Speeches

March 1, 2019

Speaking at the launch of 5 Years Achievements Booklet of Ministries of Railways & Coal

सबसे पहले तो आप सभी को महाशिवरात्रि की बहुत-बहुत ढेर सारी शुभकामनाएं, मुझे नहीं लगता शायद आज और शिवरात्रि के बीच हम फिर एक बार मिल पाएंगे, आहिस्ते-आहिस्ते चुनावी काम भी बढ़ते जा रहे है, और जिम्मेदारियां हम सबके ऊपर फिर एक बार जनता के बीच जो हमने काम किया और जो अब आगे करने का हमारा संकल्प है उसकी ओर तेजी से बढ़ रही है | वास्तव में यह जितने काम हुए है वह फिर दर्शाता है कि  यह सरकार ने नामुमकिन को मुमकिन किया है, मैं दावे के साथ कह सकता हूँ इसमें एक भी विषय ऐसा नहीं है जो मोदी सरकार आने के पहले इस स्पीड पर,  इस स्केल पर इस क्षमता के साथ और इस ईमानदारी के साथ पहले कर पाई हो, वास्तव में नामुमकिन को मुमकिन करने की एक मिसाल आज चेयरमैन रेलवे बोर्ड और कोल् सेक्रेटरी ने आपके समक्ष रखी है|
मैं देख रहा था कि पांच साल पहले जब भारतीय जनता पार्टी 2014 में चुनाव में उतरी थी तब हमने एक संकल्प पत्र देश के समक्ष रखा, वास्तव में जो काम हुआ है कभी कोई ऐसे संकल्प पत्र में लिखा और उसके हिसाब से हमने क्या किया ऐसा मैंने तो कमसे कम पांच साल में कभी इस प्रकार से, उस दृष्टिकोण से काम को देखने की चेष्टा नहीं की, जो देशहित में है, जो जनहित में है वह हमें करना है |

लेकिन अब चुनाव फिर आ रहा है तो मैंने कहा कि ज़रा देखें मैनिफेस्टो के क्या-क्या बिंदु थे, क्या-क्या बिंदुओं पर कैसे काम हुआ तो मुझे प्रसन्नता है आपसब से बताते हुए कि वास्तव में मैनिफेस्टो का एक-एक अंश पर काम हुआ है, अच्छा काम हुआ है, तेज गति से काम हुआ है, यह बताता है कि जब हम संकल्प पत्र या मेनिफेस्टो बनाते है तो वो कितना सोच समझ के समय के अनुकूल क्या काम करने की आवश्यकता है उसके हिसाब से बनता है और जो हमने काम किया, क्योंकि वो उन चीजों को एक प्रकार से कार्यान्वित करता है, वह दर्शाता है कि हमारे काम में भी पूरी तरीके से देशहित और जनहित कैसे प्राथमिकता लेती है।

उदाहरण के लिए जब मैंने कहा कि सब unmanned level crossings ब्रॉडगेज पर हम एलिमिनेट कर देंगे तब मुझे ध्यान नहीं था कि मैनिफेस्टो में भी यह लिखा गया है ‘conversion of all unmanned crossing into manned crossings’. यह तो जब आज की तैयारी करने के लिए मेरे लड़कों ने मैनिफेस्टो देखा तो उसमें यह निकला, मैं सिर्फ एक झलक दे रहा हूँ, मैं सब नहीं गिन रहा हूँ। अगर यह लिखा है हमने मैनिफेस्टो में ‘connectivity of North East & Jammu & Kashmir with rest of India through rail lines.’

मैनिफेस्टो में लिखते हुए हमारी प्राथमिकता एकदम स्पष्ट थी पर जब काम हो रहा था तो क्योंकि मैनिफेस्टो में लिखा था इसलिए उसको तेज गति नहीं दी, यह हमारा मानना है कि पूर्व उत्तर और कई भारत के राज्यों के साथ पिछले दशकों में अन्याय हुआ, जितनी तेज गति से काम होना चाहिए उतनी तेज गति  से काम नहीं हुआ। हमने उसपे फोकस किया और आज ख़ुशी की बात है कि नार्थ-ईस्ट नेटवर्क पूरा ब्रॉडगेज में कन्वर्ट हो गया है, सभी कैपिटल कनेक्ट होते जा रहे है एक के बाद एक, जम्मू कश्मीर में जम्मू से श्रीनगर की रेल लाइन को और गति दी है और कैसे वह और जल्दी हो सकता है।

