Speeches

December 15, 2018

Speaking at Kevadia Railway Station, in Kevadia, Gujarat

…जनता के राष्ट्रपति हैं आप और जिस प्रकार से आपने देश सेवा की और अपने व्यक्तित्व से यह बताया कि एक सामान्य व्यक्ति कैसे असामान्य काम कर कर देश में अपना नाम और देश का नाम दुनिया में गौरवान्वित कर सके ऐसे हम सबको प्रेरणा देने वाले माननीय राष्ट्रपति जी का मैं आज इस कार्यक्रम में तहे दिल से स्वागत करता हूँ।

माननीय महामहिम गुजरात के गवर्नर साहब डॉ ओ.पी. कोहली, मुझे तो वास्तव में बचपन से ही आपका सान्निध्य मिला, आपसे प्रेरणा मिली, आपका आशीर्वाद मिला और मेरे लिए सौभाग्य की बात है कि आज इस रेलवे के कार्यक्रम में आपकी गरिमामयी उपस्थिति से हम सबको आपका आशीर्वाद मिलेगा। मेरे मित्र, बड़े भाई गुजरात के मुख्यमंत्री श्री विजय भाई रूपाणी जी, मंच पर उपस्थित सभी सन्माननीय सांसदगण और आज के इस कार्यक्रम में उपस्थित केवडिया के सभी नागरिक भाइयों और बहनों को आज मैं सिर्फ़ इस कार्यक्रम के लिए नहीं स्वागत करता हूँ लेकिन आज आपका अभिनंदन करने आया हूँ।

वास्तव में जीवन के कुछ पल जो याददाश्त में रहते हैं वैसा आज का यह विज़िट मेरे लिए बना है। स्टैचू ऑफ यूनिटी वास्तव में एक विश्वस्तरीय, चमत्कारी और इतने कम समय में मात्र 33 महीने में बनाकर जो गुजरात की जनता ने, गुजरात की सरकार ने पूरे देश को सरदार पटेल की पहचान, सरदार पटेल की श्रद्धांजलि में जो आज स्वरूप देखकर हम सब आए हैं मैं समझता हूँ हम सबके लिए गर्व का विषय है।

और मैं ख़ासतौर पर माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र भाई मोदी का धन्यवाद करना चाहूँगा कि उन्होंने ऐसे एक प्रकल्प की कल्पना की और यह जो मूर्ति आज बनी है, जो आज मूर्ति देखने का हमें मौक़ा मिला वास्तव में उनकी दूरदर्शिता का एक प्रतीक है कि कैसे इस पूरे इलाक़े का आगे चलकर विस्तार हो, कैसे इस पूरे इलाक़े में पर्यटक भी आएं, बड़े रूप में पर्यटक आएं और हमारी अगली पीढ़ी और आने वाली कई पीढ़ियों तक भारत के लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल के जीवन से हम सब को प्रेरणा मिले, उनके दिखाए हुए मार्ग पर चलने का हम सबको मौक़ा मिले और उनके किए हुए काम को हम देश के कोने-कोने तक पहुँचाने के लिए इस स्टैचू ऑफ यूनिटी का एक यह मैं समझता हूँ आज तो हम सबके लिए ऐसा स्थल बन गया है जो आगे चलकर देश को और पूरी दुनिया को सरदार की सही पहचान बनाने में अपना बड़ा योगदान देगा।

और यहाँ पहुँचने के लिए कैसे लोगों को सुविधा हो उसकी भी पूरी तरीक़े से चिंता करते हुए आज जिस रोड पर हम आए हैं इतनी सुंदर रोड कनेक्टिविटी दी गई है। मुझे बताया गया वडोदरा से यहाँ तक मात्र 1.5 घंटे में व्यक्ति पहुँच सकता है और फिर हमारे रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि हम उस 1.5 घंटे को भी एक घंटा करना चाहते हैं जिसके लिए यह नई रेलवे लाइन बिछाई जा रही है। और पूरे देश के साथ जोड़ने वाली यह रेलवे लाइन जो केवडिया के रेलवे स्टेशन पर आकर समाप्त होगी उसका आज भूमि पूजन करने का सरदार की पुण्यतिथि के दिन हम सबको यहाँ पर सौभाग्य मिला।

मैं महामहिम राष्ट्रपति जी का बहुत-बहुत धन्यवाद करना चाहूंगा कि उन्होंने आज के दिन हमारी विनती को स्वीकार करते हुए इस केवडिया के अत्याधुनिक रेलवे स्टेशन की भूमि पूजा कर कर इस काम को हम कैसे तेज़ गति से बनाएँ उसके ऊपर हम लगातार चिंता करते हैं और लगभग आगे आने वाले 1.5 वर्ष के भीतर कोशिश है कि पूरी रेलवे लाइन वडोदरा तक कनेक्ट कर दें, ऐसी रेलवे लाइन भी लग जाए, यहाँ का स्टेशन भी तैयार हो जाए और देश भर से लोगों को यहाँ पर आने-जाने की सुविधा हो, पर्यटक भी आएं, श्रद्धालु भी आएं और प्रेरणा लेने के लिए देश भर के युवा-युवती भी इस स्थान पर ज़रूर अवश्य पधारें।

