Speeches

February 21, 2018

Speaking at Press Conference Regarding Railway Recruitment, in New Delhi

पहली बात तो मेरे संज्ञान में आया कि एक ग़लतफहमी चल रही है कि सिग्नेचर एप्लीकेशन में सिर्फ इंगलिश या हिन्दी में होना चाहिए| तो मैं स्पष्ट करना चाह रहा था कि सिग्नेचर आदमी का जो सिग्नेचर है वह सिग्नेचर है, वह भाषा-न्यूट्रल होता है| तो जिसको भी अगर किसी को ग़लतफहमी है कि signature has to be in English/Hindi, वह ज़रा लोगों तक पहुँच जाये कि signature in the recruitment जो चल रही है आजकल, signature can be in any language. There is no restriction of language on signature.

एक दूसरा इशू जो थोड़ा लोगों को परेशान कर रहा था about fees. मैं स्पष्ट करना चाह रहा था कि फीस जो बढ़ी है वह फीस बढ़ने के पीछे जो हेतु था जो exempted category थी उसमें 250 रुपये है और जो बाकी जनरल केटेगरी है उसमें 500 रुपये है| पहले यह शून्य और 100 रुपये होती थी| हेतु यह था कि इसमें कई लोग एग्जाम के लिए फॉर्म भरते हैं और फिर एग्जाम में आते नहीं हैं और हमारा बहुत बड़ी व्यवस्था खड़ी करनी पड़ती है, एग्जामिनेशन के लिए बहुत खर्चा करती है यह सरकार तो इसलिए यह फीस रखी गयी थी|

पर जब व्यक्ति अपने एग्जाम दे देगा तो जिसने 250 रुपये दिए उनको पूरा 250 रुपये रिफंड मिल जायेगा और यह already clarified भी था यह मैं पुनः reiterate कर रहा हूँ कि 250 रुपये जिसने फीस भरी exempted category उनको 250 फिर से रिफंड कर दिया जायेगा, जो लोग एग्जाम में आकर अपना पेपर लिखते हैं| और जो लोग 500 रुपये भरते हैं उनको भी 400 रुपये रिफंड कर दिया जायेगा जब वह एग्जाम में आकर अपना पेपर लिखते हैं|

Which means they are a serious candidate और सरकार का जो पूरी व्यवस्था बनती है वह waste नहीं होनी चाहिए और serious candidates ही apply करें तो वह 400 रुपये भी उनको रिफंड कर दिया जायेगा जो लोग एग्जाम लिखते हैं| तो effective cost for applying for the railway examination will be reinstated to the original cost, which was 100 and for the exempted category 0.  तो यह दो विषय मुझे लगा कि आप सबके सामने स्पष्ट कर दिए जायें|

तीसरा एक जो मैं आप सबको शेयर करना चाह रहा था क्योंकि आप आये हैं तो मैं शेयर कर लूं| मैं पीछे एक कर्नाटक में कावेरी एक्सप्रेस में हर एक कम्पार्टमेंट में First AC, Second AC, 3rd AC, Sleeper, Reserved और general compartment, सबमें मैंने ट्रेवल किया, सबके लोगों को मिला और उस सबकी परिस्थिति देखने के बाद रेलवे बोर्ड के साथ चर्चा करके ऐसा निर्णय लिया है कि जब-जब कोचेस Periodic Overhaul के लिए आयेंगे, POH के लिए तो हम उसमें उसका पूरा exterior paint और उसके लिए paint की specifications भी हम सुधार रहे हैं और अच्छी, बढ़िया specifications लगा रहे हैं जिससे पेंट कम से कम लम्बे अरसे तक डैमेज न हो, अच्छा, सुन्दर लगे कम्पार्टमेंट|

और जो इंटीरियर्स हैं, इंटीरियर्स को भी कैसे और सुन्दर बनाना, कैसे और इंटीरियर्स को रीवैम्प करना बजाये कि सिर्फ टिनकरिंग करके उसको रिपेयर करना हम सभी कम्पार्टमेंट के इंटीरियर्स को भी और सुधारने का एक निर्णय रेलवे बोर्ड ने लिया है और यह काम अनरिजर्वड कम्पार्टमेंट और सेकंड क्लास पर फोकस करके किया जायेगा, ऐसा नहीं कि सिर्फ जो प्रीमियम ट्रेन्स हैं डीलक्स राजधानी, दुरंतो, शताब्दी या मेल और एक्सप्रेस ट्रेन्स ही सिर्फ नहीं, जो पैसेंजर ट्रेन्स हैं जो सेकंड क्लास श्रेणी में रिजर्वड कम्पार्टमेंट हैं, जो अनरिजर्वड कम्पार्टमेंट हैं, इन सबको भी दुरुस्त बनाने का काम जब-जब यह पीरिओडिकल ओवरहॉल के लिए आयेंगे, पीओएच जिसको कहते हैं 18 महीने के बाद हर कोच का होता है, उसको भी starting from the lowest category, we are going to do in a very planned manner across the railways.