एक पॉइंट था to promote cleaner fuels, हमने 100% इलेक्ट्रिफिकेशन पर जो तेज गति दी है, अभी बताया 600 से बढ़कर 6000 किलोमीटर मात्र 5 वर्ष में प्रति वर्ष 6000 किलोमीटर की स्पीड मैं नहीं समझता यहाँ बैठे कोई रेल के अधिकारी ने भी कल्पना कि होगी । तो इसी प्रकार से अन्य-अन्य चीज़ें, हमने सोचा था कि Initiation of Research & Development For Indigenous Railways Coach Design & Signals, और अभी बताया तीनों पर काम हुआ है, Indigenous Coach Design आपने वंदे भारत का स्वाद लिया Indigenous Design अभी-अभी बताया कि पहले से चला आ रहा है, पर अब उसको हमने successfully complete किया है और उसका काम टेंडरिंग में शुरू हो गया है ।

तो ऐसे एक-एक चीज को tourist rail including pilgrimage rail, यह भी  हमारे मैनिफेस्टो में लिखा था हमने बढ़ावा दिया, कुंभ का आपने देखना कितना सफलतापूर्वक, करोड़ो जो श्रद्धालु कुंभ में आये है स्नान करने उन सबकी सुविधाजनक रेल यात्रा हो सुगम यात्रा हो उसको सुनिश्चित किया गया, तब कल्पना मुझे नहीं थी तभी कि मैनिफेस्टो में भी मैं involved था उस समय, पर कल्पना नहीं थी कि Wi-Fi का इतना बढिया मौका मिलेगा, तब हमने यह लिखा था ‘Wi-Fi facility in public areas’, आज 800 स्टेशन में तो Wi-Fi मुफ्त में रेलवे में हो ही रहा है और 4000 स्टेशन को हम कवर करने जा रहे है । तो यह एक प्रकार से दिखाता है कि भारतीय जनता पार्टी का मैनिफेस्टो हमारे लिए वास्तव में एक मूल मंत्र, हमारी गीता, हर प्रकार से हमारे लिए एक sanctity रखने वाला document है, sacred document है और उस प्रकार से हम काम करते है, काम करते हुए हर समय हमें झाँकना नहीं पड़ता, हम दिनोदिन आपमें से कोई अपना धर्म का ग्रन्थ तो नहीं पढ़ते गीता हो कुरान हो गुरुग्रंथ साहिब हो हम सब रोज तो नहीं पढ़ते, पर हमारे में यह ingrained होता है उस प्रकार का जीवन जीना है, अच्छा ईमानदार स्वच्छता से अच्छा जीवन जीना है ।

इसी प्रकार से जो-जो काम हुए वो नार्मल कोर्स में हुए उसका मैनिफेस्टो में उसका आपको जिक्र दिखेगा और कोल का भी मैं देख रहा था एक-एक विषय हमने यहाँ तक लिखा था ‘Auction of precious resources through efficient mechanism including e-auction, अब हमें कहाँ 2014 में चुनाव के पहले मालूम था कि सुप्रीम कोर्ट सब 204 माइनें कैंसिल कर देगा, पर हुई और हमने एक ईमानदार व्यवस्था देश में ईमानदार प्रणाली शुरू की ।

Resource mapping करने की बात हमने की थी कि तेज गति देंगे, वो गति ऐसी बढ़ी कि कहाँ 7 लाख मीटर होते थे ‘13-14 में आज लगभग दुगना होना शुरू हो गए, हर चीज में उत्पादन की वृद्धि to increase domestic coal exploration & production to bridge the demand supply gap. एक हमने स्टडी किया अगर प्रोडक्शन जिस तेज गति से मोदी सरकार ने बढ़ाई नहीं होती तो शायद आज जो इम्पोर्ट हो रहा है कोयला वह लगभग डेढ़ गुना हो जाता, अगर यह गति नहीं दी होती कोल प्रोडक्शन को, डेढ़ गुना आज इम्पोर्ट हो रहा होता कोयला ।

