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September 19, 2018

कैबिनेट ने विद्युतीकरण के साथ इंदौर-बुदनी के बीच नई रेल लाइन को स्वीकृति दी, इस नई रेल लाइन के बनने से क्षेत्र का औद्योगिक सामजिक व आर्थिक विकास तेज़ गति से होगा, और यह रेल लाइन मध्य प्रदेश के विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान देगी

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडलीय आर्थिक समिति ने बुधनी से इंदौर (मांगलियागांव) के बीच 205.5 किलोमीटर लम्बी नई रेल लाईन के निर्माण को मंजूरी दे दी है। इस परियोजना की कुल अनुमानित लागत 3261.82 करोड़ रुपये है।

इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य पिछड़े क्षेत्रों का विकास तथा इंदौर से जबलपुर के बीच यात्रा समय में कमी और इंदौर से मुम्बई तथा दक्षिण की ओर यात्रा समय में कमी लाना है । इससे भोपाल के रास्ते वर्तमान मार्ग की तुलना में इंदौर और जबलपुर के बीच की दूरी 68 किलोमीटर कम हो जाएगी। इससे क्षेत्र के लोगों और उद्योगों को बेहतर परिवहन सुविधा मिलेगी। इससे परियोजना क्षेत्र में रोजगार सृजन होगा। निर्माण अवधि के दौरान 49.32 लाख मानवदिवसों का प्रत्यक्ष रोजगार सृजन होगा।

प्रस्तावित लाईन बुधनी के वर्तमान यार्ड से प्रारंभ होगी और इंदौर के निकट पश्चिमी रेलवे के वर्तमान स्टेशन मांगलियागांव से जुड़ेगी। इस मार्ग पर दस नए क्रॉसिंग स्टेशन और सात नए हाल्ट स्टेशन बनाने का प्रस्ताव है। नई लाईन से सिहोर, देवास तथा इंदौर जिलों को लाभ होगा और बुधनी से इंदौर के बीच सीधा संपर्क स्थापित होगा। अभी बुधनी से बरखेड़ा घाट सेक्शन सहित भोपाल-इटारसी के भीड़ वाले मार्ग से जाना पड़ता है।

नई लाईन आस-पास के क्षेत्र के औद्योगिक विकास के लिए बुनियादी ढ़ाचागत सुविधा प्रदान करेगी और इससे सामाजिक-आर्थिक लाभ होंगे। यह परियोजना इस क्षेत्र के पिछड़े वर्ग का विकास करने तथा नसरुल्लागंज, खातेगांव तथा कन्नौद जैसे विभिन्न शहरो/गांवों से रेल संपर्क स्थापित होगा, जहां अभी रेल संपर्क नहीं है।

 

Source: http://pib.nic.in/PressReleaseIframePage.aspx?PRID=1546627

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