces for standing with terrorists and standing with the countries that support terrorism or protect terrorism, rather than standing up for the Indian armed forces. And in any case now, we have seen this comment where he has insulted Indians and called them monkeys, who don’t know how to use mobile phones.

By the way, Mr Rahul Gandhi spoke about gurus. गुरु की आदर करना, वह हम उनको अच्छा सिखा सकते है। जिस प्रकार से हम आदर करते हैं गुरुओं का आप किधर भी देख सकते हैं वैसे आपके ही टेलीविज़न कैमरास मैं क्लिपिंग्स होगी जब भी मैं लास्ट मिला हूँ लालकृष्ण आडवाणी जी को शायद हमारी नेशन एग्जीक्यूटिव में पांव छूकर मिला हूं। पार्लियामेंट में मैंने इंटरिम बजट पेश किया, उसके बाद आप देख सकते हैं जो भी गैलरी में थे मैंने मान्य दादा, हम उनको आदर से, सम्मान से और प्यार से दादा बोलते हैं। मैंने उनके वहां पर भी पांव छुए पार्लियामेंट में बजट के तुरंत बाद। तो मैं समझता हूँ कि कैसे गुरु का सम्मान करना वह हम सिखा सकते हैं। और राहुल गांधी जी के गुरु किस प्रकार के बयान देते हैं, तो स्वाभाविक है कि जब गुरु ऐसे बयान देगा तो शिष्य भी वैसे ही सीखेगा, बहुत-बहुत धन्यवाद।

हमने धारा 370 के ऊपर हमारी प्रतिबद्धता है, हमने इसके ऊपर पूरी तरीके से आज भी हम कायम है हमारी बात पर कि धारा 370 जो कांग्रेस की देन है, इस देश के लिए उससे नुकसान हुआ है देश का। एक प्रकार से पूरे कश्मीर की घाटी में जो आज समस्याएं खड़ी हुई है, उसका जड़ अगर कुछ है तो वह धारा 370 और कांग्रेस की तुष्टीकरण की राजनीति है। लेकिन इसके लिए हम यह भी समझते हैं कि आम सहमति बनाकर और एक कानूनी प्रक्रिया से इसके ऊपर आगे सब को साथ में जोड़कर और देश में आम सहमति बनाकर इसको आगे बढ़ाना पड़ेगा। पर हमारी प्रतिबद्धता उसके बारे में पूरी तरह से कायम है।

वैसे आप पहले ट्रिपल तलाक के लिए तो अनुमति करवा दो। कांग्रेस के मित्र पहले स्पष्ट करें कि हमारी मुस्लिम बहनों के लिए, मुस्लिम माताओं के लिए उनके दिल में कुछ संवेदना है कि नहीं? क्या उनकी तुष्टीकरण की राजनीति सिर्फ एक समुदाय के पुरुषों के लिए है? और वैसे तो मैं समझता हूँ जो पढ़े-लिखे पुरुष भी है वह भी कोई इस बात से सहमति नहीं देंगे खासतौर पर जब अधिकांश देश जो उस समुदाय के साथ जुड़े हैं। अधिकांश देशों तक में इसको निकाल दिया गया है। ट्रिपल तलाक अधिकांश देश में भी अलाउड नहीं है। मैं समझता हूँ बांग्लादेश में भी अलाउड नहीं, पाकिस्तान में भी शायद रोक है और भारत एक देश है जहां पर कांग्रेस पार्टी चाहती है कि मुस्लिम बहनों के साथ, माताओं के साथ यह दुर्व्यवहार हो।  घोर निंदा करती है भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस और कांग्रेस के नेतृत्व की।

Yeah, because when you have people like Mr. Sam Patroda and Farooq Abdullah and other congress leaders, distrusting your own governement and your own armed forces, obviously, you are going to strengthen the hands of the people in the parties and countries who are harbouring terrorism. Here, Prime Minister Modi sends the Air force to cross the line of control, get into Pakistan, attack terrorism at its roots at Balatkote. And on the other hand, the opposition is trying to stregthen the arguements of the neighbouring countries. It’s a shame and completely deplorable attitude of the opposition party.

मैं समझता हूँ जितना ज्यादा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने बनारस का विकास का काम किया है, बनारस की जनता के साथ जुड़े हैं, उनका लगाव है, शायद ही आज तक अटल बिहारी वाजपेयी जी को छोड़ दे तो कोई और प्रधानमंत्री ने इतना अपने क्षेत्र में विकास का काम किया होगा। आप में से कुछ मित्र बनारस होकर भी आए होंगे। मैं समझता हूँ बनारस एक रोल मॉडल बना है कैसे विश्व के सबसे प्राचीन शहर का विकास इतने कम समय में तेजी से हो सकता है। विकास के कई सारे वहां पर पहलुओं में जमीन आसमान का फर्क आपको 5 साल में दिखेगा। और आगे आने वाले 5-10-25 साल में बनारस, वाराणसी एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का सुविधाओं के साथ युक्त पूरी तरीके से, मैं समझता हूँ रोल मॉडल फॉर द वर्ल्ड बनेगा।

आज भी अगर कोई आप में से जाए, बनारस के पुराने चित्र देखें और आज का वहां का मौहोल देखें तो ऐतिहासिक काम बनारस में हुआ है। और अब तो काशी मंदिर के प्रांगण का भी जो काम हो रहा है, मैं आप सबको इनवाइट करूंगा जाकर देखिए कैसे महादेव को हम सीधा गंगा के साथ जोड़ रहे हैं। बहुत-बहुत धन्यवाद, आप सबको गुडी-पाडवा की बहुत-बहुत शुभकामनाएं और भारतीय जनता पार्टी का भी आज स्थापना दिवस है। आप सब के माध्यम से मैं भारतीय जनता पार्टी के माननीय अध्यक्ष श्री अमित शाह जी के बिहाफ़ पर और माननीय प्रधानमंत्री जी के बिहाफ़ पर पूरे देश में सभी भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं को अपनी बधाई और शुभकामनाएं देना चाहता हूँ । और भारत की जनता को भी भारतीय जनता पार्टी का हर कार्यकर्ता, विकास और सुशासन के लिए समर्पित रहेगा यह अश्वस्त करना चाहता हूँ।

बहुत-बहुत धन्यवाद।

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