तो अन्य-अन्य तरीके से एक पांच साल का कोशिश की गई है जितने कम शब्दों में, सिर्फ प्रमुख बिंदु लिखे है, जो original document बना था वह 500 पेज का था लगभग, 500 page document बना था वो 500 पेज को हमने 50 पेज में और सिर्फ मुख्य बिंदु के रूप में, 47 पेज में कन्वर्ट किया है जिसको ज़्यादा रुचि हो तो जितने आप आर्टिकल लिखने चाहे उतने ज़्यादा आपको हम इनफार्मेशन दे सकते है, उतना ज़्यादा काम हुआ है पांच साल में और वास्तव में नामुमकिन को मुमकिन करने वाली सरकार इस देश ने पिछले पांच साल में देखी है, मैं माननीय प्रधानमंत्री का धन्यवाद करना चाहूंगा जिन्होंने कुशल और निर्णायक नेतृत्व इस देश को दिया हम सबको दिया, चाहे हम मंत्री हो, चाहे अधिकारों हो चाहे कर्मचारी हो और वास्तव में प्रधानमंत्री मोदी जी ने यह सिद्ध कर दिया पूरे विश्व के सामने कि एक दृढ संकल्प के साथ, कि एक ईमानदार निर्णायक नेतृत्व जब देश का कमान संभालता है, कोई संस्था का कमान संभालता है तो वास्तव में सफलता शत-प्रतिशत निश्चित है और सफलता एक मजबूत नेतृत्व के सामने कभी let down नहीं करती कभी काम को विफल नहीं होने देती ।

और कई बार मैंने कहा है vision & leadership will always define the success of any organisation, the success of any nation. और मैं समझता हूँ प्रधानमंत्री मोदी जी की vision और leadership के कारण आज हम रेलवे में हो या कोयले में हो दोनों क्षेत्र में ऐतिहासिक काम करने में सफल हुए है, उनको देश के हर नागरिक की ओर से और हम सब की ओर से मैं धन्यवाद देना चाहता हूँ ओर आशा करता हूँ उनका कुशल नेतृत्व आगे चलकर भी इसी प्रकार से इस देश को और हम सबको मार्गदर्शन देता रहेगा, उनके कुछ दो पंक्तियाँ उन्होंने कल परसों कुछ कही थी उसको मैं कह कर अपनी बात को विराम दूंगा

“देश चल पड़ा है प्रगति पथ पर

बस यूहीं चलते रहना है

बहुत कुछ मजबूत किया है

बहुत कुछ मजबूत करना है”

इस पांच साल में काफी कुछ हुआ है, हो सकता है यह सिर्फ एक pilot project के रूप में हमने काम किया है और आगे 5-10-15 साल और तेज गति देते हुए और बहुत सारे काम करने बाकी है जिसके लिए हम प्रतिबद्ध है संकल्प लेते है

बहुत-बहुत धन्यवाद.

 

प्रश्न-उत्तर

प्रश्न: पांच साल पांच बड़े काम रेलवे का सर ओर चुनाव आ रहा है तो मेनिफेस्टो में पांच क्या और उस तरह के काम आप रेलवे के लिए करेंगे?

उत्तर: उस सन्दर्भ में भारत में मन की बात यह कार्यक्रम देश में शुरू किया है, मैं आप सबसे अनुरोध करूँगा आप भी अपने विचार उसमें डाले और आज अगर डालते हो तो आज ही देके जाए जाने के पहले अपने विचार कि क्या बड़े आपको लगता है हमको लक्ष्य रखने चाहिए, आप सबसे सुनकर जनभागीदारी से हमारी भारतीय जनता पार्टी का संकल्प पत्र आगे बनने जा रहे है, तो फिर आपसे सुझाव लेके हम आपके सामने रखेंगे|

प्रश्न: रेलवे इतना बड़ा मंत्रालय है और कश्मीर से कन्याकुमारी तक इसका इम्पैक्ट है, कहते है हर वाकअप फ्लाइट पर लोग करते है, कौन सा एरिया है जो अभी भी आप चाहेंगे छू नहीं पाए थे चाहेंगे कि नेक्स्ट टाइम अगर थोड़ा मौका मिलता तो…..

उत्तर:  मैंने कहा न हर एक काम बेमिसाल हुआ है और हर एक काम में और आगे बहुत मार्ग जाना बाकी है.

प्रश्न: North East & J&K की एक्टिविटी में थोड़ा…?

