Speeches

October 30, 2017

Speaking at Jharkhand Mining Show: Global Mining & Mineral summit, in Ranchi

लगभग पूरे झारखंड में आज अगर कोई सबसे लोकप्रिय नेता के रूप में पहचाना जाता है तो वह शत-प्रतिशत रघुवर दास जी होंगे| मैं उनको मुबारकबाद देता हूँ कि आज उन्होंने Jharkhand Mining Show 2017, और उसी के साथ-साथ यह Global Mining and Mineral Summit भी आयोजन करके एक और झारखंड की विकास यात्रा में नया चैप्टर लिखा है, नयी गति दी है झारखंड की विकास यात्रा को| आपको मेरी बहुत-बहुत बधाई और आगे के लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएं रघुवर दास जी|

यहाँ पर उपस्थित राज्य सरकार के मंत्रीगण, सांसद, अधिकारीगण, उद्योग जगत से जुडी हुई प्रमुख हस्तियाँ, भाईयों और बहनों| प्रधानमंत्री जी जब झारखंड आये थे उन्होंने एक सवाल पूछा था, उन्होंने कहा था कि अब 18 वर्ष की आयु हो रही है झारखंड की, तो 18 वर्ष के बाद तो व्यक्ति mature हो जाता है, adulthood में चला जाता है, और झारखंड को भी अभी तय करना होगा किस प्रकार से आगे आने वाले दिनों में यह जो विकास की यात्रा झारखंड के नए रूप में आज देखने को मिल रही है इसका क्या look and feel होगा| What will be the shape of Jharkhand? What will be the look and feel of New Jharkhand? Because unless there is a New Jharkhand, we cannot have a New India.

और जब एक नए भारत की कल्पना माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी करते हैं, एक ऐसा भारत जिसमें गरीबी न हो, एक ऐसा भारत जिसमें हर एक के सर पर छत हो, पीने का अच्छा पानी मिले, अच्छी शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं मिलें, घर में शौचालय हो, घर में बिजली हो, चौबीस घंटे बिजली मिले, सस्ती बिजली मिले, अच्छी बिजली मिले, जातिवाद, आतंकवाद से मुक्त हो देश, प्रांतिकता से उठे, तुष्टिकरण की राजनीति ख़त्म हो, जब एक ऐसे नए भारत की कल्पना इस देश ने स्वीकार की है तो वह तब तक संभव नहीं है जब तक हम एक नए झारखंड की कल्पना न करें, एक ऐसा झारखंड जहाँ वास्तव में हर नागरिक को जो आधारभूत सुविधाओं की ज़रूरतें पड़ती हैं वह सब हम पूरी तरीके से उपलब्ध करवा पाएं|

और मुझे ख़ुशी है कि जिस प्रकार से रघुवर दास जी ने आगे की योजना बनाई है और जिस proactive और positivity से वह एक-एक योजना को आगे बढ़ाते हैं उसमें मुझे कोई शक नहीं है कि 2022 तक झारखंड में हम जो नए भारत की कल्पना करते हैं वह नए झारखंड के रूप में आप सबको देखने को मिलेगा, उस सब में सौभाग्य मिलेगा हम सबको शामिल होने का और योगदान देने का|

मैं अभी-अभी रेलवे का review कर रहा था और रेलवे के review में कुछ प्रमुख links हैं जो झारखंड से गुज़रते हैं जिससे हम बड़े रूप में कोयले को ट्रांसपोर्ट कर सकेंगे, कोयले के उत्पादन को बढ़ा सकेंगे तो मेरे अधिकारी कह रहे थे कि साहब यह जगह माओवादी इलाके से गुज़रती है, यहाँ रात को हम काम नहीं कर सकते, इतना समय लगेगा लाइन के लिए| अब माओवादी गतिविधियों से हम सब अच्छी तरीके से अवगत हैं मुझे भी लगा शायद समस्या इतनी गंभीर होगी कि वास्तव में इतना समय लगेगा|