मेरा अनुमान है कि अगले तीन वर्ष में, दो या ढाई वर्ष, तीन वर्ष के अन्दर हर कोच का पीरिओडिकल ओवरहॉल का सिलसिला आ जायेगा| इस प्रोसेस को स्टार्ट करने के लिए नए पेंट के स्पेक्स आरडीएसओ से अप्प्रूव करना, अन्दर क्या-क्या काम में फोकस किया जायेगा, बायो-टॉयलेट्स को कैसे तेज़ गति देकर पूरे रेलवे में 100% कोचेस में बायो-टॉयलेट्स, यह सब प्रोसेस को 3-4 महीने लगेंगे और उसके बाद जो-जो कोचेस पीओएच के लिए आयेंगे हर श्रेणी के उनको रीवैम्प करने का कार्यक्रम शुरू करके मेरा अंदाज़ा है अगले दो-ढाई साल में सभी कोचेस को हम रीवैम्प करने की क्षमता रखते हैं|

तो यह एक और निर्णय लिया था क्योंकि आप सब आये हैं तो मुझे लगा वह भी एक शेयर कर दूं | यह तीन प्रमुख चीज़ें थी – signature in recruitment can be as a person signs, there is no language barrier on signature.
Exams तो मैंने पहले ही बताया कि अलग-अलग क्षेत्रीय भाषाओँ में भी होगा, आगे चलकर कुछ और चीज़ें planned हैं कि सीसीटीवी कैमरा हो, जहाँ-जहाँ पर एग्जामिनेशन होगा, वीडियो रिकॉर्डिंग हो|   We are trying to do a very fair process, जिसमें हर एक को fair chance मिले for recruitment in the railways.

 

प्रश्न-उत्तर

प्रश्न: सर ऑपरेशन स्वरण नाम दिया गया था जो राजधानी और शताब्दी ट्रेनों की…. हो रही थी .. लाख का बजट था तो क्या इसके लिए भी कोई बजट decide किया गया है?

उत्तर: बजट की restriction  नहीं है हमारे पास, Operation Swarn will cover all the trains and all the coaches, गरीब से गरीब व्यक्ति जिसमें ट्रेवल करता है, वह इस सरकार की प्राथमिकता रहेगी|

प्रश्न: सर रेलवे में आपको तो कुछ ऐसे… चीज़ें हैं या ऐसा कुछ देखने को मिला जैसे जिस रूट पर ट्रेनें चलती हैं, suppose यूपी संपर्क क्रांति जिसका रूट का आपने कल अन्नौंसमेंट किया था मानिकपुर …….. आप देखिए शुरू में कुछ साल तक ट्रेन चली तो अच्छे कोचेस थे नए, अब आप किसी भी अगर यूपी संपर्क क्रांति के खजुराहो के कोई टूरिस्ट … से देख लीजिये आपको लगेगा, 15-20 साल पुराने ऐसे खस्ता हाल कोचेस लगाये गए हैं, जो बुंदेलखंड से ऐसे इलाके के ज़्यादातर मजदूर तबका आता है तो उसके बाद रेलवे ने केवल एसी कोच, तो ऐसी …..??

उत्तर: इसलिए जैसा मैंने पहले भी बताया कि हम सभी ICF coaches in a phased manner replace करके LHP के नए coaches से करने का कार्यक्रम already शुरू हो गया है, उसपर planning हो गयी है, कितनी production capacity LHP coaches की बढ़ानी पड़ेगी और साथ ही साथ आज भी दो विदेशी कंपनी, आगे चलकर और से चर्चा करके हम newer designs की तरफ भी जा रहे हैं, so that Indian railways में नए design आ सकें| रही बात कि कोई इलाकों में अगर कोई पुरानी ट्रेन्स हैं तो उनको priority पर periodic overhaul करके उनको भी दुरुस्त और सुन्दर बनाने का काम हम उसको priority देंगे| अच्छा है आपने मेरे संज्ञान में यह बात डाली|

प्रश्न: सर मैं इसलिए कह रहा हूँ अगर आप इंटरनेशनल बुलेट ट्रेन्स को कल ही आपने महत्वपूर्ण दर्जा दिया था तो उस हिसाब से फिर….?

उत्तर: नहीं, आपकी बात एकदम सही है, उसको हम immediately study करके उसको rectify करेंगे कैसे उन coaches को priority देकर पूरा सुन्दर बनाया जाये|

और आप सबकी जानकारी के लिए दो निर्णय Already लिए हुए हैं जिसको reiterate करना चाहूँगा| Upper age limit जो पहले निर्धारित थी उसको Already दो वर्ष से बढ़ा दिया गया है तो जो पहले रिलैक्सेशन होती थी वह reinstate कर दी गयी है, कल हमने उसको नोटिफाई भी कर दिया था| और railway examinations आज 15 भाषा में दिए जा सकेंगे – 15 languages people can give the railway examinations. पिछली बार भी हुआ था इस बार एक-दो लैंग्वेज छूट गयी थी वह करेक्ट करके 15 भाषा में लोग अपना रेलवे का examination अलग-अलग centres में देश भर में दे पाएंगे| जो सेंटर है उसमें तो एक ही भाषा होगी न? अच्छा कंप्यूटर पर है, so computer you can take, any language you can choose, 15 भाषा में लोग परीक्षा दे सकेंगे

प्रश्न: पीयूष सर मेरा यह सवाल था कि पिछले कई exams पर कितने लोगों ने apply किया और कितने appear हुए ऐसा कोई ratio आपके पास, कोई नंबर है?

Secretary: Last time, about 60% attendance was there.

A: 40% didn’t come. Based on that, we decided that this will be a good mechanism so only serious people apply.

प्रश्न: पीयूष जी, Total figures क्या कितना vacancies का और क्या एक लाख होगा?

Secretary: 89,409 is the exact figure. Right now the vacancies which have been notified is 89,409 and in this we are expecting that the number of applicants will be well above 1.5 crore.

Q: How many people appear, you said last year 60% appeared, but how many had applied?

Secretary: Total 92 lakh people appeared in the examination in the last examination.

Q: And that is 60% of the total applied?

Secretary: Exactly.

A: That is why this was brought in, so that serious people apply.

Secretary: Because the size of the exam is very-very big and it costs a lot of money.

Q: So, close to 55 lakh didn’t come?

Secretary: Yes.

A: We will reconfirm.

 

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