उत्तर: मैंने अभी उसका ब्यौरा दिया अभी और डिटेल चाहिए तो मेरे अधिकारी उसकी पूरी डिटेल देंगे ऐतिहासिक काम जो पिछले 50 साल में नहीं हुआ वह हमने 5 साल में करके दिखाया

प्रश्न:…
उत्तर: You have to see two things, पहली बात तो कोल में एक कंपनी है Neyveli Lignite Corporation (NLC India Limited) मैंने हाल में ही 3-4 दिन पहले उसका रिव्यू किया और उसका cost of power production & generation & supply to the Discoms आप सबको हैरानी होगी लगभग 20 प्रतिशत घटा है for better efficiency and better outcome. इसीलिए यह तो मैं कोल मंत्रालय का अपना रिपोर्ट कार्ड दे रहा हूँ और कॉल मंत्रालय में NLC India Limited ने अपना cost of power generation 20% घटाया अंदाजन in the last 3 years.

मेरे हिसाब से overall जब आप पावर का भी देखिये, Power Ministers Conference आपको यह देखना पड़ेगा जिस परसेंटेज से पहले पांच-पांच साल में बढ़ता था उसके निस्बत यह पांच साल में आप पाएंगे gross calorific value सुधरी है कोयले की जितनी यूनिट बिजली बनती है वह सुधरी है, कोयले की availability सुधरी है स्टेट के यूनिट के लिए स्टेट जनरेटिंग कंपनियों के किये| तो ऐतिहासिक काम बिजली के क्षेत्र में भी हुआ है, you will have to see it in the prospective of अगर पहले की तरह चलता तो क्या हालत होती, जैसे हमने इम्पोर्ट में बताया, अगर इतना काम नहीं करते तो डेढ़ गुना हो जाता|

प्रश्न: मंत्री जी आपने सुझावों की बात की क्या अपना विज़न डॉक्यूमेंट…?

उत्तर: यहाँ नहीं देने, सुझाव आपको भारत के मन की बात पर लिखित भेजने है|

प्रश्न: आपने कहा पांच साल बहुत मजबूती के साथ काम किया गया है और आपने यह भी पुराने समय में कहा था कि यह पायलट प्रोजेक्ट है और जो पायलट के बाद परमानेंट भी होना है, यह जो बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट है हमारा उसकी तरफ आकर्षित करना चाहूंगा कि वो भी पायलट के तौर पर चल रहा है, कितना प्रोग्रेस हमने किया है और कितना प्रोग्रेस आपको लगता है अभी बाकी है?

उत्तर: स्पेसिफिक डिटेल मेरे लोग दे देंगे आपको, बुलेट ट्रेन में pert chart बनी हुई है, आप जानते है जैपनीज़ प्लानिंग के मामले में परफेक्ट काम करते है pert chart के हिसाब से, साधारणतः we are on schedule on most issues, जमीन में थोड़ा विलंब हुआ था लेकिन pert chart में enough slag  है, जिसके कारण उससे कोई final outcomes में कोई तकलीफ नहीं होगी, मुंबई में जो सबसे long lead आइटम है वो मुंबई और मुंबई के बाद जो टनल जाती है उसके सब कॉन्ट्रैक्ट पर काम जिस गति पर जैपनीज़ चाहते थे चल रहा है तो वह प्रोजेक्ट on schedule है, वो भी 508 किलोमीटर का पहला प्रोजेक्ट है हम चाहते है वैसे और बहुत सारे प्रोजेक्ट देश में बनने चाहिए आगे चलकर कुछ Semi High Speed कुछ High Speed. आप चीन का उदाहरण देखेंगे तो उन्होंने भी 500 km से शुरू किया था.

आज मैं सुनता हूँ 25-30,000 किलोमीटर चीन में फैलाव हो गया है, ऐसे ही भारत भी तेज गति से प्रगति करेगा ऐसा इसलिए मैंने कहा, लेकिन हमारे पायलट प्रोजेक्ट की स्केल भी यह होती है कि Wi-Fi का पायलट 800 स्टेशन हम आलरेडी कर चुके हैं, अब 4000 करके सब main stations हो जायेंगे, सेकंड, इलेक्ट्रिफिकेशन 6000 तक पहुंच चुके है तो हमारे पायलट ही इतने बड़े होते है इतने सक्षम होते है कि उससे आप अंदाजा लगा सकते हो जब पूरा स्केल पर रोलआउट हो जाएगा तो क्या गति होगी|

प्रश्न: Sir could you tell us what is India’s current coal import situation, in terms of data. How much of thermal coal you have..?