तो मैं अभी-अभी माननीय रघुवर दास जी से बात कर रहा था, तो जो positive mindset चाहिए, जो positivity से काम होना चाहिए वह उनके शब्दों में मुझे आज अहसास हुआ, उन्होंने कहा किसने कहा कि रात को काम नहीं हो सकता है झारखंड में| हमने पूरी फोर्स लगा रखी है आप चौबीस घंटे काम करिए, किसी प्रकार का विलंभ नहीं होने देंगे, मैं स्वयं मॉनिटर करूँगा और 6-8 महीने में पूरी लाइन ख़त्म कर दूंगा|

अभी-अभी मैंने गोपाल सिंह को बुलाया कि स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी यहाँ पर हमने शुरू की है और उसका काम शुरू किया है कैसे उसको तेज़ गति दी जाये और यह शायद देश में पहली बार हो रहा है झारखंड में| आप सब जानते हैं कि खेल के मैदान में 125 करोड़ लोगों का देश लेकिन हम वंचित रहते हैं olympic medals से, commonwealth medals से, बहुत छोटे रूप में अभी तक सफलता ले पाए हैं| लेकिन वास्तव में जो भारत के आदिवासी क्षेत्र हैं खासतौर पर, मैं समझता हूँ वहां पर तो एक-एक हीरा मौजूद है जो भारत को शायद शून्य से उठाके 100 मैडल तक लेकर जाने की क्षमता रखते है|

तो रघुवर दास जी ने कल्पना की थी कि झारखंड में भारत की पहली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी बनाई जाये, तो जो यहाँ पर national games हुए थे रांची में उस पूरे complex को, शायद 13 stadiums हैं, उस 13 stadiums को यूज़ करके और क्रिकेट छोडकर, क्रिकेट तो अपने आप में देश में चल रहा है और वह वैसे भी olympic sports में शामिल भी नहीं होता है| क्रिकेट छोडकर जो अलग-अलग क्षेत्र के खेल के मैदान के games होते हैं उसको डेवेलोप करना और उसमें एक यूनिवर्सिटी बनाकर शिक्षा भी मिले, अच्छी खुराक मिले और बचपन से ही ट्रेन करके हम अपने sportsmen, अपने athletes को तैयार करें अंतर्राष्ट्रीय स्पर्धा के लिए, इसका काम माननीय रघुवर दास जी के नेतृत्व में गत दो वर्षों से शुरू हुआ, दो वर्ष पहले शुरू हुआ|

मुझे आप सबको बताते हुए ख़ुशी है कि already 178 बच्चे वहां पर पढ़ रहे हैं और कल्पना यह थी कि 2022 तक वहां पर 1400 बच्चे – 700 झारखंड के locals और 700 देश भर के अच्छे खिलाड़ी, ऐसे 1400 बच्चों को कैसे यहाँ पर अच्छी शिक्षा मिले, अच्छी उनकी देख-रेख हो और आगे चलकर झारखंड की स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी से भारत एक नया मैसेज दे पूरी दुनिया को, भारत तैयार करे अपने future के athletes को, sportspersons को, खेल रत्नों को तैयार करे झारखंड से, इस प्रकार की कल्पना को तेज़ गति दी जा रही है|

और अभी-अभी माननीय मुख्यमंत्री जी ने मुझसे कहा है कि पीयूष यह 2022 मुझे नहीं चलेगा, मुझे इसमें 1400 बच्चे अगले वर्ष से ही चाहिए| तो मैं धन्यवाद भी देता हूँ और बधाई भी देता हूँ रघुवर दास जी का जिन्होंने 2022 के लक्ष्य को कहा कि नहीं 2022 नहीं मुझे अगले वर्ष में कैसे 1400 बच्चे वहां पर शिक्षा लें, कैसे 1400 बच्चे जिसमें 700 बच्चे सिर्फ झारखंड के होंगे, शिक्षा मुफ्त, रहना, खाना, पीना सब मुफ्त, ऊपर से 500 रुपये का stipend इन सब बच्चों को मिलेगा और रांची से तैयार होंगे, झारखंड से तैयार होंगे भारत के आगे आने वाले खेल रत्न, यह सुनिश्चित करेगी झारखंड सरकार| मैं तहे दिल से रघुवर दास जी आपको बधाई देता हूँ और शुभकामनाएं देता हूँ इस काम में आप पूरी तरीके से सफल हों|