मैं समझता हूँ सरदार के योगदान के बारे में तो जितना कहें कम है लेकिन एक प्रकार से रेलवे के साथ अगर उनका जुड़ाव करने की कोशिश करूं तो जिस प्रकार से सरदार ने 500 से अधिक इस देश में छोटे-छोटे राज्यों को जोड़कर भारत को एक बनाया, भारत की एकता के प्रतीक बने वैसे ही रेलवे भी एक प्रकार से देश के कोने-कोने को जोड़ते हुए भारत को एक सूत्र में जोड़ती है।

और मैं समझता हूँ सरदार की प्रेरणा लेकर भारतीय रेल भी तेज़ गति से प्रगति करे इसमें प्रधानमंत्री मोदी जी की जो विज़न है कैसे बुलेट ट्रेन लाई जाए, जो बुलेट ट्रेन मुंबई से अहमदाबाद तक पहले चरण में शुरू हो, आगे चलकर पूरे देश में इस प्रकार से हाई स्पीड रेल, सेमी हाई स्पीड रेल का विस्तार किया जाए।

और मैं समझता हूँ बुलेट ट्रेन से लोग स्टैचू ऑफ यूनिटी पर भी आएँगे, स्टैचू ऑफ यूनिटी भी देखने देश और दुनिया से लोग आएँगे। वडोदरा में उतरकर वहाँ से हमारी इस नई लाइन जो अब बन रही है इससे केवडिया आएँगे और केवडिया से जो आगे आने वाले दिनों में उस पूरे क्षेत्र का जो विकास होने जा रहा है इस विकास का भी स्वाद लेने के लिए देश और दुनिया से लोग यहाँ पर ज़रूर आएँगे।

रेलवे की दृष्टि से कई काम गुजरात में किए जा रहे हैं। मैं एक छोटा आंकड़ा आपके समक्ष ज़रूर रखना चाहूँगा। 2014 के पहले गुजरात में रेलवे के प्रोजेक्टस पर सालाना लगभग 600 करोड़ रुपये का निवेश होता था, प्रधानमंत्री मोदी जी को चिंता थी कि गुजरात में कैसे रेलवे के प्रभाव को बढ़ाया जाए, रेलवे के नेटवर्क को बढ़ाया जाए, रेलवे की सुविधाओं को सुधार किया जाए।

और आप सबको जानकर ख़ुशी होगी कि आज लगभग 6 गुना पैसा, कहाँ 600 करोड़ रुपये लगता था आज 3500 करोड़ रुपये प्रति वर्ष गुजरात में निवेश होता है रेलवे के अलग-अलग प्रकल्पों में और इसी के फलस्वरूप अलग-अलग जगह में गुजरात में नई लाइनें लग रही हैं, डबलिंग, ट्रिपलिंग का काम हो रहा है, विद्युतीकरण का काम हो रहा है तेज़ गति से।

और सरदार वल्लभ भाई पटेल एक तरफ़ किसानों की चिंता करते थे, किसानों के नेता थे साथ ही साथ कहते थे उद्योग को भी प्रगति होनी चाहिए, उद्योग को भी तेज़ गति से बढ़ावा मिलना चाहिए और मैं समझता हूँ गुजरात एक ऐसा राज्य है जिसने किसानों की भी चिंता की, उद्योग की भी चिंता की और आर्थिक विकास में तेज़ प्रगति करने वाला हमारा गुजरात एक प्रकार से सरदार पटेल के मार्ग, दिखाए हुए मार्ग पर चलकर पूरे गुजरात के हर नागरिक के जीवन में कैसे और एक अच्छा भविष्य बने इसका एक प्रतीक और इसका एक जीता-जागता उदाहरण पूरे देश के समक्ष है।

मैं फिर एक बार महामहिम राष्ट्रपति जी का धन्यवाद करता हूँ, फ़र्स्ट लेडी श्रीमती कोविंद जी का धन्यवाद करता हूँ और माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का धन्यवाद करता हूँ कि उन्होंने देश को और गुजरात को और ख़ासतौर पर केवडिया को इतना अच्छा प्रकल्प दिया है।

यह स्टैच्यू ऑफ यूनिटी और इसके पूरे प्रांगण को मैं आगे के दिनों में देखता हूँ कि यह एक विश्वस्तरीय पर्यटन का भी स्थल बनेगा और पूरे विश्व में सरदार पटेल के विचारों को लेकर जाने का एक प्रतिमा के रूप में यह उभरेगा और सरदार पटेल की पहचान पूरे विश्व तक पहुँचाएगा। ऐसा स्टैचू ऑफ यूनिटी देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को बहुत-बहुत धन्यवाद, बहुत-बहुत आभार और आप सब आज यहाँ पर उपस्थित हुए आप सबका भी आभार करता हूँ।

धन्यवाद। जय हिन्द।

 

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