उत्तर: Broadly, coal imports today are at the same level as they were 4 years ago & it shows that’s what I explained just now that if we had not improved so much then the coal import would have been one & half times what they are today.

प्रश्न: गोयल साहब आप आए तो कई सारे प्रोजेक्ट स्पीड हुए, चाहे ट्रैक रिन्यूअल का काम हो या लेकिन, एक चीज़ है आप के ही टेन्योर में चिनाब रिवर ब्रिज में चार महीने से काम बंद है, क्या वजह है और कब से काम शुरू हो पायेगा, हम लोग को लग रह था यह आपके टेन्योर में काम पूरा हो जायेगा?

उत्तर: वह बाद में आप जरा मेंबर इंजीनियरिंग के साथ डिटेल ले सकते है लेकिन हम सब जानते है कि वहां के प्रोजेक्ट की अपनी एक विशेषताएं होती है उसके हिसाब से चिनाब पर फोकस अगर पहले से किया होता तो शायद यह स्थिति नहीं आती कि इतना विलंब से चल रहा होता, अभी जितना काम वहां पर चल रहा है वो पहले के बनिस्बत बहुत तेज गति से चल रहा है, कुछ contractual claims है उसको sort out कर रहे है लेकिन we are still on schedule, जो schedule timelines है उसके अनुसार काम चल रहा है|

प्रश्न: पांच साल में…..?

उत्तर:  हमारे को पैसे की कभी तंगी महसूस ही नहीं हुई, पहले के जमाने में रोज यह सुनने को मिलता था कि रेलवे के पास पैसा नहीं है इसके लिए प्रोजेक्ट डिले हो रहा है, हमें पैसे की कोई तंगी नहीं हुई, आज भी एक लाख करोड़ की लिमिट हमारे पास है, LIC की जिसमें हम शायद 16-20 हजार करोड़ रुपये खर्च चुके है और बहुत संभावनाएं है| आगे चलकर भी मैं देशवासियों को आश्वश्त करना चाहूंगा मोदी जी के रहते जो देशहित के कार्यक्रम है उसके लिए कभी पैसे की कोई कमी नहीं होने देंगे|

उत्तर:  PSU listing IRCTC तो मैंने ही रोकी है, मैंने इसलिए रोकी है क्योंकि उसमें जो डाटा बेस है और उसकी संभावनाएं है उसको अभी तक मार्केट वैल्यूएशन में कैप्चर नहीं किया गया और मैं खुद इन्वेस्टमेंट बैंकर होने के कारण मैं समझता हूँ कि जिस वैल्यू पर चर्च हो रही थी लिस्ट करने की वह बहुत कम थी और मैं समझता हूँ उसके databases को अच्छी तरीके से leverage करे और उसके बाद लिस्टिंग करे बहुत अच्छी वैल्यू मिलेगी।

प्रश्न: Sir with regard to creation of New Railway zone there was seriously objection have been raised by the government & your motives have been questioned….?

उत्तर:  Which Channel do you represent? Then I wish in your NTV you had less articles and less programs demanding the railways only. They will always be unhappy because they don’t think of the people’s welfare. They have some other reasons for which they are always unhappy.

I now suspect their motives, because they have always been demanding as recent as last week I got a letter from the Chief Minister, so I think you should be questioning the Chief Minister’s motives is it only political or does he want the welfare of the people of Andhra Pradesh. I received a letter last week from the Chief Minister, so please question the Chief Minister’s motives.

Q:How do you plan to improve operating ratios of railways?

A: Well, everybody is aware that we are doing so many, after all diesel converted to electrification will save 13,000 crore rupees of the railways. Similarly, with efficiency improvement in signalling if we had 40% capacity. I will able to move 40% more freight & my revenues can go up by 40%. So, our focus is on better efficiency & improve services both on freight & passengers side.

Q: …

A: Work is progressing on that, we are looking at more & more advertising revenue, monetization of land. We have just seen a decision we took in Mumbai for Dharavi. It’s a win-win solution, we will also get non-fare revenue & the people of Dharavi will get a nice opportunity to be rehabilitated.

Q: Would you be able to tell us if that 20% target has been achieved by end of four years? Would you also us status of the rail development authority, at what stage are you on in terms of setting up that authority what was recommended?

A: That is also work is in process, The IRDA I think the advertisement was done, … were called from people applying for a position in that. The final decision will be taken in due course.

Thank you

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