एक और क्षेत्र जो माइनिंग से भी जुड़ा हुआ है लेकिन वास्तव में जिसका जुड़ाव पूरी तरीके से इस देश के गरीबों की सेवा के साथ जुड़ा हुआ है| आप जानते हैं कि जब यह सरकार आई थी माननीय प्रधानमंत्री ने कहा था यह सरकार भारतीय जनता पार्टी की नेतृत्व वाली सरकार लगातार अन्त्योदय को अपना लक्ष्य बनाएगी, जो गरीब से गरीब व्यक्ति है जो समाज में अंतिम छोर पर खड़ा है उस गरीब के प्रति, उस किसान के प्रति, उस वंचित, शोषित, पीड़ित व्यक्ति के प्रति, वह महिला या युवा के, युवती के प्रति यह सरकार समर्पित रहेगी जिसने दशकों से अपने आप को पीछे महसूस किया है, अपने आपको विकास से जो जोड़ नहीं पाए हैं| और उसी कड़ी में एक बहुत महत्वपूर्ण जो समस्या देश के समक्ष है वह है शुद्ध पेयजल की, स्वच्छ पानी की|

भारतीय जनता पार्टी की केंद्र में जब सरकार आई तो खनन विभाग ने एक प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना के तहत District Mineral Fund की कल्पना की थी| कई मीटिंगों में कोल मंत्रालय मेरे पास होने के कारण और पीछे खनन मंत्रालय भी एक-सवा साल के लिए मेरे पास था, उस समय प्रधानमंत्री के साथ कई मीटिंगों में वह विशेष ध्यान दिलाते थे कि आदिवासी क्षेत्र में अधिकांश खनन होता है लेकिन उस खनन का लाभ कैसे उन लोगों के लिए वह लोग जो अपनी ज़मीन देते हैं, वह लोग जिनके क्षेत्र में अधिक खनन के काम से देश का उत्पादन बढ़ता है, अलग-अलग minerals देश में उत्पादन होने के कारण देश की उद्योग क्षमता बढती है, बिजली बनाने की क्षमता बढती है, कैसे उनके जीवन में सुधार लाया जाये उसके लिए कुछ न कुछ सरकार ने करना चाहिए, कुछ न कुछ संवेदना दिखनी चाहिए| तब यह District Mineral Fund की कल्पना हुई|

आपको जानकर ख़ुशी होगी कि District Mineral Fund का सबसे अच्छा अगर किसी राज्य ने इस्तेमाल किया है, अगर उस पैसे का सबसे ईमानदार, पारदर्शिता से और बड़े focused way में अगर किसी ने योजना बनाई है District Mineral Fund के इस्तेमाल की तो वह है झारखंड| झारखंड ने DMF का एक-एक पैसा कैसे शुद्ध पेयजल में इस्तेमाल हो, कैसे स्वास्थ्य सेवाएं सुधारने में इस्तेमाल हो, कैसे शिक्षा के क्षेत्र में इस्तेमाल हो इसपर अपने आपको फोकस किया है| और मुझे बताते हुए ख़ुशी होती है कि कोल इंडिया लिमिटेड और झारखंड सरकार ने मिलकर तय किया है कि कोल माइनिंग से जो पानी निकलता है, जो पानी available हो जाता है उस पूरे पानी को मुफ्त रूप से झारखंड सरकार को दिया जायेगा, झारखंड सरकार की अलग-अलग corporations या नगर परिषद पंचायतों को वह उपलब्ध कराया जायेगा| District Mineral Fund के पैसे से उसको कैसे प्रोसेस करना, शुद्ध बनाना उसके लिए Reverse Osmosis plants लगने पड़ सकते हैं और जो भी और योजनाएं लगें जिससे वह पानी शुद्ध बनाकर हमारे आदिवासी भाई-बहनों को शुद्ध पेयजल की व्यवस्था करने का ज़िम्मा राज्य सरकार ने उठाया है, मैं बधाई देता हूँ कि इस पैसे का सदुपयोग करके मुझे पूरा विश्वास है कि गाँव, खासतौर पर आदिवासी क्षेत्रों के गावों में कैसे अच्छी सुविधाएं पहुंचे इसमें मुझे पूरा विश्वास है झारखंड पूरी तरीके से सफल होगा|

जब अटल बिहारी वाजपेयी जी ने झारखंड राज्य बनाया था तब उनके मन में कल्पना थी कि खनन से इतना जिस राज्य के पास सुविधा हो, खनन करने की opportunities हो, जितना अमीर है यह राज्य natural resources में, अलग-अलग प्रकार के minerals में उनको पूरा विश्वास था कि यह झारखंड राज्य अपनी जनता की सेवा करेगा, साथ-साथ में पूरे देश की सेवा करेगा| और आगे चलकर भारत के भविष्य को भी उज्ज्वल बनाने में झारखंड का बहुत बड़ा योगदान होगा|

मुझे ख़ुशी है कि जब हम आंकड़े देखते हैं तो देश की लगभग 9% खनन का जो उत्पादन है वह झारखंड से आता है, almost 9% of the natural resource wealth that is created comes from the state of Jharkhand. उसमें कोयला है, Rock phosphate है, iron ore है, copper है, prime coking coke की भी बड़ी mines हैं उसमें दशकों से आग की समस्या से जूझ रहे हैं लेकिन एक योजना के हिसाब से कोशिश कर रहे हैं कि वह आग बंद हो| और कैसे उस areas में भी फिर एक बार coking coal बनकर हम भारत को आत्मनिर्भर बना पाएं, विदेश से लाने की संभावना कम कर सकें|

ऐसी परिस्थिति में मुझे पूरा विश्वास है कि आज जो उद्योगपति यहाँ पर हमारे बीच मौजूद हुए हैं उनको जो तेज़ गति से राज्य सरकार सहयोग देने के लिए तैयार है, अभी-अभी हम देख रहे थे 30 दिन में अप्रूवल होना, तेज़ गति से प्रोसेस होना, माइनिंग प्लान्स अप्रूव होना, उस जो तेज़ गति और पारदर्शिता से ईमानदारी से यह राज्य सरकार ने बीड़ा उठाया है माइनिंग को प्रोत्साहन देने का, इसको और तेज़ गति देने का इसका मुझे पूरा विश्वास है जो सरकारी कंपनियां यहाँ पर काम करती हैं और जो प्राइवेट सेक्टर की कंपनियां यहाँ काम कर रही हैं, आगे चलकर काम करना चाहती हैं यह सब मिलकर झारखंड को तेज़ गति से विकास के मार्ग पर लेकर जायेंगे| और जैसा प्रधानमंत्री जी कई बार कहते हैं एक बार अपना मन पक्का हो जाये, हम निश्चय कर लें कि कुछ काम करना है तो हम मीलों आगे जा सकते हैं, कोई दुनिया की ताकत हमें रोक नहीं सकती है|

और मैं वह Can-Do, Will-Do spirit, that commitment to achieve high goals झारखंड में देखता हूँ जब भी मैं यहाँ आता हूँ| और मेरा झारखंड में आने का कई बार मुझे सौभाग्य मिला, मुझे वह spirit झारखंड में दिखती है that we can do it and we will do it. और मैं समझता हूँ जिस प्रकार से open-door policy है रघुवर दास जी की और उनकी सरकार की कि व्यक्ति सीधा रघुवर दास जी से संपर्क कर सकते हैं, सीधा इनके मंत्रियों से संपर्क कर सकता है, सीधा अधिकारियों से बात कर सकता है अगर किसी प्रकार की तकलीफ हो, इसमें मुझे पूरा विश्वास है कि हम तेज़ गति से झारखंड और झारखंड के लोगों को विकास से जोड़ पाएंगे|

अभी-अभी कोल इंडिया ने भी बड़े aggressive plans बनाये हैं कैसे उत्पादन बढाया जाये यहाँ पर, मैं रेलवेज के साथ अभी चर्चा कर रहा हूँ अभी आपसे क्षमा चाहूँगा कि मुझे थोड़ा जल्दी निकलना पड़ेगा| मेरी रेलवे की review थोड़ी incomplete है उसको और आगे बढ़ाना है मुझे देखने के लिए कि कैसे झारखंड में जो रेल सुविधाएं हैं वह कैसे और तेज़ गति से हर क्षेत्र में पहुँच पाएं, क्या उसमें सुधार लाया जाये जिससे सुरक्षा सुधरे, रेल यात्रियों के लिए सुविधाएं सुधरें, और आगे चलकर पूरे झारखंड में जैसे-जैसे खनन का काम बढेगा, जैसे-जैसे औद्योगिक उत्पादन बढेगा उसी के साथ-साथ रेल की भी क्षमता बढ़कर हम झारखंड को देश के जो developed states हैं उस श्रेणी में लेकर जा सकें वह हमारी कल्पना है|

रेलवे विभाग का देखें तो गत तीन वर्षों में जो निवेश रेलवे झारखंड में करता है वह लगभग चार गुना हो गया है| सालाना जो निवेश झारखंड में रेलवे करता था पहले उसके सामने आज लगभग चार गुना निवेश हर वर्ष झारखंड में रेलवे करता है, 830 करोड़ रुपये एवरेज सालाना पिछली सरकार के समय 2009-14 830 करोड़ रुपये हर वर्ष सालाना निवेश रेलवे का होता था झारखंड में| मुझे ख़ुशी है आप सबको बताते हुए कि 2017-18 अकेले में 3,850 करोड़ रुपये रेलवे झारखंड में निवेश करेगा| और जितनी तेज़ गति से यह निवेश यहाँ पर आप लोग स्वीकार करेंगे अगले साल हम उतना और इसको बढाने के लिए तैयार बैठे हैं|

तो मुझे पूरा विश्वास है आगे चलकर जिस teamwork के साथ, जिस collaborative और cooperation के साथ जो approach भारत की केंद्र सरकार और राज्य सरकारों का है जहाँ पर एक प्रकार से synergy है, राज्य सरकार हो केंद्र सरकार हो, मिलकर योजना बनाती हैं, मिलकर योजना को कार्यान्वित करती है, समस्याओं का हल मिलकर करती है| इस प्रकार के काम से मुझे पूरा विश्वास है कि हम झारखंड को जो विकास और प्रगति की यात्रा माननीय अटल बिहारी वाजपेयी जी ने जो सपना देखा था और जिस सपने को पूरा करने का बीड़ा माननीय नरेन्द्र मोदी जी ने उठाया है वह हम शत-प्रतिशत पूरा कर पाएंगे| जैसा एक बार कहा गया था – ‘High achievement always takes place in the framework of high expectations.’

कई बार लोग कहते हैं कि जनता की अपेक्षाएं बहुत ज्यादा हैं, जनता की आकांक्षाएं बहुत ज्यादा हैं, क्या आप पूरा कर पाओगे? तब मेरा एक ही कहना होता है कि व्यक्ति उसी से अपेक्षा करता है, व्यक्ति तभी आकांक्षा बड़ी रखता है जब व्यक्ति को विश्वास हो कि मेरी अपेक्षा पूरी की जाये| जब आज जनता अपेक्षा रखती है रघुवर दास जी से, जब आज जनता अपेक्षा रखती है प्रधानमंत्री मोदी जी से तो वह इसलिए रखती है कि आज जनता को विश्वास है कि यह सरकार भारतीय जनता पार्टी की, यह सरकार प्रधानमंत्री मोदी जी की केंद्र में यह इन अपेक्षाओं पर खरी उतरेगी, यह सरकारें ईमानदारी से जनता के विकास के लिए, जनता के उज्ज्वल भविष्य के लिए काम कर रही हैं| और मुझे पूरा विश्वास है कि इन अपेक्षाओं को, इन आकाँक्षाओं को पूरा करने में भारत के राजनीतिक जगत, भारत के अफसर और भारत का उद्योग जगत, हम तीनों मिलकर एक public-private-people partnership के माध्यम से इसमें सफलता पूरी पाएंगे इसमें मुझे किसी प्रकार का कोई शक नहीं है, कोई डाउट नहीं है|

पुनः एक बार इस Global Mining और Mineral Summit को मैं बधाई देता हूँ राज्य सरकार को इसका आयोजन करने के लिए और शुभकामनाएं देता हूँ आप सबको, मुझे विश्वास है यह एक और महत्वपूर्ण पड़ाव होगा झारखंड में mining और minerals को प्रोत्साहन देने के लिए, इसको तेज़ गति देने के लिए|

बहुत-बहुत धन्यवाद|

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